Monday 31 August 2020

SAHIR.. SONG.. AURAT NE JANM DIYA MARDON KO...

औरत ने जन्म दिया मर्दों को, मर्दों ने उसे बाज़ार दिया।
जब जी चाहा मसला कुचला, जब जी चाहा दुत्कार दिया।
Woman gave birth to man, in flesh trade she was thrown.  Crushed by hands or feet on wish, then contempt was shown.
तुलती है कहीं दीनारों में, बिकती है कहीं बाज़ारों में। 
नंगी नचवाई जाती है, अय्याशों के दरबारों में।
ये वो बेइज़्ज़त चीज़ है, जो बँट जाती है इज़्ज़तदारों में। 
At places, weighed in dinars, sold in marts for takes. 
Asked to dance bare, in palace of sensuous rakes. 
She is respecteless thing, that's shared by respected makes. 
मर्दों के लिए हर ज़ुल्म रवा, औरत के लिए रोना भी ख़ता। 
मर्दों के लिए हर ऐश का हक़, औरत के लिए जीना भी सज़ा।
जिन सीनों ने इनको दूध दिया, उन सीनों का व्यापार किया। 
जिस कोख में इनका जिस्म ढला, उस कोख का कारोबार किया। 
जिस तन में उगे कोंपल बनकर, उस तन को ज़लीलो - ख़्वार किया।
Oppression is o. K. for men, punishable is cry for women. 
Sensuousness is man's right, being alive is woman's plight.
What fed as babe was breast, sold in mart was that chest.
Womb that shaped him as a man, was smeared with a tan.
Sprouted from body of female, 
was humiliated, put for sale.
मर्दों ने बनाई जो रस्में, उनको हक़ का फ़रमान कहा। 
औरत के ज़िंदा जलने को, क़ुर्बानी और बलिदान कहा।
इस्मत के बदले रोटी दी और उसको भी अहसान कहा। 
संसार की हर इक बेशर्मी, ग़ुर्बत की गोद में पलती है। 
चकलों में ही आकर रुकती है, फ़ाक़ों से जो राह निकलती है। 
मर्दों क हवस है जो अक्सर, औरत के पाप में ढलती है।
All customs by men were thrust
women accepted as just.
Live woman was burnt as dice, it was labelled sacrifice. 
Food tossed for self respect, called grace from his aspect. 
Shylessness of world entire, poverty cooks in its fire. 
Brothel is the final goal, for each hungry female soul. 
It's result of lust of men, that shapes as sin in women's den. 
औरत संसार की क़िस्मत है, फिर भी तक़दीर की हेटी है। 
अवतार पयंबर जनती है, फिर भी शैतान की बेटी है। 
ये वो बदकस्मत मां है, जो बेटों की सेज पर लेटी है।
Woman is this world's fate, but misfortune is on her pate.
God 'n prophet born by her, yet satan is her father till date. 
She is mother unfortunate, on 
nuptual bed of sons to sate.
औरत ने जन्म दिया मर्दों को, मर्दों ने उसे बाज़ार दिया। 
जब जी चाहा मसला कुचला, जब जी चाहा दुत्कार दिया ।
Woman gave birth to man, in flesh mart she was thrown.
Crushed by hands or feet on wish, then contempt was shown. 
.. 

SAHIR.. SONG.. JANE VOH KAISE LOG THE JINKE....

जाने वो कैसे लोग थे, जिनके प्यार को प्यार मिला? 
हमने तो जब कलियाँ माँगी, काँटों का हार मिला। 
Those who got love for love, what sort of men were they?
When I asked for buds, on thorns my hands could lay. 
खुशियों की मंज़िल ढूँढी, तो ग़म की गर्द मिली। 
चाहत के नग़्मे चाहे, तो आहें सर्द मिलीं। 
When I searched for pleasure goal, what dust of pain I got. 
Asking for songs of desire, cold sighs were all I got.
ग़म के दर्द को दूना कर गया, वो ग़मख़्वार मिला।
जाने वो कैसे लोग थे, जिनके प्यार को प्यार मिला? 
One who doubled weight on heart, a pain reliever to say. 
When I asked for buds, on thorns my hands could lay. 
बिछड़ गया हर साथी, देकर पल दो पल का साथ। 
किसको फुर्सत थी, जो थामे दीवानों का हाथ। 
Parted after moments of company every single pal. 
Who had time to hold the hands of crazy after all. 
हमको अपना साया तक, अक्सर बेज़ार मिला। 
जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला? 
I would find even my shadow in total dismay. 
Those who got love for love what sort of men were they? 
इसको ही जीना कहते हैं, तो यूँ ही जी लेंगे। 
उफ़ न करेंगे लब सी लेंगे, आँसू पी लेंगे। 
If this is called life,well then this way I will live. 
No complain, seal the lips, drink my tears 'n live. 
ग़म से अब घबराना कैसा, ग़म सौ बार मिला। 
जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला? 
Why be stunned with coming pain, a hundred times it may. 
Those who got love for love, what sort of men were they? 



Sunday 30 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. SAB KUCHH KHAK HUA HAI.....

सब कुछ ख़ाक हुआ है, लेकिन चेहरा क्या नूरानी है! 
पत्थर नीचे बैठ गया है, ऊपर बहता पानी है। 
Everything has turned to ashes, but on face what glow! 
Stone has settled down, all over is water in flow. 
बचपन से मेरी आदत है, फूल छुपा कर रखता हूँ। 
हाथों पर जलता सूरज है, दिल में रात की रानी है। 
Since childhood, I have got a habit of hiding flowers. 
Burning sun is on hands, night Jasmine in heart show.
दफ़्न हुए रातों के क़िस्से, इक छत की ख़ामोशी में। 
सन्नाटों की चादर ओढ़े, ये दीवार पुरानी है।
Night tales have got engraved, in the silence of a roof. 
Wearing sheet of solitude,is old wall, about to bow. 
इस को पा कर इतराओगे, खो कर जान गँवा दोगे। 
बादल का साया है दुनिया, हर शै आनी-जानी है। 
Gettng it, give your self airs, lose the life when it's gone. 
World is just a shade of clouds,all things come to go. दिल अपना इक चाँद नगर है, अच्छी सूरत वालों का। 
शहर में आकर शायद हम को, ये जागीर गँवानी है। 
My heart is a city of moons with lovely faces. 
This possession may be lost, when urbanized, I know. 
तेरे बदन पर मैं फूलों से, इस लम्हे का नाम लिखूँ। 
जिस लम्हे का मैं अफ़साना, तू भी एक कहानी है। 
On your body, let me write with flowers,a moment's name. 
Both of us are parts of tale, of this moment you know.





BASHIR BADR.. GHAZAL.. KABHI YUN MILEN KOI...........

कभी यूँ मिलें कोई मसलिहत, कोई ख़ौफ़ दिल में ज़रा न हो।
मुझे अपनी कोई ख़बर न हो, तुझे अपना कोई पता न हो।
Let us meet that in the heart, there's no compromise, no fear
Neither I should be self aware  nor should you be aware O dear.
कभी धूप दे कभी बदलियाँ, दिलो जाँ से दोनों क़ुबूल हैं।
मगर उस महल में न क़ैद कर, जहाँ ज़िन्दगी की हवा न हो।
At times give me  sun or cloud, I 'll accept both with glee.
But don't bind me in a palace, where no lively wind is near.
 तिरे इख़्तियार में क्या नहीं, मुझे इस तरह से नवाज़ दे।
यूँ दुआएँ मेरी क़ुबूल हों, मेरे लब पे कोई दुआ न हो। 
What's out of your control, in such a way grace O God.
Grant my prayers in a way, from
my lips no prayer you hear.
कभी हम भी उन के क़रीब थे, दिलो जाँ से बढ़ के अज़ीज़ थे। 
मगर आज ऐसे मिला है वो, कभी पहले जैसे मिला न हो। 
I was also close to her, more than life was loved by her. 
Today she met in such a way, as if we never met O dear. 

Saturday 29 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. BEKHABAR KURSIYAN...... ..

बेख़बर कुर्सियां आँख मलती रहीं। बस्तियां बेगुनाहों की जलती रहीं।
 Kept rubbing their eyes, chairs unaware. 
Dwellings of innocents were burning there. 
आदमीयत, मुहब्बत, शराफ़त, वफ़ा ।
नागिनें आस्तीनों में पलती रहीं। 
Humanity, nobility, loyalty, love. 
Snakes survived in sleeves over there. 
दो बदन जितने नज़दीक होते गए। 
क़ुर्बतें फ़ासलों में बदलती रहीं। 
When two persons continued to be close. 
Proximity turned to distance there. 
जब मिरी ज़िन्दगी में अंधेरा हुआ। 
मेरे चारों तरफ शम्एँ जलती रहीं। 
 When my life was in pitch dark. 
All around me were lamps aflair. 
ज़हर पानी बना मछलियों के लिए। 
पंछियों को हवाएं मसलती रहीं। 
Water turned into poison for fish. 
As birds were being crushed in  air. 
ज़िंदगी तेरी नाज़ुक बदन लड़कियां। 
आग की शाहराहों पे चलती रहीं। 
O life! These delicate girls of yours. 
On fiery paths, were walking there. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. DIL KI DAHLEEZ PE YADON......

दिल की दहलीज़ पे यादों के दिए रखे हैं।
आज तक हमने ये दरवाज़े खुले रखे हैं। 
There are lamps of memories on footsteps of heart.
Till date, I have kept open the gates of heart.
इस कहानी के वो किरदार कहाँ से लाऊँ? 
वही दरिया है, वही कच्चे घड़े रखे हैं। 
Where from to get those characters of story? 
Same is sream and unflamed 
pitchers in the part. 
हम पे जो गुज़री, बताया न बताएँगे कभी। कितने ख़त अब भी, तेरे नाम लिखे रखे हैं। 
Neither I have told nor tell what I suffered. 
Many letters addressed to you are kept from start. 
आप के पास ख़रीदारी की क़ूव्वत है अगर। 
आज सब लोग दुकानों में सजे रखे हैं। 
If you have got the guts to purchase. 
Today everyone is dressed up in the mart. 


Friday 28 August 2020

AHMAD FARAZ... GHAZAL.. AB KE HAM BICHHADE TO....

अब के हम बिछड़े, तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें ।
जिस तरह सूखे हुए फूल, किताबों में मिलें।
 If now we part, in dreams, may be bound. 
As dried out flowers, in books are found. 
ढूंढ उजड़े हुए लोगों में, वफ़ा के मोती। 
ये ख़ज़ाने, तुझे मुमकिन है ख़राबों में मिलें। 
Look for pearls of loyalty, in ejected people. 
It's possible, in ruins these treasures are found. 
ग़मे दुनिया भी, ग़मे यार में शामिल कर लो। 
नश्शा बढ़ता है, शराबें जो शराबों में मिलें। 
Add pain of world to the pain of love. 
When drinks are mixed, intoxication is profound. 
तू ख़ुदा है, न मिरा इश्क़ फ़रिश्तों जैसा। 
दोनों इंसाँ हैं, तो क्यूँ इतने हिजाबों में मिलें? 
Neither you are God nor my love angelic. 
When both are human, why be veil bound? 
आज हम दार पे, खींचे गए जिन बातों पर।
क्या अजब, कल वो ज़माने को निसाबों में मिलें। 
The views that lead us to hangman's noose. 
Tomorrow in texts, by the world may be found. 
अब न वो मैं हूँ, न वो तू है, न माज़ी है 'फ़राज़'। 
जैसे दो शख़्स, तमन्ना के सराबों में मिलें। 
Neither I, nor you, nor our past is the same. 
As two persons, in mirage of desires, get around. 



Thursday 27 August 2020

SAHIR.. SONG.. CHALO IK BAR PHIR SE AJNABI BAN.....

चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों।
्Let both of us become strangers again.
 न मैं तुम से कोई उम्मीद रखूँ दिलनवाज़ी की।
न तुम मेरी तरफ़ देखो ग़लत अंदाज़ नज़रों से।
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाए मेरी बातों से। 
न ज़ाहिर हो तुम्हारी कशमकश का राज़ नज़रों से। 
Neither I should hope for a heartfelt deed. 
Nor your look with meaningful eyes should lead.
Neither talk should stagger beating of my heart. 
Nor eyes should reveal your tussle and smart. 
तुम्हें भी कोई उलझन रोकती है पेश क़दमी से। 
मुझे भी लोग कहते है कि ये जलवे
पराए हैं। 
मेरे हमराह भी रुस्वाइयाँ हैं मेरे माज़ी की। तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साए हैं।
Something holds you from stepping ahead. 
There's nothing in you for me they say. 
Stays with me my disgraced past. 
With you are shadows of nights passed away. 
तआरुफ़ रोग हो जाए तो उसको भूलना बेहतर। 
तआल्लुक़ बोझ बन जाए तो उसको तोड़ना अच्छा। 
वो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन। 
उसे इक ख़ूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा। 
It's better to forget a contact that is disease. 
When relation turns burden, it's better to disheave. 
A story that can't be brought to an end. 
Giving a lovely twist, it is better to leave. 


SAHIR.. GHAZAL.. JAB KABHI UNKI TAWAJJO MEN...

जब कभी उनकी तवज्जो में कमी पाई गई। 
अज़ सरे नौ दास्ताने शौक़ दुहराई गई। whenever her attention deficit was found.
 Story of love was repeated around. 
बिक गए जब तेरे लब फिर तुझको क्या शिकवा अगर। 
ज़िन्दगानी बादा ओ सागर से बहलाई गई। 
Why blame when your lips were sold. 
In life, help of wine and jug was found. 
ऐ ग़मे दुनिया तुझे क्या इल्म तेरे वास्ते। 
किन बहानों से तबीयत राह पर लाई गई। O world pain! You don't know, for you. 
What excuses for being in line were found. 
 हम करें तर्के वफ़ा अच्छा चलो यूँ ही सही। 
और अगर तर्के वफ़ा से भी न रुस्वाई गई? 
Am I not loyal, well if it is so. 
Even then, if ill fame retains ground? 
कैसे कैसे चश्मो आरिज़ गर्दे ग़म से बुझ गए। 
कैसे कैसे पैकरों की शाने ज़ेबाई गई। 
Pain dust put out many eyes 'n cheeks.
Glow on many foreheads weren't found. 
दिल की धड़कन में तवाज़ुन आ गया है ख़ैर हो।
मेरी नज़रें बुझ गईं या तेरी रानाई गई। 
Now, there is balance in beats of my heart. 
Can't my eyes see or your looks lost ground. 
उनका ग़म उनका तसव्वुर उनके शिकवे  अब कहाँ? 
अब तो ये बातें भी ऐ दिल! हो गईं आई गई। 
Where's her pain, her thoughts 
her blames? 
O heart! These things now hold no ground. 
जुर्रते इंसाँ पे गो तादीब के पहरे रहे। 
फ़ितरते इंसान को ज़ंजीर पहनाई गई। 
Advice stood guard over courage of man. 
Nature of man was kept chain bound. 
अर्सा ए हस्ती पे अब तेशाज़नों का दौर है। 
रस्मे चंगेज़ उठी, तौक़ीरे दाराई गई। 
It's time when workers rule this world. 
Oppression is over, imperial show not around. 




Wednesday 26 August 2020

AHMAD FARAZ.. GHAZAL.. IS SE PAHLE KI BEVAFA HO.......

इस से पहले कि बेवफ़ा हो जाएँ।
क्यूँ न ऐ दोस्त हम जुदा हो जाएँ। Before loyalty gets astray.
 O chum, why not part way.


तू भी हीरे से बन गया पत्थर। 
हम भी कल जाने क्या से क्या हो जाएँ। 
From diamond you turned stone. 
I don't know what I may. 


तू कि यकता था बेशुमार हुआ। 
हम भी टूटे तो जा ब जा हो जाएँ। 
 From matchless you are countless.
If I break, will scatter away.


हम भी मजबूरियों का उज्र करें। 
फिर कहीं और मुब्तिला हो जाएँ।
I will put forth an excuse. 
Be afflicted with other, if I may.


 हम अगर मंज़िलें न बन पाएँ। 
मंज़िलों तक का रास्ता हो जाएँ। 
If we can't become a goal. 
Why not pave for it a way. 


देर से सोच में हैं परवाने। 
ख़ाक हो जाएँ या हवा हो जाएँ।
Since long the moths are thinking. 
Whether to get, burnt or away. 


इश्क़ भी खेल है नसीबों का। 
ख़ाक हो जाएँ कीमिया हो जाएँ। 
Love is a game of fate. 
To be dust or precious in a way. 


अब के गर तू मिले तो हम तुझ से। 
ऐसे लिपटें तिरी क़बा हो जाएँ। 
If now we meet, then I will. 
Embrace to be dress, so to say. 


बंदगी हम ने छोड़ दी है 'फ़राज़'। 
क्या करें लोग जब ख़ुदा हो जाएँ। 
'Faraz' now bends before none. 
'cos people turn God all the way. 


SAHIR.. GHAZAL.. CHOO LENE DO NAZUK HOTHON KO.....

छू लेने दो नाज़ुक होठों को, कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये।6
क़ुदरत ने जो हमको बख़्शा है, वो सबसे हसीं ईनाम है ये।
Let me touch the delicate lips, these are but cups of wine. 
This is most beautiful prize, alloted by nature divine. 
शर्मा के न यूँ ही खो देना, रंगीन जवानी की घड़ियाँ। 
बेताब धड़कते सीनों का, अरमान भरा पैग़ाम है ये। 
DO not just feel shy and waste, colourful time of youth. 
It's a message of throbbing heart with desires that pine. 
अच्छों को बुरा साबित करना, दुनिया की पुरानी आदत है। 
इस मय को मुबारक चीज़ समझ, माना कि बहुत बदनाम है ये। 
It's an old custom of world, to prove that good is bad. 
Greet the wine, while people call it bad, it is fine. 





Monday 24 August 2020

SAHIR.. GHAZAL.. CHEHRE PE KHUSHI CHHA JATI HAI....

चेहरे पे ख़ुशी छा जाती है, आँखों में सुरूर आ जाता है।
जब तुम मुझे अपना कहते हो, अपने पे ग़ुरूर आ जाता है।
There's a drunkard look in eyes, on face there is  pleasing glow.
When you say that I am yours, I feel proud of getting to know. 
तुम हुस्न की ख़ुद इक दुनिया हो, शायद ये तुम्हें मालूम नहीं। 
महफ़िल में तुम्हारे आते ही, हर चीज़ पे नूर आ जाता है। 
Probably you are unaware that you are a world of beauty. 
When you step into a gathering,
on everything there. Is a glow. 
हम पास से तुम को क्या देखें, तुम जब भी मुक़ाबिल होते हो। 
बेताब निगाहों के आगे, पर्दा सा ज़रूर आ जाता है। 
How to see you from so near, whenever you confront me.
In front of my restless eyes, a curtain appears to block the show.
जब तुम से मुहब्बत की हमने, तब जा के कहीं ये राज़ खुला। 
मरने का सलीक़ा आते ही, जीने का शऊर आ जाता है।
When I got in love with you, only then was secret out.
When you learn the manner to die, way to live comes in row. 

SAHIR.. GHAZAL.. APNA DIL PESH KAROON APNI VAFA.....

अपना दिल पेश करूँ, अपनी वफ़ा पेश करूँ ।
कुछ समझ में नहीं आता, तुझे क्या पेश करूँ। 
Should I present my heart or loyalty to you. 
I don't understand what should I present to you. 
तेरे मिलने की ख़ुशी में, कोई नग़्मा छेड़ूँ। 
या तिरे दर्दे जुदाई का, गिला पेश करूँ। 
Should I sing a song in pleasure of this meet. 
Or present the anguish of parting with you. 
मेरे ख़्वाबों में भी तू, मेरे ख़यालों में भी तू।
कौन सी चीज़ तुझे, तुझ से जुदा पेश करूँ। 
You are in my dreams and in my thoughts. 
What is besides you that I should present to you. 
जो तिरे दिल को लुभाए, वो अदा मुझ में नहीं। 
क्यूँ न तुझ को कोई, तेरी ही अदा पेश करूँ। 
I lack the gesture that is lovely to your heart. 
Why not, your own gesture should I present to you. 

Thursday 20 August 2020

SAHIR.. GHAZAL..AQAYAD VAHAM HAIN, MAZHAB.....

अक़ायद वहम हैं मज़हब ख़याले ख़ाम है साक़ी।
अज़ल से ज़ेहने इंसाँ बस्तए औहाम है साक़ी।
Old beliefs are doubts, religion an immature thought wine girl. 
Since start, in human mind are doubtful thoughts wine girl.
हक़ीक़त आश्नाई, अस्ल में गुमकर्दा राही है।
उरूसे आगही परवर्दए अबहाम है साक़ी।
Search of truth is but a way to get lost on the route.
Bride of knowledge is captive of doubts  O wine girl.
मुबारक हो ज़ईफ़ी को ख़िरद की फ़लसफ़ादानी।
जवानी बेनियाज़े इब्रते अंजाम है साक़ी।
Blessed be the elderly with philosophy of past.
Youth is impervious to fear of result or thoughts, wine girl. 
हवस होगी असीरे हल्क़ाए नेको बदे आलम।
मुहब्बत मावरा ए फ़िक्र नंगो नाम है साक़ी। 
Lust is chained to go round in good or bad circles . 
Love is free of bonds of good or bad thoughts wine girl.
अभी तक रास्ते के पेचो ख़म से दिल धड़कता है। 
मेरा ज़ौक़े तलब शायद अभी तक ख़ाम है साक़ी।
My heart palpitates with odd turns of the route.
My search is a raw conception, immature thought, wine girl. 
वहाँ भेजा गया है चाक करने पर्दा ए शब को। 
जहाँ हर सुबह के दामन पे अक्से शाम है साक़ी। 
I am sent to tear away the veil of that night.
Where morning dress bears shade of night ideas wine girl.
मेरे साग़र में मै है और तिरे हाथों में बरबत है। 
वतन की सरजमीं पे भूख से कोहराम है साक़ी।
My tumbler has wine and in your hand is the harp. 
On land there are constant hunger pangs O wine girl.
ज़माना बर सरे पैकार है पुरहौल शोलों से।
तिरे लब पर अभी तक नग़्मा ए ख़य्याम है साक़ी। 
 World is fighting with horrible flames all around.
On your lips are songs of Khaiyaam O wine girl. 

SAHIR.. GHAZAL.. AHALE DIL AUR BHI HAIN AHALE VAFA.....

अहले दिल और भी हैं, अहले वफ़ा और भी हैं।
एक हम ही नहीं, दुनिया से ख़फ़ा और भी हैं
There are others with heart and loyalty too. 
Angry with world, not only I,  are others too.
 हम पे ही ख़त्म नहीं मस्लके शोरीदा सरी। 
चाक दिल और भी हैं, चाक क़बा और भी हैं।
Not only I, am the end of craziness.
Others have broken hearts, torn clothes too. 
क्या हुआ, गर मेरे यारों की ज़ुबानें चुप हैं।
मेरे शाहिद, मेरे यारों के सिवा और भी हैं।
What if my chums have sealed their tongues. 
To vouch for me, besides chums are others too. 
सर सलामत है तो क्या संगे मलामत की कमी। 
जान बाक़ी है, तो पैकाने कज़ा और भी हैं।
 If head is intact, stones will be plenty.
If life persists, arrows of death will come too. 
मुंसिफ़े शहर की वहदत पे, न हर्फ़ आ जाए। 
लोग कहते हैं कि अरबाबे जफ़ा और भी हैं। 
No doubt should be there, on the city judge. 
People say there are others, to cause pain too. 

Wednesday 19 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. UDASI KA YE PATTHAR....

उदासी का ये पत्थर आँसुओं से नम नहीं होता।
हज़ारों जुगनुओं से भी अंधेरा कम नहीं होता। 
It's a stone of sadness, won't get wet with tear. 
Even  thousand glow worms can't make darkness disappear.
कभी बरसात में शादाब बेलें सूख जाती हैं। 
हरे पेड़ों के गिरने का कोई मौसम नहीं होता ।
At times even in rains, healthy climbers  dry up. 
For green trees to fall, no weather is clear. 
बहुत से लोग दिल को इस तरह महफ़ूज़ रखते हैं।
कोई बारिश हो ये काग़ज़ ज़रा भी नम नहीं होता।
Many people keep heart with so much care.
No rain can moisten that paper my dear.
बिछड़ते वक़्त कोई बदगुमानी, दिल में आ जाती। 
उसे भी ग़म नहीं होता, मुझे भी ग़म नहीं होता।
If with misunderstanding, we had parted O pal. 
Neither you would feel bad, nor I, O dear.
ये आँसू हैं, इन्हें फूलों में शबनम की तरह रखना। 
ग़ज़ल अहसास है, अहसास का मातम नहीं होता। 
Keep these tears, like dew drops on flowers. 
Ghazal is a feeling, from sadness keep it clear. 

Tuesday 18 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. KHWAB IN ANKHON SE AB...

ख़्वाब इन आँखों से अब कोई चुरा कर ले जाय।
क़ब्र के सूखे हुए फूल उठा कर ले जाय। 
Dreams from my eyes, let someone steal. 
Remove flowers from grave, their dry feel. 
मुंतज़र फूल में, ख़ुशबू की तरह हूँ कबसे।
कोई झोंके की तरह आए, उड़ा कर ले जाय।
Waiting like incense in flower since long.
Let gust of wind take all along it's zeal.
ये भी पानी है, मगर आँख का ऐसा पानी।
जो हथेली से रची मेंहदी, छुड़ा कर ले जाय। 
I am also water but that of the eyes.
Which from hennaed hands can colour steal. 
मैं मुहब्बत से महकता हुआ ख़त हूँ मुझको। 
ज़िन्दगी अपनी किताबों में छुपा कर ले जाय। 
I am a sweet smelling letter of love, so. 
Let life hide me in the books beyond feel. 
ख़ाक इंसाफ़ है, नाबीना बुतों के आगे। 
रात थाली में चिराग़ों को, सजा कर ले जाय।
What silly justice, before blind idols. 
Night sets lamps on a plate of steel. 
उस से कहना कि मैं पैदल नहीं आने वाला। 
कोई बादल मुझे काँधे पे बिठा कर ले जाय। 
Tell her that I will not come on foot. 
Let a cloud give me shoulder's feel. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. SARE RAH KUCHH BHI KAHA.....

सरे राह कुछ भी कहा नहीं, कभी उसके घर में गया नहीं।
मैं जन्म जन्म से उसी का हूँ, उसे आज तक ये पता नहीं। 
Never visited her home, said nothing on the way.
Since lives, I am hers, she knows not till today. 
उसे पाक नज़रों से चूमना, भी इबादतों में शुमार है। 
कोई फूल लाख क़रीब हो, कभी मैंने उसको छुआ नहीं। 
Kissing her with pious looks, as written in holy books. 
Flower may be so near, but I didn't my hand lay. 
ये ख़ुदा की देन अजीब है, कि इसी का नाम नसीब है। 
जिसे तूने चाहा वो मिल गया, जिसे मैंने चाहा मिला नहीं। 
It is a God's gift, or call it fate so swift. 
You got whatever you asked, for me it was no way. 
इसी शहर में कई साल से, मिरे कुछ क़रीबी अज़ीज़ हैं। 
उन्हें मेरी कोई ख़बर नहीं, मुझे उनका कोई पता नहीं। 
In this city for years, are some near dears. 
Neither they are aware of me, nor I know their way. 


Monday 17 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. BEWAFA RASTE BADALTE.....

बेवफ़ा रास्ते बदलते हैं।
हमसफ़र साथ साथ चलते हैं। 
Disloyals change their way. 
Co travellers go along way.
किस के आँसू छुपे हैं फूलों में। 
चूमता हूँ, तो होंठ जलते हैं। 
Whose tears are there in flowers. 
On kissing, lips burn all the way. 
उस की आँखों को ग़ौर से देखो। 
मंदिरों में चिराग़ जलते हैं। 
Look at her eyes with care. 
Lamps in temples glow away.
 दिल में रह कर नज़र नहीं आते।
ऐसे काँटे कहाँ निकलते हैं। 
Not seen while still in heart. 
Such thorns are there to stay. 
एक दीवार वो भी शीशे की। 
दो बदन पास पास जलते हैं।
Parting wall is made of glass. 
Bodies nearby, burn this way.
 वो सितारे मिरे सितारे हैं।
जो भरी धूप में निकलते हैं। 
Those stars are truly mine. 
As they shine in mid day. 
काँच के, मोतियों के, आँसू के। 
सब खिलौने ग़ज़ल में ढलते हैं। 
Glass, pearls and tears. 
For ghazal toys, all are clay. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. HAR EK CHIRAGH KI LAU......

हर इक चिराग़ की लौ जैसे सोई सोई थी।
वो शाम जैसे किसी से बिछड़ के रोई थी। Sleeping flames of all lamps in that night.
Last evening, she departed and wept outright. 
नहा गया था मैं कल जुगनुओं की बारिश में। 
वो मेरे काँधे पे सर रख के ख़ूब रोई थी। 
I was bathed by a shower of glow worms. 
Her head on my shoulder, she wept a lot in sight.
क़दम क़दम पे लहू के निशान कैसे हैं?
ये सरजमीं तो मिरे आँसुओं ने धोई थी। 
From where are blood spots on each step?
This site was washed by my tears in plight.
मकाँ के साथ वो पौधा भी जल गया जिसमें।
महकते फूल थे, फूलों पे एक तितली थी।
 That plant was also burnt with the house.
Where fragrant flowers bloomed 'n butterfly' d alight.
ख़ुद उसके बाप ने पहचान कर न पहचाना। 
वो लड़की, पिछले फ़सादात में जो खोई थी।
Her father refused to recognise knowing well. 
The girl was lost in last riots, her plight!

Sunday 16 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. SAR SE PA TAK VOH GULABON....

सर से पा तक, वो गुलाबों का शजर लगता है।
बावज़ू हो के भी, छूते हुए डर लगता है।
From head to foot she looks like a plant of rose.
 With washed hands, I touch her in fearful pose. 
मैं तेरे साथ सितारों से गुज़र सकता हूँ।
कितना आसान मुहब्बत का सफ़र लगताहै। 
With you, I can cross many stars.
In love, the goal is pleasingly close.
मुझ में रहता है कोई दुश्मने जानी मेरा।
ख़ुद से तन्हाई में मिलते हुए डर लगता है।
Within me, lives some enemy of mine.
Alone, meeting the self, fears expose. 
बुत भी रखे हैं, नमाज़ें भी अदा होती हैं।
दिल मेरा दिल नहीं, अल्लाह का घर लगता है।
Idols are there, Islamic prayers are made
My heart is not heart, appears God's repose.
ज़िन्दगी तूने मुझे क़ब्र से कम दी है जगह। पाँव फैलाऊँ तो दीवार से सर लगता है। 
O life! You allotted me space shorter than grave. 
With legs stretched, head bangs wall, so close. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. MAIN KHIZAN KI DHOOP......

मैं ख़िज़ाँ की धूप का आईना, कि मैं एक हो कि हज़ार हूँ।
कहीं आँसुओं का हूँ क़ाफ़िला, कहीं जुगनुओं की क़तार हूँ।
I am mirror of autumn sun, single or many in a line. 
At places, a caravan of tears, or glow worms in a line.
कोई तारा टूट के गिर गया, कोई चाँद छत से उतर गया। 
किसी आसमान के हाथ से जो बिखर गया, वही हार हूँ।
A fallen star or a moon that has descended from the roof. 
Slipped from hands of the sky, a garland scattered to shine. 
वही सूखे सूखे से पेड़ हैं, वही उजड़ी उजड़ी सी टहनियाँ। 
कोई फूल जिसमें खिला नहीं, मैं ग़मों की ऐसी बहार हूँ। 
These trees are so dry and twigs have barren look. 
Where no flower ever bloomed, I am spring of pain to pine. 
मुझे क्यो बुलाते हैं प्यार से, ये चहकते पंछी मुंडेर  के। 
मैं ख़मोश रात का दर्द हूँ, मैं उदास चाँद का प्यार हूँ। 
Why lovingly should you call me, O chirping parapet birds? 
I am the pain of silent night, love of sad moon on decline. 
मैं वो शे'र हूँ जिसे आज तक, न कहा गया न सुना गया। 
जिसे उंगलियों ने छुआ नहीं, मैं वो बदनसीब सितार हूँ। 
I am a couplet that till date, was not said or heard by men. 
Untouched by the human hand, 
an unfortunate sitar so fine. 


BASHIR BADR.... GHAZAL... MUHABBATON MEN.....

मुहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला।
अगर गले नहीं लगता तो हाथ भी न मिला। 
In love, do not mix friendship of show.
If you can't embrace, shaking hands is show.
घरों पे नाम थे नामों के साथ ओहदे थे। 
बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला। On homes, there were name plates and grades.
I searched a lot but found no man though.
ख़ुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैंने। 
बस एक शख़्स को माँगा मुझे वही न मिला ।
From this vast universe of the Lord. 
Why desired one was denied, I don't know. 
बहुत अजीब है ये क़ुर्बतों की दूरी भी। 
वो मेरे पास रहा और मुझे कभी न मिला। 
This distance in nearness is so strange.
He stayed with me, never met me though. 

Friday 14 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. YUN HI BESABAB NA PHIRA....

 यूँ ही बेसबब न फिरा करो, कोई शाम घर भी रहा करो।
वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है, उसे चुपके चुपके पढ़ा करो।
Don't roam without a purpose, some eve' stay at home. 
She is a true book of ghazals, read silently at home.
कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से ।
ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो ।
 None 'll shake even hands, if suddenly you embrace. 
It's a city of new mood, must keep distance on roam. 
अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगा। 
तुम्हें जिसने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो। 
Many turns are on way, men' ll come'n go away. 
Who forgot you from heart, pray memories not to roam. 
मुझे इश्तिहार सी लगती हैं ये मुहब्बतों की कहानियाँ। 
जो कहा नहीं वो सुना करो जो सुना नहीं वो कहा करो। 
 To me all these love stories look like advertisements. 
Listen to what's unsaid, what's unheard say from dome. 
कभी हुस्ने पर्दानशीं भी हो ज़रा आशिक़ाना लिबास में। 
जो मैं बन सँनर के कहीं चलूँ मिरे साथ तुम भी चला करो। 
Let veiled beauty also get set in lovely attire. 
When I go out well dressed, with me you too should roam. 
नहीं बेहिजाब वो चाँद सा कि नज़र का कोई असर न हो। 
उसे इतनी गर्मिए शौक़ से बड़ी देर तक न तका करो। 
Not shameless like the moon, that sight 'll not affect. 
Don't look for long with heat of love, while she is at dome. 
ये ख़िज़ाँ की ज़र्द सी शाल में जो उदास पेड़ के पास है। 
ये तुम्हारे घर की बहार है इसे आँसुओं से हरा करो। 
Covered with withered autumn shawl, standing by sad tree. 
Wet with tears to let turn green she is spring of your home. 


BASHIR BADR.. GHAZAL.. KOI HATH NAHIN KHALI HAI...

कोई हाथ नहीं ख़ाली है।
बाबा ये नगरी कैसी है?
Here, there's no empty hand. 
O dad! Which kind is the land?
कोई किसी का दर्द न जाने। 
सब को अपनी-अपनी पड़ी है। 
No one knows another's pain.
Everyone's in his own land.
उस का भी कुछ हक़ है आख़िर। 
उसने मुझसे नफ़रत की है। 
He has got his own right.
He has hated me firsthand. 
फूल दवा जैसे महके हैं। 
किस बीमार की सुबह हुई है?
Flowers smell just like drugs. 
Which patient has morning grand. 
जैसे सदियाँ बीत चुकी हों। 
फिर भी आधी रात अभी है। 
As if centuries have passed. 
Half a night is left offhand. 
कैसे कटेगी तन्हा तन्हा। 
इतनी सारी उम्र पड़ी है। 
So much life is yet left. 
Alone, how will it be manned?
हम दोनों की ख़ूब निभेगी। 
मैं भी दुखी हूँ वो भी दुखी है
Both of us will gel very well. 
Both are sad, understand. 
अब ग़म से क्या नाता तोड़ें। 
ज़ालिम बचपन का साथी है। 
Why break ties with the pain. 
Pals since childhood, understand. 
दिल की ख़ामोशी पे न जाओ। 
राख के नीचे आग दबी है। 
Don't just think of silent heart.
Embers glow in ash underhand. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. MERE BISTAR PE SO RAHA...

मेरे बिस्तर पे सो रहा है कोई।
मेरी आँखों में जागता है कोई। 
Someone is sleeping in my bed. 
In my eyes, is one awake instead. 
इन पहाड़ों में कौन रहता है? 
बोल कर देखो बोलता है कोई। 
Who is residing in these hills? 
You call 'n listen to what is said. 
आज मैं जाऊँगा कि सोते में। 
मेरी पलकों को चूमता है कोई। 
Tonight, I shall keep awake. 
 Eyes are kissed asleep in bed. 
मेरा शैतान मर गया शायद। 
मेरे सीने पे सो रहा है कोई। 
Someone sleeps on my chest. 
Probably my satan is long dead. 
रंग ये भी बहुत पुराना है। 
सोचता कोई बोलता है कोई। 
This colour also is very old. 
One thinks, other speaks instead. 
सात पर्दों में छुप के देख लिया। 
कपड़े बदलो तो देखता है कोई। 
Hidden behind many covers, still.
You are nude when clothes are shed. 

Thursday 13 August 2020

SAHIR.. GHAZAL.. NAFAS KE LOCH MEN RUM HI....

नफ़स के लोच में रम ही नहीं कुछ और भी है।
हयात साग़रे सम ही नहीं कुछ और भी है।
Far from passage of breaths, there is something more. 
Life is not a cup of poison, but something more. 
मिरी नदीम, मुहब्बत की रिफ़अतों से न गिर। 
बुलंद बामेहरम ही नहीं कुछ और भी है। 
My dear, don't descend fron heights of love. 
Besides the palace, towards sky is something more. 
तिरी निगाह मिरे ग़म की पासदार सही 
मिरी निगाह में ग़म ही नहीं कुछ और भी है। 
Yes, your eyes have taken guard of my pain. 
In my eyes is not only pain, but something more. 
ये इज़्तिनाब है अक्से शऊरे महबूबी। 
ये एहतियात सितम ही नहीं, कुछ और भी है। 
This neglect is a mirror of love and it's feel. 
The care isn't only being cruel, but something more. 
इधर भी एक उचटती नज़र कि दुनिया में।
फ़रोगे महफ़िले जम ही नहीं, कुछ और भी है। 
A stray glance this side too, for in world. 
Besides luxury meetings, there is something more. 
नए जहान बसाए हैं फ़िक्रे आदम ने।
अब इस ज़मीं पे इरम ही नहीं कुछ और भी है। 
Human thoughts have crafted some new worlds. 
Here, there isn't only heaven, but something more. 

Wednesday 12 August 2020

SAHIR.. GHAZAL.. DEKHA TO THA YUNHI KISI........

देखा तो था यूँ ही किसी ग़फ़लत शआर ने।
दीवाना कर दिया दिले बेइख़्तियार ने।
 A careless person had seen by the way.
The uncontrolled heart turned crazy on way. 
ऐ आरज़ू के धुँधले ख़राबो, जवाब दो। 
फिर किस की याद आई थी, मुझको पुकारने। 
O shady ruins of hope just tell. 
Whose memory has called me on the way. 
तुझको ख़बर नहीं मगर इक सादालौह को।
बर्बाद कर दिया तेरे दो दिन के प्यार ने।
You are not aware but a simple man. 
Was ruined by your two day love this way.
 मैं और तुमसे तर्के मुहब्बत की आरज़ू।
दीवाना कर दिया है ग़मे रोज़गार ने। 
 I won't hope to part with your love.
The troubles of world turned me crazy on way. 
अब ऐ दिले तबाह, तेरा क्या ख़याल है?
हम तो चले थे काकुले गेती सँवारने।
O distorted heart! What's now your view?
I had wanted to dress, I world tress all the way. 

SAHIR.. GHAZAL.. NAGHMA JO HAI VOH ROOH MEN.....

नग़्मा जो है वो रूह में हे, नै में कुछ नहीं।
गर तुझ में कुछ नहीं तो किसी शै में कुछ नहीं। 
There is nothing in flute, song is in the soul. 
If there 's nothing in you, then nothing is on roll.
तेरे लहू की आँच से गर्मी है जिस्म  की।
मय के हज़ार वस्फ़ सही, मय में कुछ नहीं।
The body is warm with the heat of your blood.
Wine has virtues but in itself can't roll. 
जिस में ख़ुलूस फ़िक्र न हो, वो सुख़न फ़ुज़ूल।
जिस में न दिल शरीक हो, उस लय में कुछ नहीं।
That poem is useless which lacks true thought. 
If heart isn't involved, the tune won't roll. 
कश्कोले फ़न उठा के सूए सारवाँ न जा। 
अब दस्ते इख़्तियारे जमो कै में कुछ नहीं। Stretch not before rulers the bowl of art.
Now these paper rulers have lost their role. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. DOOSARON KO HAMARI....

दूसरों को हमारी सज़ाएँ न दे। 
चाँदनी रात को बददुआएँ न दे। 
Don't punish others for what I have done. 
Don't Ill wish moonlight for what is done. 
फूल से आशिक़ी का हुनर सीख ले। 
तितलियाँ ख़ुद रुकेंगी सदाएँ न दे। 
Learn art of love from flower ln bloom. 
Butterflies will alight, you call none. 
सब गुनाहों का इक़रार करने लगें। 
इस क़दर ख़ूबसूरत सज़ाएँ न दे। 
Lest everyone should own his guilt. 
So beautiful chastisement isn't done. 
मैं दरख़्तों की सफ़ का भिखारी नहीं। बेवफ़ा मौसमों की क़बाएँ न दे। 
I am not a beggar in line with trees.
Dresses of disloyal weathers are shun. 
मोतियों को छुपा सीपियाँ की तरह ।
बेवफ़ाओं को कपनी वफ़ाई न दे। 
Hide the pearls like oysters do. 
For disloyals let loyalties be shun. 
मैं बिखर जाऊँगा आँसुओं की तरह। 
इस क़दर प्यार में बद दुआएँ न दे।
I 'll get scattered like tears all the way.
Let such lovely ill wishes not be done. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. SANWAAR NONK PALAK....

सँवार नोक पलक अबरूओं में ख़म कर दे।
गिरे पड़े हुए लफ़्ज़ों को मोहतरमा कर दे।
Set tips of eyebrows and eyelashes to shape. 
Give scattered, neglected words a respected shape.
ग़ुरूर उस पे बहुत सजता है मगर कह दो। इसी में उसका भला है ग़ुरूर कम कर दे। 
Self esteem decorates her all the way. 
But it'll be good for her to cut it to shape. 
यहाँ लिबास की क़ीमत है आदमी की नहीं। 
मुझे गिलास बड़े दे शराब कम कर दे। 
Not man but dress determines the worth. 
Serve me in a bigger glass cutting drink to shape. 
 चमकने वाली है तहरीर मेरी क़िस्मत की। कोई चिराग़ की लौ को ज़रा सा कम कर दे। 
What's written in my fate will glow soon. 
Please trim the flame of lamp to shape.
किसी ने चूम के आँखों को ये दुआ दी थी। ज़मीन तेरी ख़ुदा मोतियों से नम कर दे। 
Kissing my eyes someone had blessed. 
God! Soak his land with pearls
to shape. 

Monday 10 August 2020

SAHIR.. GHAZAL.. HAVAS NASEEB NAZAR KO....

हवस नसीब नज़र को कहीं क़रार नहीं।
मैं मुन्तज़िर हूँ मगर तेरा इंतजार नहीं।
Lustful eyes don't find peace anywhere. 
Yes, I wait, but not for you over here. 
हमीं से रंगे गुलिस्ताँ, हमीं से रंगे बहार। हमें निज़ामे गुलिस्ताँ पे अख्तियार नहीं।
I brought colour in garden and spring. 
BuI have no right to govern over here. 
अभी न छेड़ मुहब्बत के गीत ऐ मुतरिब। 
अभी हयात का माहौल ख़ुशगवार नहीं। 
Do not set to tune love songs O singer. 
The setup of life isn't yet pleasant here. 
तुम्हारे अहदेवफ़ा को मैं अहद क्या समझूँ? 
मुझे ख़ुद अपनी मुहब्बत का एतबार नहीं। 
How to say your promise to be loyal is just. 
I can't trust call of my love over here. 
न जाने कितने गिले इसमें मुज़्तरिब हैं नदीम। 
वो एक दिल जो किसी का गिलागुज़ार नहीं। 
Who knows the count of accusations mate? 
This heart cares for nothing over here. 
गुरेज़ का नहीं क़ायल हयात से, लेकिन। 
जो सच कहूँ तो मुझे मौत नागवार नहीं। 
I don't believe in running away from life. 
To say the truth, death isn't unpleasant here. 
ये किस मक़ाम पे पहुँचा दिया ज़माने ने। 
कि अब हयात पे तेरा भी अख़्तियार
  नहीं। 
Where has the world brought me O dear? 
The life isn't under your control
over here. 

SAHIR.. GHAZAL.. MAIN ZINDAGI KA SAATH....

मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया।
हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया। 
I gave company to life all the way. 
I smoked away tensions all the way.
बरबादियों का सोग मनाना फ़िज़ूल था। 
बरबादियों का जश्न मनाता चला गया। 
Was futile to be sorry for ruination. 
So I celebrated ruination all the way. 
जो मिल गया, उसी को मुक़द्दर समझ लिया। 
जो खो गया, मैं उस को भुलाता चला गया। 
Whatever I got, thought, it was fate.
Whatever I lost, was forgotten all the way. 
ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहाँ। 
मैं दिल को उस मुक़ाम पे लाता चला गया। 
Where pain and pleasure are at par. 
I brought my heart to that site all the way. 

Sunday 9 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. SHE'R MERE KAHAAN THE.....

शे'र मेरे कहाँ थे किसी के लिए।
मैंने सब कुछ लिखा है तुम्हारे लिए। 
My couplets were for none, was known. 
All I wrote, was for you alone.
अपने सुख दुख बहुत ख़ूबसूरत रहे।
हम जिए भी तो इक दूसरे के लिए। Beautiful were our pleasure and pain.
We lived for one another alone. 
हमसफ़र ने मेरा साथ छोड़ा नहीं। 
अपने आँसू दिए रास्ते के लिए। 
Gave me tears for company on way. 
Cotraveller did not leave me alone. 
ज़िन्दगी और मैं दो अलग तो नहीं। 
मैंने सब फूल काँटे इसी से लिए। 
Life and I are not apart. 
Had flowers and thorns trom it alone. 
ज़हन में तितलियाँ उड़ रही हैं बहुत। 
कोई धागा नहीं बाँधने के लिए। 
Many butterflies flutter in the mind. 
. No thread is handy to tie with stone. 
एक तस्वीर ग़ज़लों में ऐसी बनी। 
अगले पिछले ज़मानों के चेहरे लिए। 
A sketch has formed in my ghazals. 
Where part of past and present are shown..... 

। 

Saturday 8 August 2020

SAHIR.. GHAZAL.. TANG AA CHUKE HAIN.....

तंग आ चुके हैं कश्मकशे ज़िन्दगी से हम। ठुकरा न दें जहाँ को कहीं बेदिली से हम। I am tired of dilemmas of life's state.
May reject this world out of distaste. 
मायूसिए मलाले मुहब्बत न पूछिये। 
अपनों से पेश आए हैं बेगानगी  से हम।
Don't ask about grief in consequence of love. 
I have treated my own, like strangers of late. 
लो आज हम ने तोड़ दिया रिश्त ए उमीद। लो अब कभी गिला न करेंगे किसी से हम। 
Today I broke all relations with hope. 
I won't blame anyone about this state. 
उभरेंगे एक बार अभी दिल के वलवले। 
गो दब गए हैं बारे ग़मे ज़िन्दगी से हम। 
Fervours of heart 'll spring once more. 
Though pressed are with life sorrows weight. 
गर ज़िन्दगी में मिल गए फिर इत्तेफ़ाक़ से। 
पूछेंगे अपना हाल तेरी बेबसी से हम। 
If by chance, we confront again. 
From your inability, I ' ll ask my state. 
हम ग़मज़दा हैं लाएँ कहाँ से ख़ुशी के गीत। 
देंगे वही जो पाएँगे इस ज़िन्दगी से हम। 
I 'm deep in sorrows, wherefrom happy songs. 
Whatever life gave, was returned O mate. 
अल्लाह रे फ़रेबे मशिय्यत कि आज तक। दुनिया के ज़ुल्म सहते रहे ख़ामुशी से हम। I silently tolerated tyranny of world. 
What a divine deception it was till date. 


 

Thursday 6 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. APNI KHOI HUI JANNATEN....

अपनी खोई हुई जन्नतें पा गए, ज़ीस्त के रास्ते भूलते भूलते।
मौत की वादियों में कहीं खो गए, तेरी आवाज़ को ढूँढते ढूँढते ।
I could locate, lost heavens of late, forgetting life on the way. 
Got out of breath, in valley of death, listening your sonorous way. 
मस्तो सरशार थे, कोई ठोकर लगी, आसमाँ से ज़मीं पर, यूँ हम आ गए।
शाख़ से फूल जैसे कोई गिर पड़े, रक़्से आवाज़ पर झूमते झूमते।
I was drunk, stumbled 'n shrunk from the sky so high.
As a flower falls, from branch that stalls, swinging with sound to sway.
कोई पत्थर नहीं हूँ, कि जिस शक्ल में मुझ को चाहो, बनाया बिगाड़ा करो।
भूल जाने की कोशिश तो की थी मगर, याद तुम आ गए भूलते भूलते।
I am not a stone to form a shape, or deform it out of shape.
To forget, attempt was made, but the farewell parade, brought  memories all the way.
आँखें आँसू भरी, पलकें बोझल घनी, जैसे झीलें भी हों, नर्म साए भी हों ।
वो तो कहिए उन्हें कुछ हँसी आ गई, बच गए आज हम डूबते डूबते ।
Tears on heavy eye lashes, soft shades in deep lake splashes.
She happened to smile, just for a while to save me from drowning today.
अब वो गेसू नहीं हैं जो साया करें, अब वो शाने नहीं जो सहारा बनें। 
मौत के बाज़ुओ, तुम ही आगे बढ़ो, थक गए आज हम घूमते घूमते। 
Neither tress for shades, nor supportive shoulder blades.
Death arms instead, just step ahead, I am tired of roaming. today.
दिल में जो तीर हैं, अपने ही तीर हैं, अपनी ज़ंजीर से पा बज़ंजीर हैं। 
संगरेज़ों को हम ने ख़ुदा कर दिया, आख़िरश रात दिन पूजते पूजते।
Own arrows in heart, chained feet from start. 
Praying day 'n night, with all might, stone chips turned Gods all the way. 

FAIZ.. GHAZAL.. QARZE NIGAAHE YAAR ADAA....

क्रर्ज़े निगाहे यार अदा कर चुके हैं हम।
सब कुछ निसारे राहे वफ़ा कर चुके हैं हम। 
I have repaid the debt of her vision.
In love path, I gave it all this season. 
अब अहतियात की कोई सूरत नहीं रही। 
क़ातिल से रस्मो राह सिवा कर चुके हैं हम।
Now there 's just no way for caution. 
Bond with murderer' s parted this season. 
अब अपना अख्तियार है चाहे जहाँ चलें। 
रहबर से अपनी राह जुदा कर चुके हैं हम।
Now I can choose a direction of my own. 
With route guide, I have parted ways this season
देखें हैं कौन कौन ज़रूरत नहीं रही। 
कूए सितम में सब को ख़फ़ा कर चुके हैं हम। 
Let's see what's needed no more. 
All in torturer's lane,  are annoyed this season 
उनकी नज़र में क्या करें फीका है अब भी रंग। 
जितना लहू था सर्फ़े क़बा कर चुके हैं हम। 
In her view, what to do, it is still bland. 
I soaked with my. blood the dress this season. 

रावण पुरोहित .... राम यजमान...

पहुंचे जब रामेश्वरम करते राम विचार।
विजय हेतु पूजन करूँ शिव का सभी प्रकार। 

पंडित ऐसा चाहिए बुद्धिमान विद्वान। वैष्णव मत और शैव मत जाने एक समान। 

जामवंत  कहँ व्यक्ति है ऐसा इकभगवान। मित्र रहे हैं पितामह कहना लेगा मान।

जाता हूँ मै उसी से मिलने दें आशीश। 
शिव रक्षा तेरी करें बोले यह जगदीश।

दादाजी के मित्र हैं करें सभी सम्मान। रावण ने हर जगह पर दूत बिठाए आन। 

कर प्रणाम दशशीश नेआसन किया प्रदान। 
भूल गए क्यों पौत्र को दिया किस  लिए मान। 

मेरे अपने हैं जिन्हें करना है एक यज्ञ। 
हमें पुरोहित चाहिए तुम सा ही सर्वज्ञ।

आशा लेकर मैं यही आया हूँ लंकेश। 
वैष्णव विधि भी जानते औ प्रिय तुम्हें महेश।

रावण बोला करूंगा पूजा सभी प्रकार। 
दादाजी के मित्र हैं सब है अंगीकार। 

अब मेरे यजमान का बतला दीजे नाम।
जामवंत कहने लगे वह कहलाते राम। 

लंक विजय की कामना से पूजें यह आर्य।
राम धन्य हों आप यदि बन जाएँ आचार्य।

रावण ने उनसे कहा है मुझ को स्वीकार। करें व्यवस्था यज्ञ की सब है अंगीकार।

लंक विजय के ध्येय से राम कर रहे कार्य। विधिवत पूजन के लिए मुझे चुना आचार्य

वैदेही ने कर नमन उस को किया प्रणाम। 
हो सौभाग्य अमर तेरा रण जीतें यह राम।

यज्ञ करूँ विधिवत अगर पत्नी भी हो साथ। 
वैदेही बैठें वहीं पूजें जहँ रघुनाथ। 

विधि होगी कुछ शास्त्र में होगा कोई विधान। 
जब पत्नी बिन यज्ञ को कर पाए यजमान। 

पत्नी तजे शरीर या करे त्याग यजमान। 
तब ही उसकी मूर्ति संग यज्ञ करे यजमान 

वैदेही को साथ में ब्राह्मण लाया आन। 
हो समाप्त जब यज्ञ तो करे लंक प्रस्थान। 

शुभ मुहूर्त शिव मूर्ति को करें प्रतिष्ठित आन। 
आते होंगे मूर्ति ले पवन पुत्र हनुमान। 

वैदेही रज कणों से करें मूर्ति निर्माण। 
पूजा कर फिर पुरोहित करे प्रतिष्ठित प्राण

यज्ञ हुआ सम्पन्न तो कर प्रणाम यजमान। 
क्या देना आचार्य को मुझे दक्षिणा दान। 

निष्कासित हैं राज्य से ब्राह्मण को यह भान। 
प्राण निकलने जब लगें तब दर्शन दें आन।

 लंक विजय उद्देश्य धा पूजन का यजमान।
 पूर्ण कामना हो तेरी यह मेरा वरदान।
 
वैदेही को साथ ले रावण चढ़ा विमान। 
वानर भालू कर रहे सब उस का गुणगान।

 ऋषि कम्मन ने प्रेम से इस का किया बखान। 
अन्त समय में राम ने दिया दक्षिणा दान। 

Wednesday 5 August 2020

FAIZ.. GHAZAL.. BAAT BAS SE NIKAL CHALI HAI....

बात बस से निकल चली है।
दिल की हालत संभल चली है। 
Talk has crossed beyond seize. 
Condition of heart is much to please.
अश्क ख़ूँनाब हो चले हैं। 
ग़म की रंगत बदल चली है। 
Tears have got stained with blood.
Changed colour of sorrows appease. 
लाखों पैग़ाम हो गए हैं।
जब सबा एक पल चली है। 
A million messages went to 'n fro.
With a moment' s flow of the breeze.
अब जुनूँ हद से बढ़ चला है। 
अब तबीयत बहल चली है। 
Craziness has crossed it's limit. 
Now I am feeling much at ease. 
जाओ अब सो रहो सितारो। 
दर्द की रात ढल चुकी है। 
The night of sorrows is no more. 
O stars! Go 'n rest as you please. 

Tuesday 4 August 2020

FAIZ.. GHAZAL.. AB VAHI HARF E JUNUN SABKI ZUBAN....

अब वही हर्फ़े जुनूँ सब की ज़ुबाँ ठहरी है। जो भी चल निकली है वो बात कहाँ ठहरी है?
Ecstatic are the words and all tongues stay. 
When talks are on move, these do not stay. 
आज तक शैख़ के इकराम में जो शै थी हराम। 
अब वही दुश्मने दीं राहते जाँ ठहरी है। 
That what was a sin in the eyes of priest. 
The irreligious thing gives solace to heart, pray.
है वहीआरिज़े लैला वही शीरीं का दहन। 
निगहे शौक़ घड़ी भर को जहाँ ठहरी है। 
Call it Laila's cheek or Sheerin's face.
Where ever desirous looks for a moment stay. 
वस्ल की शब थी तो किस दर्जा सुबुक गुज़री थी। 
हिज्र की शब है तो क्या सख़्त गराँ गुज़री है। 
The night of meeting was so easy to pass. 
Parting night is hard and difficult in fray. 
बिखरी इक बार तो फिर आई कहाँ मौजे शमीम। 
दिल से निकली है तो कब लब पे फ़ुगाँ ठहरी है। 
When it spreads, you can't catch fragrant waves. 
From heart to lips does mercy appeal stray. 
 दस्ते सैयाद भी आजिज़ है कफ़े गुलचीं भी।
बूए गुल ठहरी न गुलचीं की ज़ुबाँ ठहरीहै। Troubled are hands of capture 'n flower welder.
Neither fragrance nor wielder' s tongue 'd stay.
आते आते यूँ ही पल भर को रुकी होगी बहार। 
जाते जाते यूँ ही पल भर को ख़िज़ाँ ठहरी है। 
On arrival, the spring has stayed a little while. 
Departing, the autumn made a momentous stay.
हमने वो तर्ज़े फ़ुगाँ की है क़फ़स में ईजाद।
' फ़ैज़'गुलशन में वहीतर्ज़े बयाँ ठहरी है।
What I crafted in prison as a way to pray. 
In the garden it has become a way to say.

BASHIR BADR.. GHAZAL.. PAAS SE DEKHO JUGNU ANSOO....

पास से देखो जुगनू आँसू दूर से देखो तारा आँसू।
मैं फूलों की सेज पे बैठा आधी रात का तन्हा आँसू।
From a distance, tear looks like star, 'n a glow worm when viewed from near.
I am sitting on a flower bed, I am midnight' s desolate tear.
मौसम की ख़ुशबू में अक्सर ग़म की ख़ुशबू मिल जाती है। 
आमों के बाग़ों में अक्सर सावन सावन बरसा आँसू ।
Often in smell of weather, smell of sorrows mingles around. 
In orchards of mangoes, like rainy season showers tear. 
अपने बचपन का किस्सा है इक तस्वीर बनाई उसने। 
मेंहदी वाले हाथ रचे थे बीच हथेली टपका आँसू। 
It's a childhood story, she had painted a picture of love.
Beautiful hennaed hands, in their midst just dropped a tear. 
एक गांव में दो बारातें शायद दूल्हा बदल गया है। 
मेरी आँख में तेरा आँसू तेरी आँख में मेरा आँसू। 
Two marriages in one village, as if grooms got exchanged. 
In my eyes are your tears, in your eye is my tear. 
 मेरी इन आँखों ने अक्सर ग़म के दोनों पहलू देखे।
ठहर गया तो पत्थर आँसू बह निकला तो दरिया आँसू। 
My eyes have often seen, both the facets of human grief. 
If tear srays, it hurts as stone, if it flows, is a stream so clear. 
प्यार अजब तलवार है जिस पर हम दोनों के नाम लिखे हैं। 
टहनी टहनी कलियाँ आँसू पत्थर पत्थर झरना आँसू। 
Love is unique sword on which names of both are carved. 
Tears are buds on twigs, on rolling stone in brook is tear. 

FAIZ.. GHAZAL.. DIL MEN AB YUN TERE BHOOLE...

दिल में अब यूँ तेरे भूले हुए ग़म आते हैं।जैसे बिछड़े हुए काबे में सनम आते हैं।Forgotten fragments of pain can my heart endure. 
As long lost idols visit Kaaba once more.
एक एक करके हुए जाते हैं तारे रोशन। 
मेरी मंजिल की तरफ़ तेरे क़दम आते हैं। 
The stars are getting lit up one by one. 
Now that my goal, your feet explore.
और कुछ देर न गुज़रे शबे फ़ुर्क़त से कहो। 
दिल भी कम दुखता है वो याद भी कम आते हैं। 
Tell night of departure to stay a little more. 
Heartache is lesser, her memories not galore. 
रक़्स मय तेज़ करो साज़ की लय तेज़ करो। 
सूए मैख़ाना सफ़ीराने हरम आते हैं। 
Speed up rounds of wine, let music sound roar. 
Some priests are coming towards tavern door. 

KRISHNA BIHARI NOOR.. GHAZAL.. ZINDAGI SE BADI...

ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं।
और क्या जुर्म है, पता ही नहीं।

Life is punishment, at its most. As crime is unknown, purpose lost. 

इतने हिस्सों में बँट गया हूँ मैं ।
मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नहीं।

I am divided in so many parts. 
Nothing is left for me, almost. 

ज़िन्दगी! मौत तेरी मंज़िल है। 
दूसरा कोई रास्ता ही नहीं। 

Only death is your goal O life. 
No other way, at any cost. 

ज़िन्दगी! अब बता कहाँ जाएँ? 
ज़हर बाज़ार में मिला ही नहीं। 

Where to go? Just tell me O life. 
Poison isn't there in mart. I am lost. 

जिस के कारण फ़साद होते हैं। 
उस का कोई अता पता ही नहीं। 

One, who is root cause of riot. 
No one knows him. He is lost. 

सच घटे या बढ़े तो सच न रहे। 
झूठ की कोई इंतिहा ही नहीं। 

Minus or plus, changes the truth. 
There's no limit, lie isn't lost. 

धन के हाथों बिके हैं सब क़ानून। 
अब किसी जुर्म की सज़ा ही नहीं। 

Money has purchased all the laws. 
For any crime, punishment is lost. 

 चाहे सोने के फ़्रेम में जड़ दो। 
आईना झूठ बोलता ही नहीं। 

Even if set in a golden frame. 
Mirror tells no lie, at any cost. 

अपनी रचनाओं में वो ज़िन्दा है। 
'नूर' संसार से गया ही नहीं। 

In his couplets, he is alive. 
For the world, 'Noor' isn't lost. 


Monday 3 August 2020

FAIZ.. GHAZAL.. TUM AYE HO NA SHABE INTEZAR.....

तुम आए हो न शबे इंतज़ार गुज़री है। तलाश में है सहर बार बार गुज़री है।
Neither you came nor waiting night was spent.
 In search of you,the morning repeatedly went.
जुनूँ में जितनी भी गुज़री बकार गुज़री है। अगर दिल प ख़राबी हज़ार गुज़री है। 
Whatever has happened in madness was good.
Although this heart has received the dent. 
हुई है हज़रते नासेह से गुफ़्तगू जिस शब। वो शब ज़रूर सरे कूए यार गुज़री है। 
The night when I had talked with the priest. 
In the lover's lane that night was spent.
वो बात सारे फ़साने में जिस का ज़िक्र था। 
वो बात उनको बहुत नागवार गुज़री है। 
That which never was a part of the tale.
It hurt her a lot and dislike it meant. 
न गुल खिले हैं न उनसे मिले न मय पी है। अजीब रंग में अब के बहार गुज़री है। 
 Neither flowers bloomed, nor we met and drank.
In a strange shade this spring came and went. 
चमन पे ग़ारते गुलचीं से जाने क्या गुज़री।
क़फ़स से आज सबा बेक़रार गुज़री है।
I know not what flower plucker did to the garden.
By prison side breeze was restless as it went. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. HAMARE HATHON MEN EK...

हमारे हाथों में एक शक्ल चाँद जैसी थी।
तुम्हें ये कैसे बताएँ वो रात कैसी थी। 
Something like moon was in hands that night.
How to tell you in words, how was that night. 
महक रहे थे मेरे होंठ उसकी ख़ुशबू से। 
अजीब आग थी बिल्कुल गुलाब जैसी थी।
Her fragrance was oozing out of my lips 
So strange was this fire, like rose alright. 
इसी में सब थे, मिरी माँ, बहन भी, बीवी भी।
समझ रहा था जिसे मैं वो ऐसी वैसी थी। 
She was all in one, my mother, sister, wife. 
She mingled so well with all at first sight. 
तुम्हारे घर के सभी रास्तों को काट गई।
हमारे साथ में कोई लकीर ऐसी थी। 
A line demarcated all ways to your home. 
A line in our midst to delimit our might. 

अपनी आँखों के समंदर में उतर जाने दे।

अपनी आँखों के समंदर में उतर जाने दे। तेरा मुजरिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे।
Let me get deep in the sea of your eyes. 
As a culprit, let me drown and apologise. 
ऐ नए दोस्त मैं समझूँगा तुझे भी अपना। 
पहले माज़ी का कोई ज़ख़्म तो भर जाने दे। 
O new friend! I'll also call you my own . 
Let some old wound heal and surprise. 
ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको। 
सोचता हूँ कि कहूँ तुझसे मगर जाने दे। 
Your desire has given me a lot of wounds. 
I could also tell you but let me oblige. 

BASHIR BADR..GHAZAL.. LOG TOOT JAATE HAIN....

लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में ।
तुम तरस नहीं खाते बस्तियों जलाने में ।
Men get broke in making a home. 
Setting many on fire, no feelings foam. 
और जाम टूटेंगे इस शराबख़ाने में। 
मौसमों के आने में मौसमों के जाने में। 
Many cups 'll be broken in this tavern. 
The seasons change as dark clouds roam. 
हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं। 
सदियाँ बीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में। 
People call any throbbing stone, a heart. 
It takes centuries to make a heart or Rome. 
फ़ाख़्ता की मजबूरी ये भी कह नहीं सकती। 
कौन साँप रखता है उसके आशियाने में। 
The bird is helpless, can't even say. 
Who has sneaked a snake in her home. 
दूसरी कोई लड़की 'ज़िन्दगी में आएगी। 
कितनी देर लगती है , उसको भूल जाने में? 
Another dame' ll come to join his life.
Not long'll  memories be dusted off the chrome. 

Sunday 2 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. PARAKHNA MAT...

परखना मत परखने में कोई अपना नहीं रहता।
किसी भी आईने में देर तक चेहरा नहीं रहता। 
Don't test. None remains your own, if you test. 
Images stay in the mirror for a while, then rest.
बड़े लोगों से मिलने में, हमेशा फ़ासला रखना। 
जहाँ दरिया समंदर से मिले, दरिया नहीं रहता।
Always keep a distance, when you meet bigwigs. 
When river meets ocean, it's entity comes to rest. 
हज़ारों शे'र मेरे सो गए, काग़ज़ की कब्रों में।
अजब माँ हूँ, कोई बच्चा मिरा ज़िंदा नहीं रहता।
Thousands of my couplets have slept in papery graves.
All kids of this strange mother are laid to rest. 
मुहब्बत एक ख़ुशबू है, हमेशा साथ चलती है। 
कोई इंसान तन्हाई में भी, तन्हा नहीं रहता। 
Love is a fragrance, always stays with you. 
Even when alone, none is alone at its best. 
तुम्हारा शहर तो बिल्कुल नए अंदाज़ वाला है।
हमारे शहर में भी अब कोई हम सा नहीं रहता। 
Your city has a new style, all of its own.
In my city too, no one reaches my crest. 

Saturday 1 August 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. NAZAR SE GUFTGU...

नज़र से गुफ़्तगू, ख़ामोश लब, तुम्हारी तरह।
ग़ज़ल ने सीखे हैं, अंदाज़ सब तुम्हारी तरह।
While eyes talk, mum are lips, just like you. 
Ghazal has learnt all the tricks, just like you.
जो प्यास तेज़ हो, तो रेत भी है चादरे आब। 
दिखाई दूर से देते हैं, सब तुम्हारी तरह।
With intense thirst, sand is a sheet of water.
From a distance, all look just like you.
बुला रहा है ज़माना, मगर तरसता हूँ।
कोई पुकारे मुझे, बेसबब तुम्हारी तरह।
The world is calling but I still yearn.
To be called without reason, just like you. 
हवा की तरह मैं बेताब हूँ कि शाख़े गुलाब। 
लहकती है मेरी आहट पे अब तुम्हारी तरह। 
I am impatient as a rose twig swings in air.
Listening to my foot steps just like you. 
मिसाले वक़्त मैं तस्वीरे सुब्हो शाम हूँ अब। 
मिरे वजूद पे छाई है शब तुम्हारी तरह। 
I am frame of time, it's morn' and eve'.
The night covers my entity, just like you.
सुनाते हैं मुझे, ख़्वाबों की दास्ताँ अक्सर। 
कहानियों के पुर असरार लब, तुम्हारी तरह।
Often they recite to me tales of dreams. 
Mysterious lips of stories, just like you. 

JAVED AKHTAR.. GHAZAL.. DARD KE PHOOL BHI...

दर्द के फूल भी खिलते हैं, बिखर जाते हैं।
ज़ख़्म जैसे भी हों, कुछ रोज़ में भर जाते हैं।

Flowers of pain bloom and scatter again. 
Wounds heal in days, these do not remain. 


रास्ता रोक खड़ी है यही उलझन कब से।
कोई पूछे तो कहें क्या कि किधर जाते हैं।

 Since long a confusion is blocking my way.
If one asks where to, I can't explain. 


छत की कड़ियों से उतरते हैं मेरे ख़्वाब मगर। 
मेरी दीवारों से टकरा के बिखर जाते हैं। 


My dreams descend from the hooks in roof. 
Are battered by walls and scatter again. 


नर्म अल्फ़ाज़, भली बातें, मुहब्बत, लहजे।
पहली बारिश ही में, ये रंग उतर जाते हैं।

Soft words,sweet talks and lovely  style. 
These colours get washed
 with first rain. 

उस दरीचे में भी अब कोई नहीं और हम भी। 
सर झुकाए हुए, चुपचाप गुज़र जाते हैं।


No one appears in that window and I. 
Silently pass, head bent from the lane. 

FAIZ.. GHAZAL.. TUMHARI YAAD KE JAB ZAKHM...

तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं।
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं। 
When wounds of your memories have attempted to heal.
On some pretext I remember and let them reveal. 
हर अजनबी हमें मरहम दिखाई देता है। 
वो जब भी तेरी गली से गुज़रने लगते हैं। 
Every stranger has appeared to be a soothing face.
Whoever passed your lane and got it's feel. 
 सबा से करते हैं ग़ुर्बत नसीब ज़िक्र वतन। तो चश्मे सुबह में आँसू उभरने लगते हैं। 
Those away from home, when they talk with breeze. 
In the eyes of morning, dewy tears show zeal. 
वो जब भी करते हैं इस लुत्फ़ो लब की बलियागरी। 
फ़ज़ा में और भी नग़्मे बिखरने लगते हैं।
All around encompasses the music and songs. 
Whenever voice is clamped and lips get a  seal.
दरे क़फ़स पे अंधेरे की मुहर लगती है।
तो 'फ़ैज़' दिल में सितारे उभरने लगते हैं।
When darkness seals the door of prison. 
O 'Faiz' in the heart, stars show  their feel.