Monday 19 September 2022

QAMAR JALAALI.. GHAZAL..

हुस्न कब इश्क़ का ममनून-ए-वफ़ा होता है 
लाख परवाना मरे शम्अ पे क्या होता है 

When is beauty grateful for constancy in love fame? 
Many moths may be dying, candle keeps it's  flame. 

शग़्ल-ए-सय्याद यही सुब्ह- ओ- मसा होता है
क़ैद होता है कोई कोई रिहा होता है। 

Hobby of captor, morning evening is the same. 
While someone is released, another becomes game

जब पता चलता है ख़ुशबू की वफ़ादारी का 
फूल जिस वक़्त गुलिस्ताँ से जुदा होता है 

The l>oyalty of fragrance is known at that tlme. 
Whenk flower is detached from garden all the same. 

ज़ब्त करता हूँ तो घुटता है क़फ़स में मिरा दम control..

आह करता हूँ तो सय्याद ख़फ़ा होता है 

ख़ून होता है सहर तक मिरे अरमानों का 

शाम-ए-वादा जो वो पाबंद-ए-हिना होता है bound by henna

चाँदनी देख के याद आते हैं क्या क्या वो मुझे 

चाँद जब शब को 'क़मर' जल्वा-नुमा होता है show of splendour 


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