Saturday 28 May 2022

MANZAR BHOPAALI........ COUPLETS

कोई बचने का नहीं सब का पता जानती है 
किस तरफ़ आग लगाना है हवा जानती है 

None 'll be spared, it knows  each one by name. 
Wind knows well which site it has to inflame. 

आँख भर आई किसी से जो मुलाक़ात हुई 
ख़ुश्क मौसम था मगर टूट के बरसा पानी 

While meeting someone, got wet my eye. 
There was heavy rain, but weather was dry. 

इक मकाँ और बुलंदी पे बनाने न दिया 
हम को पर्वाज़ का मौक़ा ही हवा ने न दिया

It didn't allow to make another nest at height. 
The wind gave no chance to me for a flight. 

आप डरते हैं कि खुल जाए न असली चेहरा 
इस लिए शहर को आईना बनाने न दिया 

You are afraid, not to  reveal the real face. 
Didn't let mirror be made at
 any city place. 

इस को पहली बार ख़त लिक्खा तो दिल धड़का बहुत 
क्या जवाब आएगा कैसे आएगा डर था बहुत 

Writing first letter to her, heart throbbed a lot. 
How and what will be  answer fear robbed a lot. 

कमानों में खिंचे हैं तीर तलवारें हैं चमकी 
ज़रा ठहरो कहाँ जाते हो दरिया देखने को 

Arrows are on bow strings, swords ashine. 
Just wait , are you going to see stream line ? 

इधर तो दर्द का प्याला छलकने वाला है 
मगर वो कहते हैं ये दास्तान कुछ कम है 

Here the cup of pain is about to overfill. 
But she says that this story is short still. 

यहाँ तो सब की ख़्वाहिश एक सी है रोटियाँ, सिक्के 
मेरे युग में नहीं ख़्वाब-ए-जवानी माँगने वाले

Here everyone is desirous of coins and bread, 
In my era none asks for youth  dream- spread. 

अब समझ लेते हैं मीठे लफ़्ज़ की कड़वाहटें 
हो गया है ज़िंदगी का तजरबा थोड़ा बहुत  

Now I can assess bitterness of words so sweet. 
I have had some experience of life and so neat. 

दिन भी डूबा कि नहीं ये मुझे मालूम नहीं 
जिस जगह बुझ गए आँखों के दिए रात हुई 

I know not whether the day is still over or not. 
Where eye lamps got extinguished, that's night spot. 


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