Friday 11 March 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

हम तुम में कल दूरी भी हो सकती है। वज्ह कोई मजबूरी भी हो सकती है।
......... बेदिल हैदरी........ 

Tomorrow, we may be distant, apart. 
A compulsion may be reason to part.

प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है। 
नए परिन्दों को उड़ने में वक़्त तो लगता है।.......... . हस्तीमल हस्ती.............

Writing first love letter, well, it takes some time.
 For fledgling birds to fly, well, it takes some time.

ऐ परिंदों ! याद करती है तुम्हें पागल हवा। रोज़ इक नौहा सर-ए-शाख़ शजर सुनता हूँ मैं।........ इरफ़ान सिद्दीक़ी...........

O birds ! The mad, mad breeze remembers you.
Daily, a sad tune from  tree branch, I listen too.

 है हर्फ़ हर्फ़ ज़ख़्म की सूरत खिला हुआ। 
फ़ुरसत मिले तो तुम मिरा दीवान देखना। 
............. . ज़ुबैर फ़ारूक़.............. 

Each word is open like a wound sublime. 
See my ghazal collection, if you have time. 

मैं घर को फूँक रहा था बड़े यक़ीन के साथ। 
कि तेरी राह में पहला क़दम उठाना था। 
............... अख़्तर शुमार.............. 

I was setting my house on fire, unshaken. 
In your pursuit, first step was to be taken. 


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