Wednesday 9 June 2021

MANY POETS...100.......COUPLETS.......

वो हमसफ़र था मगर उस से हमनवाई न यी।
कि धूप छाँव का आलम रहा जुदाई न थी।....  नसीर तुराबी....

We didn't share thoughts, only pathway. 
It was sun and shade, no breaking away. 

क्या ढूँढने जाऊँ मैं किसी को ? 
अपना मुझे ख़ुद पता नहीं है !.. सीमाब

How to go in search of unknown ? 
I have no whereabout of my own. 

जब से तूने मुझे दीवाना बना रक्खा है। 
संग हर शख़्स ने हाथों में उठा रक्खा है। 
....... हकीम नासिर..... 

Time since when you made lunatic of me. 
There's a stone in every hand that I see. 

ये ठीक है नहीं मरता कोई जुदाई में। 
ख़ुदा किसी को किसी से मगर जुदाई न दे।.... क़तील शफ़ाई....... 

It is true that parting does not kill. 
Let no one part with the other still. 

उफ़  री शबनम ! इस क़दर रानाइयाँ ? 
मोतियों को घास पर बिखरा दिया ! 
........ आग़ा शायर देहलवी..... 
O dew ! Is it the prank of a child ? 
Pearls scattered on grass in wild ! 

दिल ये कहता था कि सीने से लगा लूँ उनको। 
शौक़ कहता था कि आँखों में छुपा लूँ उनको। 

Heart told me to hold her in tight embrace. 
Fondness wanted her in eyes without a trace. 

मुझे ज़िन्दगी की दुआ देने वाले। 
हँसी आ रही है तिरी सादगी पर। 
...... गोपाल मित्तल...... 

When you bless me to live for long. 
How simple you are ! I laugh for long. 

सुब्ह तक वो भी न छोड़ी तूने ऐ बादे - सबा! 
यादगार- ए- रौनक़- ए- महफ़िल थी परवाने की ख़ाक ! 

O breeze! You simply swept it out of sight. 
Firemoth's ashes ! Remains of a glorious night ! 

तख़लीक़- ए- कायनात के दिलचस्प जुर्म पर।
हँसता तो होगा आज भी यजदाँ कभी- कभी !

Creation of universe was an interesting crime. 
Laughing at it, He must be having a time !

जब वफ़ा ही नहीं ज़माने में। 
इश्क़ सर पर सवार कौन करे ?
....... अमित अहद..... 

When there's no loyalty in world account. 
On head, who would allow love to mount ? 

गो तिरी ज़ुल्फ़ों का ज़िंदानी हूँ मैं। 
भूल मत जाना कि सैलानी हूँ मैं।.... अदम

Although I am in your tress- bond. 
Do not forget I am a vagabond. 

तुझे दानिश्ता महफ़िल में जो देखा हो तो मुजरिम हैं ।
नज़र आख़िर नज़र है बे - इरादा उठ गई होगी।... सीमाब अकबराबादी.... 

I am a culprit if in meeting, you were searched as a prize. 
I can not check my eyes for an  unintentional rise. 

कुछ लोग तो ख़िलाफ़ हों हासिद कोई तो हो। 
क्या लुत्फ़ सीधी सादी मुहब्बत में आएगा।.... फ़ाज़िल जाफ़री......... 

A few persons should oppose, some envious in measure. 
A straight simple love will impart no pleasure. 

शम'अ माशूकों को सिखलाती है तर्ज़ - ए-आशिक़ी। 
जल के परवाने के पहले बुझ के परवाने के बाद।........ जलील मानिकपुरी. ...... 

Candle flame teaches beloveds
 the lesson of love norm. 
To be ignited before moth worm, to be extinguished after worm. 

दिलों में दर्द का इम्कान भी ज़ियादा नहीं। वो सब्र है अभी नुक़सान भी ज़ियादा नहीं।........ .. विपुल कुमार............ 

Possibility of pain in heart isn't gross. 
Still there is patience, not much loss. 

अब आई याद ऐ जान - ए - जहाँ इस नामुरादी में ।
कफ़न देना तुझे भूले थे हम असबाब - ए-शादी में। 

As I self converse, O beloved of universe, with grief in terse. 
It was not bought, a coffin I forgot, to pack with marital lot. 

नामाबर तू ही बता तूने तो देखे होंगे। 
कैसे होते हैं वो ख़त जिनके जवाब आते हैं। 

Tell me O postman ! You must have seen. 
Letter getting replies, how has that been ? 

ख़ारज़ारों का भला हो हौसला देने लगे। 
आबले मंज़िल की दूरी को दुआ देने लगे। 

Let's thank the thorns which encourage and pray. 
Puncturing blisters  appearing  in feet on the way. 

ज़िक्र उस परीवश का और फिर बयाँ अपना। 
बन गया रक़ीब आख़िर था जो राज़दाँ अपना। 

Talking about her beauty and the way I say. 
He who shared my secrets, took the rival way. 

वहीं से दर हक़ीक़त ज़िन्दगी की राह मिलती है। 
सफ़ीना ग़र्क हो जाए जहाँ टकरा के साहिल से ।

When a ship sinks hitting the rocks ashore. 
Life finds meaningful way once more. 

जान कर मिनजुम्ल-ए ख़ासाने- मैख़ाना मुझे ।
मुद्दतों रोया करेंगे जाम-ओ-पैमाना मुझे। 
..... जिगर मुरादाबादी...... 

Of this tavern, I am such an integral part. 
Wine cups will be crying when I depart. 

सुना रहा हूँ उन्हें झूठ मूट का किस्सा। 
कि एक शख़्स मोहब्बत में कामयाब हुआ। 

I am telling her a concocted tale.
One man in love just did not fail. 

जब कभी कोई मोहब्बत की क़सम खाता है। 
काँप उठता हूँ कभी मुझ सा ही अंजाम न हो। 

 When anyone vows to love his mate. 
I shudder that he may meet my fate. 

ये दस्तूर - ए-ज़ुबाँ बंदी है कैसा तेरी महफ़िल में। 
यहाँ तो बात करने को तरसती है ज़ुबाँ मेरी। 

Each voice is clammed up here in a way. 
My mouth wants to open and have it's say. 

मिरी ख़ाक भी उठेगी ब-अदब तिरी गली में। 
तिरे आस्ताँ से ऊँचा न मिरा ग़ुबार होगा। 

My dust will go with regard in your street. 
Just lower than your home will it rise in heat. 

 इक ज़ख़्म था जो वक़्त के हाथों से भर गया ! 
क्या पूछते हैं आप किसी मेहरबाँ की बात। 

Well ! It was a wound, got healed with time. 
Don't ask about that benefactor sublime. 

मेरे महबूब ने वादा किया है पाँचवें दिन का। 
कहीं से सुन लिया होगा कि दुनिया चार दिन की है। 

The flame of my life, wants to  meet on day five. 
She must have heard. "It's a four days world" 

 एक गुस्ताख़ी करूँगा वो भी मर जाने के बाद। 
यार तुम पैदल चलोगे मैं जनाज़े पर सवार। 

I won't treat you at par, but that too when I am dead. 
My body will be shouldered on the path you will tread. 


यार आश्ना नहीं कोई टकराएँ किस से जाम ।
किस बेवफ़ा के नाम पर ख़ाली सुबू करें ?

To tinkle winecups there's no lover, no friend. 
To which jilt's name should this jug end ? 

सुब्ह तक वो भी न छोड़ी तूने ऐ बाद-ए- सबा 
यादगार-ए-रौनक़-ए-महफ़िल थी परवाने की ख़ाक ! 

Breeze blew away the ashes of fire moth, a final rite. 
Memoir of the splendour of a party last night ! 

अल्लाह रे नाज़ुकी कि जवाब-ए-सलाम में।
हाथ उसका उठ के रह गया मेंहदी के बोझ से। .....रियाज़ ख़ैराबादी..... 

O what a delicacy that in return of my salute. 
On way, weight of henna dropped hand o' the cute. 

रो रो के लोग कहते थे जाती रहेगी आँख। ऐसा नहीं हुआ मेरी बीनाई बढ़ गई ! ......
.....नोमान शौक़.... 

By crying, people said, "You 'll lose eyes outright." 
It didn't so happen, rather bettered my sight. 

देखा जो खा के तीर कमीं-गाह की तरफ़ 
अपने ही दोस्तों से मुलाक़ात हो गई। 

Hit by arrow, looking towards ambush site. 
Some of my own friends came in to sight. 

हवा के दोश पे रक्खे हुए चिराग़ हैं हम। 
जो बुझ गए तो हवा से शिकायतें कैसी ? 
....... उबैदुल्लाह अलीम....... 

We are lamps on the shoulders of wind. 
Why complain, if blown out by  wind ? 

मिसाल - ए-गर्द-ए-रह-मसकन कहाँ है हम ग़रीबों का। 
घड़ी भर के लिए थक कर जहाँ बैठे वहीं घर है।...... आसी उल्दनी..... 

Like dust of the route, isn't home of destitute. 
Exhausted for sometime, would lay in home sublime. 

तुम्हें आह सुनने का शौक़ था मगर अब बताओ करोगे क्या? 
जो कराहता था तमाम शब वो ग़रीब 'जोश' तो मर गया ! 

You wanted to listen to the sighs, but what to do, he no longer cries. 
The sufferer in love is now no more, poor 'Josh' has gone in coffin store. 

जब आ जाती है दुनिया घूम फिर कर अपने मरकज़ पर। 
तो वापस लौट कर गुज़रे ज़माने क्यूँ नहीं आते ?..... इबरत मलीहाबादी........ 

When the world revolves and comes around. 
Why can't also gone times  be found ? 

आप जिस रह-गुज़र-ए-दिल से कभी गुज़रे थे। 
उस पे ता-उम्र किसी  को भी गुज़रने न दिया।..... आज़ाद गुलाटी... 

Once you had tread a route to my heart. 
Life long, I allowed none to step that part. 

कितनी दिलकश हैं तिरी तस्वीर की रानाइयाँ। 
लेकिन ऐ पर्दानशीं, तस्वीर फिर तस्वीर है 
.... शकील बदायूनी.... 

The beauty of your photo is alluring, of course. 
O veiled one ! The photo isn't original, as source. 

अब तो इतनी भी मयस्सर नहीं मैख़ाने में। जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में। 
...... दिवाकर राही..... 

In the tavern, there isn't even so much alas! 
That which I used to leave in wine-glass. 

फ़ज़ा का तंग होना फ़ितरत-ए-आज़ाद से पूछो। 
पर-ए-परवाज़ ही क्या जो क़फ़स को आशियाँ समझे !...... फ़िगार

Ask the spirit of freedom about confines of weather. 
If prison is garden, you value no wing, no feather. 

कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भी। 
दिल को ख़ुशी के साथ - साथ होता रहा मलाल भी।...... परवीन शाकिर.... 

You were in memories and wind cool in part. 
Along with pleasure, there was grief within the heart. 

साक़ी घटा है सेहन-ए-चमन में बहार है ! 
अब कार-ए-सहन में तुझे क्या इंतज़ार है?...... तमन्ना इमादी...... 

There are clouds in sky 'n spring in garden indeed ! 
O barmaid ! What makes you wait for the pious deed ? 

ज़ीस्त का इक गुनाह कर सके न हम। 
साँस के वास्ते भी मर सके न हम। 
..... ख़ुमार  कुरैशी..... 

For a sin to commit, O life I failed a bit. 
Even for a breath, I couldn't take death. 

फ़ज़ा मग़्मूम है साक़ी ज़रा छलकाएँ पैमाना। 
अंधेरा बढ़ चला है अब ज़रा क़िन्दील-ए-मय-ख़ाना। 

Weather is sadO barmaid ! Let wine spill over the glass. 
Let light be in tavern, darkness is over and above class. 

शुक्र समझो इसे या अपनी शिकायत समझो। 
तुम ने वो दर्द दिया है कि दवा भूल गए। 

May be I am out to thank or complain. 
I forgot medicine, you gave that pain. 

मिरा ज़मीर बहुत है मुझे सज़ा के लिए। 
तू दोस्त है तो नसीहत न कर ख़ुदा के लिए। ... शाज़ तमकनत.........

My conscience is enough to punish me alone. 
By God, as a friend let no advise be thrown. 

मैंने कभी ये ज़िद तो नहीं की पर आज शब ।
ऐ महजबीं न जा कि तबीअ'त उदास है। 
....... अदम.... 

Earlier I didn't press, but this night I so address. 
O moon face do not go, my state is sad and low. 

  जुगनू को दिन के वक़्त परखने की ज़िद करें ।
बच्चे हमारे अहद के चालाक हो गए ।.... 
..... परवीन शाकिर..... 

They are stubborn to test glow worms in day. 
The children of our era are clever, so to say. 

मौत से क्यों इतनी दहशत जान क्यों इतनी अज़ीज़ ।
मौत आने के लिए है जान जाने के लिए। 

Why is life so dear and so fearful is death ? 
Life is certain to go, 'n certain to come is death. 

आप को मेरे तआरुफ़ की ज़रूरत क्या है
मैं वही हूँ कि जिसे आपने चाहा था कभी।..... मज़हर इमाम..... 

Is my introduction with you needed, what fun ? 
Whom you have liked someday, I am that one. 

शहर का तब्दील होना शाद होनाऔर उदास। 
रौनक़ें जितनी यहाँ हैं औरतों के दम से हैं।.... मुनीर नियाज़ी..... 

Changes in city, being joyous or in pensive croak. 
All grandeur here is 'cos of women folk. 

आँखों से रिसते पानी की बात बतानी मुश्किल है। 
पार समंदर जाने वाले प्रीत निभानी मुश्किल है।.... मिताली राज तिवारी... 

Story of trickling tears from eyes is not very easy to say. 
You are going far beyond seas, it's difficult for love to stay. 

तेरी बातें ही सुनाने आए। 
दोस्त भी दिल ही दुखाने आए।.. फ़राज़.. 

They let me listen to what you said. 
Friends too have some more hurts fed. 

क्या मिला तुम को मिरे इश्क़ का चर्चा कर के। 
तुम भी रुस्वा हुए आख़िर हमें रुस्वा कर के।.... अज्ञात... 

What did you get in my love episode ? 
You too got dishonoured with me on road. 

न तुम आए न शब-ए-इंतिज़ार गुज़री है। 
तलाश में है सहर बार बार गुज़री है। 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

Neither you came nor waiting night was spent. 
In search, many times morning came and went. 

मिलते हैं इस अदा से कि गोया ख़फ़ा नहीं। 
क्या आप की निगाह से हम आश्ना नहीं ? 
.... हसरत मोहानी.... 

As if she isn't angry, she meets in this style. 
Am I unacquainted with your eyes all the while ? 

हाय वो तेरे तबस्सुम की अदा वक़्त - ए-सहर।
सुब्ह के तारों ने अपनी जान तक कर दी निसार।... मुइन अहसन जज़्बी.... 

In morning, you smiled in such a style. 
The stars sacrificed their lives in a while. 

दिल गवारा नहीं करता है शिकस्त-ए-उम्मीद। 
हर तग़ाफ़ुल में नवाज़िश का गुमाँ होता है।..... रविश सिद्दीक़ी...... 

The defeat of hopes, my heart hasn't scored. 
I feel  blessed, whenever it is ignored. 

वो जाम हूँ जो ख़ून-ए-तमन्ना सेभर गया। 
ये मेरा ज़र्फ़ है कि छलकता नहीं हूँ मैं। 
..... फ़ना लखनवी..... 

With blood of desires, my wine cup could fill. 
It is my generosity that I do not spill. 

मुद्दत के बाद उस ने की जो लुत्फ़ की निगाह। 
जी ख़ुश तो हो गया मगर आँसू निकल पड़े।..... कैफ़ी आज़मी.... 

After along while, when she cast kind spell. 
I was happy but tears appeared as well. 

घटा, सब्ज़ा, सितारे, फूल सब अपनी जगह बरहक़। 
तिरी काफ़िर जवानी फिर तिरी काफ़िर जवानी है।... महिरुल क़ादरी.... 

Clouds, greenery, stars, flowers
are true to their place. 
Your cruel youth is cruel youth at its own pace. 

अजल ! ठहर न कर इस दर्जा शर्मसार मुझे। 
लगा न दे कोई इल्ज़ाम - ए-इंतिज़ार मुझे

O death ! By waiting, don't let me feel ashamed. 
That someone waited for me, it shouldn't be framed. 

एक गुस्ताख़ी करूँगा वो भी मर जाने के बाद। 
यार तुम पैदल चलोगे, मैं जनाज़े पर सवार। 

After death, I will be rude but that will be a treat. 
While I go on shoulders, you will walk on  street. 

पुरसिश-ए-ग़म का शुक्रिया, क्या तुझे आगही नहीं। 
तेरे बग़ैर ज़िन्दगी, दर्द है ज़िन्दगी नहीं। 
...... अहसान दानिश...... 

Thanks for asking about my trouble, but don't you really know about it ? 
My life without you is nothing but pain, it's not life even one little bit. 

इक बात भला पूछें, किस तरह मनाओगे। जैसे कोई रूठा है और तुम को मनाना है।
...... असर लखनवी.... 

Answer a simple question, how will you put at ease ? 
If someone is offended and you have to appease. 

बाग़बाँ बुलबुल-ए-कुश्ता को कफ़न क्या देता ? 
पैरहन गुल का न उतरा यहाँ मैला हो कर।.... वज़ीर अली सबा..... 

How gardener could coffin a dead nightingale ?
 Where dress of a flower isn't changed when stale. 

ख़ुदा मालूम ये गोर-ए-ग़रीबाँ कैसी बस्ती है ? 
कि आबादी बढ़ी जाती है, वीरानी नहीं जाती। 

God knows what locality of a graveyard says ? 
It's population grows but deserted it stays. 

और कुछ बातें करो ऐ हम-सफ़ीरान-ए-चमन। 
ये न पूछो क्यों क़फ़स में मुझ को आराम आ गया ? 

Let us talk of something else, O birds of garden ! Please. 
Do not ask me why, in prison I have felt at ease ? 

शुक्रिया पुरसिश-ए-ग़म का मगर इसरार न कर।
पूछने वाले ! ये तेरा ही कहीं राज़ न हो ! 
...... अंदलीब शादानी...... 

Thanks for my welfare, but please do not insist. 
It may be your  secret, let not questions persist. 

ब रंग-ए-आबला हम फूट फूट कर रोए। 
किसी का छेड़ के कुछ पूछना भी नश्तर था।..... जलाल...... 

I cried like blisters laid open, when nicked. 
When someone teased and asked, it pricked. 

असीर कर के हमें क्यूँ किया रिहा सैयाद 
वो हमसफ़र भी छूटे वो बाग़ भी न मिला।.... जलाल...... 

Why did you release me O captor, tell ? 
I lost singing colleagues, garden as well. 

आज कुछ मेहरबान है सैयाद। 
क्या नशैमन भी हो गया बर्बाद ? 
...... असर लखनवी...... 

 Today my captor is kind, at best. 
Have the ruins caught up my nest ? 

ऐ ताब-ए-बर्क़ थोड़ी सी तकलीफ़ और भी। 
कुछ रह गए हैं ख़ार-ओ-ख़स-ए-आशियाँ हनोज़।..... शेफ़्ता...... 

O electric spark ! Take some trouble 'n set these to flame. 
Some twigs' n thorns of my nest still retain it's name. 

यहाँ तक बाग़बाँ ने बाग़ सींचा ख़ून-ए-बुलबुल से। 
कि आख़िर रंग बन कर फूट निकला चेहरा-ए-गुल से। 

Gardner has poured blood of singing birds 'n such a lot ! 
It has burst in form of colours in flowers more than not. 

न छेड़ ऐ निकहत-ए-बाद-बहारी राह लग अपनी। 
तुझे अठखेलियाँ सूझी हैं, हम बेज़ार बैठे हैं।..... इंशा.... 

Don't disturb fragrance O spring breeze, just go your way
It's unpleasant with me, some games you want to play. 

उस साल फ़स्ल-ए-गुल में उजड़ा था बनते बनते। 
रहता तो आशियाँ को अब एक साल होता।..... आसी उल्दनी.... 

That year in spring, it was lost from the scene. 
My nest would be one year old, had it been. 

चमन में खेलती रहती है हर इक ग़ुंचा-ओ-गुल से। 
मगर बाद-ए-सबा की पाक दामानी नहीं जाती। 

In the garden, with buds and flowers it plays. 
Pious state of the morning breeze still stays. 

न छेड़ बह्र-ए-ख़ुदा साफ़ साफ़ कह क़ासिद। 
तिरी निगाह से तेरा बयाँ नहीं मिलता। 
..... असर सहबाई.... 

O massenger! For God's sake, don't tease, clearly say. 
Your words don't tally with your eyes any way. 

न कभी के बाद-परस्त हम, न हमें ये कैफ़-ए-शराब है। 
लब-ए-यार चूमे हैं ख़्वाब में वही जोश-ए-मस्ती-ए-ख़्वाब है।... आसी जौनपुरी ... 

Neither I am in love with wine, nor it is the wine - effect. 
I have kissed my lover in dream and it has had it's impact. 

न तो आह-ओ-नाला ही निकले है, न उठे है कल से सदा-ए-दिल। 
तू ख़बर तो सीने में ले 'हसन', कहीं चल बसा हो न हाय दिल।.... मीर हसन..... 

Neither there's any lament today, nor sound emenates this way. 
Why don't you just look for it, may be the heart has passed away. 

ये सुन कर हम ने मय-ख़ाना में अपना नाम लिखवाया। 
जो मय-कश लड़खड़ाता है, वो बाज़ू थाम लेते हैं। 

On hearing I registered my name in tavern's select band. 
When a drunkard staggers, she quickly holds his hand. 

यक-ब-यक तर्क - ए-तआल्लुक में भी रुस्वाई है। 
उलझे दामन को छुड़ाते नहीं झटका दे कर। 

Sudden breach of link leaves no relation at ease. 
Cloth entangled in thorns is not jerked for release. 

चला जाता हूँ हँसता खेलता मौज-ए-हवादिस से। 
अगर आसानियाँ हों ज़िन्दगी दुश्वार हो जाए। 

I laugh and play, in a troubled way. 
If there be ease, life's charm 'll cease. 

ग़ैर ने तुम को जाँ कहा, समझे भी तुम कि क्या कहा, 
यानी कि बेवफ़ा कहा, जान का ऐतबार क्या ? 

Do you know I dread, when my rival said, that you were his life.
He simply meant, you were all but spent, who can trust his life

दिल ये कहता था कि सीने से लगा लूँ उन को। 
शौक़ कहता था कि आँखों में छुपा लूँ उन को। 

My heart wanted that I should embrace her. 
Passion wanted, in eyes I should place her.. 1.

Heart wants me to embrace my love. 
Fond of keeping in eyes as treasure-trove.... 2.

जिस ने इस दौर के इंसान किए हों पैदा। 
वो ही मेरा भी ख़ूदा हो मुझे मंज़ूर नहीं। 

Whoever has produced men of this sort. 
Is my Lord too, I strongly retort. 

मिरा अदब कि मैं गुलचीं नहीं बना वर्ना ।
बहुत क़रीब से मेरे बहार गुज़री है ।

Not to pluck flowers is my restrain. 
My kinship did spring maintain. 

हमसरी उन लबों की करता है ! 
तुम ने सुन लीं गुलाब की बातें ! 

Being at par with lips like those ! 
Just listen to audacity of rose! 

नशैमन छोड़ कर जाना तुम्हारा। 
हक़ीक़त में शिकस्त-ए-बाग़बाँ है। 

When you are evicted and move elsewhere. 
The guardians have failed to keep you there. 

नई योनि में घुस पड़े जब भी मन में आय 
आत्मा सों बढ़ कर रसिक कोउ ना कविराय ।..... रवि मौन.... 

It gets deep within next body, whenever there is desire. 
Soul scores over all lovers, it's tested over time over fire. 

नज़र में दूर तलक राहगुज़र ज़रूरी है। 
किसी भी सम्त हो लेकिन सफ़र ज़रूरी है।.... ओबैऐदुर रहमान..... 

A long track ahead needs be in sight. 
Journey should be on, any way it might. 

ज़िन्दगी क्या हुआ वो अपने ज़माने वाले। 
याद आते हैं बहुत दिल को दुखाने वाले। 
...... अख़्तर सईद ख़ान......

O life where are people of our time ? 
Those who hurt, come to memory in prime. 

कर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब। 
आज तुम याद बे हिसाब आए। 

I was counting pain  all around. 
Your memories came round and round. 

मजनूँ की रग-ए-दिल में बेवजह ख़लिश कैसी ? 
काँटा कोई तलवे में लैला के चुभा होगा। 
........ क़तील शफ़ाई...... 

 An unexplained  hurt is in Majnun's heart. 
A thorn has pierced in Laila 's sole part. 

चमन में कौन हे पुरसान-ए-हाल शबनम का। 
ग़रीब रोई तो फूलों को भी हँसी आई। 
....... अर्श मल्सियानी....... 

In the garden, who asks for condition of dew ? 
When she wept, the buds laughed, looked new. 

 वो शाख़-ए-गुल पे रहें या किसी की मय्यत पर। 
चमन के फूल तो आदी हैं मुस्कुराने के। 
...... .. क़दीर लखनवी...... 

Scattered on the coffin or blooming on the twig. 
Garden flowers are used to smile, that's big. 

फूला ही फला छोड़ के उठ जाऊँ चमन को। 
अल्लाह दिखाए मुझे आलम न ख़िज़ाँ का
...... रिंद ख़ैराबादी.... 

I wish to leave the garden bearing fruits and flowers. 
O God ! Don't show me the autumn 'n it's powers. 

ज़हिद तुझे आदाब-ए-मोहब्बत नहीं आता। 
सय आप ही झुकता है, झुकिया नहीं जाता। 

You do not know the manners of love O priest ! 
Head bends itself, you don't bend it the least. 

सामने उस के न कहते मगर अब कहते हैं। 
लज़्ज़त - ए-इश्क़ गई ग़ैर के मर जाने से। 

I couldn't say it to him but now 'd say for sure. 
The charm of love is gone, my rival is no more. 

तुझ से अब मिल के त'अज्जुब है कि अर्सा इतना। 
आज तक तेरी जुदाई में ये क्यूँ कर गुज़रा 
....... हसरत मोहानी..... 

Having met and passed some time with class. 
I wonder, in your absence, how did it pass ?

ज़िन्दगी ग़म के अंधेरों से निखरती है' मुशीर'। 
फूल काँटों में ही शादाब नज़र आता है। 

O Mushir! Life rectifiers in the dark of grief orb. 
A flower looks beautiful within the thorn garb. 

ख़ुद दिल में रह के आँख से पर्दा करे कोई। 
हाँ लुत्फ़ जब है पा के भी ढूँढा करे कोई। 

Staying in heart, but from eyes  you are under veil still. 
It's  pleasure when you are there but for search there's will.

होता नहीं है कोई बुरे वक़्त में शरीक ।
पत्ते भी भागते हैं ख़िज़ाँ में शजर से दूर ।

In bad times none joins, everyone goes away. 
In autumn even leaves leave tree, go astray. 

 कौन होता है बुरे वक़्त की हालत में शरीक। 
मरते दम आँख भी देखा है, कि फिर जाती है। 

When times are bad, who 'll join not spurn. 
While dying even eyes are known to turn. 






 











  ज़ीस्त का इक गुनाह कर सके न हम। 
साँस के वास्ते भी मर सके न हम। 










No comments:

Post a Comment