फूल ख़ुशबू बिखरते हर सू
और काँटे कभी नहीं खिलते
फिर भी काँटों की मेहरबानी है
वर्ना ये फूल याँ नहीं मिलते
Flowers scatter fragrance all around,
while the thorns never even bloom.
Yet it's courtesy of these thorns,
Or else flowers here won't zoom.
ग़ैरों को क्या पड़ी है कि रुस्वा करें मुझे
इन साजिशों में हाथ किसी आश्ना का है
Maligning me, why should the rivals try?
Behind these plots, is someone near by.
आए तो यूँ कि जैसे हमेशा थे मेहरबान
भूले तो यूँ कि गोया कभी आश्ना न थे
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
He came, as if had been kind all along.
Forgot as if wasn't known since long.
कल तक तो आश्ना थे मगर आज ग़ैर हो
दो दिन में ये मिज़ाज है आगे की ख़ैर हो
दाग़ देहलवी
Yesterday, you were familiar but are rival today.
Such a mood in two days, may Him have the say!
अगर दर्द-ए-मोहब्बत से न इंसाँ आश्ना होता
न कुछ मरने का ग़म होता न जीने का मज़ा होता
चकबस्त
If humans weren't familiar with love pain.
Neither death 'd hurt, nor''
कोई किरदार अदा करता है क़ीमत इस की
जब कहानी में नया मोड़ दिया जाता है
अज़हर नवाज़
Some performer takes sacrificial view
To twist tale towards the tellingly new.
बख़्त से कोई शिकायत है न अफ़लाक से है
ये ही क्या कम है कि निस्बत मुझे इस ख़ाक से है
परवीन शाकिर
Neither I complain about skies nor fate.
Enough to have affinity with dust O mate !
ये तो साहिल की तरह आप मिले थे वर्ना
मेरी क़िस्मत में तो गिर्दाब हुआ करते थे
मुबारक सिद्दीक़ी
It was you who had met me like a shore
Or else, fate had for me eddies encore.
दिल वो जगह नहीं कि फिर आबाद हो सके
पछताओगे ! सुनो हो ये बस्ती उजाड़ के
मीर तक़ी मीर
You can't resettle heart,
when it's dwellers depart.
You will repent over craze,
after this hutment's raze.
रुख़-ए-रौशन के आगे शम्अ रख कर वो ये कहते हैं
इधर आता है देखें या उधर परवाना जाता है?
दाग़ देहलवी
With alit candle in place
before her glowing face.
Let us watch the show
which way will worm go?
बेख़बर कुर्सियां आँख मलती रहीं
बस्तियाँ बेगुनाहों की जलती रहीं
बशीर बद्र
Unaware, on the chair, kept rubbing their eyes.
Fire in hutments of innocents was rising to skies.
मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी।
तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नही
सुल्तान अख़्तर
I am the desert lost in water lust.
You are the cloud which didn't burst.
घर में ख़ुद को क़ैद तो मैंने आज किया है
तब भी तन्हा था जब महफ़िल महफ़िल था मैं
शारिक़ कैफ़ी
It's today that I imprisoned myself at home.
I was alone even when I could freely roam.
ये आख़िरी कँपकँपाता जुमला कि इस त'अल्लुक को ख़त्म कर दो
बड़े जतन से कहा है उस ने, नहीं किया तो बुरा लगेगा।
ज़ुबैर अली ताबिश
That final trembling sentence, to put our relation to an end.
She has said it with great care, if not done, it will offend.
मैं रस्मन कह रहा हूँ फिर मिलेंगे
ये मत समझो कि वादा कर रहा हूँ
ज़ुबैर अली ताबिश
As a custom I am saying, "we'll meet again."
Do not consider it as a promise insane!
तेरे ख़त आज लतीफ़ों की तरह लगते हैं
ख़ूब हँसता हूँ जहाँ लफ़्ज़-ए-वफ़ा आता है
ज़ुबैर अली ताबिश
Now your letters look like jokes.
I laugh when word loyalty pokes.
आज तो दिल के दर्द पर हँस कर
दर्द का दिल दुःखा दिया मैंने
ज़ुबैर अली ताबिश
Laughing today at pain of heart.
I have hurt the pain at heart.
न रुकी वक़्त की गर्दिश न ज़माना बदला
पेड़ सूखा तो परिंदों ने ठिकाना बदला
ज़ुबैर अली ताबिश
Neither time stopped, nor the world ever changed.
When the tree died, nesting site of birds changed.
आलम-ए-ग़म में हम इस वास्ते हॅस लेते हैं
तश्त-अज़बाम न हो जाए कहीं ग़म अपना
ये समझ लो कि भड़क उठती है लौ दम भर को
हँस के जब तोड़ने वाली हो शम्अ दम अपना
In this world of grief, I laugh out in relief.
My sorrow may spread, all around with dread.
It's that lamp over there, gets a momentary flare.
While merrily the lamp, is getting a death stamp.
तेरा करम शरीक है तो कोई ग़म नहीं
दामान-ए-दश्त दामन-ए-मादर से कम नहीं
अल्लामा इक़बाल
If Your grace is showering, there's simply no pain.
Stretch of desert isn't inferior to mother's domain.
उल्फ़त-ए-गेसू ने आख़िर दी मेरे दिल को शिकस्त
हाय क्या अनमोल शीशा था मगर बाल आ गया
Finally love for tress sheet,
handed my heart a defeat.
It was so priceless a glass
but got a hair crack, alas!
क़ैद रहता हूँ तो तौहीन है बाल-ओ-पर की
और उड़ जाऊँ तो सय्याद की रुस्वाई है
फ़ना कानपुरी
If I am confined to space, within the prison space
for my wings and race, it's a sheer disgrace
If I try and fly, away in yonder sky
Captor gets disgrace and a loss of face.
किसी दिन ज़िंदगानी में करिश्मा क्यूँ नहीं होता
मैं हर दिन जाग तो जाता हूँ ज़िंदा क्यूँ नहीं होता
राजेश रेड्डी
Why don't any day I encounter miracle in life?
I get up every day but do not come to life!
क्या करिश्मा है मिरे जज़्बा-ए-आज़ादी का
थी जो दीवार कभी अब है वो दर की सूरत
अख़्तर अंसारी अकबराबादी
What a miracle of my freedom to feel !
It's a gate that was wall to conceal.
सब करिश्मात-ए-तसव्वुर है 'शकील'
वर्ना आता है न जाता है कोई
O 'Shakeel' ! It's a miracle of mind shows.
Otherwise, no one comes or goes!
नई योनि में घुस पड़े जब भी मन में आय।
आत्मा सौं बढ़ कर रसिक कोऊ ना कविराय।
Nootun joniye dhuke podhe, jokhun mone aashe.
Roshiker modhye aatta prothom, dhaare naa keu paashe. (Bengali version)
It gets deep within next body, whenever there's a desire.
Soul scores over all lovers, it's tested over time with fire.
Original and transcreations by Ravi Maun.
याँ की सुपैद-ओ-स्याह में हम को दख़्ल जो है सो इतना है
रात को रो रो सुब्अ किया और सुब्अ को ज्यों त्यों शाम किया
मीर तक़ी मीर
On it's light 'n darkness, I have this little to say.
Wept all through the night' n somehow passed the day.
किस लिए वो शहर की दीवार से सर फोड़ता
क़ैस दीवाना सही इतना भी दीवाना न था
शहज़ाद अहमद
Why should he bang his head against city wall?
Well, Qais was a fanatic but not that after all!
अब के मिलने की शर्त ये होगी
दोनों घड़ियाँ उतार फेंकेंगे।
नासिर अमरोहवी
A condition of meeting we will abide.
We 'll remove watches 'n throw aside.
हम को आपस में मोहब्बत नहीं करने देते
इक यही ऐब है इस शहर के दानाओं में
क़तील शफ़ाई
They don't allow us to love each other.
Its the only flaw with wise O brother!
न थी हाल की जब हमें अपने ख़बर रहे देखते औरों के ऐब ओ हुनर
पड़ी अपनी बुराइयों पर जो नज़र तो निगाह में कोई बुरा न रहा
बहादुर शाह ज़फ़र
शर्त सलीक़ा है हर इक अम्र में
ऐब भी करने को हुनर चाहिए
मीर तक़ी मीर
Good manner is a condition,
in each and every condition.
You need top quality of skill
to perform vices at sweet will.
नशेमन छोड़ कर जाना तुम्हारा
हक़ीक़त में शिकस्त-ए-बाग़बाँ है
When you are evicted and move elsewhere.
Your guardians failed to keep you there.
दिल ये कहता था कि सीने से लगा लूँ उनको
शौक़ कहता था कि आँखों में छुपा लूँ उनको
Heart told me to hold her in tight embrace.
Desire wanted her in eyes without a trace
उफ़ री शबनम इस क़दर नादानियाँ?
मोतियों को घास में बिखरा दिया !
आग़ा शाइर देहलवी
O dew ! Are these pranks of a child?
Pearls are scattered on grass in wild!
ऊँचे ऊँचे मुजरिमों की पूछ होगी हश्र में
कौन पूछेगा हमें हम किन गुनहगारों में हैं?
High level culprits 'll be honored on doomsday.
Who will look for me, a straw in the hay?
दास्ताँ उस की अदाओं की है रंगीं लेकिन
उस में कुछ ख़ून-ए-तमन्ना भी है शामिल मेरा
असग़र गौंडवी
Her poses and style make a colourful tale.
But for blood of my desires, it' ll all look pale
बस जान गया मैं तिरी पहचान यही है
तू दिल में तो आता है समझ में नहीं आता....
अकबर इलाहाबादी
I have known your identity somehow.
You attend heart, not mind anyhow.
बस इतना फ़र्क़ है इंसान में और उस की तुरबत में
ये है तस्वीर मिट्टी की वो है इक ढेर मिट्टी का।
मंजूर
Only this is the difference between man and his grave.
This is a sculpture of clay, that's a pile
O naive!
तू न था तेरी तमन्ना देखने की चीज़ थी
दिल न माना वर्ना दुनिया देखने की चीज़ थी
लियाक़त अली आतिश
Worth seeing was your desire
Not you O lover ! O fire !
World was worth a view.
But with heart I can't argue.
मनाना ही ज़रूरी है तो फिर तुम
हमें सब से ख़फ़ा हो कर मना लो
लियाक़त अली आतिश
If you think to convince me is the need.
Tamper others and pamper me indeed.
कुंज-ए-क़फ़स ही जिस का मुक़द्दर हुआ 'जमील'
उस की नज़र में दौर-ए-ख़िज़ाँ क्या बहार क्या? जमील अज़ीमाबादी
O 'Jameel'! If being confined to prison
is fate.
Then what's season of spring or autumn O mate?
दोस्त हर ऐब छुपा लेते हैं
कोई दुश्मन भी तिरा है कि नही?
बाक़ी सिद्दीक़ी
The friends cover fault of each shade.
Is or isn't there a foe you have made?
आशिक़ सा बदनसीब कोई दूसरा न हो
माशूक़ ख़ुद भी चाहे तो उस का भला न हो
हफ़ीज़ जालंधरी
May none be as unfortunate as a lover !
Even if beloved so wants, he can't get a cover.
बयान सच के तराजू में तोलता हूँ मैं
तिरी ख़ुशी के लिए थोड़ी बोलता हूँ मैं
I weigh statements in balance of facts.
I don't speak for your pleasure or tacts.
आप दौलत के तराज़ू में दिलों को तौलें
हम मोहब्बत से मोहब्बत का सिला देते हैं
साहिर लुधियानवी
You scale hearts in money balance.
Love for love is how I recompense.
उन्हें न तोलिये तहज़ीब के तराज़ू में
घरों में उन के न चूल्हे न दीप जलते हैं
सदा अम्बालवी
Please don't balance them in the scale of culture.
Homes where fire can't lamp or hearth nurture.
उर्दू जिसे कहते हैं तहज़ीब का चश्मा है
वो शख़्स मोहज़्ज़ब है जिस को ये ज़बाँ आई
रविश सिद्दीक़ी polite, cultured
हमें है शौक़ कि बे-पर्दा तुम को देखेंगे
तुम्हें है शर्म तो आँखों पे हाथ धर लेना
दाग़ देहलवी
ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था
हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते
साक़िब लखनवी
माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं
तू मेरा शौक़ देख मिरा इंतिज़ार देख
इक़बाल
हुए इस क़दर मोहज़्ज़ब कभी घर का मुँह न देखा
कटी उम्र होटलों में मरे अस्पताल जा कर
अकबर इलाहाबादी नमस्ते
आदमी जान के खाता है मोहब्बत में फ़रेब
ख़ुद-फ़रेबी ही मोहब्बत का सिला हो जैसे
इक़बाल अज़ीम
ये क्या कि तुम ने जफ़ा से भी हाथ खींच लिया
मिरी वफ़ाओं का कुछ तो सिला दिया होता
अब्दुल हमीद अदम
दूर बैठा ग़ुबार-ए-मीर उस से
इश्क़ बिन ये अदब नहीं आता
मीर तक़ी मीर
From her even dust of 'Mir' s remains stayed away.
This manner can't be learnt without love in any way.
न दिन है न रात है, कोई तन्हा है न साथ है
जैसी आँखें वैसी दुनिया, बस इतनी सी बात है
Neither there's day nor night, in company nor alone.
The eyes that look at world, will see what is known.
सर काटने से पहले दुश्मन ने सर झुकाया
जब देखा हम निहत्थे मैदान में खड़े थे
Before beheading me, the enemy decided to bow.
Seeing me fight bare handed, in
the combat show.
यूँ ही बेसबब न फिरा करो
कोई शाम घर भी रहा करो
वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है
उसे चुपके - चुपके पढ़ा करो
बशीर बद्र
Don't aimlessly just roam.
Some evening stay at home.
She is a true ghazal book.
Read her with a silent look.
कभी कभी तो छलक जाती हैं युँही आँखें
उदास होने का कोई सबब नहीं होता
बशीर बद्र
Sometimes eyes just overflow.
No reason to be sad, you know.
किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम
तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ
अहमद फ़राज़
दिल धडकने कासबब याद आया
वो तिरी याद थी अब याद आया
नासिर काज़मी
अंधेरी रात नहीं लेती नाम ढलने का
यही तो वक़्त है सूरज तिरे निकलने का
The night is very dark yet unwilling to be over
It's s the time O sun! To pierce horizon cover.
कभी खुद्दारी की सरहद ही नहीं लाँघते हैं
भीक तो छोड़िए हम हक़ भी नहीं माँगते हैं
I have never crossed the boundaries of self respect.
Leave aside alms, I don't even beg my right, neglect .
तू किसी की भी रहे तेरी याद मेरी है
अमीर हूँ मैं कि ये जायदाद मेरी है
You may belong to anyone but your memories are mine.
Since that's my property, I am rich and that's just fine.
भरी महफ़िल में उन को छेड़ने की क्या ज़रूरत थी
जनाब-ए-नूह तुम सा भी न कोई बे-अदब होगा
नूह नारवी
Why did you tease her before one and all?
Mr. Nooh! None matches your disgrace call.
भरी बज़्म में राज़ की बात कह दी
बड़ा बे-अदब हूँ सज़ा चाहता हूँ
इक़बाल
I revealed a secret before everyone.
Need be punished for disgrace done.
चमन में रखते हैं काँटे भी इक मक़ाम ऐ दोस्त
फ़क़त गुलों से ही गुलशन की आबरू तो नहीं
उम्मीद फ़ाज़ली
O chum! Thorns hold in garden, a place.
The flowers alone don't keep it's grace.
किसी को कैसे बताएँ ज़रूरतें अपनी
मदद मिले न मिले आबरू तो जाती है
अज्ञात
How can I tell my needs to someone?
Help or no help, but honour is undone.
एक आँसू ने डुबोया मुझ को उन की बज़्म में
बूँद भर पानी से सारी आबरू पानी हुई
ज़ौक़
In her gathering, a tear drowned my case.
A drop of water watered down my grace.
न कोई वादा न कोई यक़ीं न कोई उमीद
मगर हमें तो तिरा इन्तज़ार करना था
फ़िराक़ गोरखपुरी
Neither promise, belief nor hope offhand.
But I had to wait for you till the end.
देखी हैं बड़े ग़ौर से मैं ने वो निगाहें
आँखों में मुरव्वत का कहीं नाम नहीं है
जलील मानकपुरी
I have checked those eyes with care.
Not a trace of kindliness is there.
इन को क्या काम है मुरव्वत से अपनी रुख़ से ये मुँह न मोड़ेंगे
जान शायद फ़रिश्ते छोड़ भी दें डॉक्टर फ़ीस को न छोड़ेंगे
अकबर इलाहाबादी
फूल गुल शम्स-ओ-क़मर सारे ही थे
पर हमें उन में तुम्हीं भाए बहुत
मीर तक़ी मीर
Flower, rose, sun 'n moon were there.
But out of these, you were liked too much by me
But I liked you very much
पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है
जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है
मीर तक़ी मीर
अगर यक़ीं नहीं आता तो आज़माए मुझे
वो आइना है तो फिर आइना दिखाए मुझे
बशीर बद्र
Check me up if you can not believe
If she is a mirror, make me perceive.
तू सामने है तो फिर क्यूँ यक़ीं नहीं आता
ये बार बार जो आँखों को मल के देखते हैं
अहमद फ़राज़
Why can't I believe when you exist there?
I rub my eyes times and again to see here.
यारों की मोहब्बत का यक़ीं कर लिया मैं ने
फूलों में छुपाया हुआ ख़ंजर नहीं देखा
बशीर बद्र
I had believed in love bestowed by friends.
Didn't see hidden dagger in flower bands.
शब-ए-विसाल है गुल कर दो इन चिरागों को
ख़ुशी की बज़्म में क्या काम जलने वालों का?
दाग़ देहलवी
It's a meeting night, put out lamps that glow.
In a pleasant gathering, why let burners show?
मैं सो जाऊँ तो इन आँखों पे अपने होंट रख देना
यक़ीं आ जाएगा पलकों तले भी दिल धड़कता है
बशीर बद्र
Place your lips on my eyes when I sleep.
I 'll be sure heart beeps under it so deep.
कुछ ऐसा हो कि तस्वीरों में जल जाए तसव्वुर भी
मुहब्बत याद आएगी तो शिकवे याद आएँगे।
सरदार सलीम
It may so turn, with photos thoughts too burn.
If love 'll come to mind, laments it' ll remind.
है देखने वालों को संभलने का इशारा
थोड़ी सी नक़ाब आज वो सरकाए हुए हैं
अर्श मल्सियानी
It's an alert to those who wish to trail. Slightly displaced today is her veil.
हम से 'आबिद' अपने रहबर को शिकायत ये रही
आँख मूँदे उन के पीछे चलने वाले हम नहीं
आबिद अदीब
O 'Aabid'! About me, so laments the guide.
I am not a blind follower by his side.
इस तरह रहबर ने लूटा कारवाँ
ऐ 'फ़ना' रहज़न को भी सदमा हुआ
फ़ना कानपुरी
So uncouth was guide's attack on caravan
Even the robber was taken aback,O Fanaa !
आते हैं अयादत को तो करते हैं नसीहत
अहबाब से ग़म-ख़्वार हुआ भी नहीं जाता
फ़ानी बदायूनी
He comes to enquire state of sick.
Starts sermonising double quick.
My wellwishers, not even in name,
are as consolers, simply a shame.
अहबाब को दे रहा हूँ धोका
चेहरे पे ख़ुशी सजा रहा हूँ
क़तील शफ़ाई
I am simply cheating my friends.
Setting joy on face as ammends.
देखने आए थे वो अपनी मोहब्बत का असर
कहने को ये है कि आए हैं अयादत कर के
हसरत मोहानी.
She had called to see love effects.
Can say how my sickness reflects.
रहबर भी ये हमदम भी ये ग़म-ख़्वार हमारे
उस्ताद ये क़ौमों के हैं मे'मार हमारे
अज्ञात
दर्द को रहने भी दे दिल में दवा हो जाएगी
मौत आएगी तो ऐ हमदम शिफ़ा हो जाएगी
सौदा
Let pain be in heart, it will get well.
With death, O chum !
ग़ैरों को कब फ़ुर्सत है दुख देने की
जब होता है कोई हमदम होता है
जावेद अख्तर
Inflicting pain! Rivals don't give a dime.
Companion find with ease, some time.
कई फ़रहाद हैं जूया तिरे शीरीं लब के
कई यूसुफ़ हैं ज़नख़दान के चाहों के बीच
शैख़ ज़हीरुद्दीन हातिम
Your sweet lips many lovers inquire.
To be with moneyboxes others aspire
अब दिल की तमन्ना है तो ऐ काश यही हो
आँसू की जगह आँख से हसरत निकल आए
अहमद फ़राज़
चल साथ कि हसरत दिल-ए-मरहूम से निकले
आशिक़ का जनाज़ा है ज़रा धूम से निकले
फ़िदवी लाहौरी
Accompany , let desires leave deceased heart profound.
It's a lover's funeral, pomp 'n show need be all around
दिल के दो हिस्से जो कर डाले थे हुस्न-ओ-इश्क़ ने
एक सहरा बन गया और एक गुलशन हो गया
नूह नारवी
Beauty and love bisected the heart.
Garden and desert turned either part.
दिल-ए-मरहूम को ख़ुदा बख़्शे
एक ही ग़म-गुसार था न रहा
फ़ानी बदायूनी
Let the deceased get God's grace.
Only consoler is no more in race.
दर-ओ-दीवार पे हसरत से नज़र करते हैं
ख़ुश रहो अहल-ए-वतन हम तो सफ़र करते हैं
(नवाब वाजिद अली शाह का लखनऊ छोड़कर जाते वक़्त पढ़ा गया आख़िरी शे'अर)
आरज़ू हसरत और उम्मीद शिकायत आँसू
इक तिरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला
सरवर आलम राज़
Longing, desire, hope, lament and tear.
See what your mention brought all this here.
उर्दू है जिस का नाम हमीं जानते हैं 'दाग़'
हिन्दोस्ताँ में धूम हमारी ज़बाँ की है
दाग़ देहलवी
क्यूँ लोगों से मेहर-ओ-वफ़ा की आस लगाए बैठे हो
झूट के इस मकरूह नगर में लोगों का किरदार कहाँ
कुमार पाशी
What do you have in mind?
People will be loyal 'n kind.
In this ominous city of lies
the character is hard to find.
जो उन्हें वफ़ा की सूझी तो न ज़ीस्त ने वफ़ा की
अभी आ के वो न बैठे कि हम उठ गए जहाँ से
When she planned to be loyal,
my own life turned disloyal.
She didn't even sit by the side,
When I was given the final ride.
न पूछ हाल मिरा चोब-ए-ख़ुश्क-ए-सहरा हूँ
लगा के आग मुझे कारवाँ रवाना हुआ
हैदर अली आतिश
Don't ask about my state,
a dry desert stick O mate !
Caravan set me to burn,
then left, never to return.
तलाश-ए-रिज़्क़ का ये मरहला अजब है कि हम
घरों से दूर भी घर के लिए बसे हुए हैं
आरिफ़ इमाम
This goal is so strange,
searching job out of range.
We stay far away from home,
but it's all still for the home.
भटक के कोई गया दैर को कोई का'बे
अजीब भूल-भुलय्याँ है मरहला दिल का
इमदाद अली बहर
Someone went to temple, other to Kaaba, both astray.
Strange is this labyrinth of heart in middle
of the way.
वही कारवाँ वही रास्ते वही ज़िंदगी वही मरहले
मगर अपने अपने मक़ाम पर कभी तुम नहीं कभी हम नहीं
शकील बदायूनी
Same caravan 'n routes, same life and inns too.
But on our stands, either I am not there or you.
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया
मजरूह सुल्तानपुरी
When I started towards the goal, I was all alone.
But people kept coming 'n caravan widened zone.
बारिश की बहुत तेज़ हवा में कहीं मुझ को
दरपेश था इक मरहला जलने की तरह का
ज़फ़र इक़बाल
In the hard hitting rains and blasts of wind.
Ahead was a stop over for ignition of a kind.
कारवाँ से जो भी बिछड़ा गर्द-ए-सहरा हो गया
टूट कर पत्ते कब अपनी शाख पर वापस हुए
ज़फ़र मुरादाबादी
Whoever parted from caravan, turned to desert dust.
Did leaves fallen ever got tucked with twigs,
..
कब लौटा है बहता पानी बिछड़ा साजन रूठा दोस्त
हम ने उस को अपना जाना जब तक हाथ में दामाँ था
इब्न-ए-इंशा
बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया
ख़ालिद शरीफ़
वो जिस घमंड से बिछड़ा गिला तो इस का है
कि सारी बात मोहब्बत में रख-रखाव की थी
अहमद फ़राज़
He was haughty when he parted
that's how blame game started.
What prevailed all over, as lover
was giving the other one a cover.
ज़िंदगी अब इस क़दर सफ़्फ़ाक हो जाएगी क्या
भूक ही मज़दूर की ख़ूराक हो जाएगी क्या
रज़ा मौरान्वी
ग़म्ज़ा भी हो सफ़्फ़ाक निगाहें भी हों ख़ूँ-रेज़
तलवार के बाँधे से तो क़ातिल नहीं होता
दाग़ देहलवी
ख़त्त-ए-पेशानी में सफ़्फ़ाक अज़ल के दिन से
तेरी तलवार से लिक्खी है शहादत मेरी
शबाब
सतह-ए-दरिया का ये सफ़्फ़ाक सुकूँ है धोका
ये तेरी नाव किसी वक़्त डुबो सकता है
तहसीन फ़िराक़ी
Peace on river surface is deceit in prime.
It can simply sink your ship, just any time .
ज़ख़्म लगा कर उस का भी कुछ हाथ खुला
मैं भी धोका खा कर कुछ चालाक हुआ
ज़ेब गौरी
किसी का यूँ तो हुआ कौन उम्र भर फिर भी
ये हुस्न ओ इश्क़ तो धोका है सब मगर फिर भी
फ़िराक़ गोरखपुरी
ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दोहरा हुआ होगा
मैं सज्दे में नहीं था आप को धोका हुआ होगा
दुश्यन्त कुमार
This whole body was doubled by it's weight.
I wasn't praying, you didn't get it straight.
तुम्हीं तो हो जिसे कहती है नाख़ुदा दुनिया
बचा सको तो बचा लो कि डूबता हूँ मैं
You are the one, world calls boatman.
Well I am sinking, save if you can !
डुबो दी थी जहाँ तूफ़ाँ ने कश्ती
वहाँ सब थे ख़ुदा क्या ना-ख़ुदा क्या
मजाज़
Where the typhoon had drowned boat.
All were there, God and the sailor afloat.
कश्ती चला रहा है मगर किस अदा के साथ
हम भी न डूब जाएँ कहीं ना-ख़ुदा के साथ
अब्दुल हमीद अदम
He is sailing the boat with such a style.
I may not sink with the sailor in a while.
उस ना-ख़ुदा के ज़ुल्म ओ सितम हाए क्या करूँ
कश्ती मिरी डुबोई है साहिल के आस-पास
हसरत मोहानी
What to talk about torture of that boatman?
He has sunk my ship near shore as one can.
तिरी निगाह ने ज़ालिम कभी है ये सोचा
तिरी निगाह के मारों का हाल क्या होगा
अज्ञात
My love! Did you ever even think?
Where would hurt by your eyes sink?
खड़ा हूँ आज भी रोटी के चार हर्फ़ लिए
सवाल ये है किताबों ने क्या दिया मुझ को
नज़ीर बाक़री
Even today I stand with all letters of bread.
I question what the books gave me instead?
फ़रेब-ए-रौशनी में आने वालो मैं न कहता था
कि बिजली आशियाने की निगहबाँ हो नहीं सकती
शफ़ीक़ जौनपुरी
You got deceived by light, didn't I tell my best
That lightning can't be custodian of the nest.
बिजलियों न उड़ाओ मेरे नशेमन का मज़ाक
चार तिनके ही सही कोशिश-ए-तामीर तो है
Don't you make jest
O spark of my nest
A few straws, it's true
I tried to build anew.
तड़पती फिर रही है बर्क़ अब तक
उलझ बैठी थी मेरे आशियाँ से
साबिर अबुहरी
Tossing in pain is electric spark even now.
Had got enmeshed with my nest somehow.
किधर से बर्क़ चमकती है देखें ऐ वाइज़
मैं अपना जाम उठाता हूँ तू किताब उठा
जिगर मुरादाबादी
O priest! Let's see, spark goes which way?
I raise my wine cup, you raise book and
pray.
इधर फ़लक को है ज़िद बिजलियाँ गिराने की
उधर हमें भी है धुन आशियाँ बनाने की
अज्ञात
Sending spark after spark is obstinate the sky.
While I am hell bent my cottage will rise high.
मत बैठ आशियाँ में परों को समेट कर
कर हौसला कुशादा फ़ज़ा में उड़ान का
महफूजुर्रहमान आदिल
Folding your wings, don't sit in the nest.
Boost your courage, fly out for the crest.
हम को इस की क्या ख़बर गुलशन का गुलशन जल गया
हम तो अपना सिर्फ़ अपना आशियाँ देखा किए
हसन नज्मी सिकन्दरपुरी
I don't know, garden was fireblown.
I just kept looking for my nest alone.
हज़ार बर्क़ गिरे लाख आँधियाँ उट्ठें
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं
साहिर लुधियानवी
Let thousand of sand storms 'n sparks spell doom.
The flowers set for blooming wil certainly bloom.
वहीं पर बर्क़ गिरती है जहाँ अपना नशेमन हो
कहाँ तक अब भला हम रोज़ शाख़-ए-आशियाँ बदलें
अज्ञात
Electric spark chooses the site of my nest .
How long can I change twig daily at best?
न हो कि क़ुर्ब ही अब मर्ग-ए-रब्त बन जाए
वो अब मिले तो ज़रा उस से फ़ासला रखना
इफ़्तिख़ार नसीम
Don't let nearness become end of pleasure.
If you meet her now, be distant if together.
बड़े लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखना
जहाँ दरिया समुंदर से मिला दरिया नहीं रहता
बशीर बद्र
When you meet bigwigs,some distance must maintain.
As river meets the ocean, it's identity doesn't remain.
तेरे जाने में और आने में
हम ने सदियों का फ़ासला देखा
सुदर्शन काफ़िर
Your departure and arrival
Had centuries of interval.
तू भी सादा है कभी चाल बदलता ही नहीं
हम भी सादा हैं इसी चाल में आ जाते हैं
अफ़ज़ल ख़ान
You are so simple, don't change your move.
I am equally simple, get caught in the move.
अब इन हुदूद में लाया है इन्तिज़ार मुझे
वो आ भी जाएँ तो आए न ए'तिबार मुझे
ख़ुमार बाराबंकवी
Expectation has brought me in such limits now.
Even if she comes, I shall not believe anyhow.
अपने हुदूद से न बढ़े कोई इश्क़ में
जो ज़र्रा जिस जगह है वहीं आफ़्ताब है
जिगर मुरादाबादी
Let no one cross known limits in love.
Every grain in it's place, is a sun above.
अब अपना इंतिज़ार रहेगा तमाम-उम्र
इक शख़्स था जो मुझ से जुदा कर गया मुझे
एहतमाम सादिक़
I shall have to wait for me, lifelong now.
One person parted me from self somehow.
माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं
तू मेरा शौक़ देख मिरा इंतिज़ार देख
इक़बाल
It's true that I am not worth your view O mate!
You look at my passion and since when I wait.
ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता
अगर और जीते रहते यही इंतिज़ार होता
ग़ालिब
A meeting with the sweetheart, it was not so slated.
Had I lived any longer, 'morrow was to be dated
तिरे वा'दे पर जिए हम तो ये जान झूट जाना
कि ख़ुशी से मर न जाते अगर ए'तिबार होता
ग़ालिब
I lived on your promise, knowing well, it was a lie.
Would die out of joy, if I was sure of what you stated.
तिरी उमीद पे ठुकरा रहा हूँ दुनिया को
तुझे भी अपने पे ये ए'तिबार है कि नहीं
कैफ़ी आज़मी
I am booting this world just for your hope.
Do you too have trust that you can cope?
अजब ए'तिबार ओ बे-ए'तिबारी के दरमियान है ज़िंदगी
मैं क़रीब हूँ किसी और के मुझे जानता कोई और है
सलीम कौसर
Life is hanging between strange belief and distrust.
I am so close to someone, another knows me as must.
ख़ामुशी अच्छी नहीं इंकार होना चाहिए
ये तमाशा अब सर-ए-बाज़ार होना चाहिए
ज़फ़र इक़बाल
Silence isn't so good,
well, refuse you should.
This pageant should now,
be in market somehow.
हम लबों से कह न पाए उन से हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं ये ख़ामुशी क्या चीज़ है
निदा फ़ाज़ली
My lips could never express,
the state of heart's stress.
And she didn't understand,
what for did silence stand.
चटख़ के टूट गई है तो बन गई आवाज़
जो मेरे सीने में इक रोज़ ख़ामुशी हुई थी
सालिम सलीम
It broke to sound 'n became a voice.
It was silence in my heart by choice .
कभी-कभी तो किसी अजनबी से मिलने पर
बहुत पुराना कोई सिलसिला निकलता है
मंज़ूर हाशमी
At times when you meet
a stranger across street.
A very old chain,
or events maintain.
क़ुबूल कैसे करूँ उन का फ़ैसला कि ये लोग
मिरे ख़िलाफ़ ही मेरा बयान माँगते हैं
मंज़ूर हाशमी
How can I accept their decision, these men?
Want to use my statement against me then.
बदला न अपने-आप को जो थे वही रहे
मिलते रहे सभी से मगर अजनबी रहे
निदा फ़ाज़ली
I didn't change myself, maintained my zone.
Kept meeting everyone, yet remained unknown.
इसी लिए तो यहाँ अब भी अजनबी हूँ मैं
तमाम लोग फ़रिश्ते हैं आदमी हूँ मैं
बशीर बद्र
That's why I am a stranger in this clan
All are angels here, only I am a man.
मक़ाम-ए-वस्ल तो अर्ज़-ओ-समा के बीच में है
मैं इस ज़मीन से निकलूँ तू आस्माँ से निकल।
अभिषेक शुक्ला
Our meeting site is between earth and sky.
I come out of earth, you leave the sky.
जज़्बे की कड़ी धूप हो तो क्या नहीं मुमकिन
ये किसने कहा संग पिघलता ही नहीँ है
अख़्तर लखनवी
What's impossible in intense sun of passion?
Who says that the stone will never soften?
कह देना समन्दर से हम ओस के मोती हैं
दरिया की तरह तुझसे मिलने नहीं आएँगे
बशीर बद्र
We are proud dew pearls, tell it to the sea.
Like a stream, we won't come to meet thee.
यहाँ लिबास की कीमत है आदमी की नहीं
मुझे गिलास बड़े दे शराब ककम कर दे
मैं ने आँखों में झाँकना चाहा
उस ने दिल में उतार दीं आँखें
अब्दुर्रहमान मोमिन
I wanted to peep in her eyes.
She set in my heart her eyes.
मेरी पोशाक तो पहचान नहीं है मेरी
दिल में भी झाँक मिरी ज़ाहिरी हालत पे न जा
ऐतबार साजिद
My dress is not my identity card O mate.
Peep in heart too, don't see my outer state
इत्र मिट्टी का लगाया चाहिए पोशाक में
ख़ाक से रग़बत रहे मिलना है इक दिन ख़ाक में
अज्ञात
Fragrance of soil should be used in dress.
It needs be the wish, it 'd finally compress.
हँस के फ़रमाते हैं वो देख के हालत मेरी
क्यूँ तुम आसान समझते थे मोहब्बत मेरी
अमीर मीनाई
Looking at my state, she says with a smile.
Why did you think my love was easy awhile?
ऐसी बेगानगी नहीं देखी
अब किसी का कोई यहाँ न रहा
बाक़र मेहदी
Such abject indifference was not seen.
Here no one now had anyone 's been.
दिल के फफूले जल उठे सीने के दाग़ से
इस घर को आग लग गई घर के चराग़ से
महताब राय ताबाँ
Heart blisters got alit with old chest stamp.
This house caught fire by it's own lamp.
किस ने देखें हैं तिरी रूह के रिसते हुए ज़ख़्म
कौन उतरा है तिरे क़ल्ब की गहराई में
रईस अमरोहवी
Who has seen seeping wounds of your soul?
Who has delved deep in your heart to console?
फ़रिश्ता है तो तक़द्दुस तुझे मुबारक हो
हम आदमी हैं तो ऐब-ओ-हुनर भी रखते हैं
दिल अय्यूबी
You are an angel, so be happy being pure.
We are men, have art and faults for sure.
ये मय-ख़ाना है मय-ख़ाना तक़द्दुस उस का लाज़िम है
यहाँ जो भी क़दम रखना हमेशा बा-वज़ू रखना
आतिश बहावलपुरी
It's a tavern, a tavern! Here purity is a must.
When you step in here, wash the hands first.
तेरी मासूम निगाहों के तक़द्दुस की क़सम
सो भी जाऊँ तो तिरे ख़्वाब जगा देते हैं
अज्ञात
I swear by the purity of your innocent eyes, so deep
Your dreams awaken me even if I happen to sleep.
आई वो रफ़्ता - रफ़्ता तक़द्दुस की राह तक
फिर यूँ हुआ कि निय्यत-ए-नासेह बिगड़ गई
नसीम ज़ाहिद
Ever so slowly, she found the purity route.
But by then, preacher found she was cute.
ख़ुदी वो बहर है जिस का कोई किनारा नहीं
तू आबजू इसे समझा अगर तो चारा नहीं
इक़बाल
Self esteem is an ocean with out any shore.
If you think it's a stream, can't help anymore.
छोड़ा नहीं ख़ुदी को दौड़े ख़ुदा के पीछे
आसाँ को छोड़ बंदे मुश्किल को ढूँडते हैं
अब्दुल हमीद अदम
They ran after God, didn't leave self pride.
Leaving simple things men follow hard stride.
ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है
इक़बाल
Raise self respect to a level that prior to fate.
God 'd ask man, "what do you want on plate?"
इक कली कोई चटकी कुछ पत्ते लगे हिलने
इक ज़िंदगी की आहट हर ओर मुस्कराई
सिमिन उस्मानी
A bud shed garb, trembled some leaves.
A foot fall of life, smiled in it's sleeves.
दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में
गुलज़ार
Who is knocking on heart over here?
In a desert, whose foot fall do I hear?
ख़त्म होता ही नहीं सिलसिला तन्हाई का
जाने किस दर्जा मसाफ़त में है ढाली गई शब
अरशद जमाल सारिस
Sequence of solitude continues plight.
What an interval does shape this night?
नहीं होती है राह-ए-इश्क़ में आसान मंज़िल
सफ़र में भी तो सदियों की मसाफ़त चाहिए है
फ़रहत नदीम हुमायुँः
The goal of love journey isn't an easy state.
A distance of centuries is needed O mate !
जब तलक आज़ाद थे हर इक मसाफ़त थी वबाल
जब पड़ी ज़ंजीर पैरों में सफ़र अच्छे लगे
अस'अद बदायूनी
While free, each step was loaded neat.
Journey is pleasant with chained feet,
उड़ते- उडते आस का पंछी दूर उफ़क़ में डूब गया
रोते - रोते बैठ गई आवाज़ किसी सौदाई की
क़तील शफ़ाई
Bird of desire kept flying in it's course.
Lover kept crying till voice got hoarse.
रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गाँठ लग जाय।
O Raheem! It's a cord of love, I pray you break it not.
If broken, it won't tie, if tied, would bear a knot.
चूम लेती हैं कभी लब कभी आरिज़-ए-गुल
तूने ज़ुल्फ़ों को बड़ा सर पे चढ़ा रक्खा है!
These kiss your cheeks 'n with the lips lock.
Your tresses are really a very heady stock !
तर - दामनी पे शैख़ हमारी न जाइयो
दामन निचोड़ दें तो फ़रिश्ते वुज़ू करें
About my wet cloak O priest don't dare talk.
If I squeeze, to wash hands, angels' d flock!
मेहरबाँ हो के बुला लो मुझे चाहो जिस वक़्त
मैं गया वक़्त नहीं हूँ कि फिर आ भी न सकूँ
मिर्ज़ा ग़ालिब
Be kind! Call me when you have time.
Can't come back! I am not gone time
इक ज़ख़्म था जो वक़्त के हातों से भर गया
क्या पूछते है आप किसी मेहरबाँ की बात
A wound that healed by time. We'll it can.
Don't enquire about that considerate man.
न जाना कि दुनिया से जाता है कोई
बहुत देर की मेहरबाँ आते आते
दाग़ देहलवी
Not knowing, I leave world sublime
O kind one! You took a lot of time.
इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जाना
दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना
मिर्ज़ा ग़ालिब
Pleasure of a drop is to get lost in stream.
When pain crosses limit, drug it may seem
कर्ज़ कुछ ज़िंदगी का ऐसा है
जां भी दे कर अदा नहीं होता।
रोज़ के ग़म भी मार देते हैं
आदमी सिरफिरा नहीं होता।
डाक्टर चन्द्रकिशोर चौरे 'कपिल'
Such is the debt of life,
It's not paid even with life.
Griefs of every day kill.
Man is'nt fanatic by will.
हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं
हम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं
जिगर मुरादाबादी
Time can't get rid of me, it has no such force
I am not from time, time is from me of course
इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है
सिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना है
जिगर मुरादाबादी
This word love has got a little story to tell
Shrinks in lover's heart, spreads as age spell.
ग़ुर्बत की ठंडी छाँव में याद आई उस की धूप
क़द्र-ए-वतन हुई हमें तर्क-ए-वतन के बाद
कैफ़ी आज़मी
I recalled sun warmth in cold poverty shade.
I praised my land after the farwell I bade.
मेरी ग़ुर्बत को शराफ़त का अभी नाम न दे
वक़्त बदला तो तिरी राय बदल जाएगी
निदा फ़ाज़ली
My poverty is decency, you still don't call.
If time changed, your view 'd alter after all.
ज़मीं रोई हमारे हाल पर और आसमाँ रोया
हमारी बेकसी को देख कर सारा जहाँ रोया
वहशत रज़ा अली कलकत्वी
Even earth and sky, on my state did cry.
My helpless state was worth a cry O mate!
आँखें भी हाए नज़अ में अपनी बदल गईं
सच है कि बेकसी में कोई आश्ना नहीं
ख़ाजा मीर दर्द
Even eyes get out of focus before death.
It's true none loves destitute next breath
हाँ ठीक है मैं अपनी अना का मरीज़ हूँ
आख़िर मिरे मिज़ाज में क्यूँ दख़्ल दे कोई
जौन एलिया
I am a patient of my ego, it's true so brood.
But why 'd someone interfere in my mood?
अदा आई जफ़ा आई ग़ुरूर आया हिजाब आया
हज़ारों आफ़तें ले कर हसीनों पर शबाब आया
नूह नारवी
Style,then calamity, then pride, came veil.
With troubles, on cuties did youth prevail
दुश्मनों की जफ़ा का ख़ौफ़ नहीं
दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं
हफ़ीज़ बनारसी
About tyranny of enemies, I am not afraid.
What troubles is faith of friends well laid.
उल्फ़त में बराबर है वफ़ा हो कि जफ़ा हो
हर बात में लज़्ज़त है अगर दिल में मज़ा हो
अमीर मीनाई
For love, faith 'n infidelity are equal to chart
There's taste in every thing, if it's joy in heart
न पूछो मुझ से लज़्ज़त ख़ानमाँ-बर्बाद रहने की
नशेमन सैकड़ों मैं ने बना कर फूँक डाले हैं
अल्लामा इक़बाल
Don't ask me the joy of being unfortunate !
Many times I built' n burnt my home, mate!
अपने मरने का मुझे रंज अगर है तो ये है
कौन उठाएगा तिरे रंज-ओ-सितम मेरे बाद
About my death to me there's only one pain.
After me, who'll your grief 'n tyranny retain?
अजीब किस्म की लज़्ज़त मिली है इन से मूझे
कुछ और ज़ख़्म मिरे दिल में डालिए साहब
I have got from him a taste so strange.
Offer more wounds in my heart range.
जफ़ा जो इश्क़ में होती है वो जफ़ा ही नहीं
न हो जफ़ा तो मोहब्बत में कुछ मज़ा ही नहीं
The calamity in love is no calamity at all.
There's no joy in love sans calamity call.
ऐ वाए इंक़लाब ज़माने के जौर से
दिल्ली 'ज़फ़र' के हाथ से पल में निकल गई
O wow revolution ! With tyranny of small 'n of clout.
In a moment Delhi from 'Zafar' s hand slipped out.
जौर क्या क्या जफ़ाएँ क्या क्या हैं
आशिक़ी में बलाएँ क्या क्या हैं
मीर तक़ी मीर
What's tyranny as a group or alone?
What calamities in love are shown?
आप पछताएँ नहीं जौर से तौबा न करें
आप के सर की क़सम 'दाग़' का हाल अच्छा है
Don't you repent nor give tyranny a break.
I swear by you, my state is within check.
इन्हीं हैरत-ज़दा आँखों ने देखे हैं वो आँसू भी
जो अक्सर धूप में मेहनत की पेशानी से ढलते हैं
जमील मज़हरी
These surprised eyes have seen tears that trickle.
Which appear in sun on the forehead , using sickle.
जुनूँ का हज्म ज़ियादा तुम्हारा ज़र्फ़ है कम
ज़रा सा गमला है इस में शजर लगेगा नहीं
उमैर नजमी
Your capacity is less, spread of ecstasy is more.
This little pot can't contain the tree in it's core.
उक़ाबी रूह जब बेदार होती है जवानों में
नज़र आती है उन को अपनी मंज़िल आसमानों में
अल्लामा इक़बाल
When in youth there's rise of falcon soul.
In the skies they look for their own goal.
अदा हुआ न क़र्ज़ और वजूद ख़त्म हो गया
मैं ज़िंदगी का देते देते सूद ख़त्म हो गया
फ़रियाद आज़र
The debt persisted while my life didn't stay.
I got finished paying interest on life each day.
उम्र-ए-दराज़ माँग के लाई थी चार दिन
दो आरज़ू में कट गए दो इंतिज़ार में
सीमाब अकबराबादी
I had begged for a life span of four days long.
Two were spent in desire, two waiting too strong.
न जी भर के देखा न कुछ बात की
बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की
बशीर बद्र
Neither I talked with her, nor had full view.
The desire of meeting was long overdue.
सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का
यही तो वक़्त है सूरज तिरे निकलने का
शहरयार
The dark night simply lingers on.
It's time for sun to spread it's zone.
जुस्तुजू करनी हर इक अम्र में नादानी है
जो कि पेशानी पे लिक्खी है वो पेश आनी है
इमाम बख़्श नासिख़
Our search is simply foolish in every age.
It will happen what's written in fate page.
इक मोहब्बत ही पे मौक़ूफ़ नहीं है 'ताबिश'
कुछ बड़े फ़ैसले हो जाते हैं नादानी में
अब्बास ताबिश
O 'Taabish'! All isn't dependent on love alone.
Some big decisions are taken in foolish tone.
दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है
आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है
इफ़्तिख़ार आरिफ़
Heart is mad, does something foolish each day.
Mixes fire with fire then douses in it's own way
मैंने तुझे मुआफ़ किया जा कहीं भी जा
मैं बुज़दिलों पे अपनी कमाँ तानती नहीं
I 've pardoned you, go, won't lay any claim.
On cowards like you, I don't take the aim.
वो बेवफ़ा जो राह में टकरा गया कहीं
कह दूँगी मैं भी साफ़ कि पहचानती नहीं
I'll tell the infidel, if he meets on the way.
Clearly I don't recognize you even by name.
मुझ ऐसे पेड़ों के सूखने और सब्ज़ होने से क्या किसी को
ये बेल शायद किसी मुसीबत में है जो मुझ से लिपट रही है
Trees getting new leaves or dried like me, people have nothing to do.
Probably this creeper is in trouble and so is embracing me anew.
रहिए अब ऐसी जगह चल कर जहाँ कोई न हो
हम सुख़न कोई न हो और हम ज़बाँ कोई न हो
Where none exists, choose to live in that part
None knows your language and your art.
मैं जानता हूँ मोहब्बत में क्या नहीं करना
ये वो जगह है जहाँ क़ैस भी फिसलता है
राना आमिर लियाक़त
I know what not to do in love race?
Even a man like Qais slips in this place!
तबाह कर गई पक्के मकान की ख़्वाहिश
मैं अपने गाँव के कच्चे मकान से भी गया
शाहिद कबीर
Got ruined by desire of stone polychrome
I lost hold on my thatched village home.
दुनिया है सम्भल के दिल लगाना
याँ लोग अजब अजब मिलेंगे
मीर हसन
In world, enrol with care on love sheet.
Here many strange people you will meet.
ख़्वाब होते हैं देखने के लिए
उन में जा कर मगर रहा न करो
मुनीर नियाज़ी
Dreams are just meant to be seen.
But don't live in these, you mean !
जो उन मासूम आँखों ने दिए थे
वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ
फ़िराक़ गोरखपुरी
Served by those innocent eyes in jest.
I am taking note of those deceits at best.
कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं
ज़िंदगी तू ने तो धोके पे दिया है धोका
फ़िराक़ गोरखपुरी
At least I don't expect so from death.
Life served deceit breath after breath.
हर-चंद ए'तिबार में धोके भी हैं मगर
ये तो नहीं किसी पे भरोसा किया न जाए
जाँ निसार अख़्तर
Though at times there are deceits in belief.
But you just don't stop stepping in this fief.
ले मेरे तजरबों से सबक़ ऐ मेरे रक़ीब
दो-चार साल उम्र में तुझ से बड़ा हूँ मैं
क़तील शफ़ाई
O rival ! Let my experience be your guide.
I 'm elder to you by a few years on age slide
इस तरह ज़िंदगी ने दिया है हमारा साथ
जैसे कोई निबाह रहा हो रक़ीब से
साहिर लुधियानवी
Life co existed with me this way.
As if one is living with rival's sway
ये तमन्ना नहीं अब दाद-ए-हुनर दे कोई
आ के मुझ को मेरे होने की ख़बर दे कोई
ख़लील-उर-रहमान आज़मी
No desire exists to be praised for skill
Let someone tell me that I am alive still
ये धूप तो हर रुख़ से परेशान करेगी
क्यों ढूँढ रहे हो किसी दीवार का साया
अतहर नफ़ीस
This sun will trouble from every side.
Why look for shade of a wall to hide?
तुझ को पा कर भी न कम हो सकी बेताबी - ए-दिल
इतना आसान तिरे इश्क़ का ग़म था भी नहीं
फ़िराक़ गोरखपुरी
Getting you didn't diminish impatience of heart.
It wasn't so easy, it was grief of love you impart.
दिल की बे-ताबी ठहरने नहीं देती मुझ को
दिन कहीं रात कहीं सुब्ह कहीं शाम कहीं
नज़ीर अकबराबादी
The impatience of heart doesn't allow me to stop anywhere
Day is somewhere night elsewhere, morning here, night there.
अपनी हालत का कुछ अहसास नहीं है हम को
मैंने औरों से सुना है कि परेशान हूँ मैं
आसी उल्दनी
I am not aware of my own state.
I 've heard being worried O mate!
हुस्न को शर्मसार करना ही
इश्क़ का इंतिक़ाम होता है
मजाज़
Making beauty feel ashamed.
Revenge of love is claimed.
कोई तुम सा भी काश तुम को मिले
मुद्दआ हम को इंतिक़ाम से है
मीर तक़ी मीर
How I wish you get your like !
I want only revenge to strike.
हम ने तो ख़ुद से इंतिक़ाम लिया
तुम ने क्या सोच कर मोहब्बत की
सलीम कौसर
I wanted to seek revenge with own.
Thinking what was your love grown?
ये वफ़ा की सख़्त राहें ये तुम्हारे पाँव नाज़ुक
न लो इन्तिक़ाम मुझ से मिरे साथ-साथ चल के
ख़ुमार बाराबंकवी
Your delicate feet on the tough love terrain !
Don't take revenge on me cowalking this lane.
शिव तो नहीं हम फिर भी हम ने दुनिया भर के ज़हर पिए
इतनी कड़वाहट है मुँह में कैसे मीठी बात करें
अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा
Though I am not Shiv the Lord !
Yet gulped world poison in accord.
How can sweet talk sprout O mate!
With such bitterness in mouth plate
.
बिछड़ते वक़्त अना दरमियान थी वर्ना
मनाना दोनों ने इक दूसरे को चाहा था
अतीक़ अंज़र
While parting, ego stood in their way.
When both wanted to appease 'n stay
वो भी शायद रो पड़े वीरान काग़ज़ देख कर
मैंने उन को आख़िरी ख़त में लिखा कुछ भी नहीं
ज़ुहूर नज़र
Probably he wept seeing the paper blank.
I didn't write, sent him last letter blank.
बहुत ब' ईद न था मसअलों का हल होना
अना के पाँव से ज़ंजीर हम हटा न सके
अहमद अश्फ़ाक़
Solving problems was neither tough nor far.
From feet of ego we couldn't remove the bar.
अजब चराग़ हूँ दिन रात जलता रहता हूँ
मैं थक गया हूँ हवा से कहो बुझाने मुझे
बशीर बद्र
I am a strange lamp, keep alit day 'n night.
I am exhausted let wind put out with might.
आसमाँ इतनी बुलंदी पे जो इतराता है
भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है
- वसीम बरेलवी
Sky so often boasts about it's height.
It forgets being seen from earth alright.
बक रहा हूँ जुनूँ में क्या क्या कुछ
कुछ न समझे ख़ुदा करे कोई
- मिर्ज़ा ग़ालिब
I know not what in frenzy I say.
O God! May none know my way.
हम भी क्या ज़िंदगी गुज़ार गए
दिल की बाज़ी लगा के हार गए
- दाग़ देहलवी
What sort of life did I take part
Set and lost the bet on heart.
इस रास्ते के नाम लिखो एक शाम और
या इस में रौशनी का करो इंतिज़ाम और
- दुष्यंत कुमार
Either allot one more eve' in name of this road
Or arrange for more light to glow on it's mode
मेरे रोने की हक़ीक़त जिसमें थी
एक मुद्दत तक वो काग़ज़ नम रहा
- मीर
The paper which knew truth of my cry.
For a long time that paper could not dry.
वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दुआ न करे
मैं तुझे भूल के ज़िंदा रहूं ख़ुदा न करे
- क़तील शिफ़ाई
Is it a heart that doesn't pray meeting you?
O God! I should not survive forgetting you.
हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
- गुलज़ार
When the hands part, don't relations breach.
To pick moments let not hands time reach
कुछ फैसला तो हो कि किधर जाना चाहिए
पानी को अब तो सर से गुज़र जाना चाहिए
- परवीन शाकिर
आज देखा है तुझ को देर के बाद
आज का दिन गुज़र न जाए कहीं
- नासिर काज़मी
आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है
- जाँ निसार अख़्तर
आप की याद आती रही रात भर
चश्म-ए-नम मुस्कुराती रही रात भर
- मख़दूम मुहिउद्दीन
और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा
- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
दर्द ऐसा है कि जी चाहे है ज़िंदा रहिए
ज़िंदगी ऐसी कि मर जाने को जी चाहे है
- कलीम आजिज़
देखा है ज़िंदगी को कुछ इतने क़रीब से
चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से
- साहिर लुधियानवी
चाहिए ख़ुद पे यक़ीन-ए-कामिल
हौसला किस का बढ़ाता है कोई
- शकील बदायुनी
धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो
- निदा फ़ाज़ली
अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो
- मुनव्वर राना
और तो क्या था बेचने के लिए
अपनी आँखों के ख़्वाब बेचे हैं
- जौन एलिया
यूँ तुझे देख के चौंक उठती हैं सोई यादें
जैसे सन्नाटे में आवाज़ लगा दे कोई
नज़ीर कैसर
Seeing you get startled memories asleep.
As if some one calls in silence so deep.
जिन से अंधेरी रातों में जल जाते थे दिए
कितने हसीन लोग थे क्या जाने क्या हुए
शीन काफ़ निज़ाम
Whose presence could ignite even lamps asleep.
What happened to those pretty people, so deep?
तुम अपने रंग नहाओ मैं अपनी मौज उड़ूँ
वो बात भूल भी जाओ जो आनी - जानी हुई
उबैदुल्लाह अलीम
You bathe in your solours, I fly my way.
Forget what happened on your way -
दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में
गुलज़ार
Who has come to knock at my heart?
Whose footfall do I hear in the desert?
आहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम हो
साया कोई लहराए तो लगता है कि तुम हो
जाँ निसार अख़्तर
I recognize you so much from footfall.
A swinging shadow reminds your call.
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं
फ़िराक़ गोरखपुरी
Since long before, I recognise her footfall.
O life! I recognize you from distance after all
ये जानता है पलट कर उसे नहीं आना
वो अपनी ज़ीस्त की खिंचती हुई कमान में है
नईम जर्रार अहमद
He knows that he will never be back.
He is on stretched bow of life track.
इस भरोसे पे कर रहा हूँ गुनाह
बख़्श देना तो तेरी फ़ितरत है
अज्ञात
I am commiting crimes with this belief.
Sparing is your nature, a habit, in chief.
दिल है क़दमों पर किसी के सर झुका हो या न हो
बंदगी तो अपनी फ़ितरत है ख़ुदा हो या न हो
जिगर मुरादाबादी
Heart is bowed on someone 's feet
दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है
लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
Heart is ineffective but there's hope to conceive
Evening of grief is long but after all, it
is an eve'
तुम्हारा दिल मिरे दिल के बराबर हो नहीं सकता
वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता
दाग़ देहलवी
Your heart and mine just can not simulate.
Yours can't be mirror mine can't stone equate.
और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
What else is there to see?
Tagged heart with you to see.
कभी किताबों में फूल रखना कभी दरख़्तों पे नाम लिसना
हमें भी है याद आज तक वो नज़र से हर्फ़-ए-सलाम लिखना
हसन रिज़वी
At times scribbling on trees the names,at times keeping flowers in books
I remember even today, the way you would write salute delicately by looks
ये बातों में नर्मी ये तहज़ीब-ओ-आदाब
सभी कुछ मिला हम को उर्दू ज़बाँ से
बशीर महताब
This soft talk, manners and culture.
From Urdu language we could nurture.
हम ने काँटों को भी नरमी से छुआ है अक्सर
लोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैं
बिस्मिल सईदी
Often I 've touched with softness, thorns even
People are cruel, crush flowers quite often.
और क्या इस से ज़ियादा कोई नर्मी बरतूँ
दिल के ज़ख़्मों को छुआ है तिरे गालों की तरह
जाँ निसार अख़्तर
How soft can I be more than that, it speaks.
I' ve touched heart wounds like your cheeks.
सिलवटें हैं मिरे चेहरे पे तो हैरत क्यूँ है
ज़िंदगी ने मुझे कुछ तुम से ज़ियादा पहना
अहमद फ़राज़
Why are you surprised by wrinkles on my face
The life has worn me more with lesser grace.
फ़रिश्ते से बढ़ कर है इंसान बनना
मगर इस में लगती है मेहनत ज़ियादा
अल्ताफ़ हुसैन हाली
It's to be human than being angel.
But to be that it takes far greater trouble.
ये दर्द है हमदम उसी ज़ालिम की निशानी
दे मुझ को दवा ऐसी कि आराम न आए
हक़ीम नासिर
This pain is a gift of my lover O mate!
Treat me that the pain shouldn't abate.
क्या कोई नई बात नज़र आती है हम में?
आईना हमें देख के हैरान सा क्यूँ है?
शहरयार
Is something new seen with in me?
Why is mirror surprised seeing me?
शहर का शहर ये पीछे जो पड़ा है मेरे
तेरे दीवाने में कुछ बात तो होती होगी
अहसन गुलफ़ाम
That this entire city is running after me.
Your frenetic must have something to be.
सुना है ऐसे भी होते हैं लोग दुनिया में
कि जिन से मिलिए तो तन्हाई ख़त्म होती है
इफ़्तिख़ार शफ़ी
It's heard that in the world some people are such.
When you meet them, solitude vanishes as much.
अय्याम के ग़ुबार से निकला तो देर तक
मैं रास्तों को धूल बना देखता रहा
अफ़ज़ल नवेद
Emerging from the dust of time, for long.
I saw passages turn to dust from strong.
रोते-रोते मेरे हँसने पे तअज्जुब न करो
है वही चीज़ मगर दूसरे अन्दाज़ में है
इब्राहीम होश
Don't be surprised if I laogh crying awhile
It's the same thing but in a different style.
अपने जलने में किसी को नहीं करते हैं शरीक
रात हो जाए तो हम शम्म्अ बुझा देते हैं
सबा अकबराबादी
In self ignition none's included within
I put out the candle as night aets in.
अफ़्सुर्दगी भी हुस्न है ताबिंदगी भी हुस्न
हम को ख़िज़ाँ ने तुम को सँवारा बहार ने
इज़्तिबा रिज़्वी
Melancholy is beauty and so as well is glow.
I am groomed by autumn, spring springs your show.
तिश्नगी आ तुझे दरिया के हवाले कर दूँ।
तुझ को इस हाल में प्यासा नहीं देखा जाता
आदिल राह
Let me hand you over to stream O thirst!
I can't see you suffering this state at first.
हर मुसीबत का दिया एक तबस्सुम से जवाब
इस तरह गर्दिश-ए-दौराँ को रुलाया मैं ने
फ़ानी बदायूनी
I replied all the troubles with a smile.
I made whorls of time cry for a while.
मिरे लबों का तबस्सुम तो सब ने देख लिया
जो दिल पे बीत रही है वो कोई क्या जाने
इक़बाल सफ़ी पूरी
All have seen my lips are glowing in smile.
Who'll know what's heart suffering awhile
इश्वा भी है शोख़ी भी तबस्सुम भी हया भी
ज़ालिम में और इक बात है इस सब के सिवा भी
अकबर इलाहाबादी
Style, playfulness, smile and shame.
Something is added to it in her name
गुफ़्तुगू किसी से हो तेरा ध्यान रहता है
टूट टूट जाता है सिलसिला तकल्लुम का
फ़रीद जावेद
Who ever I talk with, you stay in thought.
The sequence of talks is broken in not.
वो किसका है इस से क्या लेना देना
बाज़ दफ़ा काफ़ी है उस का होना ही
पूजा भाटिया
Whose is he, how does that matter?
At times his being only does matter.
सारी दुनिया तिरे होटों की हँसी में गुम है।
कौन देखेगा मिरी आँख के पानी की तरफ़
अरमान जोधपुरी
The world is lost in laughter on your lips.
Who will look at the water on my eye tips?
छुप जाएँ कहीं आ कि बहुत तेज़ है बारिश
ये मेरे तिरे जिस्म तो मिट्टी के बने हैं
सबा इकराम
Let's get concealed as it's heavy rain.
Our bodies are made of soil as main.
ले के ख़त उन का किया ज़ब्त बहुत कुछ लेकिन
थरथराते हुए हाथों ने भरम खोल दिया
जिगर मुरादाबादी
Holding her letter I held myself a lot.
But trembling hands revealed the plot.
ये भी क्या कम है कि दोनों का भरम क़ाएम है
उस ने बख़्शिश नहीं की हम ने गुज़ारिश नहीं की
अहमद फ़राज़
Is it any less that our doubts remain. .
I didn't ask for she didn't grant a grain.
ये उड़ी - उड़ी सी रंगत ये खुले-खुले से गेसू
तेरी सुब्अ कह रही है तिरी रात का फ़साना
अहसान दानिश
The disheveled tress, this off coloured face.
Your morn' states night out without a trace.
दरख़्त करते नहीं इस लिए उम्मीद-ए-वफ़ा
वो जानते हैं परिन्दों के पर निकलते हैं
कुलदीप कुमार
Trees just don't lay their faith hope.
With new bird wings they can't cope
ख़ुद अपने हिज्र की ख़्वाहिश मुझे अज़ीज़ रही
तुम्हारे वस्ल का किस्सा तो इक बहाऩा था
चेहरे पे मिरे ज़ुल्फ़ को फैलाओ किसी दिन
क्या रोज़ गरजते हो बरस जाओ किसी दिन
अमजद इस्लाम अमजद
Spread your tress on my face in your lane some day
Why do you only roar each time simply rain
some day
परीशाँ कर दे मेरी बेक़रार बाहों पर
कि बार-ए-ज़ुल्फ़ों से थक जाएँगे तिरे शाने
Spread out on my restless arms your tress.
Your shoulders will tire by weight in excess.
मेरे हवास इश्क़ में क्या कम हैं मुंतशिर
मजनूँ का नाम हो गया क़िस्मत की बात है
अकबर इलाहाबादी
My senses in love aren't scattered any less.
Majnu got the fame, it is his fate's access.
नींद मत ढूँढ मेरी आँखों में
सिलवटें देख मेरे बिस्तर पर
इक़बाल ख़ावर
In my eyes, don't search for sleep, instead.
Simply count these wrinkles in my bed
होश ओ हवास ओ ताब ओ तवाँ 'दाग़' जा चुके
अब हम भी जाने वाले हैं सामान तो गया
दाग़ देहलवी
O'Daagh'! All senses and power have left.
Now it's our turn, whole luggage has left.
कहीं बैठने दे दिल अब मुझे जो हवास टुक मैं बजा करूँ
नहीं ताब मुझ में कि जब तलक तू फिरे तो मैं भी फिरा करूँ
नज़ीर अकबराबादी
O heart! Let me rest a bit to regain senses to tone.
I don't have the power to roam with you alone.
सुना रहा हूँ उन्हें झूट-मूट का किस्सा
कि एक शख़्स मोहब्बत में कामयाब हुआ
ख़लील-उर-रहमान आज़मी
I am reciting her a concocted tale
That one man got over love without fail.
ज़िंदगी से ज़िंदगी रूठी रही
आदमी से आदमी बरहम रहा
बक़ा बलूच
Lives were arrogant then.
There was anger in all men .
न हो बरहम जो बोसा बे-इजाज़त ले लिया मैं ने
चलो जाने दो बेताबी में ऐसा हो ही जाता है
जलाली लखनवी
Don't be angry with me for an ungranted kiss
Forget it, for a desperate attempt like this.
उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देखने के लिए
कि नींद शर्त नहीं ख़्वाब देखने के लिए
इरफ़ान सिद्दीक़ी
Get up to witness glorious glowing night.
Sleep isn't required for a dream in sight.
रोने की तरकीब हमारे आई काम
ग़म की मिट्टी पानी पा कर बैठ गई
इर्शाद ख़ान सिकन्दर
The crying worked for me there after.
The earth of sorrow settled with water
तुझ से बरहम हूँ कभी ख़ुद से ख़फ़ा
कुछ अजब रफ़्तार है तेरे बग़ैर
शकील बदायूनी
At times I'm angry with the self or you .
Life is on a strange speed without you.
कुछ ख़ुशियाँ कुछ आँसू दे कर टाल गया
जीवन का इक और सुनहरा साल गया
अज्ञात
Giving some joys and tears, it crossed.
Another golden year of my life passed
वस्ल को मौक़ूफ़ करना पड़ गया है चंद रोज़
अब मुझे मिलने न आना अब कोई शिकवा नहीं
अज्ञात
Meetings need be cut off for a few days
I have no laments, don't come in my ways
इक मोहब्बत ही पे मौक़ूफ़ नहीं है 'ताबिश'
कुछ बड़े फ़ैसले हो जाते हैं नादानी में
अब्बास ताबिश
O 'Taabish'! Love is not always sole reason. .
Some big decisions are made for no reason.
एक हंगामे पे मौक़ूफ़ है घर की रौनक़
नौहा-ए-ग़म ही सही नग़्मा-ए-शादी न सही
मिर्ज़ा ग़ालिब
A pandemonium is needed for get up of home
If not marriage song, a tune for sorrow to come.
सिर्फ़ अल्फाज पे मौक़ूफ़ नहीं लुत्फ़-ए-सुख़न
आँख ख़ामोश अगर है तो ज़ुबाँ कुछ भी नहीं
मुग़ीसुद्दीन फ़रीदी
Joy of poetry isn't dependent on words alone.
When eyes are silent, tongue just fails to tone
न ग़रज़ किसी से न वास्ता मुझे काम अपने ही काम से
तेरे ज़िक्र से तिरे फ़िक्र से तेरी याद से तिरे नाम से
जिगर मुरादाबादी
Concern or contact with none, I am busy with my own.
Your thoughts, your views, memories and name you own
तू भी अब जा के कहीं अपना ठिकाना कर ले।
हम तो कल ख़्वाब-ए-अदम में शब-ए-हिज्राँ होंगे
मोमिन
You also go and search to stay at some place.
Parting night 'll be death dream withoit a trace.
यूँ न वीरान कर के जा ज़ालिम
कुछ तो कर शर्म दिल में आने की
शाद अज़ीमाबादी
Don't leave in deserted state.
Have shame being in heart gate.
वस्ल में रंग उड़ गया मेरा
क्या जुदाई को मुँह दिखाऊँगा
मीर तक़ी मीर
On day of meeting I lost grace.
How will I departing day face?
अक़्ल अय्यार है सौ भेस बदल लेती है
इश्क़ बेचारा न ज़ाहिद है न मुल्ला न हकीम
इक़बाल
Intellect is clever changes many a face.
Love is neither priest nor treater to trace.
दिल ही अय्यार है बेवजह धड़क उठता है
वर्ना फ़सुर्दा हवाओं में बुलावा कैसा
साक़ी फ़ारूक़ी
Heart palpitates for nothing to detect any change.
Or else why would cold winds blow within range?
चलो अच्छा हुआ काम आ गई दीवानगी अपनी
वगर्ना हम ज़माने भर को समझाने कहाँ जाते
क़तील शफ़ाई
It's good that my frenzy gave help in task.
How else could I tell all coming to ask?
कुछ तो तिरे मौसम ही मुझे रास कम आए
और कुछ मिरी मिट्टी में बग़ावत भी बहुत थी
परवीन शाकिर
I didn't like your weathers as such.
My soil was also rebellious to touch.
देखने वाले को तेरे देखने आते हैं लोग
जो कशिश तुझ में थी वो अब तेरे दीवाने में है
शाद अज़ीमाबादी
People come to see him who had watched you.
Your attraction is now shared by your lover too.
मौत के दरिंदे में इक कशिश तो है 'सरवत'
लोग कुछ भी कहते हों ख़ुद-कुशी के बारे में
सरवत हुसैन
There's some attraction in the death beast.
Whatever people say about suicide at least.
इसी लिए तो है ज़िंदाँ को जुस्तुजू मेरी
कि मुफ़लिसी को सिखाई है सर-कशी मैं ने
अली सरदार जाफ़री
That's why the prison looks for me.
:'Cos I have taught revolt to poverty.
मुफ़लिसी सब बहार खोती है
मर्द का ए'तिबार खोती है
वली मोहम्मद वली
Poverty loses entire shine.
For your confidence you pine.
कह गया मैं सामने उस के जो दिल का मुद्दआ
कुछ तो मौसम भी अजब था कुछ मिरी हिम्मत भी थी
That I could narrate before her my state of heart.
Weather was strange and some courage on my part.
ग़ैर ने तुम को जाँ कहा, समझे भी तुम कि क्या कहा
यानि कि बेवफ़ा कहा जान का एतबार क्या
My rival called you life, did you realize what did he say?
He had called you faithless, what faith on life can you lay?
ख़ारज़ारों का भला हो हौसला देने लगे
आबले मंज़िल की दूरी को दुआ देने लगे
Let thorns be thanked for courage infused.
Open blisters prayed for distant goal diffused.
रात भर दर्द की शम्अ जलती रही
ग़म की लौ थरथराती रही रात भर
मख़्दूम मुहीउद्दीन
Whole night kept alit candle of grief.
It's flame kept flickering in grief fief.
तमाम उम्र इसी एहतियात में गुज़री
कि आशियाँ किसी शाख़-ए-चमन पे बार न हो
मीर अनीस
My life was spent in this caution so staunch.
My nest must never be a load on any branch.
मुझे सँभालने में इतनी एहतियात न कर
बिखर न जाऊँ कहीं मैं तिरी हिफ़ाज़त में
सलीम कौसर
Do not handle me with so much care.
Your care may scatter me all bare.
मज़ा आता अगर गुज़री हुई बातों का अफ़साना
कहीं से तुम बयाँ करते कहीं से हम बयाँ करते
वहशत रज़ा अली कलकतवी
It 'd be pleasure if foregone tale parts per se.
Were told at places as pieces by you and me.
आरज़ू हसरत और उम्मीद शिकायत आँसू
इक तिरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला
सरवर आलम राज़
Desires laments tears and hope
Your memory and what I can't cope.
न जाने कौन सा आसेब दिल में बसता है
कि जो भी ठहरा वो आख़िर मकान छोड़ गया
परवीन शाकिर
I know not which trouble inhabits the heart.
Whoever had come, just vacated this part.
अब जान-ए-मन तू तो नहीं शिकवा-ए-ग़म किस से कहें
या चुप रहें या रो पड़ें क़िस्सा-ए-ग़म किस से कहें
You aren't here my love before whom to lament my grief.
Either to keep mum or cry before
whom to say my brief.
जान इंसाँ की लेने वालों में
एक है मौत दूसरा है इश्क़
मीर मेंहदी मजरूह
Those who claim lives of men
Are death 'n love now and then.
अब दिल की तमन्ना है तो ऐ काश यही हो
आँसू की जगह आँख से हसरत निकल आए
अहमद फ़राज़
As per heart' s desire, let it be so.
Let desire replace tears as outflow.
ये ग़म मिरा है तो फिर ग़ैर से इलाक़ा क्या
मुझे ही अपनी तमन्ना का बार ढोने दे
कबीर अजमल
Well it's my grief, not rival's fief.
Load of my desire is mine entire.
कोई इल्ज़ाम कोई तंज़ कोई रुस्वाई
दिन बहुत हो गए यारों ने इनायत नहीं की
हलीम कुरेशी
No blame no criticism no bad name
Long since chums passed baton game.
वो तंज़ को भी हुस्न-ए-तलब जान ख़ुश हुए
उल्टा पढ़ा गया, मिरा पैग़ाम और था
नौमान शौक़
She read my criticism as beautiful praise.
It was read inverse, out of text, that it says.
ज़िंदगी यूँही बहुत कम है मोहब्बत के लिए
रूठ कर वक़्त गँवाने की ज़रूरत क्या है
अज्ञात
Life is very little for love, not much
Why sulk 'n waste the time as such.
ऐ दोस्त हम ने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी
नासिर काज़मी
For friendship sake, despite love brake.
I have felt your need, at times indeed.
इक उम्र तक मैं उस की ज़रूरत बना रहा
फिर यूँ हुआ कि उस की ज़रूरत बदल गई
नौमान शौक़
For long I was a part of her need.
Then there was change in it indeed.
शानों पे ज़ुल्फ़ ज़ुल्फ़ में दिल दिल में हसरतें
इतना तो बोझ सर पे नज़ाकत कहाँ रही
Tresses on shoulders, heart in tress and desires in heart.
So much load is on your head, can delicacy
be even in part?
तामीर जब कि ख़ाना-ए-काबा की हो चुकी
जो संग बच गया था सो उस बुत का दिल बना
When Kaaba was erected, from left over stone.
The heart of that infidel was carved and shown.
सब को है तेरे जल्वा-ए-रंगीं की जुस्तजू
ये कौन सोचता है कि ताब-ए-नज़र नहीं
All search for your glowing colourful face.
Who thinks that he has no power to face.
सामने उसके न कहते मगर अब कहते हैं
लज़्ज़त-ए-इश्क़ गई ग़ैर के मर जाने से
In his presence I could not but now would tell.
Love gives no joy with my rival in death's spell.
कुछ तो मिरे पिन्दार-ए-मोहब्बत का भ्रम रख
तू भी तो कभी मुझको मनाने के लिए आ
अहमद फ़राज़
Maintain a little doubt of my love pride.
You come to woo me sometime this side.
इसी तलाश-ओ-तजस्सुस में खो गया हूँ मैं
अगर नहीं हूँ तो क्यूँ कर जो हूँ तो क्या हूँ मैं
In it's deep search I find myself often lost.
If not why, if yes what am I, at what cost?
ऐ'दाग़' ये सब हज़रत-ए-दिल के फ़ुतूर हैं
जो कुछ किया जनाब ने रुस्वा किया मुझे
O 'Daagh'! All these are done by the heart.
He did all these and left me to face retort.
गुज़र जा अक़्ल से आगे कि यह नूर
चराग़-ए-राह है मंज़िल नहीं है
Go ahead of the intellect as it's light
Shows way but brings no end in sight.
सुब्अ तक वो भी न छोड़ी तूने ऐ बाद-ए-सबा
यादगार-ए-रौनक़-ए-महफ़िल थी परवाने की ख़ाक
O breeze till morning you left nothing in sight.
Ashes of firemoth were remains of a glorious night.
हमें ख़बर है कि हम हैं चराग़-ए-आख़िर-ए-शब
हमारे बाद अन्धेरा नहीं उजाला है
We know that we are last lamps alit.
But light, not darkness follows it.
विस्तृत होता ही रहता है अन्तरिक्ष में है हाला।
कहीं सिकुड़ कर गड्ढे बनते और कहीं पर्वतमाला।
ज्वाला कहीं धधकती है तो कहीं बहुत शीतलता है।
किन्तु धरा पर ही मिलते हैं साक़ी प्याला मधुशाला।।
रवि मौन
दुष्टहृदय हूँ मैं भी माता विदित तुम्हें सब हाल।
छिन्नमस्तिका कर लें शामिल गल में मेरा भाल।
हो प्रसन्न मैं नाचूँ गाऊँ वक्षस्थल पर झूलूँ।
जो न कर सका जीते जी मैं मर कर उसको छू लूँ।।
रवि मौन
तुम आओगे और शब को ज़रा सोच के कहते
तुम से तो तसव्वुर में भी आया नहीं जाता
तालिबान बाग़पती
You 'll visit at night, had you even thought.
When you can not come even in thought.
लुटाते हैं वो दौलत हुस्न की बावर नहीं आता
हमें तो एक बोसा भी बड़ी मुश्किल से मिलता है
जलील मानकपुरी
I can't believe she squanders wealth of beauty.
I hardly ever get a chance to kiss that
cutie.
देख सुकरात ने तो ज़हर पिया था लेकिन
ज़िंदगी मैं तो तुझे घोल के पी जाऊँगी
फ़ौज़िया रबाब
Look! Socrates had just poison to ingest.
O life! I 'll simply dissolve you and digest.
जो ज़हर पी चुका हूँ तुम्हीं ने मुझे दिया
अब तुम तो ज़िंदगी की दुआएँ मुझे न दो
अहमद फ़राज़
The poison I had was given by you.
At least you don't wish for my life too.
वस्ल है उनकी अदा हिज्र है उनका अन्दाज़
कौन सा रंग भरूँ इश्क़ के अफ़सानों में
मख़्दूम मुहिउद्दीन
Meeting is coquetry parting is her style.
Which colour to impart in tales every while?
हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कुरा देना
हसीनों को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना
अकबर इलाहाबादी
Bowing head feeling shy,
Smiling with graceful sigh.
For cutes it is with ease,
Electrocute as they please.
हम तो तमाम उम्र तिरी ही अदा रहे
ये क्या हुआ कि फिर भी हमीं बेवफ़ा रहे
जमील मलिक
Life long I maintained your own style.
Why was I called faithless all the while?
ये भी इक रंग है शायद मिरी महरूमी का
कोई हँस दे तो मोहब्बत का गुमाँ होता है
ग़ुलाम मोहम्मद कासिर
It's for my deprival, probably a shade.
A little laugh appears to be love grade.
साया है कम खजूर के ऊँचे दरख़्त का
उम्मीद बाँधिए बड़े आदमी के साथ
कैफ़ भोपाली
A high date tree offers very little shade.
Let no high hope from big man be made
अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो
मुनव्वर राना
My parting travel please
Let it be with some ease.
Don't come in my dreams
And trouble as it seems.
मूझे ज़िंदगी की दुआ देने वाले
हँसी आ रही है तेरी सादगी पर
गोपाल मित्तल
A blessing to upgrade my life graph!
Your simplicity just makes me laugh.
बाग़-ए-बहिश्त से मुझे भेजा था पहले क्यूँ यहाँ
कार-ए-जहाँ दराज़ है अब येरा इन्तज़ार कर
इक़बाल
In the first place whu did you evict from heavenly garden?
Now wait for me, 'cos here. a lot of work
is yet to be done.
तिरा हुस्न भी बहाना मिरा इश्क़ भी बहाना
ये लतीफ़ इस्ति'आरे न समझ सका ज़माना
जमील मज़हरी
Your beauty is an excuse and so is my love।
These delicate metaphors aren't known to drove.
तिरी ज़िंदगी तबस्सुम मिरी ज़िंदगी तलातुम
मिरी ज़िंदगी हक़ीक़त तिरी ज़िंदगी फ़साना
Your life is beauty and mine turmoil
My life is reality, yours tale well above.
तू भी ख़्वाबों में मिली मै भी धुँधलके में तुझे
ज़िंदगी देख कभी ग़ौर से चेहरा मेरा
We met through dreams 'n mist interface
O life! Have a closer look at my face!
जाने कब तक तुझे अल्लाह ने शायर बन कर
शे' र-ए-नाज़ुक की तरह ज़हन में सोचा होगा
तब कहीं जा के इस दीवान-ए-मुक़द्दर को तिरे
गुनगुनाते हुए गाते हुए लिक्खा होगा।
For long as a poet, the Lord must have
As a delicate couplet in mind thought.
Only then did he shape your book of fate
Humming and singing to life had brought.
और क्या देखने को बाक़ी है
आप से दिल लगा के देख लिया
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
What's left now to see?
Matched heart 'n all to be.
मैं हूँ दिल है तन्हाई है
तुम भी होते अच्छा होता
फ़िराक़ गोरखपुरी
I am, there's solitude and the heart.
With you it could be good from start.
दश्त-ए-तन्हाई में जीने का सलीक़ा सीखिए
ये शिकस्ता बाम-ओ-दर भी हमसफ़र हो जाएँगे
फ़ुज़ैल जाफ़री
Learn the technique of living in solitude of desert.
These broken door 'n windows will join in effort.
रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है
चाँद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है
राहत इन्दौरी
Exhibited stars get disturbed stark
Moon is mad, gets out in the dark.
उस की याद आई है साँसों ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है
Her memory is here, go slow O breaths.
Even heart throbs disturb praying in park.
वो सामने हैं मगर तिश्नगी नहीं जाती
ये क्या सितम है कि दरिया सराब जैसा है
अज्ञात
Though she confronts me, yet persists the thirst.
How woeful that stream looks like mirage
first.
इतनी कुदूरत अश्क में हैराँ हूँ क्या कहूँ
दरिया में है सराब कि दरिया सराब में
मोमिन ख़ाँ मोमिन
So soiled is the tear, I am surprised what to say.
Whether mirage is in river or in it does mirage lay?
इक तजस्सुस दिल में है ये क्या हुआ कैसे हुआ
जो कभी अपना न था वो ग़ैर का कैसे हुआ
ख़ातिर ग़ज़नवी
There's a query in the heart what and how
did it come to be?
One who could not be mine, how some one else's could he be?
अब उस पे चाँद सितारे भी रश्क करते हैं
वो इक दिया जो कभी दश्त में बुझाया गया
अदनान मोहसिन
Even the moon and stars envy it now.
The lamp put out in desert somehow.
ज़िंदगी शायद इसी का नाम है
दूरियाँ मजबूरियाँ तन्हाइयाँ
कैफ़ भोपाली
Probably names of life simply include
Distance, helplessness and solitude.
उस ने आँचल से निकाली मिरी गुम-गश्ता बयाज़
और चुपके से मोहब्बत का वरक़ मोड़ दिया !
जावेद सबा
She took out my long lost diary from dress.
Then silently folded love page to impress !
मेरे दुख की दवा भी रखता है
ख़ुद को मुझ से जुदा भी रखता है
विशाल खुल्लर
He has got the cure of my pain.
But from me maintains restrain.
भुला भी दे उसे जो बात हो गई प्यारे
नये चराग़ जला रात हो गई प्यारे
हबीब जालिब
Make light of what's past my love.
Kindle new lamps, it's night my love
दुनिया ये चाहती है यूँही फ़ासले रहें
दुनिया के मशवरों पे न जा उस गली में चल
World wants that distance should always remain.
Don't follow it's advice, let's go in that lane.
आँसू तमाम शहर की आँखों में हैं मगर
हाकिम बता रहा है कि सब ठीक - ठाक है
There are tears in all city dwellers eyes.
Yet dictator tells all is well under skies.
.
इन हवाओं से मौसम बदलने लगा धूप में प्यार की नर्म चुमकार है
फिर कबूतर के जोड़े के दिल में उठी तिनके चुन-चुन के लाने की फ़ितरी चुभन
बशीर बद्र
Winds have set a change in weather 'n stealthily kissing is now the sun.
In pigeon pair's hearts again, an instinct
to gather straws has begun.
लाम के मानिंद हैं गेसू मिरे घनश्याम के
हैं वही काफ़िर कि जो बंदे नहीं 'इस लाम' के
अज्ञात(शायद चकबस्त)
Curly like letter' Laam' is my Ghanshyam's tress..
They are faithless whom the curls don't impress !
गुज़रे हैं मैकदे से जो तौबा के बाद हम
कुछ दूर आदतन भी क़दम लड़खड़ाए हैं
After promising to abstain, when I passed by the bar.
Just habitually the legs have staggered quite far.
लड़ा कर आँख उस से हम ने दुश्मन कर लिया अपना
निगह को नाज़ को अंदाज़ को अबरू को मिज़्गाँ को
बहादुर शाह ज़फ़र
ग़म-ए-उम्र-ए-मुख़्तसर से अभी बेख़बर हैं कलियाँ
न चमन में फेंक देना किसी फूल को मसल कर
शकील बदायूनी
Buds are yet unaware of the pain of short life span.
Don't crush 'n throw a flower in the garden O vain man!
सुब्अ को शबनम के मोती बाग़ में चोरी गए
फूल किरनों से ये कहते हैं तुम्हारा काम है
बृज नारायण चकबस्त
Dew drops were missing
from the garden in morning.
Flowers firmly claim
lay on sun rays the blame.
हम जुदा हो गए आग़ाज़-ए-सफ़र से पहले
जाने किस सम्त हमें राह-ए-वफ़ा ले जाती
शहरयार
We got separated before journey could start
Who knows, which way, faith could impart?
सारे पत्थर नहीं होते हैं मलामत का निशाँ
वो भी पत्थर है जो मंज़िल का निशाँ देता है
परवेज़ अख़्तर
Not a sign of disgrace is every stone.
Showing way to goal is also a stone
तू ने यूँ देखा है जैसे कभी देखा ही न था
मैं तो दिल में तिरे क़दमों के निशाँ तक देखूँ
अहमद नदीम कासमी
You have viewed this way like never before.
While I see your footprints to my heart core.
उलझ रहे हैं कई लोग मेरी शोहरत से
किसी को यूँ तो कोई मुझ से इख़्तलाफ़ न था
बेकल उत्साही
Some persons are getting perturbed with my fame.
No one showed difference earlier in the game
कभी तो बात करो हमसे दोस्तों की तरह
फिर इख़्तलाफ़ के पहलू निकालते रहना
क़तील शफ़ाई
Talk with me like a friend sometime.
Then, discord may be shown anytime.
पीर-ए-मुग़ाँ से हम को कोई दुश्मनी नहीं
थोड़ा सा इख़्तलाफ़ है मर्द-ए-ख़ुदा के साथ
अब्दुल हमीद अदम
I bear no enmity with the keeper of tavern.
A little difference exists with Lord of concern
सियासत किस हुनरमंदी से सच्चाई छुपाती है
कि जैसे सिसकियों के ज़ख़्म शहनाई छुपाती है
Politics conceals truth in such a crafty, tasty way.
As clarinet obscures sob wounds on teary, misty day.
जिस तरह वापस कोई ले जाय अपनी चिट्ठियाँ
जाने वाला इस तरह से कर गया तन्हा मुझे
As someone takes her letters back.
She left me alone with this setback.
तुम ने देखा है किसी मन्दिर में मीरा को कभी
एक दिन उसने ख़ुदा से इस तरह माँगा मुझे
Have you ever seen Meera in a temple.
From God, she asked for me with knack.
मैं फ़रिश्तों की सोहबत के क़ाबिल नहीं
हमसफ़र कोई होता गुनहगार सा
The company of angels ! I am not worth.
A sinful companion would be well worth.
बात क्या है कि मशहूर लोगों के घर
मौत का सोग लगता है त्योहार सा
Why is it, in homes of people with fame?
Even gloom of death has festive worth.
ऐसा लगता है हर इम्तिहाँ के लिये
ज़िंदगी को हमारा पता याद है
It appears that for each test stand.
Life recalls our address off hand .
तू भी ख़्वाबों में मिली मैं भी धुँधलके में तुझे
ज़िंदगी देख कभी ग़ौर से चेहरा मेरा
बशीर बद्र
We met in fog and mist interface
O life! Have a closer look at my face.
लिपट भी जा न रुक 'अकबर' ग़ज़ब की ब्यूटी है
नहीं नहीं पे न जा ये हया की ड्यूटी है
अकबर इलाहाबादी
Don't stop O Akbar! Embrace, what a beauty!
Don't bother about her no, it is just a shy duty.
ग़ज़ब किया तिरे वअ'दे पे ए'तिबार किया
तमाम रात क़यामत का इंतिज़ार किया
दाग़ देहलवी
A belief in your promise was an outrage.
I waited whole night like doomsday age.
ये हाल मिरा मेरी मोहब्बत का सिला है
जो अपने ही दामन से बुझा हो वो दिया हूँ
ताबिश सिद्दीक़ी
My love is the cause of my present state.
I am a lamp put out by own hem O mate!
तू मुझे बनते बिगड़ते हुए अब ग़ौर से देख
वक़्त कल चाक पे रहने दे न रहने दे मुझे
ख़ुर्शीद रिज़्वी
You watch me being formed as well as deformed now.
Tomorrow I may not be on the turning
wheel somehow.
सावन के बादलों की तरह से भरे हुए
ये वह नयन हैं जिन से कि जंगल हरे हुए
सौदा
Filled like dark rain clouds were seen.
These eyes poured, turned jungles green.
बदनाम होंगे, जाने भी दो इम्तिहान को
रक्खेगा कौन तुम से अज़ीज़ अपनी जान को
मीर तक़ी मीर
You 'll get a bad name just bypass the game.
Just dearer than you,, who' ll his life claim?
जब नाम तिरा लीजिए तब चश्म भर आवे
इस ज़िंदगी करने को कहाँ से जिगर आवे
मीर तक़ी मीर
Whenever your name is taken, with tears
my eyes get filled.
For this life to pass, wherefrom to have courage instilled.
वे बन्द-ए-क़बा खुले थे शायद
सद चाक गुलों का पैरहन है
मीर तक़ी मीर
Open were perhaps bands of her dress.
Torn at a hundred sites, is floral dress.
थे चाक गिरेबान गुलिसाताँ में गुलों के
आया था मगर खोले हुए बन्द-ए-क़बा तू
मीर तक़ी मीर
In garden, is tattered each flower's dress.
While you came with open bands of dress.
सुब्अ होती है शाम होती है
उम्र यूँ ही तमाम होती है
मीर तक़ी मीर
Morning comes'n the evening goes.
In this way, my life also goes.
तेज़ रखियो सर-ए-हर ख़ार को ऐ दश्त-ए-जुनूँ
शायद आ जाए कोई आबला-पाई मेरे बाद
मीर तक़ी मीर
Keep sharpened every thorn of the desert
in lunacy.
With blistered feet, may be, after me, one crosses thee.
मेरी गोर पे जो आना तो रक़ीब को न लाना
मेरी जाँ ! मुसलमाँ मुर्दे जलाया नहीं करते
(पहला मिसरा मेरा है दूजे का पता नही)
In case you visit my grave,
don't bring rival O naive!
My love! Don't play this game
putting Muslim dead to flame.
रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई
तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई
कैफ़ी आज़मी
None comes to world for all time stay.
But none leaves it in your unique way.
ये बात तर्क-ए-तअल्लुक़ के बाद हम समझे
किसी से तर्क-ए-तअल्लुक़ भी इक तअल्लुक़ है
अज्ञात
I learnt it only after losing contact.
Losing contact is a way of contact.
ज़ोर से साँस जो लेता हूँ तोअक्सर शब-ए-ग़म
दिल की आवाज़ अजब दर्द भरी आती है
बशीरुद्दीन अहमद देहलवी
Often in painful nights, breathing deep.
Heart sound is strange grievous bleep.
रात थी जब तुम्हारा शहर आया
फिर भी खिड़की तो मैंने खोल ही ली
शारिक़ कैफ़ी
When your city was there, it was night.
I opened the window to look at the site.
कभी पाओं में पड़ते हैं
कभी दामन पकड़ते हैं
कोई मेहमाननवाज़ी सीख ले
ख़ार-ए बयाबाँ से
They fall on your feet and cling to your dresses.
Worth learning from thorns, their hospitality impresses
दामन-ए-यार से
जा लिपटे हमारे आँसू
गिर के इस तरह
सम्भलते हैं सम्भलने वाले
My tears clung to darling's hem on fall.
That's how the fallen rise after fall.
वो लोग जिन्होंने ख़ूँ देकर
इस बाग़ को ज़ीनत बख़्शी है
दो चार से दुनिया वाकिफ़ है
गुमनाम न जाने कितने हैं
Who who bestowed blood to honour the garden, this land.
The world knows very few, most are out of recognition band
जाम-ए-मय तौबा-शिकन
तौबा मिरी जाम-शिकन
सामने ढेर है
टूटे हुए पैमानों का
Wine cup breaks promise, promise shatters wine cups.
Confronting me is a heap of shattered wine cups
हमारा दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाए
चरागों की तरह आँखें जलें जब शाम हो जाए
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाए
कल न हो ये कि मकीनों को तरस जाए ये घर
दिल के आसेब का हर एक से चर्चा न करो
जैसे वर्क़-ए-गुल पर अंगारा कोई रख दे
यूँ दस्त-ए-हिनाई पर आँसू अभी टपका है
As an ember is placed on floral sphere.
On hennaed hands, has dropped a tear
दिल की बस्ती भी शहर-ए-दिल्ली है
जो भी गुज़रा है उस ने लूटा है
City of Delhi and my heart are just the same.
Whoever has traversed, looted in the game.
उड़ते उड़ते आस का पंछी दूर उफ़क़ में डूब गया
रोते-रोते बैठ गई आवाज़ किसी सौदाई की
क़तील शफ़ाई
Bird of hope kept flying, in horizon, got lost.
While crying for long, fanatic ''s voice got lost
कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं
जा मैकदे से मेरी जवानी उठा के ला
It's said lost youth never comes back.
God to the tavern and get my youth pack
एक गुस्ताख़ी करूँगा वो भी मर जाने के बाद
यार तुम पैदल चलोगे मैं जनाज़े पर सवार
जाती हुई मय्यत देख तो ली पर देख के भी तुम आ न सके
दो चार क़दम तो दुश्मन भी तकलीफ़ गवारा करते हैं
You watched corpse rally but joined it not.
Even enemies take a few steps in such spot.
मेरे ख़ुदा मुझे थोड़ी सी ज़िंदगी दे दे
उदास मेरे जनाज़े से जा रहा है कोई
Allot me O Lord ! A little life for a while.
One is leaving my carcus sad, 'd smile.
मेरी लाश के सिराहने वो खड़े ये कह रहे हैँ
इसे नींद यूँ न आती अगर इंतज़ार होता
Standing by my body, she is saying in disdain.
He wouldn't sleep well, having waited in vain.
तेरे वादे पर मितमगर अभी और सब्र करते
अगर अपनी ज़िन्दगी का हमें एतबार होता
O torturer! I could wait longer on your hope.
If I had known , that for it my life would cope
ग़ैर ने तुम को जाँ कहा समझे भी तुम कि क्या कहा
यानी कि बे-वफ़ा कहा जान का एतबार क्या
To my rival you labelled life, do you know what you have said?
You have called him disloyal, can life ever
be believed as said.
ग़ज़ब किया तेरे वादे पे ए'तिबार किया
तमाम रात क़यामत का इंतजार किया
It was too much to believe in what you said. The night was spent for doom' 's morn' instead
बाद-ए-मुर्दन कुछ नहीं यह फ़लसफ़ा मरदूद है
देखिए इंसान को मुर्दा है और मौजूद है
There's nothing after death, this theory is a lie
Look at men, they are there, even when they die
उन की याद आई है साँसों ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है
Move slow O breaths, her memory
is on move.
Even heart throbs disrupt prayers in
the groove.
चूम लेती हैं कभी लब कभी आरिज़-ए-गुल
तूने ज़ुल्फ़ों को बड़ा सर पे चढ़ा रक्खा है
Flowery cheeks it kisses,
then lips it kisses.
Heady is your tress,
so haughty to impress.
यार-आशना नहीं कोई टकराएँ कि से जाम
किस बे-वफ़ा की याद में ख़ाली सुबू करें
Neither love nor chums, with whom to tinkle cup.
For which infidel dame, should I gulp the wine cup.
मै से ग़रज़ निशात है किस रू-सियाह को
इक गूना बे-ख़ुदी मुझे दिन - रात चाहिए
आया ही था ख़याल कि आँखें छलक पड़ीं
आँसू किसी की याद के कितने क़रीब हैं
A thought came, eyes oozed out tears.
How near with her memory are tears?
दिल टूटने से थोड़ी सी तकलीफ़ तो हुई
लेकिन तमाम उम्र का आराम हो गया
It caused discomfort when the heart broke.
But a lifetime relief was there in a stroke.
दिल में किसी के राह किए जा रहा हूँ मैं
कितना हसीं गुनाह किए जा रहा हूँ मैं
I am making inroad in someone ''s heart.
What a beautiful sin it is , on my part?
ज़ाहिद शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर
या वो जगह बता दे जहाँ पर ख़ुदा न हो
Let me drink inside mosque O priest!
Or tell me where he isn't there at least.
मस्जिद दिखा हिला के दुआ में जो अस्र है
दो घूँट पी वगर्ना औ' मस्जिद को हिलता देख
If there is power in prayers, make the
mosque shake.
Or take a few sips and then watch the mosque shake.
जब वो मेरे क़रीब से हँस कर गुज़र गए
कुछ ख़ास दोस्तों के भी चेहरे उतर गए
When she passed by me and whisked a smile.
Even some close friends didn't bear for a while.
किसी को क्या हो दिलों की शिकस्तगी की ख़बर
कि टूटने में ये शीशे सदा नहीं करते
Who can keep account of breaking heart?
No sound emits as these glasses fall apart
चाह नहीं मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ
चाह नहीं मैं चढूँ देव के शीश भाग्य पर इठलाऊँ
मुझे तोड़ लेना वनमाली औ' उस पथ पर देना फेंक
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जाएँ वीर अनेक
माखन लाल चतुर्वेदी
To decorate mane of a beautiful dame is not my desire.
Or adorn god's heads and turn heads With envy 'n fire.
O gardener of jungle, just don't bungle, pluck me and throw.
With heads on hand to sacrifice for motherland, soldiers' d go.
तुम्हारे हुस्न की बस और क्या करूँ तारीफ़
नहीं कोई भी शै ऐसी, कहूँ मैं तुझ जैसी
रवि मौन
How can I appreciate you, your beauty.
There's nothing to compare with you cutie.