Tuesday 10 May 2022

TODAY'S 5+2 COUPLETS

पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था।
जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा।..... कैफ़ी आज़मी.....

Those who were cutting the tree were aware.
Bodies would burn if their heads were bare.

अपनी नाकामियों पे आख़िर-ए-कार।
मुस्कुराना तो अख्तियार में है।
..... क़मर जमील.....

Ultimately on my own failure. 
I can smile, that's for sure. 

जब से आया है वो मुखड़ा नज़र आईने को।
 तब से अपनी ही ख़बर है नहीं आईने को।..... मजनूँ गोरखपुरी..... 

Having seen that face the mirror ever since. 
Is unable to look after the
 self ever since. 

वो लोग अपने आप में कितने अज़ीम थे। 
जो अपने दुश्मनों से भी नफ़रत न कर सके।..... ख़लील तनवीर..... 

Within themselves, how were those men great. 
Who even to their enemies could never hate. 

हँसी है दिल - लगी है क़हक़हे हैं। 
तुम्हारी अंजुमन का पूछना क्या ? 
..... मुबारक अज़ीमाबादी..... 

There's heartappealing laughter and guffaws. 
What to enquire about your meeting laws ? 

या दिल की सुनो दुनिया वालो या मुझ को अभी चुप रहने दो। 
मैं ग़म को ख़ुशी कैसे कह दूँ जो कहते हैं उन को कहने दो।..... कैफ़ी आज़मी..... 

O world ! Either listen to the heart,or let me also keep mum. 
How can I say grief is pleasure, those who say so, let them hum. 

ये फूल चमन में कैसा खिला माली की नज़र में प्यार नहीं। 
हँसते हुए क्या क्या देख लिया अब बहते हैं आँसू बहने दो। 

What a flower in garden bloom, even gardener shows look of doom. . 
What all have you seen with a smile, let the tears now flow O chum. 



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