Saturday 3 December 2022

KAIFI AAZMI.. GHAZAL

या दिल की सुनो दुनिया वालो या मुझ को अभी चुप रहने दो 
मैं ग़म को ख़ुशी कैसे कह दूँ जो कहते हैं उन को कहने दो 

Either listen to heart O world or let me still keep quiet .
How can I call grief joy, let those who say so might. 

ये फूल चमन में कैसा खिला माली की नज़र में प्यार नहीं 
हँसते हुए क्या क्या देख लिया अब बहते हैं आँसू बहने दो 

What a flower in garden to bloom , gardener doesn't love it
While laughing what was seen, now let tears flow in sight. 

इक ख़्वाब ख़ुशी का देखा नहीं देखा जो कभी तो भूल गए 
माँगा हुआ तुम कुछ दे न सके जो तुम ने दिया वो सहने दो 

I haven't seen a pleasant dream forgotten if I had seen. 
You didn't give what was asked let me tolerate given plight. 

क्या दर्द किसी का लेगा कोई इतना तो किसी में दर्द नहीं 
बहते हुए आँसू और बहें अब ऐसी तसल्ली रहने दो

Will someone take other's pain, no one has so much pain.
Let flowing tears be on roll, don't console this way, right. 

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