Poet of Hindi, Urdu, English, Bengali and Punjabi. I also translate gems of Urdu poetry. Orthopedic surgeon.
Thursday 31 March 2022
TETRADS.......
Wednesday 30 March 2022
TETRADS AND MORE......... . RAVI MAUN
Monday 28 March 2022
RAVI MAUN... TETRADS........
Thursday 24 March 2022
MUNEER NIAZI KE ASHAAR..........
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS
Tuesday 22 March 2022
BASHIR BADR.... GHAZAL.. KAUN AAYA RASTE AAIINA-KHANE HO GAYE......
BASHIR BADR... GHAZAL.. AZMATEN SAB TIRI KHUDAAI KI.......
Monday 21 March 2022
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS
GHAZAL... .. BASHIR BADR.... KHANDANI RISHTON MEN AKSAR RAQABAT HAI BAHUT...
Sunday 20 March 2022
रिश्तों में झुकना कम-ज़ोरी नहीं मियाँ। रवि मौन
Friday 18 March 2022
चाहे राम कहो या कृष्ण कहो, मतलब तो उसी भगवान से है।........ भजन
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS
Thursday 17 March 2022
GHAZAL.. FARHAT AHSAAS..... HAR GALII KOOCHE MEN RONE KI SADAA MERI HAI....
Wednesday 16 March 2022
SARWAR AALAM RAAZ.. GHAZAL.... BE-KAIF JAWAANI HAI, BE-DARD ZAMAANA HAI...
PARVEEN SHAKIR.. GHAZAL
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS
Tuesday 15 March 2022
BASHIR BADR... GHAZAL... APNE PAHAAD GHAIR KE GULZAAR HO GAYE.......
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS
Monday 14 March 2022
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS
Sunday 13 March 2022
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS
HABEEB JAALIB... GHAZAL..AB GUNAAH-O-SAWAAB BIKTE HAIN........
रवि मौन...... केवट प्रसंग
Saturday 12 March 2022
HASTIMAL HASTI.5.. COUPLETS
HASTIMAL HASTI.. GHAZAL.. KHWAB MEN TERA AANA....
HASTIMAL HASTI....3.. COUPLETS
Friday 11 March 2022
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS
NIDAA FAAZLI......... COUPLETS
निदा फ़ाज़ली के शेर
होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है
- टैग्ज़ : इश्क़और 7 अन्य
कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता
कहीं ज़मीन कहीं आसमाँ नहीं मिलता
- टैग्ज़ : फ़ेमस शायरीऔर 1 अन्य
हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी
जिस को भी देखना हो कई बार देखना
- टैग्ज़ : आदमीऔर 4 अन्य
धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो
- टैग्ज़ : किताबऔर 2 अन्य
बच्चों के छोटे हाथों को चाँद सितारे छूने दो
चार किताबें पढ़ कर ये भी हम जैसे हो जाएँगे
- टैग्ज़ : प्रेरणादायकऔर 1 अन्य
घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यूँ कर लें
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए
- टैग्ज़ : प्रेरणादायकऔर 2 अन्य
दुश्मनी लाख सही ख़त्म न कीजे रिश्ता
दिल मिले या न मिले हाथ मिलाते रहिए
- टैग्ज़ : दुशमनीऔर 3 अन्य
कोशिश भी कर उमीद भी रख रास्ता भी चुन
फिर इस के ब'अद थोड़ा मुक़द्दर तलाश कर
- टैग : प्रेरणादायक
हम लबों से कह न पाए उन से हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं ये ख़ामुशी क्या चीज़ है
- टैग्ज़ : ख़ामोशीऔर 2 अन्य
कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई
आओ कहीं शराब पिएँ रात हो गई
- टैग्ज़ : मय-कशीऔर 2 अन्य
उस को रुख़्सत तो किया था मुझे मालूम न था
सारा घर ले गया घर छोड़ के जाने वाला
- टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई ईसाई है
सब ने इंसान न बनने की क़सम खाई है
- टैग्ज़ : इंसानऔर 1 अन्य
बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यूँ नहीं जाता
जो बीत गया है वो गुज़र क्यूँ नहीं जाता
- टैग : दर्द
यही है ज़िंदगी कुछ ख़्वाब चंद उम्मीदें
इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो
- टैग्ज़ : उम्मीदऔर 2 अन्य
तुम से छुट कर भी तुम्हें भूलना आसान न था
तुम को ही याद किया तुम को भुलाने के लिए
- टैग्ज़ : इश्क़और 2 अन्य
उस के दुश्मन हैं बहुत आदमी अच्छा होगा
वो भी मेरी ही तरह शहर में तन्हा होगा
- टैग्ज़ : इंसानऔर 1 अन्य
दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है
मिल जाए तो मिट्टी है खो जाए तो सोना है
- टैग्ज़ : दुनियाऔर 1 अन्य
हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए
कभी तो हौसला कर के नहीं कहा जाए
- टैग : प्रेरणादायक
सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो
- टैग : सफ़र
दिल में न हो जुरअत तो मोहब्बत नहीं मिलती
ख़ैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती
- टैग्ज़ : इश्क़और 2 अन्य
सब कुछ तो है क्या ढूँडती रहती हैं निगाहें
क्या बात है मैं वक़्त पे घर क्यूँ नहीं जाता
- टैग्ज़ : घरऔर 3 अन्य
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में
जो दूर है वो दिल से उतर क्यूँ नहीं जाता
- टैग्ज़ : इश्क़और 2 अन्य
एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा
- टैग्ज़ : तन्हाईऔर 1 अन्य
इतना सच बोल कि होंटों का तबस्सुम न बुझे
रौशनी ख़त्म न कर आगे अँधेरा होगा
- टैग्ज़ : प्रेरणादायकऔर 1 अन्य
फ़ासला नज़रों का धोका भी तो हो सकता है
वो मिले या न मिले हाथ बढ़ा कर देखो
- टैग्ज़ : धोखाऔर 1 अन्य
नक़्शा उठा के कोई नया शहर ढूँढिए
इस शहर में तो सब से मुलाक़ात हो गई
- टैग : मुलाक़ात
गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया
होते ही सुब्ह आदमी ख़ानों में बट गया
- टैग्ज़ : आदमीऔर 2 अन्य
यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता
मुझे गिरा के अगर तुम सँभल सको तो चलो
- टैग : रास्ता
जितनी बुरी कही जाती है उतनी बुरी नहीं है दुनिया
बच्चों के स्कूल में शायद तुम से मिली नहीं है दुनिया
- टैग : दुनिया
बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने
किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है
- टैग : बारिश
ग़म है आवारा अकेले में भटक जाता है
जिस जगह रहिए वहाँ मिलते-मिलाते रहिए
- टैग : ग़म
कुछ तबीअ'त ही मिली थी ऐसी चैन से जीने की सूरत न हुई
जिस को चाहा उसे अपना न सके जो मिला उस से मोहब्बत न हुई
पहले हर चीज़ थी अपनी मगर अब लगता है
अपने ही घर में किसी दूसरे घर के हम हैं
- टैग : घर
किस से पूछूँ कि कहाँ गुम हूँ कई बरसों से
हर जगह ढूँढता फिरता है मुझे घर मेरा
- टैग : घर
अपने लहजे की हिफ़ाज़त कीजिए
शेर हो जाते हैं ना-मालूम भी
- टैग: शेर
मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं
जुदा जुदा हैं धर्म इलाक़े एक सी लेकिन ज़ंजीरें हैं
ख़ुश-हाल घर शरीफ़ तबीअत सभी का दोस्त
वो शख़्स था ज़ियादा मगर आदमी था कम
- टैग: आदमी
दूर के चाँद को ढूँडो न किसी आँचल में
ये उजाला नहीं आँगन में समाने वाला
- टैग: चाँद