Tuesday 20 June 2023

वीणा के स्वर में गुंजित हों जब मन के उद्गार।
प्रेम भरे पथ पर चलता हो सारा जग व्यवहार।
कैसे तुझ को मैं समझाऊँ क्या मैं देना चाहूँ ?
जन्मदिवस पर बिटिया यह है एक तुच्छ उपहार।।

..... रवि मौन..... 

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