जगमग जगमग दिए जलेंगे, आई आज दिवाली।
रोएँगे कुछ बच्चे और रोएँगी कुछ घरवाली।
सरहद पर जो गिरे वीर, रोएँ उनकी माताएँ।
उनकी स्मृति में आओ, हर घर एक प्रदीप जलाएँ।
श्रद्धांजलि उन वीरों को देना, कर्तव्य हमारा।
जिनको मेरा देश लगा, अपने प्राणों से प्यारा।।......
No comments:
Post a Comment