Tuesday 31 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

ज़िन्दगी किस तरह बसर होगी ?
दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में। 
..... जौन एलिया.....

How will this life pass ?
Love is not heart's class.

तू कहानी के बदलते हुए मंज़र को समझ।
ख़ून रोते हुए किरदार की जानिब मत देख।..... अज़हर अब्बास.....

You understand the changing tell tale scene.
Characters shedding bloody tears, aren't  seen.

उठा ये शोर वहीं से सदाओं का क्यूँ- कर।
वो आदमी तो सुना अपने घर में तन्हा था।
..... उम्र अंसारी.....

 How why did sound calls there from make noise.
It's heard that lone man in his home kept poise.

बड़े अज़ाब में हूँ मुझ को जान भी है अज़ीज़। 
सितम को देख के चुप भी नहीं  रहा जाता।..... ज़ेब ग़ौरी..... 

I am in much agony and life is also dear. 
Looking at tyranny, silence  I can't bear. 

कितने दिल थे जो हो गए पत्थर। 
कितने पत्थर थे जो सनम ठहरे। 
..... शायर लखनवी  ..... 

Many hearts turned to stones. 
Many idols encamped, were stones. 


Monday 30 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

 मैं तो ग़ज़ल सुना के अकेला खड़ा रहा।
सब अपने-अपने चाहने वालों में खो गए।
..... कृष्ण बिहारी नूर....

Reciting the ghazal, I was left standing alone.
All were  lost with well wishers of their own.

शायद हमारे हिज्र में  लफ़्ज़ों का हाथ है। 
इक लफ़्ज़--ए-ग़ैर ने तो पराया ही कर दिया।..... बशीर महताब.....

Probably in our parting, there is  words - role.
Word rival, has set me aloof from my role. 

ज़िन्दगी देख ले नज़र भर के। 
हम हैं शामिल तेरे ख़राबों में। 
......मनीश शुक्ला..... 

O life! Upon me, have  a complete look. 
I am a part of your desolation book. 

मेरी बेताबियों से घबरा कर। 
कोई मुझ से ख़फ़ा न हो जाए। 
..... अलीम अख़्तर..... 

Restless 'n disturbed, finding me. 
Will one not get angry with me? 

तेरे पैमाने में गर्दिश नहीं बाक़ी साक़ी। 
और तिरी बज़्म से अब कोई उठा चाहता है।...... परवीन शाकिर..... 

Barmaid ! In winecup there's no whorl to perceive. 
And your gathering, someone
is about to leave. 



Sunday 29 May 2022

KRISHNA BIHARI NOOR.. GHAZAL.. TEZ HO JAATAA HAI KHUSHBOO KA SAFAR SHAAM KE BAAD.....

तेज़ हो जाता है ख़ुश्बू का सफ़र शाम के बाद।
फूल शहरों में भी खिलते हैं मगर शाम के बाद। 

The journey of fragrance gathers speed after the eve'. Flowers bloom in cities too, 
but only after the eve '. 

उस से दरियाफ़्त न करना कभी  दिन के हालात।
सुब्ह का भूला जो लौट आया हो घर शाम के बाद। 

Don't  enquire what befell him all through the day. 
One lost since morn' , when   came home after the eve' . 

दिन तिरे हिज्र में कट जाता है जैसे तैसे।
मुझ से रहती है ख़फ़ा मेरी नज़र शाम के बाद।

Separated from you the day passes somehow. 
My sight remains angry with  me after the eve'. 

क़द से बढ़ जाए जो साया तो बुरा लगता है।
अपना सूरज वो उठा लेता है हर शाम के बाद। 

When shadow surpasses the height, it looks bad. 
He puts his sun away safely after the eve '. 

तुम न कर पाओगे अंदाज़ा तबाही का मिरे।
तुम ने देखा ही नहीं कोई शजर शाम के बाद। 

You can't estimate the 
tent of my ruin. 
You have never seen  any tree after the  eve' . 

मेरे बारे में कोई कुछ भी कहे सब मंज़ूर। 
मुझ को रहती ही नहीं अपनी ख़बर शाम के बाद। 

I accept all that anyone  says about me. 
I am  unaware of myself  after  the eve '. 

यही मिलने का समय भी है बिछड़ने का भी। 
मुझ को लगता है बहुत अपने से डर शाम के बाद।

This is the time to  meet  and also time to part. 
I am  so much afraid of myself after the eve' . 

तीरगी हो तो वजूद उस का चमकता हे बहुत।
ढूँढ तो लूँगा मैं उस को भी मगर शाम के बाद ।

In darkness, her individuality shines even more. 
I shall search her as well, but I only after the eve '. 

BASHIR BADR.. GHAZAL.. KHUDA HAM KO AISI KHUDAAI NA DE....

ख़ुदा हम को ऐसी ख़ुदाई न दे ।
कि ख़ुद के सिवा कुछ दिखाई न दे।

O God ! Don't give godliness so mean. 
That but for the self, nothing is seen. 

ख़ता-वार समझेगी दुनिया तुझे ।
अब इतनी ज़ियादा सफ़ाई न दे ।

World will think you are at fault. 
Now don't try to come so clean 

ग़ुलामी को बरकत समझने लगें। 
असीरों को ऐसी रिहाई न दे ।

Thinking that captivity was bliss. 
Release not prisoners off the sheen. 

मुझे ऐसी जन्नत नहीं है चाहिए। 
जहाँ से मदीना दिखाई न दे। 

I want no heaven of that sort. 
Wherefrom Madeena can't be seen. 

मुझे अपनी चादर में है यूँ ढाँप लो।
ज़मीं आसमाँ कुछ दिखाई न दे। 

Thus conceal me in your sheet. 
Neither earth nor sky can be seen. 

हँसो आज इतना कि इस शोर में। 
सदा सिसकियों की सुनाई न दे। 

Laugh so much that in it's din. 
Can't hear sigh sound in between. 

ख़ुदा ऐसे एहसास का नाम है। 
रहे सामने और दिखाई न दे।

God is name of such a feeling. 
Which confronts but can't be seen. 

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

चुप चाप सुनती रहती है पहरों शब-ए-फ़िराक़।
तस्वीर-ए-यार को है मिरी गुफ़्तगू पसंद।
..... दाग़ देहलवी.....

Silently it listens on parting night for long. 
Beloved's sketch loves to listen me talk for long.

'शुऊर' ख़ुद को ज़हीं आदमी समझते हैं।
ये सादगी है तो वल्लाह इंतिहा की है।
..... अनवर शुऊर.....

O Shuoor knowing self is a very wise deed.
By God ! This simplcity is extreme indeed.

क्या इरादे हैं हज़रत-ए-दिल के।
किस से मिलना है ख़ाक में मिल के।
..... नातिक़ गुलावटी.....

O heart ! What's in your  mind ?
In dust, to whom will you find ?

मायूस दिलों को अब छेड़ो भी तो क्या  हासिल?
टूटे हुए पैमाने फ़रियाद नहीं करते।
..... फ़िगार उन्नाव.....

Teasing hopeless hearts, what'll you are obtain?
The shattered wine cups 
just don't  complain?

कुछ न देखा किसी मकान में  हम। 
कहते हैं, ला-मकान में कुछ है। 
..... वलीउल्लाह मुहीब..... 

Someone in no home was
 to address. 
It's said, something is in homeless.




Saturday 28 May 2022

MANZAR BHOPAALI........ COUPLETS

कोई बचने का नहीं सब का पता जानती है 
किस तरफ़ आग लगाना है हवा जानती है 

None 'll be spared, it knows  each one by name. 
Wind knows well which site it has to inflame. 

आँख भर आई किसी से जो मुलाक़ात हुई 
ख़ुश्क मौसम था मगर टूट के बरसा पानी 

While meeting someone, got wet my eye. 
There was heavy rain, but weather was dry. 

इक मकाँ और बुलंदी पे बनाने न दिया 
हम को पर्वाज़ का मौक़ा ही हवा ने न दिया

It didn't allow to make another nest at height. 
The wind gave no chance to me for a flight. 

आप डरते हैं कि खुल जाए न असली चेहरा 
इस लिए शहर को आईना बनाने न दिया 

You are afraid, not to  reveal the real face. 
Didn't let mirror be made at
 any city place. 

इस को पहली बार ख़त लिक्खा तो दिल धड़का बहुत 
क्या जवाब आएगा कैसे आएगा डर था बहुत 

Writing first letter to her, heart throbbed a lot. 
How and what will be  answer fear robbed a lot. 

कमानों में खिंचे हैं तीर तलवारें हैं चमकी 
ज़रा ठहरो कहाँ जाते हो दरिया देखने को 

Arrows are on bow strings, swords ashine. 
Just wait , are you going to see stream line ? 

इधर तो दर्द का प्याला छलकने वाला है 
मगर वो कहते हैं ये दास्तान कुछ कम है 

Here the cup of pain is about to overfill. 
But she says that this story is short still. 

यहाँ तो सब की ख़्वाहिश एक सी है रोटियाँ, सिक्के 
मेरे युग में नहीं ख़्वाब-ए-जवानी माँगने वाले

Here everyone is desirous of coins and bread, 
In my era none asks for youth  dream- spread. 

अब समझ लेते हैं मीठे लफ़्ज़ की कड़वाहटें 
हो गया है ज़िंदगी का तजरबा थोड़ा बहुत  

Now I can assess bitterness of words so sweet. 
I have had some experience of life and so neat. 

दिन भी डूबा कि नहीं ये मुझे मालूम नहीं 
जिस जगह बुझ गए आँखों के दिए रात हुई 

I know not whether the day is still over or not. 
Where eye lamps got extinguished, that's night spot. 


REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

वो क्या ख़ुशी थी जो दिल में बहाल रहती थी।
मगर वजह नहीं बनती थी मुस्कुराने की।
..... फ़ैज़ान हाशमी.....

What a pleasure it was that  remained in  heart. 
But to smile, still could not 
become it's part.

अपनी ज़ुबाँ से कुछ न कहेंगे चुप ही रहेंगे आशिक़ लोग। 
तुम से तो इतना हो सकता है पूछो हाल बेचारों का।..... इब्न-ए-इंशा.....

The lovers won't say a word, 'll keep their mouths shut. 
You can at least ask how they are, if you think so, but ! 

दिल-ए-बेताब के हमराह सफ़र में तन्हा। 
हम ने देखा ही नहीं चैन से घर में  तन्हा। 
..... अहमद जावेद..... 

En-route with the restless heart, alone. 
I haven't been at peace at
 home alone. 

हमारा ज़िंदा रहना और मरना एक जैसा है। 
हम अपने ज़ौम-ए-पैदाइश को भी बरसी समझते हैं।..... फ़रहत अहसास..... 

My being alive or dead is the same, anyway. 
I call death anniversary, my own birth day. 

इक ख़ौफ़-ए-बे-पनाह है आँखों के आर-पार। 
तारीकियों में डूबता लम्हा है सामने। 
..... सुलेमान ख़ुमार..... 

Across the eyes, an excessive fear is on  etch. 
Drowning in darkness is a moment's stretch. 



Friday 27 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

कितने शोरीदा-सर मोहब्बत में।
हो गए कूचा-ए-सनम की ख़ाक।
..... क़ाबिल अजमेरी.....

In love, many a rebellious
 head.
Became ash in lover's lane ahead.

अपने माज़ी की जुस्तजू में बहार। 
पीले पत्ते तलाश करती है। 
..... गुलज़ार.....

Spring in search of it's past. 
Gathers yellow leaves cast.

'अख़्तर ' गुज़रते लम्हों की आहट पे यूँ न चौंक।
इस मातमी जुलूस मे इक ज़िन्दगी भी है। 
..... अख़्तर होशियारपुरी.....

'Akhtar' don't be surprised with passing moment's footfall.
A life is also  there in this mourner's gathering after all.

उस के कमरे से उठा लाया हूँ यादें अपनी। ख़ुद पड़ा रह गया लेकिन किसी अलमारी में।..... सनाउल्लाह ज़हीर.....

I have brought my memories from her room. 
But I was left in some cabinet of her room.  

ऐ सनम जिस ने तुझे चाँद सी सूरत दी है। उसी अल्लाह ने मुझ को भी मोहब्बत दी है।..... हैदर अली आतिश.....

One who has given you this moon-face O dear !
That God's also graced me 
love without fear. 



Thursday 26 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

इश्क़ की इब्तिदा तो जानते हैं।
इश्क़ की इंतिहा नहीं मालूम। 
..... शफ़ीक़ जौनपुरी. ....

It's known what's love at start.
Unknown is the  love's tail part. 

अपने सामान को बाँधे हुए इस सोच में हूँ।
जो कहीं के नहीं होते वो कहाँ जाते हैं ?
..... जव्वाद शैख़..... 

With my luggage packed, I am thinking so. 
One who lacks home, where  does he go ? 

क्या इरादे हैं वहशत-ए-दिल के ? 
किस से मिलना है ख़ाक में मिल के ? 
..... नातिक़ गुलावटी..... .

O frenzied heart ! What have you in mind ? 
Being part of soil, whom will you find ?

बुरा बुरे के अलावा भला भी होता है।
हर आदमी में है कोई दूसरा भी होता है।
..... अनवर शऊर.....

 Besides being bad,each man is good as well. 
Inside one human being , another does dwell.

गुंजाइश-ए-अदावत-ए-अग़्यार यक तरफ़। याँ दिल में जोफ़ से हवस-ए-यार तक नहीं।..... मिर्ज़ा ग़ालिब.....

Scope of enmity with rival be set aside to rust. 
In this weak heart,  for beloved, there's no lust.


Wednesday 25 May 2022

BASHIR BADR.. GHAZAL.. MERI AANKHON MEN TIRE PYAAR KA AANSOO AAYE....

मेरी आँखों में तिरे प्यार का आँसू आए
कोई ख़ुशबू मैं लगाऊँ तिरी ख़ुशबू आए

The tears of your love appeared in my eyes. 
Any fragrance I use, your fragrance implies. 

वक़्त-ए-रुख़्सत कहीं तारे कहीं जुगनू आए
हार पहनाने मुझे फूल से बाज़ू आए

At separation time came glow-worms, stars. 
To garland me came flowery arms 'n sighs. 

मैं ने दिन रात ख़ुदा से ये दुआ माँगी थी
कोई आहट न हो दर पर मिरे जब तू आए

Day' n night I have prayed Lord overhead. 
When you are with me, no footfall at door tries. 

इन दिनों आप का आलम भी अजब आलम है
तीर खाया हुआ जैसे कोई आहू आए

Your state these days is really strange. 
As if there is a wounded dear with sighs. 

उस की बातें कि गुल-ओ-लाला पे शबनम बरसे
सब को अपनाने का उस शोख़ को जादू आए

Her talks shower dew on flowers, daffodils. 
Trick to tame all, graceful dame applies. 

उस ने छू कर मुझे पत्थर से फिर इंसान किया
मुद्दतों बा'द मिरी आँखों में आँसू आए। 

By touch, she made me a man from stone. 
After so  long, have come tears in my eyes. 

BASHIR BADR. GHAZAL.. ACHCHHA TUMHARE SHAHAR KA DASTOOR HO GAYAA.......

अच्छा तुम्हारे शहर का दस्तूर हो गया।
जिस को गले लगाया वही दूर हो गया। 

The custom of your city is very strange. 
Who ever is embraced, goes out of range. 

काग़ज़ में दब के मर गए कीड़े किताब के।
दीवाना बे पढ़े लिखे मशहूर हो गया।

Book worms got crushed by weight of books. 
The illiterate gained fame just for a change.

महलों में हम ने कितने सितारे सजा दिए। 
लेकिन ज़मीं से चाँद बहुत दूर हो गया। 

In palaces, we studded so many stars.
But moon from earth, got out of range.

तन्हाइयों ने थोड़ी हम दोनों की अना। 
आईना बात करने पे मजबूर हो गया। 

Our egos were shattered by solitude. 
Mirror was forced to talk for a change. 

सुब्ह-ए-विसाल पूछ रही है अजब सवाल। वो पास आ गया कि बहुत दूर हो गया।

Whether he has come near or gone far. 
Meeting morn' is asking a query, strange ! 

कुछ फल ज़रूर आएँगे रोटी के पेड़ में। 
जिस दिन मेरा मतालबा मंज़ूर हो गया। 

Some fruits will be seen on the bread-tree. 
When my wish gets in approval range. 

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

हज़ारों काम मोहब्बत में हैं मज़े के 'दाग़' ।
जो लोग कुछ नहीं करते कमाल करते हैं। 
..... दाग़ देहलवी..... 

O'Daagh' ! In love there are a thousand joyous jobs to do. Those who perform nothing, they so perfectly do.

नगरी नगरी फिरा मुसाफ़िर, घर का रस्ता भूल गया। 
क्या है तेरा क्या है मेरा, अपना पराया भूल गया।..... मीराजी.....

In cities did traveller roam, forgot his way to home. 
What is mine, what's yours,
he forgot it of course. 

ये बातों में नर्मी ये तहज़ीब-ओ-आदाब।
सभी कुछ मिला हम को उर्दू ज़बाँ से।
..... बशीर महताब.....

These polished manners, the talks so soft. 
 Urdu language gave me all these so oft. 

इश्क़ को एक उम्र चाहिए और।
उम्र का कोई ए'तिबार नहीं।
..... जिगर बरेलवी.....

Love needs one more life. 
There is no trust of life. 

वो वक़्त और थे कि बुज़ुर्गों की क़द्र थी। 
अब एक बूढ़ा बाप भरे घर पे बार है।
..... मोइन शादाब.....

Gone are the days when elders had respect. 
Old father is a weight, so all members react. 

Tuesday 24 May 2022

BASHIR BADR.. GHAZAL. AAYAA HI NAHIN HAM KO AAHISTA GUZAR JAANA....

आया ही नहीं हम को आहिस्ता गुज़र जाना। 
शीशे का मुक़द्दर है टकरा के बिखर जाना। 

I could never learn how to slowly pass ? 
To collide and scatter is the fate of glass. 

तारों की तरह शब के सीने में उतर जाना। आहट न हो क़दमों की इस तरह गुज़र जाना। 

To slide like stars in the chest of night. 
Without sound of footfall, so gently pass. 

नश्शे में सँभलने का फ़न यूँ ही नहीं आता। 
इन ज़ु़ल्फ़ों से सीखा है लहरा के सँवर जाना। 

I have learnt from tress to get set after swing. 
To keep balance when drunk is no mean class. 

भर आएँगे आँखों में आँचल से बँधे
 बादल। 
याद आएगा जब गुल पर शबनम का बिखर जाना। 

Remembering scattering of dew on flowers. 
Clouds of hem knot will, in the eyes pass. 

 हर मोड़ पे दो आँखें हम से यही कहती हैं। 
जिस तरह भी मुमकिन हो तुम लौट के घर आना। 

Whichever way possible, come back home.
Two eyes convey it to me at each cross. 

पत्थर को मिरा साया आईना सा चमका दे। 
जाना तो मिरा शीशा यूँ दर्द से भर जाना। 

Let my shadow shine a stone like glass. 
If you leave, then with grief, fill my glass. 

ये चाँद सितारे तुम औरों के लिए रख लो।
हम को यही जीना है हम को यहीं मर जाना। 

Spare for others, the moon and stars. 
I have to survive here and then pass. 

जब टूट गया रिश्ता सर-सब्ज़ पहाड़ों से। 
फिर तेज़ हवा जाने किस को है किधर जाना। 

When kinship with green hills is no more. 
Let gale decide, which way who 'll pass. 

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

ऐसे हँस हँस के न देखा करो सब की जानिब।
लोग ऐसी ही अदाओं पे फ़िदा होते हैं। 
..... मजरुह सुल्तानपुरी.....

Don't look at every one with such smiles . 
People fall into love with these styles.

बैठ जाते हैं जहाँ छाँव घनी होती है। 
हाय क्या चीज़ ग़रीब-उल-वतनी होती है।
..... हफ़ीज़ जालंधरी.....

Where ever I find, just sit, relax in dense shade. 
What a thing is exile, is felt in each grass blade. 

मैं अब तो ऐ जुनूँ तेरे हाथों से तंग हूँ। 
लाऊँ कहाँ से रोज़ गरेबाँ नए नए ? 
..... नियाज़ फतेहपुरी..... 

O frenzy ! I am upset in your hands as of now. 
Where from to get daily,  new cloak any how ? 

इश्क़ में फ़िक्र तो दीवाना बना देती है। 
प्यार को अक़्ल नहीं दिल की पनाहों में रखो।..... अलीना इतरत..... 

Concern in love makes a lunatic out of you. 
Keep love in the control of heart not view. 

तमाम शहर गिरफ़्तार है अज़िय्यत में। 
किसे कहूँ, मिरे अहबाब की ख़बर 
रक्खे ?..... रम्ज़ी असीम ..... 

 Whole city is imprisoned in a distress spell. 
Take care of my dear ones, whom can I tell ? 

Monday 23 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

मुद्दत हुई कि ज़िंदा हूँ देखे बग़ैर उसे।
वो शख़्स मिरे दिल से उतर तो नहीं गया ।
..... जावेद नसीमी.....

Since long I'm alive without seeing sweetheart. 
Hasn't that man stepped down from from heart ?

चमन में रहने वालों से तो हम सहरा-नशीं अच्छे।
बहार आ कर चली जाती है वीरानी नहीं जाती।..... अख़्तर शीरानी.....

Better than garden livers are those living in desert.
Spring comes and goes but  desert remains desert.

कभी भूले से भी अब याद भी आती नहीं जिन की। 
वही क़िस्से ज़माने को सुनाना चाहते हैं हम।..... वाली आसी.....

Her memory doesn't even come to my mind. 
Her tales I want to tell world as if mined. 

इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बे-हद।
अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता। 
..... अकबर इलाहाबादी.....

Very delicate complexioned is love. 
Can't bear  weight of wisdom above. 

तबस्सुम की सज़ा कितनी कड़ी है। 
गुलों को खिल के मुरझाना पड़ा है। 
..... जोश मलीहाबादी..... 

How harsh is punishment of a smile. 
Flowers bloom and wither in a while. 
 

Sunday 22 May 2022

AHMAD NADEEM QAASMI.. GHAZAL. JAB TIRA HUKM MILA TARK MOHABBAT KAR DI

जब तिरा हुक्म मिला तर्क मोहब्बत कर दी
दिल मगर इस पे वो धड़का कि क़यामत कर दी

I left love when it was ordered by you.
 Heart throbbed as if  the doom was due. 

तुझ से किस तरह मैं इज़हार-ए-तमन्ना करता 
लफ़्ज़ सूझा तो मआ'नी ने बग़ावत कर दी

When word was found, meaning revolted. 
How could I express desire before you? 

मैं तो समझा था कि लौट आते हैं जाने वाले
तू ने जा कर तो जुदाई मिरी क़िस्मत कर दी

I thought, those who left came back. 
You left, parting was destined by you. 

तुझ को पूजा है कि असनाम-परस्ती की है
मैं ने वहदत के मफ़ाहीम की कसरत कर दी

I have exercised the meaning of oneness. 
Whether idolatry or was I devoted to you. 

मुझ को दुश्मन के इरादों पे भी प्यार आता है
तिरी उल्फ़त ने मोहब्बत मिरी आदत कर दी

I love even the intention of arch- enemies. 
Your love has made mine a habit by you. 

पूछ बैठा हूँ मैं तुझ से तिरे कूचे का पता
तेरे हालात ने कैसी तिरी सूरत कर दी

What have conditions made a change of face. 
I have asked  address of your lane from you. 

क्या तिरा जिस्म तिरे हुस्न की हिद्दत में जला
राख किस ने तिरी सोने की सी रंगत कर दी

Did your body burn in the heat of your beauty ? 
What's turned to ash your golden coloured hue ? 


REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

हर शय मुसाफ़िर हर चीज़ राही।
क्या चाँद तारे क्या मुर्ग़-ओ-माही।
..... अल्लामा इक़बाल.....

 Everything a traveller, wayfarer on every walk.
What to say about moon, stars, fish 'n cock.

तुम्हारी याद बढ़ी और दिल हुआ रौशन। 
ये एक शम'अ अंधेरे ने ख़ुद जला ली है।
..... ताजदार आदिल.....

Your memories overwhelmed and  heart was alit.
This solitary candle, the  darkness has  itself lit. 

जुदा हुए तो जुदाई में ये कमाल भी था। कि उससे राब्ता टूुटा भी था बहाल भी था
..... नावेद रज़ा...... 

When we parted, in separation, there was this art. 
The contact was lost and established from start. 

ऐ दिल-ए-बे-क़रार चुप हो जा। 
जा चुकी है बहार चुप हो जा। 
..... साग़र सिद्दीकी.....

O restless heart ! just shut up. 
The spring has gone, just shut up.

शाम ढलने से फ़क़त शाम नहीं ढलती है। 
उम्र ढल जाती है जल्दी चले आना मिरे दोस्त।.... अश्फ़ाक़ नासिर..... 

As evening wanes, not only evening wanes. 
Come back soon friend ! Life also wanes. 

Saturday 21 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

बिखरे हुए ख़्वाबों की वो तस्वीर है शायद। 
अब ये भी नहीं याद कहाँ उस से मिला 
था ?..... नवाब अहसन..... 

Of my scattered dreams probably she is a picture.
I don't even recollect now where I had met her.

हमें हर वक़्त ये अहसास दामन-गीर रहता है।
पड़े हैं ढेर सारे काम और मोहलत ज़रा-सी है।..... ख़ुर्शीद तलब.....

All the time does this feeling on my hem lay. 
There is a lot to do and there's a lot of delay.

 इश्क़ तूने बहुत नुक़सान किया है मेरा।
मैं तो उस शख़्स से नफ़रत भी नहीं कर सकता।..... लियाकत जाफ़री.....

O love ! You have done me a lot of harm.
I can't even hate that person as is norm. 

तुम सादा-मिज़ाजी से मिटे फिरते हो जिस पर।
वो शख़्स तो दुनिया में किसी का भी नहीं है।..... एहसान दानिश.....

You are dying for that person by your simple mood. 
That person belongs to no one, she is so shrude. 

चमक रहा है ख़ेमा-ए-रौशन दूर सितारे सा।
दिल की कश्ती तैर रही है खुले समंदर में।..... ज़ेब गौरी.....

Bright tent is glowing like a distant star. 
Ship of heart is floating on sea stretched far.


Friday 20 May 2022

BOL KI LAB AAZAAD HAIN TERE...

तेरे माथे पे ये आँचल बहुत ही ख़ूब है लेकिन।
तू इस आँचल का इक परचम बना लेती तो अच्छा था।... मजाज़ लखनवी.....

This scarf on your head looks lovely indeed. 
Making flag out of it would be a better deed. 

बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे। 
बोल ज़ुबाँ अब तक तेरी है। 
तेरा सुतवाँ जिस्म है तेरा। 
बोल कि जाँ अब तक तेरी है। 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

Speak that your lips are still free. 
Your tongue still belongs to thee. 
Your chiselled body is still your's. 
Say that life is yet yours, for all to see. 

ज़ुल्म फिर ज़ुल्म है, बढ़ता है तो मिट जाता है। 
ख़ून फिर ख़ून है, टपकेगा तो जम जाएगा।..... साहिर लुधियानवी..... 

Torture is but torture, when exceeds, remains not. 
Blood is but blood, if it trickles,forms a clot. 

तुमने लूटा है सदियों हमारा सुकूँ। 
अब न हम पर चलेगा तुम्हारा जुनूँ। 
चारागर दर्द-मन्दों के बनते हो क्यूँ ? 
तुम नहीं चारागर, कोई माने मगर। 
मैं नहीं मानता मैं नहीं जानता। 
..... हबीब जालिब..... 

For centuries you looted our peace, every trace. 
Your lunacy can no longer 
rule us, efface. 
Why claim to be healer of grief struck race ? 
You are no healer, though some may agree. 
Neither I recognise nor do I agree. 

ख़ामुशी अच्छी नहीं, इंकार होना चाहिए। 
ये तमाशा अब सर-ए-बाज़ार होना चाहिए।..... जफ़र इक़बाल..... 

Silaence is no good, should clearly say no. 
In the middle of mart, now organise this show. 






REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

पहली बार नज़रों ने चाँद बोलते देखा ।
हम जवाब क्या देते खो गए सवालों में।
..... बशीर बद्र.....

My eyes had seen moon speaking for the first time. 
What could I reply, was lost in questions sublime.

हुस्न को भी कहाँ नसीब 'जिगर' ।
वो जो इक शय मिरी निगाह में है। 
..... जिगर मुरादाबादी..... 

O ' Jigar' ! Even beauty doesn't have in  fate. 
That thing which  my vision can lustrate. 

दुश्मनों की दुश्मनी मेरे लिए आसान थी। खर्च आया दोस्तों की मेज़बानी में बहुत। 
..... मोहम्मद यूसुफ़ पापा..... 

Enmity of enemies was easy for me O Lord ! 
Hospitality of friends was so costly to afford. 

डूबने वाला था दिन शाम थी होने वाली। 
यूँ लगा मेरी कोई चीज़ थी खोने वाली। 
..... जावेद शाहीन..... 

The day was about to go and about to appear was eve'. 
It so appeared as if something of mine is going to leave. 

ऐ मौज-ए-हवादिस तुझे मालूम नहीं क्या? 
हम अहल-ए-मोहब्बत हैं, फ़ना हो नहीं सकते।..... असद भोपाली..... 

O wave of calamity, are not you aware ? 
We are people of love, death can't dare. 








Thursday 19 May 2022

20 TOP COUPLETS ON SEPARATION

 अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें।
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें।..... अहमद फ़राज़.....

If we part now, probable meeting it looks. 
Like dried  flowers found within books . 

किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम। 
तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ।..... अहमद फ़राज़.....

How can I share cause of separation with all to rake. 
If you are angry with me, come for the world's sake. 

अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो। 
तुम मुझे ख़्वाब में आकर न परेशान करो।..... मुनव्वर राना.....

Let my parting journey be with some ease. 
Don't visit in dream ' n trouble me please. 

तुम से बिछड़ कर ज़िंदा हैं।
जान बहुत शर्मिंदा हैं। 
..... इफ़्तिख़ार आरिफ़.....

Having parted with you , but still am alive. 
O darling ! I am so ashamed to survive.

मिलना था इत्तफाक़ बिछड़ना नसीब था।
वो इतनी दूर हो गया जितना क़रीब था। 
..... अंजुम रहबर.....

Meeting was coincidence, parting was fate.
 So far he has gone as near was the mate.

जिस की आँखों में कटी थीं सदियाँ। 
उस ने सदियों की जुदाई दी है। 
..... गुलज़ार.....

Centuries were passed in those eyes.
 Now has parted with centuries of sighs.

उस को रुख़सत तो किया था मुझे मालूम न था। 
सारा घर ले गया घर छोड़ के जाने वाला। 
..... निदा फ़ाज़ली.....

I said goodbye to him but was yet not aware. 
One who has gone, left the whole house bare. 

यूँ लगे दोस्त तिरा मुझ से ख़फ़ा हो जाना। जिस तरह फूल से ख़ुशबू का जुदा हो जाना।.... क़तील शफ़ाई.....

Such is your being angry with me O mate. 
As fragrance has left the flower in a spate.

बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई।
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया।
..... ख़ालिद शरीफ़..... 

The season changed as he parted with such a style. 
One person has deserted the whole city in a while.

तुझे ख़बर भी है ओ चैन से सोने वाले। 
रात भर कौन तिरी याद में बेदार रहा।
..... हिज्र नाज़िम अली ख़ान.....

Sleeping so peacefully, are you aware ?
Who in your memory was night long aware ?

वस्ल में रंग उड़ गया मेरा। 
क्या जुदाई को मुँह दिखाऊँगा ?
..... मीर तक़ी मीर....

I am off colour even in meeting time. 
How will I face the separation time ?

मैंने सोचा था कि लौट आते हैं जाने वाले। तूने जाकर तो जुदाई मिरी क़िस्मत कर दी।.... अहमद नदीम क़ासमी..... 

I thought those who left, would be back on date. 
You left and prescribed parting as my fate. 

उसी मक़ाम पर कल मुझ को देख कर तन्हा। 
बहुत उदास हुए फूल बेचने वाले। 
..... जमाल एहसानी..... 

Yesterday seeing me alone at that site. 
Flower sellers were sad with the sight. 

याद है अब तक तुझ से बिछड़ने की वो अंधेरी शाम मुझे। 
तू ख़ामोश खड़ा था लेकिन बातें करता था काजल।..... नासिर काज़मी.... 

That dark eve' of our parting I still recollect. 
You were silent but koel talked with full effect. 

महीने वस्ल के घड़ियों की सूरत उड़ते जाते हैं। 
मगर घड़ियाँ जुदाई की गुज़रती हैं महीनों में..... अल्लामा इक़बाल..... 

Months of meeting, within a few moments fly. 
The moments of parting take months passing by. 

तुझ से क़िस्मत में मिरी सूरत-ए-कुफ़्ल-ए-अबजद। 
था लिखा बात के बनते ही जुदा हो जाना।..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

With you, like a coded lock on my fate.
As things settled was written, separate. 

 ख़ुद चले आओ या बुला भेजो। 
रात अकेले बसर नहीं होती। 
..... अज़ीज़ लखनवी..... 

Either come or get me flown. 
I can't pass the night alone. 

लगी रहती है अश्कों की झड़ी गर्मी हो सर्दी हो। 
नहीं रुकती कभी बरसात जब से तुम नहीं आए।..... अनवर शऊर..... 

Whether summer or winter,  tears trickle in a stream. 
The rain never stops, since you didn't return to redeem. 

ख़ुश्क ख़ुश्क सी पलकें और सूख जाती हैं। 
मै तिरी जुदाई में इस तरह भी रोया हूँ। 
..... अहमद राही..... 

My dry eyelashes got further dried. 
 Parting with you, this way too I cried. 

चमकते चाँद से चेहरों के मंज़र से निकल आए। 
ख़ुदा हाफ़िज़ कहा बोसा लिया घर से निकल आए।..... फ़ुज़ैल जाफ़री......

I got out of spectrum of moon like faces. 
Said goodbye, kissed and left  home traces. 
 

Wednesday 18 May 2022

FARHAT EHSAAS.. GHAZAL.. HUI IK KHWAAB SE SHAADI MIRI TANHAAI KI.....

हुई इक ख़्वाब से शादी मिरी तन्हाई की।
पहली बेटी है उदासी मिरी तन्हाई की।

My solitude was married with a dream. 
Sadness is  first daughter of this stream.

अभी मालूम नहीं कितने हैं ज़ाती असबाब। 
कितनी वजहें हैं समाजी मिरी तन्हाई की। 
I do not know what are my personal assets. 
What are the social causes of solitude to gleam ?

जा के देखा तो खुला रौनक़-ए-बाज़ार का राज़।
एक इक चीज़ बनी है मिरी तन्हाई की। 

While there, was out secret of market splendour. 
Everything was crafted out of my solitude steam.

शहर-दर-शहर जो ये अंजुमऩें हैं मौजूद।
तर्बियत-गाहें हैं सारी मिरी तन्हाई की ।

City after city the societies that exist. 
These are training centres of my solitude esteem. 59

सिर्फ़ आईना-ए-आग़ोश-ए-मोहब्बत में मिली।
एक तन्हाई जवाबी मिरी तन्हाई की। 

It was found in embrace of love within mirror. 
A replica of my solitude mid stream. 

साफ़ है चेहरा-ए-क़ातिल मिरी नज़रों में मगर। 
मो'तबर कब है गवाही किसी तन्हाई की। 

The murderer's image is clear in my view. 
When is reliable witness of solitude in  case - seam. 

हासिल-ए-वस्ल सिफ़र हिज्र का हासिल भी सिफ़र। 
जाने कैसी है रियाज़ी मिरी तन्हाई की। 

Zero is the fate of meeting and departure. 
I know not what practice is of my solitude scream. 

किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देती। 
है यही एक ख़राबी मिरी तन्हाई की। 

No way does it allow me to be alone. 
That's the only fault with my solitary regime. 

मैं जो यूँ ही फिरता हूँ मय-ख़ानों में बुतख़ानों में। 
है यही रोज़ा नमाज़ी मिरी  तन्हाई की। 

I who just wanders in taverns 'n temples. 
That's my  solitary way   to treat fasts supreme. 

फ़रहत एहसास वो हम-ज़ाद है मेरा जिस ने। 
शहर में धूम मचा दी मिरी तन्हाई की। 

' Farhat Ehsaas' is my alter ego who has. 
Made popular my solitude with each city team. 








FARHAT EHSAAS.. GHAZAL.. HAR GALII KOOCHE MEN RONE KI SADAA MERI HAI....

हर गली कूचे में रोने की सदा मेरी है।
शहर में जो भी हुआ है वो ख़ता मेरी है। 

Mine is  crying sound in each lane and street. 
Mine is the fault in this city for every feat.

ये जो है ख़ाक का इक ढेर बदन मेरा है।
वो जो उड़ती हुई फिरती है क़बा मेरी है। 

It is this heap of dust, that is my body. 
That which is flying with the wind is my sheet.

ये जो इक शोर सा बरपा है अमल है मेरा।
ये जो तन्हाई बरसती है सज़ा मेरी है। 

This ever expanding noise is my act. 
This raining solitude is my punishing heat. 

मैं जो चाहूँ तो न खिल पाए कहीं एक भी फूल। 
बाग़ तेरा है मगर बाद-ए-सबा मेरी है।

If I don't like, not a single flower will bloom. 
It's your garden, but my breeze is that you meet.

एक  टूटी हुई कश्ती सा बना बैठा हूँ। 
न ये मिट्टी न ये पानी न हवा मेरी है।

I am just seated like a broken down ship. 
Neither soil, nor water nor is mine the wind sheet. 

Tuesday 17 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

सुना है शहर का नक़्शा बदल गया 'महफ़ूज़'।
तो चल के हम भी ज़रा अपने घर को देखते हैं।
..... अहमद महफ़ूज़.....

'Mahfuuz' map of  city has changed, so I heard.
If it's so, let's go and see our home, our herd. 

मैं भी अपनी ज़ात में आबाद हूँ। 
मेरे अंदर भी क़बीले हैं बहुत।

I am also peopled in my tribe. 
Within me, there are many a tribe.

दिन अंधेरों की तलब में गुज़रा। 
रात को शम'अ जला दी हम ने।
..... गुलाम मोहम्मद क़ासिर.....

In pursuit of darkness, was spent the day. 
With advent of night,I have lit lamp  on the way. 

रात दिन फिर रहा हूँ गलियों में। 
मेरा इक शख़्स खो गया है यहाँ। 
..... अकबर हमीदी.....

I am wandering in the streets day and night. 
Here,one of my persons has gone out of sight. 

एक तख़्ती अम्न के पैगाम की। 
टाँग दीजे ऊँचे मीनारों के बीच।
..... अज़ीज़ नबील.....

With a message of peace on  placard. 
Hang between high minaret record. 

Monday 16 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

दश्त-ए-तन्हाई में जीने का सलीक़ा सीखिए।
ये शिकस्ता बाम-ओ-दर भी हमसफ़र हो जाएँगे।
..... फ़ुज़ैल जाफ़री.....

 Learn the manner to live in solitude of desert. 
Broken doors and windows will join you in  effort.

हैं ए'तिबार से कितने गिरे हुए देखा।
इसी ज़माने में किस्से इसी ज़माने के।
..... सलील देहलवी.....

You saw, how downcast from belief are these. 
The tales of this world, before this world tease.

इस क़दर मैंने सुलगते हुए घर देखे हैं। 
अब तो चुभने लगे आँखों में उजाले मुझ को।..... कामिल बहज़ादी.....

I have seen the houses burning in this way. 
In my eyes now pierce each glow, each ray.

पहला पत्थर याद हमेशा रहता है। 
दुःख से दिल आबाद हमेशा रहता है।
..... साबिर वसीम.....

You always remember the first stone thrown.
Always heart is inhabited with pain of it's own.

दर्द के सहारे कब तलक चलेंगे ?
साँस रुक रही है रास्ता बड़ा है।
..... ख़लील मामून.....

How long can you travel with support of pain. 
The path is long, stopping is breath chain. 

Sunday 15 May 2022

AKHBAAR...21.. COUPLETS

हमारे शहरके लोगों का अब अहवाल इतना है।
कभी अख़बार पढ़ लेना कभी अख़बार हो जाना।..... अदा जाफ़री .....

The people of my city are in this state..
 At times reading news, then be paper of the date.

ख़त ग़ैर का पढ़ते थे जो पूछा तो ये बोले। अख़बार का पन्ना है ख़बर देख रहे र्है। 

It was a rival 's letter, when asked, she so hinted
It's a newspaper page,am reading what is printed. 

खींचो न कमानों को न तलवार निकालो। 
जब तोप मुक़ाबिल हो तो अखबार निकालो।..... अकबर इलाहाबादी..... 

Neither pull bow string nor take out the sword
. When faced with cannon ,on news paper you record. 

इस वक़्त वहाँ कौन धुआँ देखने जाए। 
अख़बार में पढ़ लेंगे कहाँ आग लगी है  
..... अनवर मसूद..... 

Who'll go to see now where from comes the smoke. Tomorrow in newspaper, it can be read in a stroke.

दस बजे रात को सो जाते हैं ख़बरें सुन कर। 
सुब्ह हर रोज़ ही अख़बार उठा लैते हैं। 
..... शहज़ाद अहमद..... 

Listening news, we sleep at ten every night. 
In the morning, take the newspaper at sight. 

सुर्खियाँ ख़ून में डुबी हैं सब अख़बारों की 
आज के दिन कोई अख़बार न देखा जाए।..... मख़मूर सईदी..... 

Titles of all the papers are  blood - soaked. 
Today , let no paper be seen, get provoked. 

रात के लम्हात ख़ूनी दास्ताँ लिखते रहे। 
सुब्ह के अख़बार में हालात बेहतर हो गए
..... नुसरत ग्वालियरी..... 

All night moments kept writing bloody tale. 
Morning paper said power control didn't fail. 

ऐसे मर जाएँ कोई नक़्श न छोड़ें अपना। 
याद दिल में न हो अखबार में तस्वीर न हो।..... ख़लील मामून..... 

Just die like that, leaving none of our trace. 
No memory in heart, no photo in news space. 

'वसीम 'ज़ेह्न बनाते तो हैं वही अख़बार। जो ले के एक भी अच्छी ख़बर नहीं आते।..... वसीम बरेलवी..... 

O 'Waseem'! Mind is shaped by the news. 
Which gather not a single good thing in views. 

चश्म-ए-जहाँ से हालत-ए-अस्ली छुपी नहीं। 
अख़बार में जो चाहिए वो छाप दीजिए। 
..... अकबर इलाहाबादी..... 

From the world's eye isn't hidden true state. 
Print what you like on the newspaper plate. 

अद्ल - गाहें तो दूर की शै हैं। 
क़त्ल अख़बार तक नहीं पहुँचा। 
..... साहिर लुधियानवी..... 

The courts of justice are far too away. 
Even in newspaper, murder didn't find way. 

नाख़ुदा देख रहा है कि मैं गिर्दाब में हूँ। 
और जो लोग खड़े पुल पे हैं अख़बार में हैं।..... गुलज़ार..... 

Boatsman is seeing that I am entwined in whorl. 
People on the bridge read news paper 'n quarrel. 

रात भर सोचा किए और सुब्ह - दम अख़बार में। 
अपने हाथों अपने मरने की ख़बर देखा किए।..... मोहम्मद अल्वी..... 

Whole night I thought, at morning in news. 
In my hands saw my own
 death reviews. 

कुछ ख़बरों से इतनी वहशत होती है। 
हाथों में अख़बार उलझने लगते हैं। 
...... भारत भूषण पंत..... 

Some news are so much stuck with freight. 
Newspaper entangles with hands in sight. 

चेहरे पे जो लिखा है वही उसके दिल में है। 
पढ़ ली हैं सुर्खियाँ तो अब अख़बार फेंक दे।..... शहज़ाद अहमद..... 

What ever is written on face is in his heart. 
You have read the titles, throw newspaper part. 

कुछ हर्फ़ - ए-सुख़न पहले तो अख़बार में आए। 
फिर इश्क़ मिरा कूचा-ओ-बाज़ार में आए।..... इरफ़ान सिद्दीक़ी.....

Let in the paper be published my literary part. 
Then my love can reach the lanes and mart. 

अख़बार में रोज़ाना वही ख़बर है यानी। 
अपने से ये हालात सुधर क्यूँ नहीं जाते ? 
..... महबूब ख़िज़ाँ..... 

 Everyday same news is flashed on platter. 
By itself why can't things change for better. 

इश्क़ अख़बार कब का बंद हुआ। 
दिल मिरा आख़िरी शुमारा है। 
..... फ़रहत अहसास..... 

Since long has closed love news part. 
It's final enumeration is my heart. 

अर्से से इस दयार की कोई ख़बर नहीं। 
फ़ुरसत मिले तो आज का अख़बार देख लें।..... आशुफ़्ता चंगेज़ी..... 

There's no news of this land since long. 
In leisure, let us see newspaper for long. 

तुझे शिनाख्त नहीं है मिरे लहू की क्या ? मैं रोज़ सुब्ह के अख़बार से निकलता हूँ।..... शोएब निज़ाम..... 

 Can't you even recognize my blood shed ? 
Daily from morning  newspaper, it is shed. 

खुलेगा उन पे जो बैनासुतूर पढ़ते हैं। 
वो हर्फ़ हर्फ़ जो अख़बार में नहीं आता.।..... रऊफ़ ख़ैर...... 

Those who read  between lines, it will be apparent to them. Every letter that's not prited in the newspaper stem. 








 


ANWAR MASOOD.. GHAZAL.. AB KAHAAN AUR KISI CHEEZ KI JAA RAKKHI HAI......

अब कहाँ और किसी चीज़ की जा रक्खी है ?
दिल में अब तेरी तमन्ना जो बसा रक्खी है। 

Now where is the space for any other thing ?
In my heart now dwells your desirous fling. 

सर-ब-कफ़ मैं भी हूँ शमशीर-ब-कफ़ है तू भी।
तूने किस दिन पे ये तक़रीब उठा रक्खी है ?

You  have sword in hand, 'n I am willing to die.
For which day have you this approach to kling ?

दिल सुलगता है तिरे सर्द रवैये से मिरा। 
देख इस बर्फ़ ने क्या आग रक्खी है ?

My heart is afire with your cold attitude. 
Look, what fire can this ice- set, bring ? 

आईना देख ज़रा क्या मैं ग़लत कहता हूँ ? तूने ख़ुद से भी कोई बात छुपा रक्खी है। 

 Just look at mirror, is what I say wrong ? 
Even from yourself you have hidden something. 

जैसे तू हुक्म करे दिल मिरा वैसे धड़के। 
ये घड़ी तेरे इशारों से मिला रक्खी है। 

My heart just throbs the way you order. 
 Set to your gestures is the clock, this thing. 

मुतमइन मुझ सै नहीं है जो रईयत मेरी।
 ये मिरा ताज रखा है ये क़बा रक्खी है। 

 If my people are not satisfied with me. 
I am setting aside, crown,, dress, everything. 

गौहर-ए-अश्क से ख़ाली नहीं आँखें 'अनवर'।
यही पूँजी तो ज़माने से बचा रक्खी है।

 'ANWAR ! Eyes aren't devoid of pearl like tears. 
From the world I have saved this costly thing. 

Saturday 14 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

तुम हमारे किसी तरह न हुए।
वर्ना दुनिया में क्या नहीं होता। 
..... मोमिन ख़ान मोमिन.....

No wsy mine you could be.
In world, what else can't be. 

  अब तो घर की आबादी मेहमानों पर है।
कोई आता है तो वक़्त गुज़र जाता है। 
..... ज़ेहरा निगाह.....

Guests now make the house populace. 
When they come, time finds it's place.

इक ख़ौफ़-ए-बे-पनाह है आँखों के आर-पार।
तारीकियों में डूबता लम्हा है सामने। 
..... सुलेमान ख़ुमार.....

An unlimited fear crosses through the eyes. 
Drowning in darkness is a moment before eyes.

ऐ दिल-ए-बे-क़रार चुप हो जा।
जा चुकी है बहार चुप हो जा। 
.....साग़र सिद्दीक़ी..... 

O restless heart ! Now keep mum.
The spring is gone, now keep mum.

उस का जलवा दिखाई देता है। 
सारे चेहरों में सब किताबों में। 
..... रज़ी रज़ीउद्दीन..... 

Only her appearance comes in view. 
In all faces, books all through. 

Friday 13 May 2022

GHALIB.. GHAZAL.. AAH KO CHAAHIYE IK UMR ASAR HONE TAK......

आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक।
कौन जीता है तिरी ज़ुल्फ़ के सर होते तक।

Alas ! It takes time for the effect, till then.
Who'll live to conquer your tress, till then ?

दाम-ए-हर-मौज में है हल्क़-ए-सद-काम-ए-नहंग।
देखें क्या गुज़रे है क़तरे पे गुहर होने तक।

In chain of waves are chains of a hundred tasks.
Let's see as water drop becomes pearl, till then.

आशिक़ी सब्र - तलब और तमन्ना बे-ताब।
दिल का क्या हाल करूँ ख़ून-ए-जिगर होनै तक ?

Love needs patience, desire is impatient.
What 'll heart be, as bloodied is liver, till then.

ता-क़यामत शब-ए-फ़ुरक़त में गुज़र जाएगी उम्र।
सात दिन हम पे भी भारी हैं सहर होने तक। 

Parting night will consume my life till doom. 
Seven days are heavy on me to morn' , till then.

हम ने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन। 
ख़ाक हो जाएँगे हम तुम को ख़बर होने तक ।

I agree that you will not ignore me , but. 
Before you know, I 'll become dust, till then. 

परतव-ए-ख़ुर से है शबनम को फ़ना की तालीम। 
मैं भी हूँ एक इनायत की नज़र होने तक। 

Dew is taught to be gone with morning light. 
I am there for a favourable glimpse, till then. 

इक नज़र बेश नहीं फ़ुरसत-ए-हस्ती ग़ाफ़िल। 
गर्मी-ए-बज़्म है इक रक़्स-ए-शरर होने तक। 

O unconscious ! A glimpse isn't enough for life. 
Heat of meeting lasts as spark dances, till then 

ग़म-ए - हस्ती का 'असद' किस से हो जुज़ मर्ग इलाज। 
शम'अ हर रंग में जलती है सहर होने तक। 

' Asad'who can cure life griefs before death ? 
Candle keeps burning upto morn' , till then. 


MUSAHAFI... GHAZAL.. RAAT PARDE SE ZARAA MUNH JO KISU KA NIKLAA......

रात पर्दे से ज़रा मुँह जो किसू का निकला। 
शोला समझा था उसे मैं प भभूका निकला। 

Uncovered at night when a face became.
What I thought cinder was in fact a flame.

महर-ओ-मह उस की फ़बन देख के हैरान रहे।
जब वरक़ यार की तस्वीर-ए-दो-रू का निकला।

Surprised eith her beauty were sun 'n moon.
As double faced picture page of my love came. 

ये अदा देख के कितनों का हुआ काम तमाम। 
नीमचा कल जो टुक उस अरबदा-जू का निकला।

Many got perished by seeing that style.
For a while out dagger of the shouter came.

मर गई सर्व पे जब हो के तसद्दुक़ क़ुमरी।
उस से उस दम भी न तौक़ अपने गुलू का निकला।

As dove-bird was gifted 'n died for Sarv.
Her necklace wasn't out even for name.

' मुसहफ़ी'हम तो ये समझे थे कि होगा कोई ज़ख़्म।
तेरे दिल में तो बहुत काम रफ़ू का निकला। 

O' Mushafi' I had thought there was some tear. 
In your heart, there was a lot to stitch 'n claim. 

Thursday 12 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

गिरते हैं समंदर में बड़े शौक़ से दरिया।
लेकिन किसी दरिया में समंदर नहीं गिरता।..... क़तील शफ़ाई.....

As a hobby, rivers fall into the sea . 
Sea falllng in a river one does not see.

दिल ने चुपके से कहा कोशिश-ए-नाकाम के बाद।
ज़हर ही दर्द-ए-मोहब्बत की दवा हो जैसे।
..... सैयद एहतिशाम हुसैन.....

After a failed attempt, silently said the heart. 
Poison is the only drug for love pain in  mart.

दर्द-ए-महरूमी-ए-जावेद भी इक दौलत है।
अहल-ए-ग़म भी तिरे शर्मिंदा-ए-अहसाँ निकले।..... अज़ीम मुर्तज़ा.....

Eternal absence of pain is also a treasure.
Men of grief were found to be devoid of favour.

आशिक़ की भी हस्ती है दुनिया में अजब हस्ती।
ज़िंदा है तो रुस्वा है, मर जाए तो अफ़साना।..... हयात अमरोहवी.....

Capability of a lover in the world is so strange.
Dishonoured till alive, with death in tale range.

उसी को ज़िन्दगी का साज़ देकर
 मुतमइन हूँ मैं।
वो हुस्न जिस को हुस्न-ए-बे-सबात कहते आए हैं।..... नुशूर वाहिदी..... 

I am satisfied giving my instrument of life to her. 
The beauty that with death is known to suffer. 



Wednesday 11 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

इश्क़ माशूक़ इश्क़ आशिक़ है।
यानी अपना ही मुब्तला है इश्क़। 
..... मीर तक़ी मीर.....

Love is beloved, it's the lover. Entangled in self is love for ever.

तब हम दोनों वक़्त चुरा कर लाते थे।
अब मिलते हैं जब भी फ़ुरसत होती है। 
..... जानेद अख़्तर.....

Earlier we used to meet stealing the time.. 
Now we meet only when we have time.

किस किस तरह की दिल में गुज़रती हैं हसरतें। 
है वस्ल से ज़ियादा मज़ा इंतिज़ार में। 
..... ताबाँ अब्दुल हई..... 

From heart pass many desires to sate. 
More pleasant than meeting is to wait. 

दिल उस चश्म को वो दिल-ए-ज़ार को। 
कि देखे है बीमार बीमार को। 
..... तस्वीर देहलवी..... 

Heart sees the eye, eye looks at affected heart. 
A sick man looks at the other of it's sort. 

चंद यादों के दिए थोड़ी तमन्ना कुछ ख़्वाब। 
ज़िन्दगी तुझ से ज़ियादा नहीं माँगा हम ने। 
..... मोहम्मद रशीदी..... 

A few lamps of memories, desires  'n dreams. 
O life ! I didn't ask for much,
 as it seems. 

KAIFI AAZMI.. GHAZAL... JO WO MIRE NA RAHE, MEIN HI KAB KISI KA RAHA........

जो वो मिरे न रहे, मैं ही कब किसी का रहा।
बिछड़ के उन से सलीक़ा न ज़िन्दगी का रहा। 

If she was not mine, I was of no one. 
Parting with her, style  of life was undone.

लबों से उड़ गया जुगनू की तरह नाम उन का।
सहारा अब कोई घर में न रौशनी का रहा। 
Her name like glow-worm, flew from lips. 
For light in my home was support of none. 

गुज़रने को तो हज़ारों ही क़ाफ़िले गुज़रे। 
ज़मीं पे नक़्श-ए-क़दम पर किसी किसी का रहा।

A thousand caravans passed by the way. 
Footprints of a few were there after run. . 

Tuesday 10 May 2022

KAIFI AAZMI.. GHAZAL.. JHUKI JHUKI SI NAZAR BEQARAR HAI KI NAHIN....

झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं।
दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं। 

Whether downcast eyes are uneasy or not ? 
Subdued, but there's love in heart or not. 

तू अपने दिल की जवाँ धड़कनों को गिन के बता। 
मिरी तरह तिरा दिल बे-क़रार है कि नहीं। 

Count young throbs of heart and tell. 
Your heart like mine, is uneasy or not. 

वो इक पल जिसमें मोहब्बत जवान होती है। 
उस एक पल का तुझे इंतिज़ार है कि नहीं। 

That moment when love achieves it's youth. 
Whether you wait for that moment or not. 

तिरी उम्मीद पे ठुकरा रहा हूँ दुनिया को। 
तुझे भी अपने पे ये ए'तबार है कि नहीं। 

I am shoeing the world in hope of you. 
Whether you have that faith on self or not. 

KAIFI AAZMI.. GHAZAL. YUN HI KOI MIL GAYA THA SAR-E-RAAH CHALTE CHALTE...

यूँ ही कोई मिल गया था सर-ए-राह चलते चलते।
वहीं थम के रह गई है मिरी रात ढलते ढलते।

Someone had met on the way, while I was on stroll.
He has simply stopped over there, my evening on roll.

जो कही गई है मुझ से वो ज़माना कह रहा है। 
कि फ़साना बन गई है मिरी बात टलते टलते।

Whatever is said to me, is now on every tongue.
It is now in shape of tale, the talk has taken toll.

शब-ए-इंतिज़ार आख़िर कभी होगी मुख़्तसर भी।
ये चिराग़ बुझ रहे हैं मिरे साथ जलते जलते। 

This waiting night also will sometime get shortened.
These lamps are also dimming, alight since night fall. 

KAIFI AAZMI.. GHAZAL.. YA DIL KI SUNO DUNIYA WALO YA HUM KO BHI CHUP RAHNE DO..

या दिल की सुनो दुनिया वालो या हम को भी चुप रहने दो।
मैं ग़म को ख़ुशी कैसे कह दूँ जो कहते हैं उन को कहने दो।

O world ! Either listen to heart or let me  also be mum..
How can I call grief pleasure, let those who can say so, hum. 

 ये फूल चमन में कैसा खिला माली की नज़र में प्यार नहीं।
हँसते हुए क्या क्या देख लिया अब बहते हैं आँसू बहने दो। 

What a flower bloom in garden, no love in the gardener's eye.

Smiling what you could see  saw, now let tears roll O chum.

इक ख़्वाब ख़ुशी का देखा नहीं, जो देखा कभी तो भूल गये।
जो माँगा कभी तुम दे न सके, जो दे दिया उस को रहने दो।

I have not seen a pleasant dream,I forget , if I had seen one. 
You could not give, what I had asked, what I have, let me keep that sum.

क्या दर्द किसी का लेगा कोई ऐसा तो किसी को दर्द नहीं। 
बहते हुए आँसू और बहें अब ऐसी तसल्ली रहने दो। 

Who can share other's pain, no one can have that much  pain.
Let rolling tears be on roll, do not thus console, keep mum. 

TODAY'S 5+2 COUPLETS

पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था।
जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा।..... कैफ़ी आज़मी.....

Those who were cutting the tree were aware.
Bodies would burn if their heads were bare.

अपनी नाकामियों पे आख़िर-ए-कार।
मुस्कुराना तो अख्तियार में है।
..... क़मर जमील.....

Ultimately on my own failure. 
I can smile, that's for sure. 

जब से आया है वो मुखड़ा नज़र आईने को।
 तब से अपनी ही ख़बर है नहीं आईने को।..... मजनूँ गोरखपुरी..... 

Having seen that face the mirror ever since. 
Is unable to look after the
 self ever since. 

वो लोग अपने आप में कितने अज़ीम थे। 
जो अपने दुश्मनों से भी नफ़रत न कर सके।..... ख़लील तनवीर..... 

Within themselves, how were those men great. 
Who even to their enemies could never hate. 

हँसी है दिल - लगी है क़हक़हे हैं। 
तुम्हारी अंजुमन का पूछना क्या ? 
..... मुबारक अज़ीमाबादी..... 

There's heartappealing laughter and guffaws. 
What to enquire about your meeting laws ? 

या दिल की सुनो दुनिया वालो या मुझ को अभी चुप रहने दो। 
मैं ग़म को ख़ुशी कैसे कह दूँ जो कहते हैं उन को कहने दो।..... कैफ़ी आज़मी..... 

O world ! Either listen to the heart,or let me also keep mum. 
How can I say grief is pleasure, those who say so, let them hum. 

ये फूल चमन में कैसा खिला माली की नज़र में प्यार नहीं। 
हँसते हुए क्या क्या देख लिया अब बहते हैं आँसू बहने दो। 

What a flower in garden bloom, even gardener shows look of doom. . 
What all have you seen with a smile, let the tears now flow O chum. 



Monday 9 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

अधूरी छोड़ के तस्वीर मर गया वो 'ज़ेब' ।
कोई भी रंग मयस्सर न था लहू के सिवा। 
..... ज़ेब ग़ौरी.....

 O 'Zeb' ! He died leaving picture incomplete.
No colour but blood was there to complete. 

अंदर का ज़हर-नाक अंधेरा ही था बहुत।
शब पर तुली खड़ हहै शब-ए-तार किस लिए ?..... ज़फ़र इक़बाल.....

Enough was poisonous dark inside over there. 
Why is dark night dangling over my head here ?

मेरी ग़ज़ल को मेरी जाँ फ़क़त ग़ज़ल न समझ। 
इक आईना है जो हर दम तिरे मुक़ाबिल है।..... कलीम आजिज़.....

Don't take my ghazal for ghazal alone here. 
It's a mirror that confronts you everywhere.

शबनमी क़तरे गुल-ए-लाला पे धे रक़्स-कुना।
बर्फ़ के टुकड़े भी देखे गए अंगारों में।
..... महफ़ूज़ुर्रहमान.....

Dancing on spotted flowers were drops of dew. 
Ice chips on the cinders were also in view.

वाक़िफ़ हैं ख़ूब आपके तर्ज़-ए-जफ़ा से हम।
इज़हार-ए-इल्तिफ़ात की ज़हमत न कीजिए।..... हसरत मोहानी.....

I am very well aware of your faithless way. 
Don't take trouble to show affection and say. 

Sunday 8 May 2022

FANAA KANPURI.. GHAZAL.. GHAM HAR IK AANKH KO CHHALKAYE ZAROORI TO NAHIIN....

ग़म हर इक आँख को छलकाए ज़रूरी तो नहीं। 
अब्र उठे और बरस जाए ज़रूरी तो नहीं।

It's not essential that grief can spill every eye.
Rain shall not pour from each cloud roaring high. 

बर्क़ सैयाद के घर पर भी तो गिर सकती है। 
आशियाने पे ही लहराए ज़रूरी तो नहीं।

Electric spark can also fall on the captor's home. 
It's not essential that it 'll wave on the nests set high.

राहबर राह मुसाफ़िर को दिखा देता है। 
वही मंज़िल पे पहुँच जाए ज़रूरी तो नहीं। 
Guide can show the way to wayfarer. 
It isn't essential to reach goal in each try.

नोक-ए-हर-ख़ार ख़तरनाक तो होती है मगर।
सब के दामन से उलझजाए ज़रूरी तो नहीं ।

It's true that tip of each thorn is dangerous. 
These can't entangle every hem held high.

ग़ुंचे मुरझाते हैं और शाख़ से गिर जाने हैं। हर कोई फूल ही बन जाए ज़रूरी तो नहीं। 

Buds also shrivel and fall from twigs.
Each won't turn flower, it's true with a sigh. 

Saturday 7 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

कितने नादाँ हैं तिरे भूलने वाले कि तुझे। भूलने के लिए इक उम्र पड़ होहो जैसे।
..... अहमद फ़राज़.....

How innocent are those who plan to forget you. 
As if there's whole life time to forget you. 

नहीं होती है राह-ए-इश्क़ में आसाँ मंज़िल
सफ़र में भी तो सदियों की मसाफ़त चाहिए है।.... फ़रहत नदीम हुमायूँ.....

En-route to love, goal isn't easy to attain.
It needs time of centuries for this to attain. 

टपकना अश्क का तम्हीद है दीदार की जैसे।
तुलू-ए-महर से पहले सितारा सुब्ह-दम निकले।..... जलील मानिकपुरी.....

Dropping of tear is a preparation of her view. 
As morning star before sun-rise comes to view.

ग़ैर की नजरों से बच कर सब की मर्ज़ी के ख़िलाफ़। 
वो तिरा चोरी-छिपे रातों को आना याद है।
..... हसरत मोहानी.....

Avoiding view of rivals, against everyone 's will.
Your stealthy arrival at nights, I remember still. 

दिल की उदासियों का कोई सबब नहीं है। बस ये सबब है मेरे दिल की उदासियों का।..... नील अहमद..... 

There is no cause for sadness of my heart. 
Only this is the cause for sadness of my heart. 

Friday 6 May 2022

BASHIR BADR.. GHAZAL.. MERE BARE MEN HAWAON SE WO KAB POOCHHEGAA....

मेरे बारे में हवाओं से वो कब पूछेगा ?
ख़ाक जब ख़ाक में मिल जाएगी तब पूछेगा !

About me, from the wind, when will he ask ?
When dust will mingle with dust 'n mask ! 

घर बसाने में ये ख़तरा है कि घर का मालिक। 
रात में देर से आने का सबब पूछेगा। 

The trouble with being at home, is owner. 
Why am I late at night, take to task. 

अपना ग़म सब को बताना है तमाशा करना। 
हाल-ए-दिल उसको सुनाएंगे वो जब पूछेगा। 

Talking about your grief with all, is show off. 
State of heart 'll be told, when he will ask. 

जब बिछड़ना भी तो हँसते हुए जाना वर्ना। 
हर कोई रूठ के जाने का सबब पूछेगा। 

Even if we part, leave with a smile or else. 
Why did you take offence, every one' ll ask. 

हम ने लफ़्ज़ों के जहाँ दाम लगे बेच दिया। 
शे'र पूछेगा हमें अब न अदब पूछेगा। 

When suitably priced, I sold the words. 
About me now couplets and literature won't ask. 


Thursday 5 May 2022

QATEEL SHAFAAI.. GHAZAL.. DOOR TAK CHHAYE THE BADAL AUR KAHIIN SAAYA NA THA.....

दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था।
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था। 

Clouds were spread all over, yet shade was no more. 
This type of rainy season was never seen before. 

सुर्ख़ आहन परटपकती बूँद है अब हर ख़ुशी। 
ज़िन्दगी ने यूँ तो पहले हमको तरसाया न था। 

Every pleasure is a drop on iron that's red hot. 
Like this life had never made me crave to the core.

क्या मिला आख़िर तुझे सायों के पीछे भाग कर ?
ऐ दिल-ए-नादाँ तुझे क्या हम ने समझाया न था ?

 After all what did you get by following the shadows ?
O innocent heart ! Didn't I try  you to understand more  ? 

उफ़ ये सन्नाटा कि आहट तक न हो जिसमें मुख़िल। 
ज़िन्दगी में इस क़दर हमने सुकूँ पाया न था। 

What a silence that even a  footfall feels intruder.
I had never known peace of this kind in life before.

ख़ूब रोए छुप के घर की चारदीवारी में हम। 
हाल-ए-दिल कहने के क़ाबिल कोई हमसाया न था।

I had wept a lot within the boundaries of home. 
Had no neighbour whom heart feelings I could pour. 

हो गए क़ल्लाश जब से आस की दौलत लुटी।
पास अपने और तो कोई भी सरमाया न था। 

 I got bankrupt when wealth of hope was robbed.
There was no wealth, means or material anymore. 

वो पयम्बर हो कि आशिक़ क़त्लगाह-ए-शौक़ में।
ताज काँटों का किसे दुनिया ने पहनाया न था ? 

May be a prophet or lover, in the battlefield of desire. 
Wasn't it always  crown of thorns that world saw, he wore. 

सिर्फ़ ख़ुशबू की कमी थी ग़ौर के क़ाबिल 'क़तील' ।
वर्ना गुलशन में कोई भी फूल मुरझाया न था।..... क़तील शफ़ाई.....

 Only fragrance was missing worth a mention O 'Qateel'.
 Not a single flower faded in the garden anymore. 


REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

यूँ देखते रहना उसे अच्छा नहीं 'मोहसिन'। वो काँच का पैकर है तो पत्थर तिरी आँखें।..... मोहसिन नक़्वी.....

O Mohsin ! It isn't good to keep looking at her class.
While your eyes are stone, her whole form is glass. 

खींच लाई है तिरे दश्त की वहशत वर्ना। 
कितने दरिया ही मिरी प्यास बुझाने आते।..... रज़्मी असीम.....

Wildness of your desert has brought me here. 
Many streams 'd come to quench my thirst there.

चीख़ उठता है दफ़-अतन किरदार।
जब कोई शख़्स बदगुमाँ हो जाय। 
..... अहमद अश्फ़ाक़.....

Suddenly character starts crying. 
 When someone is suspicious, trying. 

शायद यूँ ही सिमट सकें घर की ज़रूरतें। 
' तनवीर ' माँ के हाथ में अपनी कमाई दे। 
..... तनवीर सिप्रा.....

May be, the home needs 'll sqeeze within hand.
' Tanveer' ! Place your earnings on mother's hand.

इक हल्क़ा-ए-अहबाब है तन्हाई भी उस की।
इक हम हैं कि हर बज़्म में तन्हा नज़र आए।..... वामिक़ जौनपुरी..... 

Even her separation is a friendly chain. 
Even in each gathering, 
alone I remain. 


Wednesday 4 May 2022

केवट हरि चरणाँ नैं धोवै।

केवट हरि चरणाँ नैं धोवै ।

जिन चरणाँ का दरसन नैं मुनि करैं तपस्या भारी।
छूताँ ही पत्थर सैं निकली गौतम ऋषि की नारी।
उन चरणाँ नैं धोणै को यो मौको कैयाँ खोवै। 
केवट हरि चरणाँ नैं धोवै ।

नाव काठ की पत्थर भी छूयाँ नारी हो जाय।
पैल्याँ धोल्यूँ इन चरणाँ नैं फिर द्यूँ पार कराय। 
हरि हँस कहैं करो कुछ जिससैं नाव नार नहीं होवै। 
केवट हरि चरणाँ नैं धोवै ।

गंगा निकली हरि चरणाँ सैं बेद पुराण बतावै। 
फिर सैं छू कर धन्य हो ही मन मैं क्यूँ सुकचावै। 
प्रेम मगन है केवट आँख्याँ को जल पैर भिगोवै। 
केवट हरि चरणाँ नैं धोवै ।

देख देख कै काडै जितणा गड़्या राह मैं सूल।
निरखै हरसै हरसै निरखै हुयो भाग्य अनुकूल। 
फिर कब दरसन पाऊँगो मैं जब सोचै तो रोवै। 
केवट हरि चरणाँ नैं धोवै ।

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

ग़म-ए-ज़माना ने मजबूर कर दिया वर्ना।
ये आरज़ू थी कि तेरी ही आरज़ू करते। 
..... अख़्तर शीरानी.....

World grief had compelled me too. 
Though I longed to long for you.

जिस के लिए बच्चा रोया था और पोंछे थे आँसू बाबा ने। 
वो बच्चा अब भी ज़िन्दा है वो मँहगा खिलौना टूट गया। 
..... महशर बदायूनी.....

For which the child wept 'n tears wiped by father.
That child is still alive, costly toy has broken father ! 

हुए मदफ़न-ए-दरिया ज़ेर-ए-दरिया तैरने वाले।
तमाचे मौज के खाते थे जो, बन कर गुहर निकले।

Those who swam under the stream, finally got drowned. 
Those who bore  slaps of waves, were as pearls crowned.

कैसे थे लोग जिन की ज़बानों में नूर था। 
अब तो तमाम झूट है सच्चाइयों में भी। 
..... जमील मलिक.....

What men were those who had virtuous tongue ?
Now that it's a total lie, even when truth is sung. 

रात भर ख़्वाब में जलना भी इक बीमारी है। 
इश्क़ की आग से बचने में समझदारी है। 
..... अमित शर्मा मीत.....

It's a disease as you burn night long in dreams. 
Saving  self from fire of love is sensible, it seems. 

Tuesday 3 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

जो लोग गुज़रते हैं मुसलसल रह-ए-दिल से।
दिन ईद का हो उन को मुबारक तह-ए-दिल से।..... उबैद आज़म आज़मी.....

Those who pass so regularly by the heart's way.
Auspicious for them from bottom of heart be Eid's day.

ईद का दिन है गले आज तो लग जा ज़ालिम। 
रस्म-ए-दुनिया भी है, मौक़ा भी है, दस्तूर भी है।..... क़मर बदायूनी.....

O tyrant ! Just embrace me today on Eid's day.
It's world tradition, a chance 'n custom of the day.

हँसी है, दिल-लगी है, क़हक़हे हैं।
तुम्हारी अंजुमन का पूछना क्या ?
..... मुबारक अज़ीमाबादी.....

There's laughter, amusement and guffaws. 
What to enquire about your meeting laws ?

वो चाँदनी में फिरते हैं घर घर ये शोर है। 
निकला है आफ़ताब शब-ए-माहताब में।
..... जलील मानिकपुरी.....

She walks in moonlight, there's noise from each home site. 
That the sun has also appeared on a moon - lit night.

बच्चों को हम न एक खिलौना भी दे सके। ग़म और बढ़ गया है जो त्योहार आए हैं। 
..... ओबैदुर रहमान.....

We could not provide to the children one toy. 
Pain has increased with the festivals ploy. 

Monday 2 May 2022

BASHIR BADR.. GHAZAL.. KAHIIN PANGHATON KI DAGAR NAHIN, KAHIN AANCHALON KA NAGAR NAHIN....

कहीं पनघटों की डगर नहीं, कहीं आँचलों का नगर नहीं।
ये पहाड़ धूप के पेड़ हैं कोई सायादार शजर नहीं। 

It's no route of watering places, a city of hems just worth nothing. 
These mounts are trees of sunlight, shadless trees are worth nothing. 

वो बिका है कितने करोड़ में ज़रा उसका हाल बताइए। 
कोई शख़्स भूख से मर गया, ये ख़बर तो कोई ख़बर नहीं। 

Tell details of the man, who was sold in several crores.
Someone has died of hunger, this news is just worth nothing.

ये महकते फूलों की छतरियाँ, मिरी महरबाँ, मिरी साहबाँ।
तिरे साथ धूप के रास्तों का सफ़र तो कोई सफ़र नहीं। 

These canopies of fragrant flowers, O kindhearted, O my love ! 
Moving with you in the sun, this journey is just worth nothing. 

मैं वहाँ से आया हूँ, आज भी जहाँ प्यार दिल का चराग़ है। 
ये अजीब रात  का शहर है, यहाँ रौशनी का गुज़र नहीं। 

I have come from a place, where love is still a lamp of heart. 
This city has a strange night, entry of light is worth nothing. 

ये ज़मीन दर्द की नहर है ये ज़मीन प्यार का शहर है।
मैं इसी ज़मीन का ख़्वाब हूँ मुझे आसमान का डर नहीं। 

This earth is canal of pain, this earth is a city of love. 
I am a dream of this land,for me fear of sky is worth nothing. 

कोई 'मीर' हो कि 'बशीर' हो, जो तुम्हारे नाज़ उठाएँ हम। 
ये 'ज़फ़र' की दिल्ली है बा-अदब, यहाँ हर किसी का गुज़र नहीं। 

Are you 'Mir' or 'Bashir', that we take care of your poise. 
This is Delhi of respected 'Zafar', here anyone is worth nothing. 







BASHIR BADR...17.... COUPLETS

शिद्दत की धूप तेज़ हवाओं के बावजूद।
मैं शाख़ से गिरा हूँ नज़र से गिरा नहीं। 

Despite intense sun and wind blasts select. 
I have fallen from branch, not an eye reject.

आया ही नहीं हम को आहिस्ता गुज़र जाना। 
शीशे का मुक़द्दर है टकरा के बिखर जाना। 

I could never learn how to slowly pass ? 
To collide and scatter is the fate of glass. 

तारों की तरह शब के सीने में उतर जाना। आहट न हो क़दमों की इस तरह गुज़र जाना। 

To slide like stars in the chest of night. 
Without sound of footfall, so gently pass. 

नश्शे में सँभालने का फ़न यूँ ही नहीं आता। 
इन ज़ु़ल्फ़ों से सीखा है लहरा के सँवर जाना। 

I have learnt from  tress to get set after swing. 
To keep balance when drunk is no mean class. 

भर आएँगे आँखों में आँचल से बँधे
 बादल। 
याद आएगा जब गुल पर शबनम का बिखर जाना। 

Remembering scattering of dew on flowers. 
Clouds of hem knot will, in the eyes pass. 

 हर मोड़ पे दो आँखें हम से यही कहती हैं। 
जिस तरह भी मुमकिन हो तुम लौट के घर आना। 

Whichever way possible, come back home. 
Two eyes convey it to me at each cross. 

पत्थर को मिरा साया आईना सा चमका दे। 
जाना तो मिरा शीशा यूँ दर्द से भर जाना। 

Let my shadow shine a stone like glass. 
If you leave, then with grief, fill my glass. 

ये चाँद सितारे तुम औरों के लिए रख लो।
हम को यही जीना है हम को यहीं मर जाना। 

Spare for others, the moon and stars. 
I have to survive here and then pass. 

जब टूट गया रिश्ता सर-सब्ज़ पहाड़ों से। 
फिर तेज़ हवा जाने किस को है किधर जाना। 

When kinship with green hills isn't there. 
Let gale decide, which way who 'll pass. 


हम को दुआएँ देते थे बाहम युँ ही मिलो। 
शाख़ों पे उजले उजले फ़रिश्ते खिले हुए। 

They blessed us to meet 
each other like that. 
Blooming on the branches, white angels sat. 

गुज़ारे हम ने कई साल ऐसे दफ़्तर में।
 कुआँरी लड़की रहे जैसे ग़ैर के घर में। 

I have passed many years in such work space. 
As an unmarried girl lives at a rival's place. 

मिरी निगाह किसी दूसरे को तकने लगी। 
वो लड़की बैठ गई जब मिरे बराबर में। 

My eyes started staring at some other girl. 
. When that girl occupied my side space. 

तमाम रात मैं ख़्वाबों में जागता ही रहा। 
चढ़ा हुआ है इन आँखों में रात भर का ख़ुमार। 

Whole night I kept awake in the dreamy skies
Intoxicating effect of night is still in my eyes. 

ये बात कि सूरत के भले दिल के बुरे हो। अल्लाह करे झूठ हो, बहुतों से सुनी है। 

That you are good in face and bad at heart. 
By God be it a lie, is heard from many a part. 

सुझाई कुछ नहीं देता शिकस्ता यादों ने। 
किसी का चेहरा किसी के बदन पे जोड़ दिया। 
Nothing is apparent because
memories are shattered. 
Grafting of some face on other's body hasn't mattered. 

 किताबें, किताबें, किताबें, किताबें।
कभी तो वो आँखें वो रुख़सार पढ़ना।

Books and books and heap of books. 
Read her eyes, cheeks and looks. 

अजीब आग है हमदर्दियों के मौसम की। 
ग़रीब बस्तियाँ बरसात ही में जलती हैं। 

Strange is the fire in kindness terrain. 
Hutments of poor are ashed in rain. 

शाहिद शब-ए-हिज्राँ है तिरा ज़िक्र हुआ था। 
ऐ मौत भली आई तिरी उम्र बड़ी है। 

Parting night is a witness, there was a mention about you. 
Dear death ! You are  welcome,  you  may live long too. 

किस के अंदर क्या छुपा है कुछ पता लगता नहीं। 
तैल की दौलत मिली वीरान रेगिस्तान में। 

No one knows, what does it contain ?
The wealth of oil in desert terrain !

मीर, कबीर, बशीर इसी मकतब के हैं। 
आ दिल के मकतब में अपना नाम लिखा।

Mir, Kabir, Bashir are from this school. 
Enrol your name in this heart school. 

अल्लाह ने नवाज़ दिया है तो ख़ुश रहो। 
तुम क्या समझ रहे हो ये शोहरत ग़ज़ल से है ? 

Be happy that Almighty has granted you grace. 
Do you think, ghazal fame has scored this place ? 

जब उसकी नवाज़िश होती है ये मोजज़ा तब हो जाता है। 
अल्फ़ाज़ महकने लगते हैं काग़ज़ भी अदब हो जाता है। 

 When His is the grace, this marvel takes place. 
The words get fragrant, paper wins literary race. 

कभी बोले तो शह्रों के मकाँ भी बात करते हैं। 
तुम्हारे ज़ेहन में तो सिर्फ़ क़स्बे की हवेली है। 

City homes also talk,  you will so find. 
Town mansion is engraved in your mind. 

इतनी सियाह रात में किस को सदाएँ दूँ। 
ऐसा चिराग़ दे जो कभी बोलता भी हो। 

Whom to call in such a dark night spell ? 
Give a lamp that at times talks  as well. 

दिन का शहज़ादा मेरा मेहमान है, बेशक रहे। 
रात का भूला मुसाफ़िर भी यहाँ ठहरा करे। 

Prince of the day is my guest,  let him dwell. 
Let lost traveller of night stay here as well. 

कैसे दोनों वक़्त गले मिलते हैं रोज़। 
ये मंज़र मैंने दुश्मन के नाम लिखा। 

How both times embrace each day ? 
This scene I scrolled  enemy way. 


BASHIR BADR.. GHAZAL.. SAAT RANGON KE SHAMIYANE HAIN

सात रंगों के शामियाने हैं।
दिल के मौसम बड़े सुहाने हैं। 

Canopy of seven colours with gold. 
Weathers of heart are pleasing, cold. 

कोई तदबीर भूलने की नहीं। 
याद आने के सौ बहाने हैं। 

 No worthwhile way to forget.
Hundred ways to remember old

दिल की बस्ती अभी कहाँ बदली। 
ये मुहल्ले बहुत पुराने हैं। 

Heart site hasn't changed. 
These streets are very old. 

हक़ हमारा नहीं दरख़्तों पर। 
ये परिंदों के आशियाने हैं। 

We don't own the trees. 
These are bird's household. 

 इल्म-ओ-हिकमत, सियासत-ओ-मज़हब।
अपने अपने शराबख़ाने हैं। 

Knowledge, healing, politics, religion. 
These are taverns, seperate, bold. 

धूप का प्यार ख़ूबसूरत है। 
आग के फूल भी सुहाने हैं। 

Life of sunlight is  beautiful . 
Flowers of fire are lovely, it's told. 


BASHIR BADR.. GHAZAL.. KOI CHIRAAGH NAHIN HAI MAGAR UJAALA HAI.......

कोई चिराग़ नहीं है मगर उजाला है।
अजीब रात है सूरज निकलने वाला है। 

There's no lamp, but light in guile. 
Night is strange, sun 'll rise in a while.

अजब सी आग है इस बे-लिबास पत्थर पर।
पहाड़ पर तिरी बरसात का दुशाला है। 

Fire is strange on this uncovered stone.
Over mountain, your rain shawl does smile. 

अजीब लहजा है दुश्मन की मुस्कुराहट का। 
मुझे गिराया कहाँ है मुझे सँभाला है। 

Strange is the style of my enemy 's smile.
Didn't throw, kept me lifted all the while. 

निकल के पास की मस्जिद से एक बच्चे ने।
फ़साद में जली मूरत पे हार डाला है। 

Coming out of a nearby mosque, one child. 
Garlanded riot burnt statue in a while. 

तमाम वादी-ओ-सहरा में आग रौशन है।
मुझे ख़िज़ाँ के इन्हीं मौसमों ने पाला है। 

In valleys 'n deserts entire, glows only this fire.
I have been reared by autumn all the while. 

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

दानिस्ता हम ने अपने सभी ग़म छुपा लिए।
पूछा किसी ने हाल तो बस मुस्कुरा दिए। 
..... आफ़ाक़ सिद्दीक़ी.....

Willingly I concealed all my pain. 
When asked about state, smiled in vain.

भुलाना हमारा मुबारक मुबारक। 
मगर शर्त ये है न याद आइएगा।
..... जिगर मुरादाबादी.....

Blessed is your forgetting me. 
Term is, don't come to memory

चिराग़, चाँद, शफ़क़, शाम, फूल, झील, सबा।
चुराईं सब ने ही कुछ कुछ शबाहतें तेरी। 
..... अंजुम इरफ़ानी.....

Lamp, moon, twilight, eve', flower, lake 'n breeze. 
Your lookalikeness was a little stolen by all these. 

रंग बदला हुआ है फूलों का। 
तुम यक़ीनन उदास गुज़रे थे। 
..... मोहम्मद मुस्तहसन जामी..... 

In the colour of flowers, there's a change. 
Surely you were sad, passing this range. 

सर पे अहसान रहा बे-सर-ओ-सामानी का
ख़ार-ए-सहरा से न उलझा कभी दामन अपना।..... ज़हीर देहलवी..... 

I was favoured by without bag'n baggage on head. 
My hem wasn't entangled in the desert thorn-bed. 






Sunday 1 May 2022

BASHIR BADR.. GHAZAL.. AAINA DHOOP KA DARIYA MEN DIKHATA HAI MUJHE.....

आईना धूप का दरिया में दिखाता है मुझे। मेरा दुश्मन मिरे लहजे में बुलाता है मुझे।

Mirror of sunlight in stream for a while. 
My enemy calls me in my own style. 

आँसुओं से मिरी तहरीर नहीं मिट सकती 
कोई काग़ज़ हूँ कि पानी से डराता है मुझे।

My writings can't be erased by tears. 
Am I a paper afraid of water in guile. 

सर पे सूरज की सवारी मुझे मंज़ूर नहीं।
अपना क़द धूप में छोटा नज़र आता है मुझे। 

I don't want sun to be mounted on head. 
My height is short in mid day sun every while. 

दूध पीते हुए बच्चे की तरह है दिल भी। 
दिन में सो जाता है रातों को जगाता है मुझे। 

My heart is like a milk sucking babe. 
Sleeping during day, awake at night every while. 

धूप की आग से फूलों के बदन रौशन हैं। 
सात रंगो में मिरा दर्द सजाता है मुझे। 

Well lit are flwers from fire of sun. 
Decoratng my pain in seven colours all the while

रोज़ कहता है कि गिरती हूई दीवार हूँ मैं 
एक बादल है जो रह रह के डराता है मुझे। 

Every day, it tells I am a(( collapsing wall. 
A cloud frightens time to time in a while.

 ऐसा लगता है कि उसने मुझे ग़ालिब जाना। 
न उठाता है मुझे और न बिठाता है मुझे। 

It appears that he has taken me for Ghalib. 
Neither can I sit nor stand for a while.