Sunday 19 December 2021

MANY POETS MANY COUPLETS............

शाम की नासमझ हवा, पूछती है उस का पता।
मौज-ए-हवा-ए-कू-ए-यार, कुछ तो मिरा ख़याल भी।..... परवीन शाकिर.... 

The unknowing evening wind, is asking details of a kind. 
Current of air from lover's lane, care a little for me if you can. 

वो जो क़िस्से में था शामिल, वही कहता है मुझे। 
मुझको मालूम नहीं यार, ये क़िस्सा क्या है।..... हस्तीमल हस्ती...... 

One who was part of the tale, to me says so. 
Chum ! What's the matter, I don't know. 

तेरे साँचे में ढल गया आख़िर। 
शहर सारा बदल गया आख़िर। 
..........फ़रहत अब्बास....... 

Moulded in your way after all. 
The city has changed after all. 

आईने में कहीं गुम हो गई सूरत मेरी। 
मुझ से मिलती ही नहीं शक्ल-ओ-शबाहत मेरी।...... सरफ़राज़ ख़ालिद.... 

Shape of my face is lost in looking glass. 
There's no resemblance with features or class. 

हज़ार ताने सुनेगा, ख़जिल नहीं होगा। 
ये वो हुजूम है जो मुश्तइल नहीं होगा। 
..... आबिद मलिक.... 

Listening to a thousand taunts, it won't be ashamed. 
This crowd can't be excited, even when it's blamed. 

इक और तीर चला, अपना अहद पूरा कर। 
अभी परिंदे में थोड़ी सी जान बाक़ी है। 
.......... नाज़ क़ादरी......... 

Shoot one more arrow for your promise to complete. 
A little life in this bird is still there to delete. 

माँगने वालों को क्या इज़्ज़त - ओ-रुस्वाई से। 
देने वालों की अमीरी का भरम खुलता है।
.......... वहीद अख़्तर........ 

Beggars don't care for honour or disgrace. 
Doubts about richness of givers surface. 

 तुझे कुछ इश्क़ - ओ-उल्फ़त के सिवा भी याद है ऐ दिल ? 
सुनाए जा रहा है एक ही अफ़साना बरसों से।...... अब्दुल मजीद सालिक... 

 Do you remember anything besides love 'n affection O heart ? 
You are narrating that story since years from the start. 

इश्क़ ने जिस दिल पे क़ब्ज़ा कर लिया। 
फिर कहाँ उस में नशात-ओ-ग़म रहा ? 
......... दत्तात्रेय कैफ़ी........ 

A heart that's in love's reign. 
Where' ll pleasure, pain remain? 

यहाँ किसी को भी कुछ हब्स-ए-आरज़ू न मिला। 
किसी को हम न मिले और हम को तू न मिला।...... ज़फ़र इक़बाल....... 

Imprisoned desires set, none here could have met. 
Someone didn't get me and you, I didn't get. 

तुम मोहब्बत को खेल कहते हो। 
हम ने बर्बाद ज़िन्दगी कर ली। 
........... बशीर बद्र......... 

You call love a game ! 
It ruined my life 'n name. 

पूछता फिरता हूँ मैं अपना पता जंगल से। आख़िरी बार दरख़्तों ने मुझे देखा है। 
....... आबिद मलिक..... 

I keep asking about myself from jungle, am lost. 
Trees are first to accost, saw me last at any cost. 

जैसे वीरान हवेली में हों ख़ामोश चिराग़। 
यूँ गुज़रती हैं तिरे हिज्र में शामें ऐसी। 
............. तौक़ीर तक़ी........... 

Like silent lamps in deserted palace. 
After your departure, my evenings pace. 

भरी जो हसरत-ओ-यास अपनी गुफ़्तगू में है। 
ख़ुदा ही जाने कि बंदा किस आरज़ू में है। 

Stuffed in his talks are sorrows 'n desires. 
God only knows what the person requires. 

समझेंगे न अग़यार को अग़यार कहाँ तक ? 
कब तक वो मोहब्बत को मोहब्बत न कहेंगे ?..... ज़हीर देहलवी....... 

How long won't she call rival, a rival ? 
How long ' ll she take for love's survival ? 

दिन तो ख़ैर गुज़र जाता है। 
रातें पागल कर देती हैं। 
...... नून  मीम  दानिश.... 

Day somehow passes, am glad
The nights just turn me mad. 

तुम से उल्फ़त के तक़ाज़े न निबाहे जाते। 
वर्ना हम को भी तमन्ना थी कि चाहे जाते।........ शाबुल हक़ हक़्क़ी.... 

Demands of love, you won't get along. 
But being liked was a desire, since long. 

मैं ज़िन्दगी के सभी ग़म भुलाए बैठा हूँ। 
तुम्हारे इश्क़ से कितनी मुझे सहूलत है। 
.......... जीशान साहिल.......... 

I forget griefs of life, every size
Your love 's given me such  a prize. 

ज़ख़्म खाते हैं और मुस्कुराते हैं हम। 
हौसला अपना ख़ुद आज़माते हैं हम। 
.......... ए  पी  जोश......... 

With wounds, I smile my best. 
I put own courage to test. 

इक रौशनी सी दिल में थी, सो भी नहीं रही। 
वो क्या गए, चराग़-ए-तमन्ना बुझा गए। 
......... अर्श मल्सियानी......... 

There was a glow in heart, no longer on fire. 
He went and spent was the lamp of desire. 












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