Sunday 5 September 2021

GHAZAL.. KRISHNA BIHARI NOOR.. NAZAR MILA NA SAKE US SE IS NIGAAH KE BAAD....

नज़र  मिला न सके उस से इस निगाह के बाद। 
वही है हाल हमारा जो हो गुनाह के बाद।

I couldn't see her after that look within. 
My state is like it's after the sin. 

मैं कैसे और किसी सम्त मोड़ता ख़ुद को।
किसी की चाह न थी दिल में तेरी चाह के बाद। 

How could I turn any other way ? 
After liking you, none else could be akin. 

 हवस ने तोड़ दी बरसों की साधना मेरी। 
गुनाह क्या है ये जाना मगर गुनाह के बाद। 

Lust has burst my devotion of years. 
I know what's sin but after the sin. 

ज़मीर काँप ही जाता है आप कुछ भी कहें। 
वो हो गुनाह के पहले कि हो गुनाह के बाद। 

Conscience trembles whatever you say. 
Whether it's before or after the sin. 

कटी हुई थीं तनातें तमाम रिश्तों की। 
छुपाता सर मैं कहाँ तुझ से रस्म - ओ-राह के बाद। 

Where could I hide after contact with you? 
All cords were cut that joined with kin. 

गवाह चाह रहे थे वो बेगुनाही का। 
ज़ुबाँ से कह न सका कुछ ख़ुदा-गवाह के बाद। 

A proof of my innocence was her demand. 
I said God witness and then lowered the chin. 


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