Saturday 13 November 2021

GHAZAL... MERE KHUDA MUJHE ITNA TO MOTBAR KAR DE... IFTIKHAR...AARIF. .....

मेरे ख़ुदा मुझे इतना तो मोतबर कर दे।
मैं जिस मकान में रहता हूँ उसको घर कर दे। 

Make me at least so reliable O Lord. 
To house live in, grant home's regard.

ये रौशनी के त 'आक़्क़ुब में भागता हुआ दिन।
जो थक गया हो तो अब उसको मुख़्तसर कर दे। 

The day was in pursuit of light all through.
If it's exhausted, let it's greed retard. 

मैं ज़िन्दगी की दुआ माँगने लगा हूँ बहुत। 
जो हो सके तो दुआओं को बेअसर कर दे। 

I have started praying a lot for life. 
If possible, do not grant the reward. 

सितारा-ए-सहरी डूबने को आया है।
ज़रा कोई मिरे सूरज को बाख़बर कर दे

The morning star is  about to sink.
Let my sun be informed in this regard. 

क़बीलावार कमाने कड़कने वाली हैं। 
मिरे लहू की गवाही मुझे निडर कर दे। 

The tribes are about to be at war. 
Let the evidence of blood be my accord. 

मैं अपने ख़्वाब से कट कर जिऊँ तो मेरे ख़ुदा। 
उजाड़ दे मिरी मिट्टी को दर-ब-दर कर दे।

If I survive without my dream, well then. 
Scatter my burial dust from door to door O Lord.

 मिरी ज़मीन मिरा आख़िरी हवाला है।
 सो मैं रहूँ न रहूँ  इसको बारवर कर दे। 

My ground is the final reference for me. 
Whether or not I stay, make it fruitful O Lord. 

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