Thursday 2 July 2020

Saudaa...7 couplets saawan ke badalon...

सावन के बादलों की तरह से भरे हुए ।
ये वो नयन हैं, जिन से कि जंगल हरे हुए ।
Filled, like dark spring clouds, are seen. 
These eyes have poured, to turn jungles green........

आवारगी से ख़ुश हूँ मैं इतना कि बादेमर्ग।
हर ज़र्रा मेरी ख़ाक का होगा हवा परस्त।। I am a happy vagabond, after death, as I must.
With wind will loiter, every particle of my dust.

संभल के रखना क़दम दश्ते ख़ार में मजनू  ।
कि इस दयार में 'सौदा' बरहना पा भी है ।। 
O Majnu! Step  carefully in thorn jungle zone. 
Here 'Sauda' also walks barefoot on his own. 

फ़िक्र मआश, इश्क़े बुतन, यादे रफ़्तगाँ ।
इस ज़िन्दगी में, अब कोई क्या क्या किया करे? 
Wordly worries, love of dames 'n memories of the past. 
If you do all these in life, 
will it really last? 

न ग़रज़ कुफ़्र से रखते हैं न इस्लाम से काम। 
मुद्दआ  साक़ी से अपने हमें और जाम  से काम। 
I don't have anything to do with atheism or Islam. 
I care for the wine girl and the drinks that calm. 

नसीम है तेरे कूचे में और सबा भी है। 
हमारी ख़ाक से देखो तो कुछ रहा भी है। 

In your lane come wind and breeze as first. 
Just look if something remains of my dust. 

सहरा में कहीं हैं तो बयाबाँ में कहीं हैं। 
हम ख़ाना-बदोशों का कहीं घर नहीं होता। 
 Some are in jungles and others in desert. 
Nomads like us have no home to flirt. 

ऐ लाला गो फ़लक ने दिए तुझ को चार दाग़। 
छाती मिरी सराह कि इक दिल हज़ार दाग़। 

O poppy don't be proud to show your four spots. 
Praise my chest with one heart, thousand spots. 




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