रवि मौन की मधुशाला - १
सड़े हुए चावल से निकली सृष्टि, यही इनकी हाला।
दबे हुए मिट्टी में मधुघट, मिट्टी का ही यह प्याला।
पूरे पैसे रखवा कर मधु विक्रेता देता इसको।
यहाँ कहाँ दिखता है साक़ी, यह अलबेली मधुशाला।
सड़े हुए चावल से निकली सृष्टि, यही इनकी हाला।
दबे हुए मिट्टी में मधुघट, मिट्टी का ही यह प्याला।
पूरे पैसे रखवा कर मधु विक्रेता देता इसको।
यहाँ कहाँ दिखता है साक़ी, यह अलबेली मधुशाला।
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