Sunday 17 December 2023

अच्छे अश'आर

उन के देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है
- मिर्ज़ा ग़ालिब
*
A glimpse of her, showers glow on my face. 
She thinks the patient is getting well, on pace.

कल जिन्हें छू नहीं सकती थी फ़रिश्तो की नज़र
आज वो रौनक़-ए-बाज़ार नज़र आते हैं 
साग़र सिद्दीक़ी

One who was out of angel's view a day ago. 
Is accessible to all as market piece of show. 



हमें मालूम है क्या फ़र्क़ होता ग़ुंचा-ओ-गुल में 
इक बात है कही हुई इक बे कही हुई 

I will differentiate between bud and flower ahead. 
One thing is yet unsaid, while the other thing is said

अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो
तुम मुझे ख़्वाब में आकर न परेशान करो
मुनव्वर राना
*
Let my departure journey be at ease. 
Don't visit in dream 'n disturb me please. 

मेंहदी लगाने का जो ख़याल आया आप को 
सूखे हुए दरख़्त हेना के हरे हुए 
हैदर अली आतिश

When you thought about applying henna on your own. 
Dried out shrubs of henna turned green, got overgrown. 

दिल एक और हज़ार आज़माइशें ग़म की 
दिया जला तो था लेकिन हवा की ज़द में था
मुशफ़िक़ ख़्वाजा

It was one heart 'n a thousand trials of grief. 
Lamp was surely lit but well within wind fief. 

दोनों का मिलना मुश्किल है दोनों हैं मजबूर सहुत
उन के पाँव में मेंहदी लगी है मेरे पाँव में छाले हैं 
अमीक़ हनफ़ी
*
It's difficult for both to meet,
 we are helpless 'n discrete. 
Her feet are hennaed, wet,
my feet are blistered yet. 

बारिश की बूँदों का कोई रंग नहीं। 
फिर भी ये रंगीन फ़िज़ा कर देती है। 
रवि मौन 

There's no colour in  drops of rain. 
Yet colour the season all over again. 

सभी छोड़ जाएँगे तुम को कर लो यह स्वीकार
वे भी जिन का वादा था ये सदा करेंगे प्यार
रवि मौन

Accept that all will leave you some day. 
Even those who vowed their love 'd stay. 

पा-ब-गिल सब हैं रिहाई की करे तदबीर कौन 
दस्त-बस्ता शहर में खोले मिरी ज़ंजीर कौन 
परवीन शाकिर 
*
All feet are stuck in mud, who can try to 
cut the bands? 
Who will open my chains in this city with
 folded hands? 

इस रेंगती हयात का कब तक उठाएँ बार
बीमार अब उलझने लगे हैं तबीब से 
साहिर लुधियानवी  

How long to carry load of this body that crawls. 
Patients  now tussle with healer who over hauls

यूँ लगे दोस्त तेरा मुझसे ख़फ़ा हो जाना 
जिस तरह फूल से ख़ुशबू का जुदा हो जाना
क़तील शफ़ाई

When you get annoyed, to me it appears. 
As fragrance from the flower disappears. 

निजात हो गई नासेह से उम्र भर के लिए 
उसी को भेज दिया यार की ख़बर के लिए 
जलाल 

I am relieved from the preacher for life. 
He was sent in pursuit to her lane for life. 

हमने देखी है उन आँखों की महकती ख़ुशबू 
हाथ से छू के इसे रिश्तों का इल्ज़ाम न दो
सिर्फ़ अह्सास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो
गुलज़ार 
*
Don't defile by touch something so sublime as love. 
Just feel it by soul, let love remain unalloyed love. 

मैं उस के बदन की मुक़द्दस किताब
निहायत अक़ीदत से पढ़ता रहा
मोहम्मद अल्वी
*
I kept reading by reverent look. 
Her lovely body as a pious book. 

तू ही शाहिद-ओ-अमीं है मेरी पाक ख़िलवतों का
सर-ए-शाम आने वाले सर-ए-सुब्ह जाने वाले 

To my undefiled attitude, you are the sole witness. 
Who stay at  night without a wrinkle in soul 
or dress. 

शोरिश-ए-इश्क़ में है हुस्न बराबर का शरीक
सोच कर जुर्म-ए-तमन्ना की सज़ा दो हम को
अहसान दानिश

In this tumult of love, equal culprit is beauty. 
Punish with care, it's desire of criminal duty. 

मुझे ज़िंदगी की दुआ देने वाले 
हँसी आ रही है तेरी सादगी पर
गोपाल मित्तल
*
Praying for my life 'n that too far. 
I just laugh how simple you are! 

 अब तो कुछ भी याद नहीं है 
हम ने तुम को चाहा होगा
मज़हर इमाम

It is not even in memory now. 
I must have liked you somehow. 

झूट बोला है तो क़ायम भी रहो उस पर' ज़फ़र'
आदमी को साहिब-ए-किरदार होना चाहिए 
ज़फ़र इक़बाल 

If a lie is told, stick to it man. 
Be true to the self, if you can. 

वो हवा दे रहे हैं दामन की 
हाय! किस वक़्त नींद आई है
शकील बदायूनी
*
She is swaying her hem for air. 
A sleep at this time! Is it fair? 

मैं नज़र से पी रहा था तो ये दिल ने बद-दुआ दी 
तिरा हाथ ज़िंदगी भर कभी जाम तक न पहुँचे
शकील बदायूनी

I was drinking through the eyes 
 heart cursed in between sighs. 
Let your hand never hold a glass
it's for the drink of any class. 

इक़रार में कहाँ है इंकार की सी ख़ूबी
होता है शौक़ ग़ालिब उस की नहीं नहीं पर
मीर तक़ी मीर 
*
How can a yes be as joyous as no? 
One yearns more when she says no. 

साहिल के सुकूँ से किसे इंकार है लेकिन 
तूफ़ान से लड़ने का मज़ा और ही कुछ है
आल-एअहमद सुरूर
*
Who doesn't like the peace of shore  zone
But fighting storm is a charm of it's own. 

नज़र में ढल के उभरते हैं दिल के अफ़साने 
ये और बात है दुनिया नज़र न पहचाने
सूफ़ी तबस्सुम

  Shaped in looks, surface tales of heart. 
World may not recognize works of art. 

हँस के फरमाते हैं वो देख के हालत मेरी
क्यूँ तुम आसान समझते थे मोहब्बत मेरी
अमीर मीनाई 

She says with a smile,
 looking at me all the while. 
Why then did you think
my love was easy as blink? 

तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ
तुम्हें मैं भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नहीं लेकिन 
तुम्हीं को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ
कुमार विश्वास 

I am near you but so far, I understand. 
My entity sans you is a part I understand. 
To forget you, isn't possible and I know it
To forget you is urgent and I understand. 

जब से तूने मुझे दीवाना बना रक्खा है
संग हर शख़्स ने हाथों में उठा रक्खा है
हकीम नासिर 

 The time since you have made me mad 
Is when a stone each hand securely had. 

जैसे दो मुल्कों को इक सरहद अलग करती हुई 
वक़्त ने ख़त ऐसा खींचा  मेरे उस के दरमियाँ 
मोहसिन ज़ैदी 
*
As a boundary keeps two nations apart. 
Time drew a line between us from start. 

पूछा जो उन से चाँद निकलता है किस तरह
जुल्फों को रुख़ पे डाल के झटका दिया कि यूँ
*
When asked how does moon appear in sky? 
Tossed the tress on face, then jerked it high. 

इन अंधेरों से ही सूरज कभी निकलेगा ज़रूर 
रात के साए ज़रा और निखर जाने दे
नज़ीर बाक़री

Sometime from this dark shall steer sun. 
Let the shadows of night glisten with fun. 

जागता हूँ मैं एक अकेला दुनिया सोती है
कितनी वहशत हिज्र की लम्बी रात में होती है 

Alone am I awake while the world is asleep. 
How savage is parting night long and deep? 

फ़ासला रख कर भी क्या हासिल हुआ 
आज भी उस का ही कहलाता हूँ मैं 

Keeping distance was of no use. 
, I am still called for her use. 

ये हुस्न - ओ-इश्क में क्या रब्त है ख़ुदा जाने
चराग़-ए-बज़्म को लौ दे रहे हैं परवाने
मेहदी शैख़पुरवी
*
God knows about contact between love 'n beauty.. 
Adding spark to flame looks like a moth' s duty. 

अगर तू इत्तिफ़ाक़न मिल भी जाए
तेरी फ़ुरक़त के सदमे कम न होंगे

Even if by chance we meet here. 
Grief of departure would be there. 

जब भी तन्हाई में घबरा के सिमट जाते है 
हम तेरी याद के दामन से लिपट जाते हैं 
*
Whenever I tremble 'n in solitode squeeze 
I embrace hem of your memory with ease. 

उन पे तूफ़ाँ को भी अफ़सोस हुआ करता है
वो सफ़ीने जो किनारे पे उलट जाते हैं 
*
Even the storm feels sorry for these. 
Ships that capsize at bank with ease. 

हम तो आए थे रह-ए-शौक में फूलों की तरह
तुम अगर ख़ार समझते हो तो हट जाते हैं 

I had come as flowers on a joyous route. 
If you  think I am thorn, wiill go with breeze. 

है इख़्तियार में तेरे तो मोजज़ा कर दे
जो शख़्स मेरा नहीं हे उसे मिला कर दे
राणा सहरी

 Let a miracle be there, if you can. 
One who isn't mine, be in my span. 

ये रेगज़ार कहीं ख़त्म ही नहीं होता
ज़रा सी दूर तो रस्ता हरा भरा कर दे

This thorny way is limitless to me. 
For a short while let greenery span

यैं उस के ज़ोर को देखूँ वो मेरा सब्र-ओ-सुकूँ
मुझे चराग़ बना दे उसे हवा कर दे

Let me test his might, he my patience. 
Let me be a lamp he be wind if you can. 

अकेली शाम बहुत ही उदास करती है 
किसी को भेज कोई मेरा हमनवा कर दे

A forlorn eve' brings sadness on fore. 
Send someone to be a companion man. 

दामन-ए-यार से जा लिपटे हमारे आँसू 
गिर के इस तरह सम्भलते हैं संभलने वाले 
*
 My tears got lost in beloved's hem. 
"How to rise after a fall?" , it's for them. 

आईने के तो मुँह मैं ज़बाँ ही नहीं 
वर्ना बेसाख्ता उन से कहता यही
देखिए टूट जाएँगी दिल की रगें
आप यूँ लें न भरपूर अँगड़ाइयाँ
*
The mirror just can not speak
or it 'd be rude' n cry on  peak. 
Don't twist torso and provoke
to collapse one with heart stroke. 

तुमको देखा तो ये ख़याल आया 
ज़िंदगी धूप तुम घना साया 
 जावेद अख्तर 
*
Seeing you thoughts have played. 
Life is sun, you are dense shade. 

आज फिर दिल ने इक तमन्ना की
आज फिर दिल को हम ने समझाया 

Today heart had a new desire. 
A fresh suggestion I made. 

तुम चले जाओगे तो सोचेंगे 
हम ने क्या खोया हम ने क्या पाया 

After you leave, I will think
What have I lost, what's made? 

 हम जिसे गुनगुना नहीं सकते
वक़्त ने ऐसा गीत क्यूँ गाया

A tune, I can't even hum
Why has time just played? 

अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना
सिर्फ अहसान जताने के लिए मत आना

If you come now, don't come to be gone. 
Do not come to show ubligation alone. 

हर मुलाक़ात का अंजाम जुदाई क्यूँ है
अब तो हर वक़्त यही बात सताती है मुझे 

Why should very meeting in departure end? 
This is what to me does always offend. 

मौत का एक दिन मुअय्यन है
नींद क्यूँ रात भर नहीं आती? 
ग़ालिब 

A fixed date for death is made. 
Why does night sleep evade? 

हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी 
फिर भी तन्हाइयों का शिकार आदमी 
*
All around countless men abound. 
Yet loneliness continues to hound. 

मयखाने की बात न कर वाइज़ हम से
आना जाता तेरा भी है मेरा भी

Don't talk about tavern O priest! 
You and me too go there at least

 वक़्त में साथ ख़यालात बदल जाते हैं 
ये हक़ीक़त हैं मगर मुझ को सुनाता क्यूँ है? 

It's a true that thoughts change with time. 
Though it's a fact, but why make it chime? 

ख़ुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैंने 
बस एक शख़्स को चाहा मुझे वही न मिला
बशीर बद्र 

In this vast expanse of the Lord. 
I asked for one. He didn't accord. 

भला हम मिले भी तो क्या मिले वही दूरियाँ वही फ़ासले
न कभी हमारे क़दम बढ़े न कभी तुम्हारी झिझक गई 
बशीर बद्र 
*
What if we have met
distance is still set. 
My step is within grill
and you hesitate still. 

मोहब्बत की तो कोई हद कोई सरहद नहीं होती 
हमारे दरमियाँ ये फ़ासले कैसे निकल आए? 
ख़ालिद मोइन

There exists no boundary or limit in love. 
Did distance in between grow from above? 

उसे ख़बर है कि अंजाम-ए-वस्ल क्या होगा 
वो क़ुर्बतों की तपिश फ़ासलों में रखती है
ख़ालिद यूसुफ़ 

She knows very well what 'll be fate of love? 
 Keeps heat of nearness as distance above. 

क़रीब आओ तो शायद समझ में आ जाए
ये फ़ासले तो ग़लत-फ़हमियाँ बढ़ाते हैं 
मुज़फ़्फ़र रज़्मी

You may understand by coming a little near. 
Distance breeds misunderstandings O dear. 

ज़ेहन-ओ-दिल के फ़ासले थे हम जिन्हें सहते रहे
एक ही घर में बहुत से अजनबी रहते रहे
इफ़्फ़त ज़र्रीं
*
Distance of mind 'n heart
 is what has kept us apart. 
Within confines of a home
so many strangers roam. 

दूरी हुई तो उस के क़रीं और हम हुए 
ये कैसे फ़ासले थे कि दूरी से कम हुए
अज्ञात 

We' ve developed kinship as distance departs. 
What a distance was it that drew nearer hearts. 

तुम ने बदले हम से गिन गिन के लिए 
क्या तुम्हें चाहा था इस दिन के लिए? 
*
Your revenge in counts dismay. 
Did I love you for this day? 

वस्ल का दिन और इतना मुख़्तसर
दिन गिने जाते थे जिस दिन के लिए 

Day of meeting is so short. 
Days were counted for the day. 

बाग़बाँ कलियाँ हों हल्के रंग की
भेजनी हैं एक कमसिन के लिए 

Choose light color buds O gardner. 
For a dame with youth in sway. 

ज़िंदगी और मौत का मतलब
तुम को पाना है तुम को खोना है

Meaning of life and death too. 
Is to get you or lose you ! 

दामन पे कोई छींट न ख़ंजर पे कोई दाग़ 
तुम क़त्ल करो हो कि करामात करो हो? 
कलीम अज़ीज़
*
There isn't a drop on hem 'n the dagger is clear. 
Do you murder or perform miracles O dear? 

कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं 
जा मयकदे से मेरी जवानी उठा के ला
अब्दुल हमीद अदम 
*
It's said, "bygone age never comes back." 
Go to the tavern, bring my youth pack. 

वैसे तो इक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता 
वसीम बरेलवी 

Even one tear can sweep me away. 
A storm can not displace anyway. 

इतनी पी जाए कि मिट जाए मैं और तू की तमीज़
यानी ये होश की दीवार गिरा दी जाए
फ़रहत शहज़ाद
*
Drink so much that 'I' and 'you' are gone. 
It means wall of senses is overthrown. 

अब तो उस के बारे में तुम चाहे जो कह डालो
वो अंगड़ाई मेरे कमरे तक तो बहुत रूहानी थी
जौन एलिया 
*
Now anyway you may pen it, anyway you may sketch. 
Within confines of my room, spiritual was her stretch. 

ले दे के अपने पास फ़क़त इक नज़र तो है
क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नज़र से हम
साहिर लुधियानवी 

Only one view is there with me after all. 
To watch life, why other's vision install? 

कोशिश भी कर उमीद भी रख रास्ता भी चुन
फिर इस के ब'अद थोड़ा मुक़द्दर तलाश कर 
निदा फ़ाज़ली 
*
Keep trying and have hope 
choose a way you can cope. 
It's only then O mate! 
search for a little fate. 

औरों की बुराई को न देखूँ वो नज़र दे
हाँ अपनी बुराई को परखने का हुनर दे
ख़लील तनवीर 

Give me that eye not to see
other's evil whatever it be. 
Well, also attribute that skill
to keep prying my evil still. 

तेरे आने की क्या उम्मीद मगर
कैसे कह दूँ कि इंतज़ार नहीं 
फ़िराक़ गोरखपुरी 
*
What's the hope you' ll come anyway?
But how to say," I don't wait every day. "

अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे 
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे 
वसीम बरेलवी 

How to conceal what's evident from face? 
How to appear what you like at that place? 

तंग आ के ज़िंदगी के ग़म-ए-ला-ज़वाल से
हम रो दिए लिपट के तुम्हारे ख़याल से 
*
Troubled with eternal grief of life, unable 
to face. 
I wept with your thoughts held in a tight embrace. 

हज़ारों काम मोहब्बत में हैं मज़े के 'दाग़'
जो लोग कुछ नहीं करते कमाल करते हैं
- दाग़ देहलवी 

O 'Daagh'! Many jobs in love are matters of pleasure. 
Those persons who do nothing, are worth a treasure. 

राह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्या
आगे आगे देखिए होता है क्या
- मीर तक़ी मीर 
*
Why do you cry if  goal of love is far away? 
Just see what's going to befall on the way? 

हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं
उम्रें बीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में
- बशीर बद्र 
*
People think that each throbbing stone is a heart. 
Many lives are spent  shaping a heart into heart. 

जहाँ रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा
किसी चराग़ का अपना मकाँ नहीं होता
- वसीम बरेलवी 
*
Stay where it might ,
 it 'll scatter light. 
No lamp can own,
 a home of it's own. 

ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहाँ
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया
- साहिर लुधियानवी 
*
Where no difference is felt between pleasure and pain. 
I have been bringing my heart  on such a terrain. 

ऐ सनम वस्ल की तदबीरों से क्या होता है
वही होता है जो मंज़ूर-ए-ख़ुदा होता है
- मिर्ज़ा रज़ा बर्क़

O beloved! What can change with our efforts of love? 
That happens, what's destined by Him, sitting above. 

ख़ंजर चले किसी पे तड़पते हैं हम 'अमीर'
सारे जहाँ का दर्द हमारे जिगर में है
- अमीर मीनाई 

O 'Ameer'! I am to suffer,
 whoever is hurt by dagger. 
Bearing hurt is my heart
 of the world on it's part. 

ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने
लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई
- मुज़फ़्फ़र रज़्मी
*
The history has witnessed a torture of that grade,that's it
Centuries suffered for a mistake, moments did commit. 

चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है
- हसरत मोहानी  

I remember shedding tears day and night. 
That period of love is in memory,so bright. 

हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता
- अकबर इलाहाबादी 
*
Even for a sigh, we get a bad name. 
They murder 'n yet none lays a blame. 

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं
अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं
- अल्लामा इक़बाल  
*
There are many worlds,beyond stars far away. 
Many tests are to be cleared by love, on it's way. 

दफ़्न कर सकता हूँ सीने में तुम्हारे राज़ को
और तुम चाहो तो अफ़्साना बना सकता हूँ मैं
- मजाज़ लखनवी 
*
I can entomb your secret, within my own heart. 
If you like, I can shape it as a story of some sort.

अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
- अहमद फ़राज़ 
*
We may only meet in dreams, if departed
 now. 
As dried out flowers, found in books, somehow. 

तुम पूछो और मैं न बताऊँ ऐसे तो हालात नहीं
एक ज़रा सा दिल टूटा है और तो कोई बात नहीं
- क़तील शिफ़ाई 

You enquire 'n I don't tell, such is not the state. 
My heart is a little shattered, nothing else
 O mate! 

इंसाँ की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं
दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद
- कैफ़ी आज़मी 
*
There is simply no limit, for the desire of human awards. 
Two yards of land is needed, with a shroud
 of two yards. 

भूले हैं रफ़्ता रफ़्ता उन्हें मुद्दतों में हम
क़िस्तों में ख़ुद-कुशी का मज़ा हम से पूछिए
- ख़ुमार बाराबंकवी 

I could forget her after so long, at such slow pace, was the task. 
It was a pleasure of suicide, committed in instalments, if you ask. 

ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है
- जिगर मुरादाबादी 
*
Love is not so easy, just understand this little fact. 
It is a river on fire, you have to drown 'n cross intact. 

बहुत नज़दीक आती जा रही हो
बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या 
- जौन एलिया 
*
You are coming far too near ! 
Have you planned to part O dear? 

हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी. 
जिस को भी देखना हो कई बार देखना
- निदा फ़ाज़ली 
*
There are tens of men, within every man. 
Must watch many times, whoever you scan. 

ख़िदमत-ए-गश्त बगूलों को तो दी सहरा ने
मैं भी बेकार हूँ मुझ को भी कोई काम बता 
मुज़तर ख़ैराबादी

Desert granted norms
to rise as sand storms. 
I am in need of work
tell me, do not shirk. 

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