Saturday 18 July 2020

ग़ालिब के 12अश'आर... हम ने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन...

हमने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन ।
ख़ाक हो जाएँगे हम तुम को ख़बर होने तक ।।

I know, that you will not ignore. 
Till you know, I'll be no more.

 उनको देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़। 
वो समझते हैं, कि बीमार का हाल अच्छा है।।
 
My face just glows, when she is in view. 
I am no longer sick, she holds
that view.

उलझे दामन को छुड़ाते नहीं झटका देकर। 
दफ़ अतन तर्के तआल्लुक में भी रुस्वाई है। 

No entangled garment, should be jerked away. 
Sudden parting brings disgrace, so to say. 

काँटों की ज़ुबाँ सूख गई प्यास से यारब। इक आबला पा वादिए पुरख़्वार में आए।।

 O God! Dried 'n thirsty are the tongues of thorns. 
Let a blister footed  man come in valley of thorns. 

शब को किसी के ख़्वाब में आया न हो कहीं। 
दुखते हैं आज उस बुते नाज़ुक बदन के पाँव।। 
May be she went places, in someone's dream last night. Today, her feet are tired. It is  a delicate body's right. 

देखिए तक़रीर की लज़्ज़त कि जो उसने कहा। 
मैंने ये जाना कि गोया ये भी मेरे दिल मे है।। 
The beauty of her talk is, whatever she said. 
As if it was, what I wanted to say instead.

आते हैं ग़ैब से ये मज़ामीं ख़याल में। 
'ग़ालिब' सरीर-ए-ख़ामा नवा-ए-सरोश है।

The thoughts of these topics are hidden from choice. 
O'Ghalib'rubbing pen on paper emits a divine voice.

दाग़ ए फ़िराक़ ए सोहबत ए शब की जली हुई। 
इक शम'अ रह गई है सो वो भी ख़ामोश है।

Part of night festival and departed grace. 
Burnt candle stands without glow on it's face. 

मुन् हसर मरने पे हो जिस की उम्मीद।
नाउम्मीदी उस की देखा चाहिए। 

Only on death whose hope could hook. 
His hopelessness is worth a look. 

एक हंगामे पे मौकूफ़ है घर की रोनक़। 
नौहा ए ग़म ही सही नग़्मा ए शादी न सही

Get up of home, from occasions take breath. 
Whether sing at marriage or mourn over death.

सुनते हैं जो बहिश्त की तारीफ़ सब दुरुस्त। 
लेकिन ख़ुदा करे वो तेरी जल्वागाह हो। 

The praise of heaven is O. K. but then.
By grace of God, see you there, Amen!

ज़ाहिद शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर। 
या वो जगह बता दे जहाँ पर ख़ुदा न हो। 

O priest! Inside mosque, let me sit and drink.
Or tell about a place with which God has no link. 

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