Thursday 18 March 2021

BASHIR BADR.. GHAZAL.. KHUSHBOO KO TITLIYON KE...

ख़ुश्बू को तितलियों के परों में छुपाऊँगा।
फिर नीले-नीले बादलों में लौट जाऊँगा।

Fragrance concealed in butterfly wings O pal. 
Back to blue clouds, I 'll go after all.

दीवानावार मुझसे लिपट जायगी हवा ।
मैं सुर्ख़ - सुर्ख़ फूलों में जब मुस्कराऊँगा।

When I shall smile in bright red flowers. 
Madly the wind 'll embrace on my call.

ये लकड़ियाँ जो ख़ुश्क हैं बेबर्गोबार हैं ।
इनको मैं अपनी आग में जलना सिखाऊँगा। 

With my  means, teach them to survive. 
Deprived of life , those poor  who crawl.

दीनार- ए- सुर्ख़ बरसेंगे आँगन में सारी रात।
मैं ख़्वाब के शजर की वो शाख़ें हिलाऊँगा

Red Dinars 'll shower from it all night.
Shaking branches of dream tree so tall. 

इक पल की ज़िन्दगी मुझे बेहद अज़ीज़ है
पलकों पे झिलमिलाऊँगा और टूट जाऊँगा। 

Life of a moment is so dear to me. 
Will dazzle on eyelashes' n then fall.

ये रात फिर न आएगी बादल बरसने दे। 
मैं  जानता हूँ सुबह तुझे भूल जाऊँगा।

This night won't be back, let clouds pour. 
Your face, next morn', I 'll not recall.

आँगन में नन्हें - नन्हें फ़रिश्ते लड़ेंगे जब।
भूरी शफ़ीक़ आँखों में मैं मुस्कुराऊँगा।

I' ll smile, behold by kind grey eyes.
When little angels 'll fight in this hall. 

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