Sunday, 31 January 2021

AZAM AMROHVI.. GHAZAL.. MEIN BHI INSAAN HUUN MERA JAZBAYE IISAAR NA KHENCH..

मैं भी इंसाँ हूँ मेरा जज़्ब ए ईसार ना खेंच।
डूबने वाले मेरे हाथ से पतवार ना खेंच। 

I am human, to my giving power, don't latch.
O drowned! From me rudder don't snatch.

तेरा दुश्मन है तेरी ज़ात के अंदर मौजूद। 
ग़ैर को अपना बना ग़ैर पे तलवार ना खेंच। 

Your enemy is present within yourself. 
Own rival, on him a sword don't attach. 

तेरे दीदार से मानूस नहीं हैं आँखें। 
मेरी आँखों से अभी हसरते दीदार ना खेंच

My eyes aren't yet used to your view. 
From my eyes, desire to see, don't detach.

धूप मीरास है तेरी ना हवा तेरी हे। 
अपने हमसाये से ऊँची कोई दीवार ना खेंच। 

Neither you have inherited sun nor wind. 
From neighbor let not your wall over match. 

अस्मे आज़म ने छुपाया है तुझे़ नामो नमूद। 
मुझ को ऐ पर्दानशीं बर-सर-ए-बाज़ार ना
खेंच। 

Azam's pride has kept you concealed. 
Veiled one! In mart, with me don't match. 

Tuesday, 26 January 2021

ANWAR SHAUUR.. GHAZAL.. FARISHTON SE BHI ACHCHHA MAIN BURA HONE SE.....

 फरिश्तों से भी अच्छा मैं बुरा होने से पहले था।
वो मुझ से इंतिहाई ख़ुश ख़फ़ा होने से पहले था। 

I was better than the angels, 
prior to be bad, at start.
He was very pleased with me, before anger was on chart. 

किया करते थे बातें ज़िन्दगी भर साथ देने की। 
मगर ये हौसला हम में जुदा होने से पहले था। 

We used to talk about being together life long. 
But that courage was there, before we were to part.

हक़ीक़त से ख़याल अच्छा है बेदारी से ख़्वाब अच्छा। 
तसव्वुर में वो कैसा सामना होने से पहले था। 

Thought is better than truth, dream better than the real. 
How was she in thoughts before confronting sweetheart 

किसी बिछड़े हुए का लौट आना ग़ैर मुमकिन है। 
मुझे भी ये गुमाँ इक तजुर्बा होने से पहले था। 

I too had thought so before an experience. 
That it's impossible to be back, after you depart. 

'शुअर' इससे हमें क्या इन्तिहा के बाद क्या होगा। 
बहुत होगा तो वो जो इब्तिदा होने से पहले था। 

 'Shuoor' what to me, what'll happen after end. 
To utmost it 'll be, what was before the start. 
 । 

Monday, 25 January 2021

ANWAR SHAUUR.. GHAZAL.. HAVAS BALAA KI MOHABBAT HAMEN BALAA KI HAI..

हवस बला की मोहब्बत हमें बला की है।
कभी बुतों की ख़ुशामद कभी ख़ुदा की है

I have lots of lust 'n love to reveal.
At times, it's to God and idols to appeal.

तुम्हारा चेहरा-ए-पुरनूर देखता हूँ मैं।
यक़ीन ही नहीं आता कि जिस्म ख़ाकी है

While looking at your glorious face, I feel. 
It's hard to believe, in dust you' ll conceal.

किसी को चाहने वाले यही तो करते हैं। 
बड़ा कमाल किया है अगर वफ़ा की है। 

Those who love, have this much to do. 
If you keep faith, it is a great deal. 

तमाम रात पड़ी थी गुज़ारने के लिए।
चुनाँचे ख़त्म सुराही ज़रा-ज़रा की है।

Whole night was there to pass with glass.
So the goblet I consumed piece meal. 

ज़रा-सी देरको आए थे शैख़ इधर लेकिन।
यहीं जनाब ने मग़रिब यहीं इशा की है।

For a short while, came priest this way.
For eve', morn ' prayers, he was here to kneel. 

JAVED AKHTAR.. GHAZAL.. DARD APNAATAA HAI PARAAYE KAUN...

दर्द अपनाता है पराए कौन।
कौन सुनता है और सुनाए कौन। 

Who takes other's pain, for respite.
Who will listen 'n who' ll recite.

कौन सुनता है फिर वही बातें।
ग़म अभी सोया है जगाए कौन। 

Who'll listen to same old tales.
Grief is asleep, who'll excite.

अब सुकूँ है तो भूलने में है। 
लेकिन उस शख़्स को भुलाए कौन।

Solace is when you forget. 
But who can get his respite. 

वो जो अपने हैं क्या वो अपने हैं। 
कौन दुख झेले आज़माए कौन।

 Are ours, really our very own.
Who'll suffer'n test, what's right.

आज फिर दिल है कुछ उदास उदास। 
देखिए आज याद आए कौन। 

Today the heart is touched by grief. 
Who walks down memory lane, tonight. 


Sunday, 24 January 2021

23......couplets of various poets.

भटकता फिर रहा था ग़म, लिपट कर मुझसे ये बोला।
कहाँ जाऊँ, तुम्हीं को शहर भर में जानता हूँ मैं।......... नदीम शाद.... 

Grief was wandering, embraced me 'n gave the clue.
Where to go, in this city I know none other than you. 

नज़र झुक रही है ख़ामोशी है लब पर। 
हया है अदा है कि अनबन है क्या है
.... कौसर मज़हरी......

Drooping are eyes, lips silent, tame.
What is it, quarrel, style or shame?

ये ज़िन्दगी भी अजब कारोबार है कि मुझे। 
ख़ुशी है पाने की कोई न रंज खोने का। 
       जावेद अख्तर 

Strange is business of life that when I choose. 
Neither there is pleasure to get, nor grief to lose. 

दर्द के फूल भी खिलते हैं बिखर जाते हैं। 
ज़ख़्म कैसे भी हों कुछ रोज़ में भर जाते हैं।

Flowers of pain bloom 'n scatter with time.
All types of wounds get healed with time.

ये चार दिन के तमाशे हैं आह दुनिया के। 
रहा जहाँ में सिकंदर न और न जम बाक़ी
    भारतेंदु हरिश्चंद्र 

It's nothing but world on show of four days.
Neither Alexander nor Jamshed crossed scenes in the plays. 

किसी करवट नहीं चैन आता है उश्शाक़ को तेरे। 
तड़पते हैं फ़ुगाँ करते हैं और करवट बदलते हैं।  भारतेंदु हरिश्चंद्र 

Your lovers aren't at peace any way, fail.
They flutter, turn sides and then wail.

ग़ाफ़िल इतना हुस्न पे ग़र्रा ध्यान किधर है तौबा कर। 
आख़िर इक दिन सूरत ये भी मिट्टी में मिल जाएगी।

Why be proud of beauty, feel repentant 'n hurt.
Finally this face too will get mixed with dirt. 

छानी कहाँ न ख़ाक न पाया कहीं तुझे
मिट्टी मिरी ख़राब अबस दर-ब-दर हुई
          भारतेंदु हरिश्चंद्र

I combed all dust but didn't find you to say. 
For nothing, my soil was littered every way. 

रुख़-ए-रोशन पे उस के गेसू-ए-शब यूँ लटकते हैं। 
क़यामत है मुसाफ़िर रास्ता दिन को भटकते हैं। ... भारतेंदु हरिश्चंद्र... 

From shiny face the night tresses hang down scale. 
It's so tragic that travellers, at day lose trail. 


वो हमसफ़र था मगर उस से हमनवाई न थी। 
कि धूप छाँव का आलम रहा जुदाई न थी। ....... नसीर तुराबी.....

Not like minded but together, journey we made.
It wasn't departure, just sun and shade. 

ज़िन्दगी के सारे मौसम आ के रुख़सत हो गए। 
मेरी आँखों में कहीं बरसात बाक़ी रह गई।... अज़ीज़बानो दारान वफ़ा... 

All weathers of life left without complain. 
Only my eyes just continued to rain. 

 उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद। 
कट रही है ज़िन्दगी आराम से। 
..... मशहर इनायती..... 

Her grief, thoughts 'n memories lace. 
Life is going at a peaceful pace. 

ये इल्म का सौदा ये रिसाले ये किताबें। इक शख़्स की यादों को भुलाने के लिए हैं।.... जाँ निसार अख़्तर.... 

These books, periodicals, knowledge scan. 
Are meant to forget memories of a man. 

तुम से छुट कर भी तुम्हें भूलना आसान न था। 
तुम को ही याद किया तुम को भुलाने के लिए।.... निदा फ़ाज़ली..... 

After parting with you, it wasn't easy to forget. 
I had to remember you in an attempt to forget. 

तुम्हारी याद में जीने की आरज़ू है अभी।
कुछ अपना हाल संभालूँ अगर इजाज़त हो ।... जान एलिया... 

In your memory there 's a desire to live now. 
Let me get a bit settled, if you so allow. 

ये माना शीशा-एश-दिल रौनक़-ए-बाज़ार - ए-उल्फ़त है। 
मगर जब टूट जाता है तो क़ीमत और होती है।...... विमिक़ जौनपुरी

I know that glass heart is showpiece of love mart. 
But when it breaks, cost is different for each part. 

शीशा-ए-दिल को यूँ न उठाओ। 
देखो हाथ से छूटा होता ! 

Don't lift glass heart this way in hand. 
Just look it could have slipped from hand. 

क्या ख़बर है न मिले फिर कोई शीशा ऐसा। 
ख़ुद को छूता हुआ डरता हूँ शिकस्ता ऐसा। 

May be I won't get such a glass at any cost. 
I am afraid of touching the self, am so lost. 

वो मेरे शीशा-ए-दिल पर ख़राश छोड़ गया। 
दयार - ए-रूह में इक इर्तिआश छोड़ गया।..... हीरानंद सोज़.... 

He has left a scratch on the glasshouse of my heart. 
He left trembling the stretch of soul in each part. 

मैं शीशा क्यूँ न बना आदमी बना क्यूँ कर। 
मुझे तो उम्र लगी टूट फूट जाने में। 
......... नाज़ क़ादरी...... 

Why wasn't I a glass to be man with a goal. 
It took me a lifetime to be broken as a whole. 

ज़ाहिरन मौत है क़ज़ा है इश्क़। 
पर हक़ीक़त में जाँफ़ज़ा है इश्क़। 
...... अब्दुल ग़फ़ूर नस्साख़...... 

Apparently love is nothing but death. 
But really love gives life in breath. 

मुझ को ये आरज़ू वो उठाएँ नक़ाब ख़ुद ।
उनको ये इंतज़ार तकाज़ा करे कोई ।
    .... मजाज़.... 

I had the desire that she should unveil her face. 
While she wanted me to have the asking grace. 

जो कहा मैंने कि प्यार आता है मुझ को तुम पर। 
हँस के कहने लगे और आप को आता क्या है?... अकबर इलाहाबादी... 

When I told that I love her from head to toe. 
She smiled and said, what else do you know? 





Tuesday, 19 January 2021

AZAM AMROHVI.. GHAZAL.. DIL KE HAR RAZ KO KARTI...

दिल के हर राज़ को करती हैं उजागर आँखें।
 जो ज़बाँ कह न सके कहती हैं अक्सर आँखें।

All secrets of heart are laid bold by eyes. 
What tongue can not tell is often told by eyes. 

वुसअत-ए-दश्त-वफ़ा तंगी-ए-दामान-ए-जुनूँ। 
देखती हैं दिले नाकाम का मंज़र आँखें ।

Large is canvas of faith, short frenzy hem. 
The glimpse of failed heart is on hold by eyes. 

हसरत दीद न रह जाए कहीं आँखों में। 
बस इसी ग़म में हुई जाती हैं पत्थर आँखें। 

Lest desire to see her should remain in eyes. 
This sorrow's turned stone cold by eyes.

देखिए कैसा निभाया है वफ़ा का रिश्ता। छोड़ आया हूँ उसी राहगुज़र पर आँखें। 

Look at the way I have dealt with faith. 
Oh that route is kept on hold by eyes. 

सर्द होने लगा तज़दीद वफ़ा का जज़्बा। 
क्यों नहीं बोलती मुझ से वो सितमगर आँखें?

Why don't these troubling eyes converse.?
Restoration of faith has grown cold by eyes. 

शे'र आज़म के हैं और हुस्न - ए-तग़ज़्ज़ुल उनका।
गुनगुनाते हैं जो पर्दे में छुपा कर आँखें।

In' Azam' 's couplets, lyrical beauty is her's.
She hums with view on veilhold by eyes. 

Saturday, 16 January 2021

गीत गोविंद के स्मरण में

है यह प्रेम प्रसंग जहाँ पर संग हैं जसुदासुत बृषभानलली।
कहते जयदेव न कोई दुरेव हरे सब क्लेश ये बिरदावली। 

है ये गीत गोविंद यहाँ ब्रजवृंद फिरें ब्रजभूमि मेंआनंद जी के। 
इतना संगीत भरा है मीत कि नृत्य करें खजुराहो में नीके।

ब्रज की रज में ही है प्रेम पगा झरता निर्झर सा सूर पद में।
कविता कीजे तो शरण लीजे इस भूमि की आनंद के मद में। 

हैं ये प्रेम के छंद इन्हें गोविंद व राधा बाँटें आधा आधा। 
करें जो गान सुनें जो कान मिटें भव त्रास  हरें हर बाधा। 

Monday, 11 January 2021

.97COUPLETS OF MANY POETS.

सहरा को बहुत नाज़ है वीरानी पे अपनी।
वाक़िफ़ नहीं शायद मेरे उजड़े हुए घर से।
....... ख़ुमार बाराबंक्वी....

Sahara is proud of it's desert genome. 
Probably, isn't aware of my ruined home.

तबाह कर गई पक्के मकान की ख़्वाहिश। मैं अपने गाँव के कच्चे मकान से भी गया।
......... शाहिद कबीर......

Got ruined by desire of stone polychrome. 
I lost hold on my thatched village home.

दुनिया है सम्भल के दिल लगाना। 
याँ लोग अजब अजब मिलेंगे। 
...... मीर हसन.....

It's world, with care, enrol on love sheet.
Here, many strange people, you will meet.

आग बहते हुए पानी में लगाने आई। 
तेरे ख़त आज मैं दरिया में बहाने आई। 

It 'll boil water, turn it in to steam.
Today, I' ll let go your letters in stream.

आते आते मिरा नाम सा रह गया। 
उस के होठों पे कुछ काँपता रह गया। 
........ वसीम बरेलवी..... 

Something kept trembling on her lips. 
Once again my name, gave her the slips.

आख़िरी हिचकी तिरे ज़ानू पे आए। 
मौत भी मैं शायराना चाहता हूँ।
....... क़तील शफ़ाई ......

Let last hiccup be on your lap. 
Poetic needs be my death snap

उसको जुदा हुए तो ज़माना बहुत हुआ।
अब क्या कहें ये क़िस्सा पुराना बहुत हुआ
...... अहमद फ़राज़.......

We split long ago, memories are frail. 
What to say, it's an age old tale. 

ये इश्क़ नहीं आसाँ बस इतना समझ लीजे। 
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है।....... जिगर मुरादाबादी...... 

Love isn't easy, understand it as gross. 
Stream is on fire,under water you cross. 

फ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभी सोचा न था। सामने बैठा था मेरे और वो मेरा न था। 
...... अदीम हाशमी...... 

Distances could be such, I could never opine. 
Sitting in front of me, he still was not mine. 

वो तो ख़ुशबू है हवाओं में बिखर जाएगा। 
मसअला फूल का है फूल  किधर जाएगा।
....... परवीन शाकिर..... 

He is fragrance, spill in wind and flow. 
Problem is of flower, where 'll that go? 

अब जुदाई के सफ़र को मेरे आसान करो। तुम मुझे ख़्वाब में आकर न परेशान करो।
....... मुनव्वर राना..... 

Let journey of split be playful  as stream. 
You do not torture by visiting  in dream. 

मैं कि काग़ज़ की एक कश्ती हूँ। 
पहली बारिश ही आख़िरी है मुझे। 
....... तहज़ीब हाफ़ी..... 

I am simply a paper boat. 
First rain 'll be last to quote. 

हिज्र को हौसला और वस्ल को फुर्सत दरकार। 
इक मोहब्बत के लिए एक जवानी कम है।.... अब्बास ताबिश.... 

Need courage for departure and time to meet. 
One youth isn't enough for one love feat. 

ये पीते ही पीते पिए जाएँगे। 
अरे बेवफ़ा अश्क हैं सम नहीं। 

These will be lipped only sip by sip. 
These are tears, neither venom nor nip. 

अपनी मिट्टी पे ही चलने का सलीक़ा सीखो। 
संगमरमर पे चलोगे तो फिसल जाओगे। 
..... इक़बाल अज़ीम.... 

To walk on your soil, learn every tip. 
If you walk on marble, you will slip. 

हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी। 
हमारे दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त आया। 

There is some work for my friends sublime. 
For friends to be faithless, now is the time. 

ज़ब्त गिरिया तो है पर दिल पे जो इक चोट सी है। 
क़तरे आँसू के टपक पड़ते हैं दो चार हनोज़।....... नासिख़..... 

I control cries but hurt of heart will. 
A few drops of tears drop down still. 

एक लड़का शहर की रौनक़ में सब कुछ भूल जाए। 
एक बुढ़िया रोज़ चौखट पर दिया रौशन करे ।... इरफ़ान सिद्दीक़ी... 

A boy forgets everything in gaiety of the city, it's sway. 
An old lady kindles lamp on the doorstep every day. 

हमसे अगर मिलो तो ज़रा बा - अदब मिलो। 
ये इश्क़ भी हमारा रियासत से कम नहीं। 

Maintain dignity when you meet me O mate. 
My love is no way lesser than any estate. 

मेरी रुस्वाई के अस्बाब हैं मेरे अंदर। 
आदमी हूँ सो बहुत ख़्वाब हैं मेरे अंदर। 
....... अस'अद बदायूनी...... 

There are many motives of infamy within me. 
I am a man who is always dreamy within me. 

तमाम उम्र मिरा मुझसे इख़्तिलाफ़ रहा। 
गिला न कर जो कभी तेरा हम-नवा न हुआ।...... लुत्फ़ुर्रहमान..... 

I kept a distance with myself for life as a whole. 
Don't blame if I couldn't be your friend, your soul. 

मुझको तो ख़ैर ख़ाना-बदोशी ही रास थी। 
तेरे लिए मकान बनाना पड़ा मुझे। 
....... सिदरा सहर इमरान....... 

To be a gypsy was just suitable for me. 
It's for you that a house was built by me. 

नश्शा तो मौत है ग़म-ए-हस्ती की धूप में। 
बिखरा के ज़ुल्फ़ साथ चलो मैं नशे में हूँ। 

Intoxication is death in sun of sorrows of life to guide. 
Walk along with, spreading tress for my pride to hide. 

घर से कुछ ख़्वाबों से मिलने के लिए निकले थे हम। 
क्या ख़बर थी ज़िन्दगी से सामना हो जाएगा।.... अहमद मुश्ताक...... 

I got out of home for a sream-hunt. 
Not knowing that life 'll come in front. 

ख़ुद चिराग़ बन के जल वक़्त के अंधेरे में। भीक के उजालों से रौशनी नहीं होती। 
........ हस्तीमल हस्ती....... 

Burn like a lamp in the darkness of time. 
With begged glow there is no light sublime. 

तू इतनी दिल-ज़दा तो न थी ऐ शब-ए-फ़िराक़। 
आ तेरे रास्ते में सितारे लुटाएँ हम। 
......... अहमद फ़राज़....... 

You were not so hurt at heart O separation night. 
Come, on your path, let me shower stars bright. 

हाथ रख कर जो वो पूछे दिल-ए-बेताब का हाल। 
हो भी आराम तो कह दूँ मुझे आराम नहीं।....... दाग़ देहलवी........ 

Placing hand if she asks about my impatient heart. 
Even if well, will report discomfort from start. 

दर्द उठता है जिगर में किसी तूफ़ाँ की तरह। 
तब तेरी यादों के दामन का किनारा है बहुत।... . एलिजाबेथ कूरियन मोना....

When pain of heart spreads as tempest in entire. 
It's enough to tug at  hem of your memorial empire. 

नफ़स नफ़स पे यहाँ रहमतों की बारिश है। 
है बदनसीब जिसे ज़िन्दगी न रास आई। 
........ पयाम फ़तहपुरी...... 

There is a shower of blessings on every breath. 
Unfortunate is he who likes not life but death. 

समझा लिया फ़रेब से मुझको तो आप ने। दिल से तो पूछ लीजिए क्यों बेक़रार है। 
.....  लाला माधव राम जौहर..... 

You made me agree by trick, deceit, art. 
Why is it restless, just ask your own heart. 

मेरे लिए जीने का सहारा है अभी तक। 
वो अहद-ए-तमन्ना जो तुम्हें याद न होगा। 
..... हबीब अहमद सिद्दीक़ी.... 

For me it is a support of life line even now. 
That promise of desire which you forgot somehow. 

गुज़ारी देखने में उसके सारी ज़िन्दगी मैंने 
मगर ये शौक़ है देखा नहीं गोया कभी मैंने।...... नातिक़ लखनवी....... 

I passed all my life just to have her look. 
Still  the desire, as if I never had her look. 

मैं शौक़े दीद में क्या जाने कितनी दूर आया। 
खुली जो आँख तो देखा क़रीब तूर आया। 
To look at, I know not, how far I came. 
My eyes just opened when near Toor I came. 

ये किस को देख कर देखा है मैंने बज़्मे हस्ती को। 
कि जो शय है ख़ुदाई में हसीं मालूम होती है।...... अख़्तर शीरानी...... 

Before looking at this world, whom did I see. 
Everything looks beautiful, as far as I see. 
 

पहले सौ बार इधर उधर देखा। 
फिर तुझे डर के इक नज़र देखा।
....... मीर मोहम्मद असर...... 

A hundred times did I look this way or that. 
Then fearfully, It was you I looked at. 

सुन  के तेरा नाम आँखें खोल देता था कोई। 
आज तेरा नाम लेकर कोई ग़ाफ़िल हो गया।........ फ़ानी....... 

He used to open eyes just listening to your name. 
Today he got unconscious just taking your name. 

अगर मरते हुए लब पर न तेरा नाम आएगा। 
तो मैं मरने से बाज़ आया मेरे किस काम आएगा।........ शाद अज़ीमाबादी... 

While dying if on my lips, there won't be your name. 
Then why should I die, of what good it became. 

कहियो सबा सलाम हमारा बहार से। 
हम तो चमन को छोड़ के सूए क़फ़स चले। 

O breeze just convey my salute to spring season. 
I am leaving the garden and moving into prison. 

परेशाँ कर दे मिरी बेक़रार बाहों पर।
कि बारे ज़ुल्फ़ से थक जाएँगे तेरे शाने ।

 Spread these over my arms which are   restless. 
Or your shoulders will ache with weight of your tress

वो जब मिला तो दिल में कोई तलब ही न थी। 
बिछड़ गया तो हमारी ज़रूरतें थी बहुत। 
...... नासिर ज़ैदी...... 

When he met, in heart there was no need. 
On separation were lot of wants indeed. 

अब तो इतनी भी मयस्सर नहीं मयखने
 में।
जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में। 
........ दिलावर राही..... 


In the tavern you don't get even that much. 
Which I used to leave in the cup as such. 

अपने होने का कुछ अहसास न होने से हुआ। 
ख़ुद से मिलना मिरा इक शख़्स के खोने से हुआ।.... मुसव्विर सब्ज़वारी.... 

The feeling of my being was on missing myself. 
It was only when he parted that I met mtself. 

मुद्दतें हो गई हिसाब किए। 
क्या पता कितने रह गए हैं हम। 
..... विकास शर्मा राज़...... 

It is long since I counted it out. 
Not sure, how much is left out. 

माना कि ज़लज़ला था यहाँ कम बहुत ही कम। 
बस्ती में बच गए थे मकाँ कम बहुत ही कम।... पी. पी. श्रीवास्तव..... 

I agree 'quake magnitude was low indeed. 
Very little huts were left for show indeed. 

लिखने को लिख रहे हैं ग़ज़ब की कहानियाँ। 
लिक्खी न जा सकी मगर अपनी ही दास्ताँ।.... इब्न - ए- फ़ी...... 

I am writing stories full of rage. 
My own feelings are still in cage. 

हैं वो सूफ़ी जो कभी नाला-ए-नाकूस सुना। 
वज्द करने लगे हम दिल का अजब हाल हुआ।... वज़ीर अली सबा लखनवी.... 

I am saint, who on listening to conch's lament. 
My heart was in ecstasy to a strange extent. 

एक दर्द-ए-जुदाई का ग़म क्या करे। 
किस मरज़ की दवा है तेरे शहर में? 
........ मज़हरे इमाम...... 

Why feel sad about parting pain. 
What can be treated in your city lane? 

एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है। 
तुम ने देखा नहीं आँखों का समंदर होना। 
....... मुनव्वर राना........ 

One drop of tear  organisational fear. 
You must have seen. 
Eyes have sea been. 

ज़िन्दगी शायद इसी का नाम है। 
दूरियाँ मजबूरियाँ तन्हाई याँ। 
....... कैफ़ भोपाली...... 

Names of life simply include. 
Distance, helplessness, solitude. 

जीवन क्या है चलता फिरता एक खिलौना है। 
दो आँखों में एक से हँसना एक से रोना है।........ निदा फ़ाज़ली...... 

What's life, it's just a moving toy. 
One eye sheds tear, next exudes joy. 

मैं रोना चाहता हूँ ख़ूब रोना चाहता हूँ मैं। 
और उसके बाद गहरी नींद सोना चाहता हूँ मैं।...... फ़रहत अहसास....... 

I want to weep, O weep a lot.
And then get a deep sleep slot. 

मेरे दुःख की दवा भी रखता है। 
ख़ुद से मुझको जुदा भी रखता ह। 
..... विशाल खुल्लर..... 

She knows the cure of my pain. 
Yet from me maintains refrain. 

तिरी ज़मीं से उठेंगे तो आसमाँ होंगे। 
हम ऐसे लोग ज़माने में फिर कहाँ होंगे। 
......... इब्राहिम अश्क...... 

Will rise from your earth, with sky discuss. 
Where will in the world be people like us. 

हमारे हाथ से वो भी निकल गया आख़िर। कि जिस ख़याल में हम मुद्दतों से खोए थे।
........ ग़ज़नफ़र...... 

Finally even that got out of my grip. 
A thought long since on memorial trip. 

उसने आँचल से निकाली मिरी गुम-गश्ता बयाज़ । 
और चुपके से मोहब्बत का वरक़ मोड़ दिया।....... जावेद सबा..... 

My long lost diary, she took out of her dress. 
Then silently folded page of love to impress. 

वाइज़ ओ साक़ी में ज़िद है बादाकश चक्कर में है। 
तौबा लब पर और लब डूबा हुआ साग़र में है।........ अहसन मारहरवी....

A tussle persists in priest 'n barmaid, the drunkard is yet in a fix. 
There is penance on his lips, which are dipped in a drink mix. 

फ़क़ीर ए शहर के तन पर लिबास बाक़ी है। 
अमीर ए शहर के अरमाँ अभी कहाँ निकले?.... साहिर लुधियानवी.... 

Attire on bodies of poor in city exist. 
Desire of the city rich still persist. 

दोस्तों को भी मिले दर्द की दौलत यारब। 
मेरा अपना ही भला हो मुझे मंज़ूर नहीं। 
...... हफ़ीज़ जालंधरी...... 

My friends should also get the wealth of pain. 
O God! Why this bounty should I retain? 

जिसने इस दौर के इंसान किए हों पैदा। 
वो ही मेरा भी ख़ुदा हो मुझे मंज़ूर नहीं। 

One who produced people of this age. 
Well, He can't also my God remain. 

मिट चले मेरी उम्मीदों की तरह हर्फ़ मगर। आज तक तेरे ख़तों से तिरी ख़ुशबू न गई 
....... अख़्तर शीरानी...... 

It's words and my hopes have faded with time. 
Yet your letters retain your smell in its prime. 

ज़िन्दगी की हक़ीक़त आह न पूछ। 
मौत की वादियों में इक आवाज़। 
........ साग़र निज़ामी ......

The truth of love in a breath. 
It's a sound in valley of death. 

रहता है इबादत में हमें जान का खतरा। 
हम यादे ख़ुदा करते हैं कर ले न ख़ुदा याद ।
While in prayer there's always a danger of death. 
When we call God, He may recall, stop breath. 

हिचकियों पर हो रहा है ज़िन्दगी का राग ख़त्म। 
झटके देकर तार तोड़े जा रहे हैं साज़ के। 
...... नातिक़ गुलावटी....

Hiccups are finishing the music of heart
Strings of this instrument are jerked apart. 

आसान नहीं इस दुनिया में ख़्वाबों के सहारे जी लेना। 
संगीन हक़ीक़त है दुनिया ये कोई सुनहरा ख़्वाब नहीं।... साग़र निज़ामी ..... 

It isn't easy in this world to live by dreams alone. 
World isn't a golden dream but a reality in stone. 

उसी लम्हे को शायर यास की तक्मील कहते हैं। 
मोहब्बत जब मिज़ाज ए आशिक़ी पर बार हो जाए।.... साग़र निज़ामी..... 

Poets label that moment as peak of despair. 
When love burdens  mood of lover without care. 

मजबूरियों की मंज़िल ए हद्द ए कमाल को। 
कुछ अख़्त्य'रात दे के बशर कह दिया गया।....... जोश मलीहाबादी..... 

Peak of constraints bundled as only He can. 
With some minor rights was labelled a man. 

मिरी मुफ़लिसी से बचकर कहीं दूर जाने वाले। 
ये सुकूँ न मिल सकेगा तुझे रेशमी कफ़न में। 

Bypassing my poverty and going elsewhere. 
This peace won't be in a silken coffin I dare. 

'फ़ानी' हम तो जीते जी वो मय्यत हैं बे गोर ओ कफ़न। 
ग़ुर्बत जिस को रास न आई और वतन भी छूट गया। 

'Faani' is living dead without coffin 'n grave. 
Didn't like it away, for home did he crave. 

न जाने क्या कहा था डूबने वाले ने लहरों से। 
कि लहरें अब तलक सर मारती फिरती हैं साहिल से। 

What drowning man has said to waves, isn't known anymore. 
Yes, the waves even now bang their heads against the shore. 

जो सख़्त बात सुने दिल तो टूट जाता है। 
इस आईने की नज़ाकत किसी को क्या मालूम। 

Heart breaks by crude words said  by the one. 
Delicacy of this mirror is known to none. 

ज़िंदा में तो मुझको डाल दिया ऐ साहिब ए ज़िंदा तूने मगर। 
परवाज़ जो मेरी रोक सके ऐसी भी कोई दवार उठा। 

O owner of the prison! You put me behind these bars. 
Now raise a wall that can check my flight to the stars. 

मेरी दीवानगी पर हँसने वाले। 
तेरे सीने से आँचल गिर रहा है। 

You laugh at my lunacy in jest. 
Your hem is gliding off the chest. 
हुस्न हो क्या ख़ुदनुमा जब कोई माइल ही न हो। 
शम 'अ को जलने से क्या मतलब जो महफ़िल ही न हो। 

Why should beauty reveal itself if there is no one to praise. 
Why should candle burn itself, if gathering can't see it ablaze. 

मुफ़्त बदनाम है शबे तीरा। 
रोज़ एरौशन में क्या नहीं होता?.. दाग़

For nothing, we blame dark night. 
What's not done in broad daylight. 

चूम लेती हैं कभी लब कभी आरिज़ेगुल 
तूने ज़ुल्फ़ों को बड़ा सर पे चढ़ा रखा है। 

It kisses flowery cheeks, with lips it locks. 
O what an audacity of your hair locks. 

इक ज़ख़्म था जो वक़्त के हाथों से भर गया। 
क्या पूछते हैं आप किसी मेहरबाँ की बात

It was a red wound, with time got pale. 
Don't ask me to tell the benefactor's tale

जी ख़ुश हुआ है मस्जिद ए वीराना देख कर। 
मेरी तरह ख़ुदा का भी ख़ाना ख़राब है। 
.... अदम.... 

It pleases me to see a desolate mosque as I roam. 
State of house of Lord is no different from my home. 

तिरा जमाल है तेरा ख़याल है तू है। 
मुझे ये फ़ुरसत ए काविश कहाँ कि क्या हूँ मैं?..... असगर गौंडवी.... 

You, your beauty, your thoughts are there. 
Who am I, there's no time to care. 

न मिला कोई ग़ारत ए ईमाँ। 
रह गई शर्म पारसाई की।... . हाली.... 

Worth destroying faith, I round none. 
I remained pious, no harm done. 

यारब! तेरी रहमत से मायूस नहीं 'फ़ानी' ।
लेकिन तेरी रहमत की ताख़ीर को क्या कहिये ।

'Faani' is aware of your blessing O Lord! 
But about it's delay, there's no record. 

दिल अजब शहर है ख़यालों का। 
लूटा मारा है हुस्न वालों का। 

Heart is a strange city of thoughts. 
Plundered by these beautiful lots. 

हमें ख़बर है कि हम हैं चिराग़े आख़िरे शब ।
हमारे बाद अंधेरा नहीं उजाला है ।

I know that I am last lamp of the night. 
What follows is not darkness but morning light. 

ये बज़्म- ए - मय है याँ कोताह दस्ती में है महरूमी। 
जो बढ़ कर ख़ुद उठा ले हाथ में मीना उसी का है। 

It's a self serving party, none 'll pour a drink. 
Just pick up the jug and fill your cup to sink. 

 ऊँचे-ऊँचे मुजरिमों की पूछ होगी हश्र में। 
कौन पूछेगा मुझे मैं किन गुनहगारों में हूँ? 

High level culprits will be called on doom's day. 
Who will look for me, a straw in the hay. 

दिल ये कहता था कि सीने से लगा लूँ उन को। 
शौक़ कहता था कि आँखों में छुपा लूँ उन को। 

Heart told me to hold her in a tight embrace. 
Fondness wanted her in eyes without trace. 

उफ़ रे शबनम इस क़दर नादानियाँ! 
मोतियों को घास पर बिखरा दिया। 
.... आग़ा शायर देहलवी.... 

O dew! It's the prank of a child. 
Pearl's scattered on grass in the wild. 

नशेमन छोड़ कर जाना तुम्हारा। 
हक़ीक़त में शिकस्त- ए- बाग़बाँ है। 

When you are evicted and  move elsewhere. 
Your guardians failed to keep you there. 

 मजलिस- ए- वाज़ तो ता देर रहेगी क़ायम
ये है मैख़ाना अभी पी के चले आते हैं।

The discourse of priest will be stretched for long. 
Tavern's near, let's drink 'n be back in a song. 

तुम्हें आह सुनने का शौक़ था मगर अब बताओ करोगे क्या ? 
जो कराहता था तमाम शब वो ग़रीब 'जोश' तो मर गया। 

You wanted to listen to the sighs. Now what to do, he no longer cries. 
The sufferer in love is now no more. Poor 'Josh' has gone in coffin store. 

मिसाले गर्दे रह मसकन कहाँ है हम ग़रीबों का। 
घड़ी भर के लिए थक कर जहाँ बैठे वही घर है।..... आसी उल्दनी.... 

Like dust of the route, isn't home of destitute. 
Exhausted for sometime, lie in home sublime. 

अहल ए जन्नत मुझे लेते हैं न दोज़ख़ वाले। 
किस जगह जा के तुम्हारा ये गुनहगार रहे?... लाला माधव लाल जौहर... 

Neither heaven nor hell wants to let me stay. 
Where can your sinner find a place of say ? 

चाहता है इस जहाँ में गर बहिश्त। 
जा तमाशा देख उस रुख़सार का। 
...... वली मोहम्मद वली.... 

In world, if a heaven, you wish to seek. 
Go and look at the glory of her cheek. 

ये फ़ैज़- ए- इश्क़ था कि हुई हर ख़ता मुआफ़। 
वो ख़ुश न हो सके तो ख़फ़ा भी न हो सके।.... मख़्मूर जालंधरी.... 

It was bounty of love that excused each mistake. 
If she wasn't pleased, anger was not on stake. 

अपना बातिन ख़ूब है ज़ाहिर से भी ऐजाज़- ए- जाँ। 
आँख के लड़ने से पहले जी लड़ा बैठे हैं हम।...... हातिम अली मेहर.... 

My mind is so good, before being evident sweet heart. 
Prior to meeting of our eyes, I had aimed at your heart. 

जल के मर जाना कमाले इश्क़ में दाख़िल नहीं। 
ऐ पतंगे तू अभी इस सोज़ के क़ाबिल नहीं। 

Death by getting burnt is no skill in love. 
O fire moth ! You need flutter far above. 

ये कुछ नहीं खुला कि जली शम'अ किस लिए। 
इतना सुना कि ख़ाक में परवाना मिल गया।....... आसी उल्दनी...... 

It was not clear why lamp was aflame ? 
 Fire moth was turned to dust in game. 

एक बेनाम उदासी से भरा बैठा हूँ। 
आज दिल खोल के रोने की ज़रुरत है मुझे....... अंजुम सलीबी.............. 

A nameless sadness has filled me about. 
Today I need to cry my heart out. 

देख सकता है भला कौन ये प्यारे आँसू। 
मेरी आँखों में न आ जाएँ तुम्हारे आँसू। 
....... अख़्तर शीरानी..... 

Who can look at your lovely tears O dear. 
O God ! In my eyes let these not appear. 

ज़ख़्म ख़ुर्दा लम्हों को मसलिहत संभाले है। 
अनगिनत मरीज़ों में एक चारागर तन्हा। 

Policy cares for wounded moments. 
A lonely doctor for countless patients. 

बूँद जब थी बादल में, ज़िन्दगी थी हलचल में। 
क़ैद अब सदफ़ में है बन के है सदफ़ तन्हा। 

Life was in action for a drop in cloud. 
Imprisoned in oyster, pearl laments. 

बेख़ुदी में हम तो तेरा दर समझ कर झुक गए। 
अब ख़ुदा मालूम वो काबा था या बुतख़ाना था।... तालिब बाग़्पती.... 

In a state of trance, I bent my head. 
I know not it was Kaba or temple instead. 

अगर बख़्शे ज़ह-ए-क़िस्मत, न बख़्शे तो शिकायत क्या ? 
सर-ए-तस्लीम ख़म है, जो मिज़ाज - ए-यार में आए।..... आतिश..... 

If she spares it's my fate, if not no complaint I will make. 
My head is bowed to accept, the decision that my lover 'll take. 

यह रुतबा-ए-बुलंद मिला जिस को मिल गया। 
हर मुद्दई के वास्ते दार-ओ-रसन कहाँ। 
....... रिन्द..... 

This title is so high for all those who choose. 
All claimants do not get hangman' s noose. 

हरम-ओ-दैर के झगड़े तिरे छुपने से हुए। 
तू अगर पर्दा उठा दे तो तू ही तू हो जाय। 
........ बर्क़....... 

Temple and mosque fight as you are behind veil. 
You lift it and everywhere, you will prevail. 

 बंदा परवर मैं वो बंदा हूँ कि बह्र-ए-बंदगी। 
जिस के आगे सर झुका दूँगा, ख़ुदा हो जाएगा।.... आज़ाद अंसारी.... 

O God I am such a devotee that in my state of trance. 
Before whoever I bow, 'd turn to God at a glance. 

' हसन 'गर पारसा हूँ मैं तो मजबूरी से हूँ वर्ना। 
नज़र है जाम पर मेरी सदा और दिल है शीशे में।...... मीर हसन...... 

If' Hasan'is devout, it's my inability to hug. 
My eyes are riveted to cup and heart is in jug. 

पूछती है वो नर्गिस - ए-मख़मूर।
किस को दावा है पारसाई का। 

The eye that's drunk, looks like daffodil. 
Asks, who claims to be pious still. 

हमनशीं कुंज-ए-क़फ़स में मुतमइन हो कर न रह। 
वर्ना हर्फ़ आएगा तेरी जुर 'अत-ए-परवाज़ पर।...... माहिरुल क़ादरी........ 

O pal, don't be satisfied with life when jailed. 
Your capacity to fly' ll be said to have failed. 


शब को मै ख़ूब सी पी, सुब्ह को तौबा कर ली। 
रिंद के रिंद रहे हाथ से जन्नत न गई। 
....... जामिन अली जलाल....... 

Repented in the morning, while drank a lot at night. 
Thus I could be a drunkard, keeping heaven in sight. 

चमन में कौन है पुरसान-ए-हाल शबनम का। 
ग़रीब रोई तो फूलों को भी हँसी आई। 
........ अर्श मल्सियानी....... 

In the garden who cares about dew, who hears. 
Even the flowers smile, when dew sheds tears. 

लो हम बताएँ ग़ुंचा - ओ-गुल में है फ़र्क़ क्या। 
इक बात है कही हुई इक बे कही हुई। 
....... आग़ा शायर देहलवी...... 

I can tell the difference between bud and flower. 
One talk is unsaid, another told with power. 

वो शाख़-ए-गुल पे रहें या किसी की मय्यत पर। 
चमन के फूल तो आदी हैं मुस्कुराने के। 

Whether these bloom on branch, or shed on shroud. 
To smile is flower's habit, making the garden proud. 

इक रौशनी सी दिल में थी, वो भी नहीं रही। 
वो क्या गए चराग़-ए-तमन्ना बुझा गए। 

There was some glow in heart, no longer on fire. 
He went and put out last lamp of my desire.

मुझ को अक्सर उदास करती है। 
एक तस्वीर मुस्कुराती हुई। 

It often makes me sad. 
A picture smiling, glad. 

























 







Friday, 8 January 2021

ANJUM RAHBAR....8 COUPLETS.

मैंने तुझे मुआ'फ़ किया जा कहीं भी जा।
मैं बुज़दिलों पे अपनी कमाँ तानती नहीं। 

I' ve pardoned, you go, won't lay any claim.
On cowards like you, I don't take aim.

वो बेवफ़ा जो राह में टकरा गया कहीं। 
कह दूँगी मैं भी साफ़ कि पहचानती नहीं। 

I'll clearly tell the infidel, if he meets.
I don't recognise you even by name.

मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था। वो उतनी दूर हो गया जितना क़रीब था। 

Meeting was by chance, parting in fate frame.
He has gone as far as near he came.

दफ़ना दिया गया मुझे चाँदी की क़ब्र में। 
मैं जिस को चाहती थी, वो लड़का ग़रीब था। 

I was simply buried inside a silver grave. 
My lover was poor:no wealth to proclaim. 

ईमान जानिए कि इसे कुफ़्र जानिए। 
मैं सर झुका रही थी कि तुम याद आ गए। 
Call it faith or disbelief of a kind. 
With me prostrate, you came in mind. 

आग बहते हुए पानी में लगाने आई। 
तेरे ख़त आज मैं दरिया में बहाने आई। 

It will boil the running water  to steam. 
Today, I 'll let go your letters in stream. 

मैं चाहती थी रूह उसे सोंप दूँ मगर। 
उस आदमी की सिर्फ़ बदन पर निगाह थी

I wanted to surrender him over my soul. 
That man looked only at my body as a whole. 

शबनम तिरे सुलूक से दिल ख़ुश तो हो गया। 
लेकिन मिरे लबों पे समंदर की प्यास है। 

O dew ! My heart is pleased with your way to be. 
But on my lips there is thirst of an entire sea. 



Wednesday, 6 January 2021

SAHIR.... GHAZAL.. DUUR RAH KAR NA KARO BAAT, QARIIB...

दूर रह कर न करो बात, क़रीब आ जाओ। याद रह जाएगी ये रात, क़रीब आ जाओ।

Do not talk from a distance, come near.
Memorable will be the instance, come near. 

एक मुद्दत से तमन्ना थी, तुम्हें छूने की। 
आज बस में नहीं जज़्बात, क़रीब आ जाओ।

Since long, I had longed to touch you. 
Today, feelings propagate, come near. 

सर्द झोंकों से भड़कते हैं, बदन में शोले। 
मार डालेगी ये बरसात, क़रीब आ जाओ।

Cold gusts of wind, fan fire in body. 
This rain 'll decimate, come near.

इस क़दर हम से झिझकने की ज़रूरत क्या है?
ज़िन्दगी भर का है अब साथ, क़रीब आ जाओ। 

What' s the need to hesitate with me? 
It's company of life O mate, come near. 


SAHIR.. GHAZAL.. TUM APNAA RANJ-O-GHAM APNII...

तुम अपना रंज-ओ-ग़म, अपनी परेशानी मुझे दे दो।
तुम्हें ग़म की क़सम, इस दिल की वीरानी
मुझे दे दो।

Your grief, sorrow and distress, you give to me. 
By oath of grief, loneliness, you give to me.

ये माना मैं किसी क़ाबिल नहीं हूँ इन निगाहों में। 
बुरा क्या है अगर ये दुःख, ये हैरानी मुझे दे दो।

I agree that I am unworthy of your looks. 
What's wrong if your wonder 'n pain, you give to me.

मैं देखूँ तो सही, दुनिया तुम्हें कैसे सताती है?
कोई दिन के लिए, अपनी निगहबानी मुझे दे दो।

Let me see how does the world trouble you? 
For a few days, your caring, you give to me.

वो दिल जो मैंने माँगा था, मगर ग़ैरों ने पाया है।
बड़ी शय है, अगर उस की पशेमानी, मुझे दे दो।

That heart which I asked for, but others got. 
It 'll be great, if it's regret, you give to me. 

Tuesday, 5 January 2021

SAHIR.. GHAZAL.. BHUULE SE MOHABBAT KAR BAITHAA....

भूले से मोहब्बत कर बैठा , नादाँ था बेचारा, दिल ही तो है।
हर दिल से ख़ता हो जाती है, बिगड़ो न ख़ुदारा, दिल ही तो है।

Fell in love by mistake, an innocent 's poor take.
Fault any heart can make,by God anger forsake, it's but the heart.

इस तरह निगाहें मत फेरो, ऐसा न हो धड़कन रुक जाए।
सीने में कोई पत्थर तो नहीं, अहसास का मारा दिल ही तो है।

Don't turn away, your gaze that way, heart may stop beating I pray,
There is no stone behind chest I say, it's but an emotion hit heart. 

जज़्बात भी हिंदू होते हैं, चाहत भी मुसलमाँ होती है।
दुनिया का इशारा था लेकिन, समझा न इशारा दिल ही तो है।

Feelings have a Hindu flavour, love has also a Muslim ardour. Although world had shown the gesture, could not catch it this poor heart.

बेदाद-गरों की ठोकर से, सब ख़्वाब सुहाने चूर हुए।
अब दिल का सहारा ग़म ही तो है, अब ग़म का सहारा दिल ही तो है।

By the tyrant's constant kick, pleasant dreams broke, had dust to lick.
Now sorrows have heart's prop to pick, and grief is only support of heart.

बुझा दिए हैं ख़ुद अपने हाथों, मोहब्बतों के दिए जला के।
मिरी वफ़ा ने उजाड़ दी हैं, उमीद की बस्तियाँ बसा के।

I have put out on my own, lamps of love that had well shone. 
Villages of hope that had grown, were ruined in fidelity mart.

तुझे भुला देंगे अपने दिल से, ये फ़ैसला तो किया है लेकिन।
न दिल को मालूम है न हम को, जिएँगे कैसे तुझे भुला के।

That my heart 'll now forget, all your memories is well set.
Neither heart nor I can net, how to live when memories part. 

कभी मिलेंगे जो रास्ते में, तो मुँह फिरा कर पलट पड़ेंगे।
कहीं सुनेंगे जो नाम तेरा, तो चुप रहेंगे नज़र झुका के।

If somewhere I listen your name, eyes'll be downcast, mum with shame.
If on the way near you I came, 'd turn around for a different start. 

Monday, 4 January 2021

AZAM AMROHVI.. GHAZAL.. MEIN BHI SHAAYAD IS.......

मैं भी शायद इस क़दर अंदर से था टूटा हुआ।
मैं बहुत रोया किसी को देख कर रोता हुआ। 

 Probably from within, I too was a cracked pot.
Seeing someone weep, I had also wept a lot. 

मुझ से इतनी दुश्मनी ठहरे हुए पानी है क्यूँ ?
फ़ैज़ मेरा आम है, दरिया हूँ मैं बहता हुआ।

Stagnant water! Why are you so enemic with me? 
Victory is my nature, I am a stream on trot. 

बन गया था मैं भी बच्चा, खेल में बच्चों के बीच।
मैं ये समझा मिल गया, बचपन मेरा खोया हुआ। 

Playing with the children, I too had became one. 
I got back my lost childhood, or so I thought. 

चाय के कप में कोई, तूफ़ान बरपा कर गया। 
रात भी सहमी हुई है, चाँद भी सहमा हुआ। 

Someone has brought about a storm in tea cup. 
Night is still shaky and moon a shaken spot. 

सुन के उस ने मेरे मरने की ख़बर, 'आज़म' कहा। 
मरने वाला मर गया, जो कुछ हुआ अच्छा  हुआ। 

Listening about my death 'Azam', this was the comment. 
Now that he is dead, what happened was his lot.