Thursday 20 May 2021

GHAZAL.. JAVED AKHTAR.. SAARI HAIRAT HAI MERI....

सारी हैरत है मेरी सारी अदा उसकी है।
बेगुनाही है मिरी और सज़ा उसकी है। 

All wonders are mine and style her stand. 
Innocence is mine, her's punishing hand.

इक मोहब्बत की ये तस्वीर है दो रंगों में।
शौक़ सब मेरे हैं और सारी हया उसकी है। 
It's a picture of love in two colours. 
Desire is all mine, shame her hand. 

शे'र मेरे हैं मगर उनमें मोहब्बत उसकी।
फूल मेरे हैं मगर बाद- ए- सबा उसकी है।

Couplets are mine but love in these her's.
Flowers are mine, her morning breeze grand. 

हमने क्या उनसे मोहब्बत की इजाज़त ली थी। 
दिल शिकन ही सही पर बात बजा उसकी है। 

I had not asked her permission for love. 
Heart breaking it is, but right is her stand. 

एक मेरे ही सिवा सबको पुकारे है कोई। 
मैंने पहले ही कहा था ये सदा उसकी है। 

But for me, all others are called
I said that this voice is her brand. 

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