Monday 24 January 2022

COUPLETS ON TEARS.....19..........

वो अक्स बन के मिरी चश्म-ए-तर में रहता है।
अजीब शख़्स है शीशे के घर में रहता है। 
............. बिस्मिल साबरी..........

As a shadow, he says in my eyes still wet. 
A strange man living in water house yet. 

मिरी रूह की हक़ीक़त मिरे आँसुओं से पूछो। 
मिरा मज्लिसी तबस्सुम मिरा तर्जुमा नहीं है।........... मुस्तफ़ा ज़ैदी..........

Tears 'll reveal truth of soul in a while.
I am not what is my social smile. 

क्या कहूँ किस तरह से जीता हूँ। 
ग़म को खाता हूँ आँसू पीता हूँ ।
............ मीर असर...........

How I live, how can I explain ?
I sip tears, devour the pain. 

घास में जज़्ब हुए होंगे ज़मीं के आँसू। 
पाँव रखता हूँ तो थोड़ी सी नमी लगती है। 
Tears of earth were absorbed in the grass. 
It feels a little wet, this carpet is class.

थमें आँसू तो फिर तुम शौक़ से घर को चले जाना। 
कहाँ जाते हो इस तूफ़ान में पानी ज़रा ठहरे।...... लाला माधव राम जौहर......

When tears stop, you can go home if you please. 
Why move out in this hurricane, ietthe rain cease. 

अश्क-ए-ग़म दीदा-ए-पुर-नम से संभाले न गए।
ये वो बच्चे हैं जो माँ बाप से पाले न गए।
.......... मीर अनीस..........

Tears of grief, my wet eyes couldn't bear.
These are  children that parents couldn't rear.

जो आग लगाई थी तुमने उस को तो बुझाया अश्कों ने। 
जो अश्कों ने भड़काई है उस आग को ठंडा कौन करे ?..... जज़्बी.......

Tears put off what you had set on fire. 
What tears provoked, who 'd cool that ire ?

 आँसू हमारे गिर गए उस की निगाह से।
इन मोतियों की अब कोई क़ीमत नहीं रही
............. जलील मानिकपुरी ............

My tears had a fall from her view. 
These pearls lost price, nothing is due. 

 पहले नहाई ओस में फिर आँसुओं में रात।
यूँ बूँद बूँद उतरी हमारे घरों में रात। 
............. शहरयार............

First in dew, then in tears bathed night. 
Thus drop-wise settled in our homes, the night.

क्या कहूँ दीदा-ए-तर ये तो मिरा चेहरा है।
संग कट जाते हैं पानी की जहाँ धार गिरे। 
........... शकेब जलाली............ 

What to tell O wet eyed, this is my face. 
Even on a stone, the rain leaves a trace.

होती है शाम आँख से आँसू रवाँ हुए। 
ये वक़्त क़ैदियों की रिहाई का वक़्त है। 
........... अहमद मुश्ताक.......... 

Come evening, tears leave to far. 
This is when prisoners get out of bar. 

 आँखों तक आ स्की न कभी आँसुओं की लहर। 
ये क़ाफ़िला भी नक़्ल-ए-मकानी में रह गया।....... अब्बास ताबिश.......... 

Wave of tears couldn't reach eyes, even trace. 
This caravan was also lost out of place. 

इतने आँसू तो न थे दीदा-ए-तर के आगे। 
अब तो पानी ही भरा रहता है घर के आगे।.......... मीर हसन........... 

So many tears weren't in wet eye dome. 
Now water has settled in front of home. 

ये आँसू बे-सबब जारी नहीं है। 
मुझे रोने की बीमारी नहीं है। 
........... कलीम आजिज़........... 

For nothing are not tears on roll. 

No disease to weep is taking it's toll. 

उस ने छूकर मुझे पत्थर से फिर इंसान किया। 
मुद्दतों बाद मेरी आँखों से आँसू आए 
................ बशीर बद्र............ 

She touched and I turned to man from stone. 
It's been long since in eyes, tears have shown. 

उन के रुख़सारो पे ढलते हुए आँसू तौबा
मैंने शबनम को भी शोलों पे मचलते देखा।......... साहिर.......... 

Those tears  were rolling down her cheeks, I repent. 
Dewdrops on embers throwing tantrums, no comment. 

रोज़ अच्छे नहीं लगते आँसू। 
ख़ास मौक़ों पे मज़ा देते हैं। 
........... मोहम्मद अल्वी........ 

Shedding tears doesn't look good every day. 
These impart pleasure in a specific way. 

एक आँसू ने डुबोया मुझको उनकी बज़्म में ।
बूँद भर पानी से सारी आबरू पानी हुई ।
........ शैख़ इब्राहिम ज़ौक़.......... 

One tear has drowned me in her contact. 
A drop of water watered down my respect. 

रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ायल। 
जो आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है ?............. ग़ालिब.......... 

Travelling vessels, in category of blood, it won't fall. 
Till it trickles down the eyes, to it, blood I won't call. 




No comments:

Post a Comment