Monday 7 December 2015

यकीं

अभी यकीं है मुझे अपनी पारसाई का।
अभी शराब रहे और दौरे-जाम रहे।।

I hold the belief to be pious still
Let there be cups of wine in motion
वो आदमी तो फरिश्तों में हो गया शामिल 
गुनाह जितने भी थे सिर्फ़ मेरे नाम रहे। 
That man has joined the file of angels. 
All sins are mine so runs the notion. 
सुबह होती है शाम होती है। 
उम्र यूँ ही तमाम होती है।    मीर
 Morning came and the evening went. That is how this life is spent.   
सावन के बादलों की तरह से भरे हुए। 
ये वो नयन हैं जिनसे कि जंगल हरे हुए।   सौदा
Filled like dark rain clouds are seen 
These eyes poured to turn jungles green. 

बदनाम होगे, जाने भी दो इम्तिहान को
रक्खेगा कौन तुमसे अज़ीज़ अपनी जान को।     मीर
You will get a bad name, just bypass the game 
Well dearer than you, who will his life claim. 
  जब नाम तिरा लीजिए तब चश्म भर आवे। 
इस ज़िन्दगी करने को कहाँ से जिगर आवे।   मीर
When ever your name is taken,with tears my eyes get filled. 
For this life to pass, where from to have courage instilled. 
थे चाक गरीबान गुलिस्ताँ में गुलों के। 
निकला है मगर खोले हुए बंद ए क़बा तू। 
In garden is tattered each flower 's dress. 
While you come out with open bands of dress. 
रौशन है इस तरह दिले वीराँ में दाग़ एक। 
उजड़े नगर में जैसे जले है चिराग़ एक।     मीर
In my deserted heart a spot glows in a way. 
In a deserted city one lamp emits ray. 

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