Tuesday 24 November 2020

BASHIR BADR.. GHAZAL.. MANZIL PE HAYAAT AKE...

मंज़िल पे हयात आ के ज़रा थक सी गई है।
मालूम ये होता है बहुत तेज़ चली है। 

Reaching goal, life has a tired look. 
Probably, it moved like a speedy brook. 

शाहिद शबे हिजराँ है तिरा ज़िक्र हुआ था 
ऐ मौत भली आई तिरी उम्र बड़ी है। 

Night of parting is witness to your tale. 
O death! Thanks for the trouble you took.

अब अंजुमने नाज़ से वहशत का सबब क्या?
शायद मुझे तन्हाईए शब ढूँढ रही है।

Why gathered dictates need a lunatic?
For me, lonely night has a searching look.

बीमार के चेहरे पे सवेरे की सफ़ेदी। 
ख़ाक बदहन अब ये चिराग़े सहरी है। 

Patient's face looks pale since morn'. 
This morning star has a dwindling look. 

ये बात कि सूरत के भले दिल के बुरे हो। 
अल्लाह करे झूट हो बहोतों से सुनी है। 

By God! Be a lie,it is commonly heard. 
You are bad at heart, with a lovely look. 

ता हद्दे नज़र शहरे ख़मोशाँ के निशाँ हैं। 
अल्लाह मुसाफ़िर की कहाँ शाम हुई है! 

As far vision goes, there's 
 streach of graves. 
O God! Traveller's evening is in this nook! 

हम दिल्ली भी हो आए हैं लाहौर भी घूमे।
ऐ यार मगर तेरी गली तेरी गली है। 

I have roamed in Delhi and Lahore as well. 
My love! Your lane has  your own look. 

वो माथे का मतला हो कि होठों के दो मिसरे। 
बचपन से ग़ज़ल ही मिरी महबूब रही है। 

Opening lines of forehead or a couplet of lips. 
Since childhood, ghazal as girlfriend, I took. 

ग़ज़लों ने  वहीं ज़ुल्फ़ों के फैला दिए साए। जिन राहों पे देखा कि बहोत धूप कड़ी है। 
Ghazals stretched tresses to cast their shade. 
Wherever they saw, sun has a scorching look. 


 

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