Friday 8 January 2021

ANJUM RAHBAR....8 COUPLETS.

मैंने तुझे मुआ'फ़ किया जा कहीं भी जा।
मैं बुज़दिलों पे अपनी कमाँ तानती नहीं। 

I' ve pardoned, you go, won't lay any claim.
On cowards like you, I don't take aim.

वो बेवफ़ा जो राह में टकरा गया कहीं। 
कह दूँगी मैं भी साफ़ कि पहचानती नहीं। 

I'll clearly tell the infidel, if he meets.
I don't recognise you even by name.

मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था। वो उतनी दूर हो गया जितना क़रीब था। 

Meeting was by chance, parting in fate frame.
He has gone as far as near he came.

दफ़ना दिया गया मुझे चाँदी की क़ब्र में। 
मैं जिस को चाहती थी, वो लड़का ग़रीब था। 

I was simply buried inside a silver grave. 
My lover was poor:no wealth to proclaim. 

ईमान जानिए कि इसे कुफ़्र जानिए। 
मैं सर झुका रही थी कि तुम याद आ गए। 
Call it faith or disbelief of a kind. 
With me prostrate, you came in mind. 

आग बहते हुए पानी में लगाने आई। 
तेरे ख़त आज मैं दरिया में बहाने आई। 

It will boil the running water  to steam. 
Today, I 'll let go your letters in stream. 

मैं चाहती थी रूह उसे सोंप दूँ मगर। 
उस आदमी की सिर्फ़ बदन पर निगाह थी

I wanted to surrender him over my soul. 
That man looked only at my body as a whole. 

शबनम तिरे सुलूक से दिल ख़ुश तो हो गया। 
लेकिन मिरे लबों पे समंदर की प्यास है। 

O dew ! My heart is pleased with your way to be. 
But on my lips there is thirst of an entire sea. 



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