Monday 30 November 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. KHUSH RAHE YA BAHUT...

ख़ुश रहे या बहुत उदास रहे।
ज़िन्दगी तेरे आस पास रहे। 

Very sad or all cheer. 
Life be around you dear. 

वो नहीं है तो उसकी आस रहे। 
एक जाए तो एक पास रहे। 

Let desire be if she's far.
One goes, other is near.

जब भी कसने लगा उतार दिया। 
इस बदन पर कई लिबास रहे।

Whenever felt tight, put off. 
Many clothes, this body did wear.

घुल गए अपनी बदनसीबी में।
वो सितारे जो मेरे पास रहे।

My iIl fate dissolved them.
Stars that were my peer. 

आज हम सबके साथ ख़ूब हँसे। 
और फिर देर तक उदास रहे। 

I laughed a lot with others. 
 Then sad for long O dear. 

दोनों एक दूसरे का मुँह देखें। 
आईना आईने के पास रहे। 

Let us look at each other.
Let the mirrors be near. 

No comments:

Post a Comment