Friday 21 January 2022

DIFFERENT POETS DIFFERENT COUPLETS .....161

उफ़ री शबनम ! इस क़दर नादानियाँ।
मोतियों को घास पर फैला दिया। 
.......... आग़ा शायर देहलवी..........

O dew ! It is just the prank of a child.
Pearls are scattered on grass  in the wild ! 

छुपता नहीं छुपाने से आलम उभार का। 
आँचल की तह से देख नुमूदार क्या हुआ।..... रियाज़ ख़ैराबादी..... 

By hiding, the state of fullness   can't be concealed. 
Through the layers of scarf, what a growth is revealed ! 

डुबोए देता है ख़ुद-आगही का बार मुझे 
मैं ढलता नश्शा हूँ मौज-ए-तरब उभार मुझे..... अनवर सिद्दीक़ी..... 

The weight of self awareness is drowning me afar. 
Intoxication is fading, wave of music raise the bar ! 

मैं खंडहर हो गया था पर तुम न मेरी याद से निकले। 
तुम्हारी याद के पत्थर मेरी बुनियाद से निकले।..... मनोज मुंतशिर..... 

I had turned into ruins but your memories didn't leave. 
From my foundation, one could your memories retrieve. 

जिस से लिपटा सूखा मजनूँ की तरह से वो दरख़्त। 
इश्क़ - पेचे पर मुझे शक होता है ज़ंजीर का।..... हैदर अली आतिश..... 

On entwining, like Majnuun dries out that tree. 
I doubt that the climber is a chain in it's spree. 

दुनिया ने तजुर्बात-ओ-हवादिस की शक्ल में। 
जो कुछ मुद्दों दिया है वो लौटा रहा हूँ मैं। 
..... साहिर लुधियानवी..... 

In the form of experiences 'n troubles as you see. 
I am returning to the world what was given to me. 

दाग़-ए-दिल-ए-ख़राब शबों को जले है  'मीर'। 
इश्क़ इस ख़राबे में भी चराग़  इक जला गया 

O Meer ! Scars of heart burn and burn at night. 
Even in desolation, love lit up
 a lamp so bright. 

उन्हीं को मर्तबा मिला हयात का ममात का। 
जो गोलियों के बीच हक़ की बात कहते आए हैं।..... नरोत्तम लाल बहर लखनवी 

They have been regarded with life and death. 
Who said the truth in a shower of bullet breath. 

आँचल दुपट्टे का रुख़े अनवर पे तान
 कर ।
देते हैं मुझे शर्बते दीदार छान कर ।
..... दाग़ देहलवी..... 

Covered by hem, is her glowing face. 
Her filtered glimpse for me is in place. 

ख़्वाब का रिश्ता हक़ीक़त से न जोड़ा जाए। 
आईना है इसे पत्थर से न तोड़ा जाए। 
..... मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद.....

Do not take relate reality with the dream. 
It's a mirror, don't break it with stone beam. 



ये ज़िन्दगी औ'मौत का इतना ही फ़लसफ़ा। 
इक साँस आई आस बँधी रुक गई कि बस ।.... . चकबस्त..... 

This is the only philosophy of life and death. 
Hope lingers with  breath' n goes without beath. 

हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते। 
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
..... गुलज़ार..... 

Even when hands are let off,  relationship doesn't leave. 
From twigs of time, plucking moments is hard to  conceive. 

कहाँ से इब्तिदा कीजे बड़ी मुश्किल है दरवेशो। 
कहानी उम्र भर कीऔर मजमा रात भर
 का है..... शुजा ख़ाबर..... 

Where from to start, it's a difficult task O wise ! 
A tale of life 'n only night for meeting to apprise. 

वो लोग ही हर दौर में महबूब रहे हैं। 
जो इश्क़ में तालिब नहीं मतलूब रहे हैं। 
..... जाँ निसार अख़्तर..... 

Those persons hold central stage each time.
 Who are afflicted in love, not students in prime. 

इधर आ रक़ीब मेरे तुझे मैं गले लगा लूँ। 
मिरा इश्क़ बे-मज़ा था तिरी दुश्मनी से पहले।..... कैफ़ भोपाली.... 

Come forward O rival, let me embrace you. छू
My love was bland, till I could face you. 

क़ासिद नहीं ये काम तिरा अपनी राह ले। 
उनका पयाम दिल के सिवा कौन ला सके?..... ख़्वाजा मीर दर्द..... 

Postman! It isn't your job, go your way.
 But for heart, who can bring her say. 

हाथ से गुलचीं के झटके कौन खाए? 
शाख़-ए-गुल पर आशियाना कुछ नहीं। 
..... रियाज़ ख़ैराबादी..... 

Who likes being shaken by gardener to the core. 
There's no sense of nest on twig anymore.. 


ज़िन्दगी के सारे मौसम आ के रुख़सत हो गए। 
मेरी आँखों में कहीं बरसात बाक़ी रह गई।..... अज़ीज़ बानो दरब वफ़ा..... 

All seasons of life had come and gone. 
Leaving in my eyes, rainy season alone. 


शाम के बाद कचहरी का थका सन्नाटा। 
बेगुनाही कोअदालत के हुनर याद आए। 
......बशीर बद्र..... 

After the evening, in tired silence of court. 
Innocence remembered the  tactics of court. 

इश्क़ में जान से गुज़रने को। 
इक हमीं रह गए थे मरने को। 

In love, to be out of live. 
Only I was deprived of life

अज़िय्यत, मुसीबत, मलामत, बलाएँ ।
तिरे इश्क़ में हम ने क्या क्या न देखा ? 
..... ख्वाजा मीर दर्द..... 

Calamity, distress, trouble and blame. 
What didn't I see in your love game? 

उम्र भर जी के भी जीने का न अंदाज़ आया। 
ज़िन्दगी छोड़ दे पीछा मेरा मैं बाज़ आया।

I lived whole life but not in it's style. 
O life! Now leave me alone for a while. 

पयंबरों से ज़मीनें वफ़ा नहीं करतीं। 
हम ऐसे कौन ख़ुदा थे जो अपने घर रहते?

Infidel are lands with their prophets. 
We were no God to live within closets. 

जो मिल गए तो तवंगर न मिल सके तो गदा। 
हम अपनी ज़ात के अंदर छुपा दिए गए हैं।..... मीर अहमद नावेद..... 

I am rich if it's found, a beggar if can't. 
Within myself , I am there as implant. 

हर इक क़यास हक़ीक़त से दूर-तर निकला। 
किताब का न कोई दर्स मो'तबर निकला।.....फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी..... 

All attempts from reality reached far away. 
No lesson from book was reliable any way. 

तब्दीलियाँ हैं उम्र के जाने के साथ साथ
नाराज़गी बढ़ी है मनाने के साथ साथ
~ सफ़दर हमदानी

Changes are there with the passage of age. 
With my persuasion, has increased her rage. 

हमारा साथ जो छूटा तो इस में हैरत क्या
हमारे हाथ तो छूटे हुए थे मुद्दत से
~यासिर ख़ान

If we parted, what's in it for  surprise. 
Since long our hands are off compromise. 

खुली जो आँख तो ये ख़्वाब-ए-दिलबरी टूटा
तुम्हारा साथ उसी मोड़ पर कहीं छूटा
~ नूर मुनीरी

As eyes opened, the dream of privacy was gone. 
On that turn, the joy of your ecstasy was gone. 

तुम किसी के भी हो नहीं सकते 
तुम को अपना बना के देख लिया 
~ अमीर रज़ा मज़हरी

You can not belong to anyone 
Made you mine but was shun.

मैं पा सका न कभी इस ख़लिश से छुटकारा। 
वो मुझ से जीत भी सकता था जाने
 क्यों हारा?..... जावेद अख़्तर..... 

I was never relieved of this ache. 
He could win, why had lost stake? 


ख़त्म होने को सफ़र है साथ छूटा जाए है
चाहता है दिल मिरा मंज़िल अभी हासिल न हो
~ आलोक यादव

Journey is about to end, our company 'll also end. 
That goal is not achieved, is desire from my end. 

कितनी दिलकश हैं ये बारिश की फुहारें लेकिन। 
ऐसी बारिश में मिरी जान भी जा सकती है.। .... त्रिपुरारि..... 

These rain sprays are alluring indeed. 
But I can lose my life as its  feed. 

शब-ए-फ़िराक़ कुछ ऐसा ख़याल-ए-यार रहा।
 कि रात भर दिल-ए-ग़म-दीदा बे-क़रार रहा ..... हिज्र नाज़िम अली ख़ान..... 

On departure night, the thoughts of lover were such. 
Night long grief viewer heart, was restless so much

पहले इस में इक अदा थी नाज़ था अंदाज़ था। 
रूठना अब तो तिरी आदत में है शामिल हो गया।..... आग़ा शायर क़ज़लबाश..... 

Earlier in it was coquettry, style and grace. 
Now to sulk is a part of your habit on face. 

हर एक के चेहरे पे तशवीश नुमायाँ।
बैठे हैं मसीहा तिरे बीमार से लग कर। 

Perplexity is evident on each and every face. 
By side of your sick, healers you can trace. 

ऐसा भी कभी हो मैं जिसे ख़्वाब में  देखूँ।
जागूँ तो वही ख़्वाब की ताबीर बताए। 
..... मुस्तफ़ा शहाब..... 

May it be so, one whom I can see in the dream.
Reads it's meaning, when  I come out of dream. 

आदमी जान के खाता है मोहब्बत में फ़रेब। 
ख़ुद-फ़रेबी ही मोहब्बत का सिला हो जैसे। 

In love, man knowingly suffers conceit. 
As if end result of love is self-conceit. 

यूँ थिरक रही शबनम फूल के पयालों पे। मेरे हाथ ज्यों मचलें तेरे नर्म गालों पे। 
..... रवि मौन..... 

Dew on flowers does so
 gently sway.
 On your cheeks my hands lightly play. 

वो था जल्वा-आरा मगर तूने मूसा। 
न देखा, न देखा, न देखा, न देखा। 
..... दाग़ देहलवी..... 

O Moses ! Glittering on the  mount was He. 
But you didn't see, didn't see, didn't see. 

इत्र मिट्टी का लगाया चाहिए पोशाक में।
ख़ाक से रग़बत रहे मिलना है इक दिन  ख़ाक में। 

The fragrance on our dress, should be part of earth. 
 Let' s have affinity, one day
we 'll be part of earth. 

तेरा मिलना तेरा नहीं मिलना ।
और जन्नत है क्या जहन्नुम क्या ? 

Your meeting, not meeting, well
What else is heaven or hell? 

मैने उसको इतना देखा जितना देखा जा सकता था। 
लेकिन फिर भी दो आँखों से कितना देखा जा सकता था? 

I visualised her as much as I  could. 
But with two eyes, how much I could. 

मैं अपने साथ रहता हूँ हमेशा। 
अकेला हूँ मगर तन्हा नहीं हूँ। 

Always, I am with me. 
Alone, but not solitary. 

रौशनी में लफ़्ज़ के तहलील हो जाने से क़ब्ल। 
इक ख़ला पड़ती है जिस में घूमता रहता हूँ मैं।..... महेंद्र सिंह सोनी..... 

In light before the word's decay.
I revolve in space on the way. 

आप आए तो बहारों ने लुटाई ख़ुशबू। 
फूल तो फूल थे काँटों से भी आई ख़ुशबू। 

With your arrival, spring season showered fragrance.
Not only flowers, even  thorns showered fragrance. 

लोग काँटों से बच के चलते हैं। 
मैंने फूलों से ज़ख़्म खाए हैं। 

People bypass thorns, moving by the way. 
I am wounded by flowers, by the way.

 कोई ख़ुद से मुझे कमतर समझ ले। 
ये मतलब भी नहीं है आजिज़ी का। 
..... रहमान खवर..... 

Someone considers me lesser than him. 
It's not helplessness but his whim. 

मुस्कुराने का यही अंदाज़ था। 
जब कली चटकी तो वो याद आ गया। 

Her smile was exactly the same style
As bud opened, she came to mind in a while. 

ख़ामुशी  से हज़ार ग़म सहना। 
कितना दुश्वार है ग़ज़ल कहना। 

Silently allowing many griefs to  seed. 
How hard is composing ghazal indeed ! 

ख़िज़ाँ के ज़र्द दिनों की सियाह रातों में। 
किसी का फूल सा चेहरा दिखाई देता है। 
..... अहमद मुश्ताक..... 

In the dark nights of yellow autumn days
Someone 's flower like face gently sways. 

सफ़ाई है बाग़-ए-मोहब्बत में है ऐसी। 
कि बाद-ए-सबा ने भी तिनका न देखा। 
..... दाग़ देहलवी...... 

Cleanliness in garden of love
 is so much
That even  breeze finds no straw as such. 

दिलों पे दर्द का इम्कान भी ज़ियादा नहीं। 
वो सब्र है अभी नुकसान भी ज़ियादा नहीं।..... विपुल कुमार..... 

There isn't much of a possibility of pain in heart. 
I have patience there isn't 
much of loss on my part. 


अब के बहार-ए-हुस्न-ए-बुताँ है कमाल पर। 
नाक़ूस हो न जाए कफ़-ए-बरहमन में  फूल। 

Beautiful dames are at their  best, in spring this time. 
With brahmin, flower may not become conch sublime. 

इक तो हम को अदब आदाब ने प्यासा रक्खा। 
उस पे महफ़िल में सुराही ने भी गर्दिश नहीं की।..... अहमद फ़राज़..... 

तेरे पैमाने में गर्दिश नहीं बाक़ी साक़ी। 
और तिरी बज़्म से अब कोई उठा चाहता है।..... परवीन शाकिर..... 

रात दिन गर्दिश में हैं सात आसमाँ। 
हो रहेगा कुछ न कुछ घबराएँ क्या? 
..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

बा'द रंजिश के गले मिलते हुए रुकता है दिल। 
अब मुनासिब है यही कुछ मैं बढ़ूँ कुछ तू बढ़े।.... इब्राहिम ज़ौक़..... 

उस से कहना कि कभी आ के मिले। 
हम से रंजिश का सबब जो भी हो। 
.....रसा चुग़ताई..... 

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए
 आ ।
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ।..... अहमद फ़राज़..... 





मस्जिद तो बना ली पल भर में, ईमाँ की हरारत वालों ने। 
मन अपना पुराना पापी है, बरसों में नमाज़ी बन न सका।..... इक़बाल..... 

Mosque was built fast in religious fervour but what about? 
Guilt ridden is the heart, even  in years couldn't be devout. 

बे-क़रारी सी बे-क़रारी है। 
वस्ल है और फ़िराक़ भारी है। 
..... जौन एलिया.....

Restlessness has no end. 
Meet and part next bend. 

जो गुज़ारी न जा सकी हम से। 
हम ने वो ज़िन्दगी गुज़ारी है। 
..... जौन एलिया..... 

What I could not spend. 
That life I had to spend. 

उस से कहियो कि दिल की गलियों में। रात दिन तेरी इंतिज़ारी है। 
..... जौन एलिया..... 

Tell him, in heart lanes. 
I wait for you, no end. 

कोई ख़ुदकुशी की तरफ़ चल दिया। उदासी की मेहनत ठिकाने लगी। 
..... आदिल मसूरी..... 

Someone paved suicidal way. 
Labour of sadness had it's say. 

आज के दौर का इतिहास भी लिखिए साहिब
आप तो बस हमें गुज़रा हुआ पल देते हैं
~ अंजना सिंह सेंगर

O Saheb!  Write about these days as well. 
You are only giving us the old times spell. 
 
साँसें जितनी मौजें उतनी सब की अपनी अपनी गिनती
सदियों का इतिहास समुंदर जितना तेरा उतना मेरा
~ निदा फ़ाज़ली

Breaths and waves have a count of their own. 
Sea is a history of centuries as your and my own. 

अब चेहरा-ए-माज़ी भी पहचाना नहीं जाता
यूँ टूट के बिखरा है इतिहास का आईना
~ अनवर मीनाई
You can't even recognize face of past
So much shattered is  mirror
 of past. 

लाख हो माज़ी दामन-गीर
मुस्तक़बिल की देख लकीर
 ~ सदार ख़ान सोज़

It may be tucked with hem of past.
Look at the lines of future at last. 

तुम शजर को ज़रा दिलासा दो।
मैं परिंदे बुला के लाता हूँ। 
..... इर्शाद अहमद नियाज़ी..... 

You just console the tree. 
I call back birds for  free. 

हमारे घर की दीवारों में 'नासिर'। 
उदासी बाल खोले सो रही है। 
..... नासिर काज़मी..... 

O 'Nasir'! Within four walls of our home addresses. 
Sadness is sleeping with dis-shevelled tresses ! 

सभी हँसी ख़ुशी रहने लगे मगर कब तक।
मैं पूछता हूँ कहानी के बाद क्या हुआ था?..... बशीर बाबर..... 

All lived with pleasure but till when? 
I ask what happened after  tale, then? 

तुझे क्या ख़बर, मिरे बे-ख़बर, मिरा सिलसिला कोई और है। 
जो मुझी को मुझ से बहम करे, वो 
गुरेज़-पा कोई और है। 
..... नसीर तुराबी..... 

Are you aware, O my unaware ! My link is someone else. 
 Who is apart, from my part, the evasive is someone else. 


मैं मुश्किल में तुम्हारे काम आऊँ या न आऊँ। 
मुझे आवाज़ दे लेना तुम्हें अच्छा लगेगा। 
..... तहज़ीब हाफ़ी..... 

Whether or not in hard times, be of use, I could. 
Just give me a call  and then you will feel good. 

तूल-ए-शब-ए-फ़िराक़ का किस्सा न पूछिए। 
महशर तलक कहूँ मैं अगर मुख़्तसर कहूँ।..... अमीर मीनाई..... 

Don't enquire about the departural night stretch 
Even if I say in brief, to doomsday 'll it stretch. 

ऐ जुनूँ तू ही छुड़ाए तो छुटूँ इस क़ैद से। 
तौक़-ए-गर्दन बन गई है मेरी दानाई मुझे। 
..... रिंद लखनवी..... 

O frenzy! Only you can release me from this cage. 
My wisdom has become a torque in neck with age. 

तेरा चुप रहना मिरे ज़हन में क्या बैठ 
गया ? 
इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया। 
..... तहज़ीब हफ़ी..... 

Your keeping mum has set 
my mind so afloat. 
I called you so much that hoarse is the throat. 

आख़िर तड़प तड़प के ये ख़ामोश हो गया। 
 दिल को सुकून मिल ही गया इज़्तेराब में। 
Finally silence prevailed after drawn out groans. 
Heart finally got solace after restless moans. 

मुझे पसंद नहीं ऐसे कारोबार में हूँ। 
ये जब्र है कि मैं ख़ुद अपने इख़्तियार में हूँ।..... आदिल मंसूरी..... 


I am a in a business, out of desired role. 
It's tyranny that I am within
 my control. 

दोनों हाथों से लूटती है हमें। 
किमनी ज़ालिम है तेरी अंगड़ाई। 
,,,,, जिगर मुरादाबादी..... 

It  loots me with outstretched hands. 
How tyrant are your twisting trends? 

हर एक घर का दरीचा सजा है गमलों से। 
तमाम दश्त कटे बस्तियाँ बनाने  में। 
..... जावेद उल्फ़त..... 

Flower pots decorate windows of all homes. 
All jungles were cleared to 
 make these homes. 





आसमाँ और ज़मीं की वुस'अत देख। 
मैं इधर भी हूँ और उधर भी हूँ। 
..... तहज़ीब हफ़ी..... 

Look at the expanse of sky and earth. 
This way as well as that is my girth. 

ज़िंदा रहने की ये तरकीब निकाली मैंने। 
अपने होने की ख़बर सब से छुपा ली मैंने।..... अलीना इतरत..... 

I crafted technique to survive after all. 
I hid the news of my existence from all. 


बहारों के आँचल में है ख़ुश्बू छुपी है। 
गुलों की क़बा में भरे हैं सभी रंग। 
..... इंदिरा वर्मा..... 

Concealed is fragrance in 
the skirt of spring. 
Flower's dress has many colours to spring. 


बचपन में शौक़ से जो घरोंदे बनाए थे। 
इक हूक सी उठी उन्हें मिस्मार देख कर। 
..... शिफ़ा कजगवनवी..... 

With longing, in childhood, households were made. 
A deep hurt was felt on seeing the same razed. 

अंधेरा मिटता नहीं है मिटाना पड़ता है। 
बुझे चिराग़ को फिर से जलाना पड़ता है। 
..... भारत भूषण पंत..... 

Darkness needs be erased, doesn't go on it's own. 
Extinguished lamp needs be relit, matchstick shown. 

आते नहीं हैं दीद-ए-गिरियाँ के सामने। 
बादल भी करते हैं मिरी बरसात का लिहाज़।..... मुनीर शिकोहाबादी .....

 Confronting my weeping eyes, they refrain
Clouds too show some respect for my rain. 

किसी का दिल को रहा इंतिज़ार सारी रात। 
फ़लक को देखा किए बार बार सारी रात।..... इम्दाद इमाम असर..... 

Heart kept on waiting for  someone whole night. 
Several times, I looked at the sky whole night. 


मैं कहाँ हूँ कुछ बता दे ज़िन्दगी - ए-ज़िन्दगी। 
फिर सदा अपनी सुना दे ज़िन्दगी - ऐ-ज़िन्दगी।...ख़लील-उर-रहमान आज़मी ..

 Where am I, just tell me life-O-life. 
Then sound your voice, life-O-life. 

देख कभी ये कह दे ला-महदूद फ़ज़ा। 
तू भी कुछ मेरी तन्हाई में शामिल हो। 
..... ज़ेबँ गौरी..... 

 Boundless ambience may, 
 some  day say.
That you also join, my solitude some day


अब तिरे हिज्र में यूँ उम्र में बसर होती है। 
शाम होती है तो रो के सहर होती है। 
...... अनवारुल हसन अनवर..... 

Life after your departure, is thus passed. 
From eve' till morn', the tears are grassed. 

ये मैं हूँ तुझ में या मुझ में तू है। 
ये कौन अब आईने में रू-ब-रू है। 
..... बिस्मिल सईदी..... 

Whether you are in me or I in you ? 
Confronting the mirror, tell me, who? 

वो रंगीला हाथ मेरे दिल पे ओर उस की महक। 
शम'अ - ए-दिल बुझ सी गई रंग-ए-हिना के सामने।...... मुनीर नियाज़ी ..... 

That coloured hand on my heart and it's fragrant smell. 
Heart lamp was put out by haenna' s colour spell. 

याद भी हैं ऐ 'मुनीर' उस शाम की तन्हाइयाँ। 
एक मैदाँ इक दरख़्त और तू ख़ुदा के सामने। 

You recollect 'Muneer' the loneliness of that evening. 
One tree, one stretch of land 
and you before God 's spell. 




ये जो बेहाल सा मंज़र ये जो बीमार से हम तुम। 
सियासत की नवाज़िश है किसी से कुछ नहीं बोलें।..... अज़हर हाशमी..... 

Both of us are sickly, ruined state is on display. 
It's politeness of politics, there's nothing to say. 

ऐसा न हो कि राज़ तुम्हारा मैं खोल दूँ। 
देखो मुझे जवाब में न दो मैं नशे में  हूँ 

Unveiling your secret may be my next move. 
So do not reply me, I am in drunken groove. 

मोहब्बत करने वालों का यही अंजाम होता है। 
तड़पना इन की क़िस्मत में तो सुब्ह-ओ-शाम होता है।
..... राजा मेहदी अली ख़ान..... 

Those who are in love, just meet this fate. 
From morn' till eve' they writhe O mate. 

सब्र करना सख़्त मुश्किल है तड़पना सहल है। 
अपने बस का काम शुरू कर लेता हूँ आसाँ देख कर।..... यगाना चंगेज़ी ..... 

It's easy to writhe, very difficult to tolerate. 
Whatever is within means, I do it O mate. 

वो वक़्त का जहज था करता लिहाज़
 क्या ? 
मैं दोस्तों से हाथ मिलाने में रह गया। 
..... हफ़ीज़ मेरठी.....

It was ship of time, had no deference for me.
We were left shaking hands with friends and me. 

सर पे सूरज है तो फिर छाँव से महज़ूज़ न हो। 
धूप का रंग भी है दीवार में आ सकता है। 
..... अज़ीम हैदर सैयद..... 

With sun on head, don't be delighted with shade at all. 
The colour of sunlight may percolate wirhin the wall. 

तिरे इस फूल से चेहरे ने अब के। 
मिरे ज़ख़्मों को महकाया बहुत है। 
..... अनवर शादानी..... 

Your flower like face has this time. . 
Made fragrant my wounds sublime

बताए कौन किसी को निशान-ए-मंज़िल-ज़ीस्त। 
अभी तो हुज्जत-ए-बाहम है रहगुज़र के लिए। 
..... हबीब अहमद सिद्दीक़ी..... 

Who will tell whom signs of life goal? 
Altercation enroute is yet on the roll. 

तिरे कूचे की शायद राह भूली। 
सबा फिरती है मुज़्तर कू-ब-कू आज। 
..... ख़्वाजा मोहम्मद वज़ीर 

Probably it forgot your lane crease.
Desperate is the morning breeze 

दिल-ए-मुज़्तर को समझाया बहुत है। 
हुआ तन्हा तो घबराया बहुत है।
..... अनवर शादानी.....

I have tried to convince desperate heart. 
While solitary, it is upset
 on its part. 


अब न वो शोरिश-ए-रफ़्तार न वो जोश-ए-जुनूँ। 
हम कहाँ फँस गए यारान-ए-सुबुक-गाम के साथ।.....अली जव्वाद ज़ैदी..... 

Neither is that uncontrolled frenzy nor sound of speedy race. 
How did I get entangled in this show of friends fast pace ?

ज़िन्दगी गुज़री मेरी ख़ुश्क शजर की सूरत। 
मैंने देखी न कभी बर्ग-ओ-समर की सूरत।..... आतिश बहावलपुरी..... 

 Simulating a dried tree, did my life pass. 
I have never faced leaves or fruit's class. 

अपने ही ख़ून से इस तरह अदावत मत कर। 
ज़िंदा रहना है तो साँसों से बग़ावत मत कर।..... अब्बास दाना.....

Don't bear the enmity with your own blood. 
To live, don't revolt against your breath flood. 

ऐसी नींद आई कि फिर मौत को प्यार आ ही गया। 
रात भर जागने वाले को क़रार आ ही गया..... शफ़ीक़ जौनपुरी..... 

Even death fell in love, so deep was the sleep. 
One who kept awake night long peace could seep. 

अच्छी सूरत पे ग़ज़ब टूट के आना दिल का। 
याद आता है हमें गुज़रा ज़माना दिल का।..... दाग़ देहलवी..... 

How heart fell for any decent face ! 
I remember hearty times with grace. 

हम अहल-ए-क़फ़स तन्हा भी नहीं, हर रोज़ नसीम-ए-सुब्ह-ए-चमन। 
यादों से मो'अत्तर आती है, अश्कों से मुनव्वर जाती है।..... फ़ैज़..... 

We residents of cage aren't alone, for daily morning motherland breeze. 
With fragrant memories it arrives, with luminous tears goes through trees. 

वस्ल में रंग उड़ गया मेरा। 
क्या जुदाई को मुँह दिखाऊँगा ? 
..... मीर तक़ी मीर..... 

I am off-colour while on date. 
How 'll I face departure O mate? 

दिल की क़ीमत तो मोहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं। 
जो मिले सूरत-ए-ज़ेबा के ख़रीदार मिले। 
..... जमील मलिक..... 

Price of heart is nothing but love. 
Met buyers of pretty face over 'n above. 

बस एक बात की उस को ख़बर ज़रूरी है। 
कि वो हमारे लिए किस क़दर ज़रूरी है ? 
..... आफ़ताब हुसैन..... 

It is essential to convey her the news. 
How essential is she in my own views ? 

दिलों में दर्द की दौलत बचा बचा के रखो। ये वो मता'अ है जो उम्र भर ज़रूरी है।

Protect the wealth of pain in your hearts. 
These goods are needed for life long dues. 

बैठे बिठाए आज फिर किस का ख़याल आ गया। 
चेहरे का रंग उड़ गया रंग-ए-मलाल आ गया।...... ओबैद सिद्दीक़ी..... 

Idly sitting whose thought had come to my mind. 
I lost facial colour, colour of regret came to grind. 

अपने बाद हक़ीक़त या अफ़साना छोड़ा था। 
फूल खिले थे मैंने जब वीराना छोड़ा था। 
..... ओबैद सिद्दीक़ी..... 

After me I had left fact or mere fiction. 
Desert was in bloom when I lrft the region. 

सामने उस के न कहते मगर अब कहते हैं। 
लज़्ज़त-ए-इश्क़ गई ग़ैर के मर जाने से।

 I 'll not have said then, but can say now, to be precise. 
The glamour of love is gone, with my arch - rival's demise

तुम्हीं तो हो जिसे कहती है नाख़ुदा दुनिया। 
बचा सको तो बचा लो कि डूबता हूँ मैं। 
..... मजाज़ लखनवी..... 

You are the one, whom world calls boatsman.
I am drowning, rescue me if you possibly can. 

शम'अ माशूक़ों को सिखलाती है तर्ज़-ए-आशिक़ी। 
जल के परवाने से पहले बुझ के परवाने के बाद।..... जलील मानिकपुरी ..

Candle teaches girls in love, it's style, to be precise. 
Burn before lover, then be put out after his demise. .

मोहब्बत को समझना है तो नासेह ख़ुद मोहब्बत कर। 
किनारे से कभी अंदाज़ा-ए-तूफ़ाँ नहीं होता।..... ख़ुमार बाराबंकवी..... 

O preacher to understand love, you just love. 
You can't judge storm from the shore above. 

ला फिर इक बार वही बादा-ओ-जाम ऐ साक़ी। 
हाथ आ जाए मुझे मेरा मक़ाम ऐ साक़ी। 
..... अल्लामा इक़बाल..... 

Give me O bar maid, same drink and glass. 
O dear let me now achieve my own class. 

मुझ पे ज़ाहिर है आप का बातिन। 
मुँह न खुलवाओ मैं शराबी हूँ। 
.... साग़र सिद्दीक़ी..... 

I am aware of your interior very well. 
Don't make me say, I am  drunk, in spell. 

ग़ुंचा ग़ुंचा ख़ौफ़ से मुझ को नज़र आया क़फ़स। 
पत्ते पत्ते पर हुआ धोका कफ़-ए-सैयाद का।..... हफ़ीज़ जालंधरी..... 

To me, each bud looked like prison out of fear.. 
Every leaf appeared to be  hand of capture O dear. 

क़ैद-ए-सैयाद में बुलबुल का चहकना न गया। 
अब भी समझी न सबब अपनी गिरफ़्तारी का।..... जलील मानिकपुरी..... 

Even in prison, didn't stop chirping the nightingale. 
She hasn't still understood
 why she is in jail.

जो गुल है याँ सो उस गुल-ए-रुख़सार साथ है। 
क्या गुल है वो कि जिस के वो गुलज़ार साथ है।..... मोहम्मद अली सौदा..... 

Any flower here is with that flowery cheek dame. 
What a flower is that who is 
with blooming garden fame. 

हाथ से गुलचीं के झटके कौन खाय। 
शाख़-ए-गुल पर आशियाना कुछ नहीं। 
..... रियाज़ ख़ैराबादी..... 

Who will bear jerks of flowerplucker's hand. 
Nest on flower branch is not a right stand. 

मुझे बाग़बाँ से गिला है ये कि चमन से 
बे-ख़बरी रही। 
कि है नख़्ल-ए-गुल का तो ज़िक्र क्या कोई शाख़ तक न हरी रही।
..... क़मर जलालवी

O gardener I have this to complain, with garden you did refrain. 
What to talk of a flowering tree, no green branch was in the domain. 

इधर आ रक़ीब मेरे तुझे मैं गले लगा लूँ। 
मिरा इश्क़ बे-मज़ा था तिरी दुश्मनी से पहले।..... कैफ़ भोपाली..... 

Come here O rival, let me just embrace you. 
My love was bland, till enmity could trace you. 

क़ासिद नहीं ये काम तिरा अपनी राह ले। 
उस का पयाम दिल के सिवा कौन ला सके।..... ख्वाजा मीर दर्द..... 

O courier it's not your job, you just go your way. 
But for the heart, who can her message convey ? 

चाँद बिना हर दिन यूँ बीता जैसे युग बीते। मेरे बिना किस हाल में होगा कैसा होगा चाँद ?..... राही मासूम रज़ा..... 

Without moon, like an era, has passed each day. 
Without me, how moon will be, living which way ? 

वो लोग ही इस दौर में महबूब रहे हैं। 
जो इश्क़ में तालिब नहीं मतलूब रहे हैं। 
..... जाँ निसार अख़्तर..... 

 In this period only those people had a lovely way. 
Who in love were desired, not asked their way. 

 इश्क़ माशूक़ इश्क़ आशिक़ है ।
यानी अपना ही मुब्तला है इश्क़ ।
..... मीर तक़ी मीर..... 

Love is beloved, love is lover. 
Love is distressed in it's cover. 

अव्ल-ए-शब तो बज़्म की रौनक़ शम'अ भी थी परवाना भी। 
रात के आख़िर होते होते ख़त्म था ये अफ़साना भी।..... आरज़ू लखनवी.....

At start of night the glamour of assembly were candle' n her lover. 
By the time night came to it's fag end, this story was also over. 

फ़ानूस बन के जिस की हिफ़ाज़त हवा करे। 
वो शम'अ क्या बुझे जिसे रौशन ख़ुदा करे। 

Being a lantern, that's  protected by wind on it's own accord. 
How can that lamp extinguish which is protected by the Lord. 

जताते रहते हैं ये हादसे ज़माने के। 
कि तिनके फिर से जम'अ करें आशियाने के।..... साइल देहलवी..... 

Calamities of the world keep reminding me anew. 
To gather straws for the nest again, as wind blew. 

ख़लवत-सरा-ए-यार में पहुँचेगा कोई क्या 
वो बंद-ओ-बस्त है कि हवा का गुज़र नहीं।...  आग़ा हज्जू शरफ़..... 

In the friend 's solitude how can anyone reach. Arrangement is such that it's beyond wind' s reach. 

दिलों में दर्द का इम्कान भी ज़्यादा नहीं। वो सब्र है अभी नुकसान भी ज़्यादा नहीं। 
..... विपुल कुमार.... 

The possibility of pain in hearts isn't much. 
The patience is that the loss isn't much. 

ख़बर मुझ को नहीं मैं जिस्म हूँ या कोई 
साया हूँ। 
ज़रा इस की वजाहत धूप की चादर पे लिख देना। 
..... फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी..... 

I don't know whether I am a body or a shade, it's fun
Please write my existential detail on the carpet of sun

कभी तो मिस्ल-ए-गुल मुझे मिसाल-ए-ख़ार चाहिए। 
कभी मिज़ाज-ए-मेहरबाँ वफ़ा-शआर चाहिए।..... तनवीर अंजुम..... 

 At times, I want the thorns to behahe like flowers to me. 
At times I like the mood of benefactor to be sincere to me.

इफ़्शा-ए-राज़-ए-इश्क़ में गो ज़िल्लतें हुईं। लेकिन उसे जता तो दिया जान तो गया। 
..... दाग़ देहलवी..... 

In exposing love secrets, there was disgrace. 
But I could tell her 'n know about, face to face. 

डर तो मुझे किस का है कि मैं कुछ नहीं कहता। 
पर हाल ये इफ़्शा है कि मैं कुछ नहीं कहता।..... मोमिन ख़ान मोमिन..... 

I fear none that I say nothing. 
State is revealed that I say nothing. 
 

की है कोई हसीन ख़ता हर ख़ता के साथ। थोड़ा सा प्यार भी मुझे देदो सज़ा के साथ।..... कैफ़ी आज़मी..... 

I have committed a beautiful flaw, with each flaw. 
Give me some love  with  punishment that you draw. 

ने दिल को है सबात न हम को है ए'तिबार। 
किस बात पर चमन हवस-ए-रंग-ओ-बू करें ?..... ख़्वाजा मीर दर्द..... 

Neither heart has stability nor I have the belief. 
How can gardens lust for colour' n fragrance fief ? 

तुम्हारी याद में डूबे कहाँ कहाँ से गए। 
हम अपने आप से बिछड़े तो सब जहाँ से गए।..... सादिक़ा नवाब सहर..... 

Submerged in your memories, 
I went from place to place. 
Departing with myself, with whole world I lost trace. 

न जाने आह कि उन आँसुओं पे क्या गुज़री ? 
जो दिल से आँख तक आए मिज़ाँ तक आ न सके। 

I just do not know the fate of that particular tear. 
Came from heart to eye but on eyelashes didn't appear. 

आख़िर तड़प तड़प के वो ख़ामोश हो गया। 
दिल को सुकून आ ही गया इज़्तेराब में। 
..... साहिर होशियारपुरी..... 

Agitated, finally did it silence attain. 
Heart got peace in this restless campaign. 

बढ़ी जो हद से तो सारे तिलिस्म तोड़ गई। वो ख़ुश-दिली जो दिलों को दिलों से जोड़ गई।..... मजीद अमजद..... 

Growing beyond limit, it broke magical spell. 
Liveliness that could the hearts well gel. 

न जाने आह कि उन आँसुओं पे क्या गुज़री ? 
जो दिल से आँख तक आए मिज़ा तक आ न सके। 

I don't know what on those rolling tears did pass ? 
Came from heart to eyes, but lashes couldn't cross. 

न जाने क्या कहा था डूबने वाले ने लहरों से। 
कि लहरें अब तलक सर मारती फिरती हैं साहिल से। 

I don't know what did drowning man say to the waves ? 
Till now banging their heads against shore are waves. 

दिलबरी जज़्ब-ए-मोहब्बत का करिश्मा है फ़क़त। 
कुछ करामात नहीं जादू नहीं एजाज नहीं।..... इस्माइल मेरठी..... 

Loveliness is just a divine deed of love. 
No greatness, magic, or direction from above. 

तस्वीर-ए-ज़िन्दगी में नया रंग भर गए। 
वो हादसे जो दिल पे हमारे गुज़र गए। 
..... महेश चंद्र नक़्श..... 

They painted with new colours the picture of my life. 
Those calamities that passed over my heart in life. 

दामन-ए-यार से जा लिपटे हमारे आँसू। 
गिर के इस तरह सँभलते हैं सँभलने वाले। 

Embraced lover's hem, when my tears leaked.
 This is how those who have fallen, peaked. 

तू मिला है तो ये अहसास हुआ है मुझ को। 
कि मेरी उम्र मोहब्बत के लिए थोड़ी। है। 
इक ज़रा सा ग़म-ए-दौराँ का भी हक़ है मुझ पर। 
मैंने वो साँस भी तेरे लिए रख छोड़ी हे। 

I realise now, after meeting you pal. 
This life for love is far too small. 
Claim of pain of world exists. 
I have spared those breaths for you in all. 

घर बार छोड़ कर वो फ़क़ीरों से जा मिले। चाहत ने बादशाहों को महकूम कर दिया। 
..... अंजुम बारहबंकवी..... 

Leaving home, he joined mendicants on their way. 
His longing subdued the emperors, kept at bay. 

मुझे ख़बर नहीं ग़म क्या है और ख़ुशी क्या है ? 
ये ज़िन्दगी की है सूरत तो ज़िन्दगी 
क्या है ?..... अहसन मारहरवी..... 

I don't know what's pleasure and what's pain ? 
If that's the kind of life, what's left to remain ? 

अपना नहीं ये शेबा कि आराम से बैठें। 
उस दर पे नहीं बाट तो काबे ही को हो आए।................ ग़ालिब..............

It is not within my habit to relax and sit. 
Went to Kaaba as her door wasn't open a bit.

दिल ये कहता थाकि सीने में छुपा लूँ उसको। 
शौक़ कहता था कि आँखों में बसा लूँ उसको। 

Heart wanted to hold her in an embrace. 
Desire wanted her in eyes, out of trace. 

इक ज़ख़्म था जो वक़्त के हाथों से भर गया। 
क्या पूछते हैं आप किसी मेहरबाँ की बात

It was a wound, got filled with time. 
Why want me to tell benefactor 's crime.

ऐ सबा ! लाल-ए-कमज़र्फ़ से इतना कह दे।
दिल की तौहीन है दाग़ों का नुमाया होना ।

Say to daffodils, a spotted beauty when seen.
Tell O breeze ! Showing spots of heart is mean.

खिल के गुल कुछ तो बहार - जाँ फ़िज़ाँ दिखला गए।
हसरत तो उन ग़ुन्चों पे है जो बिन खिले मुरझा गए ।......... ज़ौक़..........

I share their pleasure when flowers bloom. 
Dying buds dent my heart with gloom. 

कल न हो ये कि मकीनों को तरस जाए ये घर ।
दिल के आसेब का हर एक से चर्चा न करो ।............. बशीर बद्र...........

This house may long for anyone at all. 
Don't share troubles of the heart with all.

 गर्दिश-ए-वक़्त भी आगे हमें ले जा न स्की।
तुम जहाँ छोड़ गए थे मैं वहीं हूँ अब तक।
........ आल-ए-अहमद सुरूर..........

The whorls of time could no movement instil. 
Where you had left me, I am rooted still.

जिस ज़ख़्म की हो सकती हो तदबीर रफ़ू की। 
लिख दीजियो यारब ! उसे क़िस्मत में उदू की।

A wound worth mending is not for me. 
It's for rival's fate, give it to thee.

जब कभी कोई मोहब्बत की क़सम खाता है। 
काँप उठता हूँ कहीं मुझ सा ही अंजाम न हो। 

When ever one takes a pledge in love-set.
He may meet my fate,so I tremble yet.

ख़याल तक न किया अहल-ए-अंजुमन ने कभी।
तमाम रात जली शम'अ अंजुमन के लिए। 
Those who gathered at night didn't care at all. 
For the candle that burnt all night in the hall. 

वही ख़त कि जिस पे जगह जगह दो महकते होठों के चाँद थे।
किसी भूले बिसरे से ताक़ पर तह-ए-गर्द होगा दबा हुआ।..... बशीर बद्र.......

That letter which at several places bore imprints of fragrant lips in lust.
Now on a forgotten wooden plank,is lying buried in soot and dust. 

आज हम सब एक बेहतर ज़िन्दगी की दौड़ में।
कैसे कैसे ख़्वाब क़ब्रों में सुलाने आए हैं।
................ बशीर बद्र.............

In the pursuit of a better life today. 
Dreams in grave, we have come to lay.

काँटों की ज़बाँ सूख गई प्यास से यारब।
इक आबला-पा वादी-ए-पुरख़ार में आए।
.................. ग़ालिब...............

O God ! Dried and thirsty are the tongues of thorns.
Let a blister footed man come in valley of thorns. 

ज़िन्दगी कम पढ़े परदेसी का ख़त है 'इबरत'।
ये किसी तरह पढ़ा जाए न समझा जाए। 
......... इबरत मछलीशहरी..........

O 'Ibrat' life is a letter from foreigner less literate.
Neither you can read nor understand it, O mate !

वो जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने। 
लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई।....... मुज़फ़्फ़र राज़्मी........

Such oppression time has seen, can say. 
For fault of moments, centuries had to pay. 

हैं ख़ुश तो फिर मुसाफ़िर - ए-दुनिया नहीं हैं आप।
इस दश्त में बस आबलापाई है, रोइए।
............... अब्बास क़मर............

If happy, with this world you do not tie. 
In this jungle there are blistered feet that cry.

छुप जाएँ कहीं आ कि बहुत तेज़ है बारिश।
ये तेरे मेरे जिस्म तो मिट्टी से बने हैं। 
............ सबा इकराम...........

Let us shield to discard, it is raining so hard. 
Our bodies are made of clay,in water  can't stay.

ये देख कर तिरे रुख़सार-ओ-लब यक़ीं आया।
कि फूल खिलते हैं गुलज़ार के अलावा भी।......... अहमद फ़राज़............

Seeing your lips and cheeks made my view harden. 
That flowers can also bloom away from the garden.

'खुसरो' बाजी प्रेम की खेलूँ पिय के संग। 
मैं जीती तो पिय मेरे हारी तो पिय संग।

'Khusro' I 'll play with lover, knowing it's love game.
If I win he is mine, if he wins he shall claim.

' खुसरो' दरिया प्रेम का उल्टी बा की धार
जो उतरा डूबा वही जो डूबा सो पार ।

O' Khusro'! It is sream of love, it has reverse flow.
One who crossed got drowned, one who drowned could go

आशिक़ में बहुत ज़रूरी है। 
बेवफ़ाई कभी-कभी कर ली।.. बशीर बद्र

In love, it's so much a need in prime. 
To be disloyal from time to time.

मैं इस ख़याल से उस के क़रीब आया था। कि दूसरों की तरह वो भी बेवफ़ा होगा। 
............... बशीर बद्र...............

I came near her with the thought in mind. 
Like others, she'd be disloyal of a kind.

मैं घर से जब चला तो किवाड़ों कीओट में। 
नर्गिस के फूल चाँद की बाहों में छुप गए।
............... बशीर बद्र................

When I was leaving home just behind the door. 
Moon arms covered daffodil flowers once more. 

उन की आँखों को ग़ौर से देखो।
मंदिरों में चिराग़ जलते हैं। 

Look at her ryes with care. 
In temples, some lamps flair. 

वो सबहके सामने बाहों में आ के खो जाना। 
फरिश्तों जैसी ये मासूमियत हवस की नहीं।............... बशीर बद्र……....... 

Getting lost in my arms in presence of all. 
This angelic innocence is no lust call. 

इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद। 
अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता। 
....... अकबर इलाहाबादी........ 

Love is simply so delicate. 
It can't bear knowledge weight. 

चमकती है कहीं सदियों में आँसुओं से ज़मीं ।
ग़ज़ल के शे'र कहाँ रोज़ रोज़ होते हैं। 
................ बशीर बद्र.............. 

With tears of centuries when the earth can glow. 
It is not daily that ghazal couplets can flow. 

सच कहा था ये किसी दोस्त ने मुझ से 
' सीमाब'। 
अमन हो जाएगा गर मुल्क में अख़बार न हो।........ सीमाब अकबराबादी........ 

O 'Seemab' our friend gave a true narration. 
Without newspaper, there will be peace in nation. 

अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिस ने भी मोहब्बत की। 
मरने की दुआ माँगी जीने की सज़ा पाई ।
............. नुशूर वाहिदी........... 

Who ever was sincere in love reached this end. 
He prayed for death, suffering life till end. 

हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं। 
दिल हमेशा उदास रहता है।.. बशीर बद्र.. 

At times I laugh, am glad. 
The heart is always sad. 

'अख़्तर ' गुज़रते लम्हों की आहट पे यूँ न चौंक। 
इस मातमी जुलूस में इक ज़िन्दगी भी है। 
....... अख़्तर होशियारपुरी......... 

Don't get startled by sound of moments going by. 
'Akhtar' this mourning mob, life joins on a high. 

रहता है इबादत में हमें जान का ख़तरा। 
हम याद-ए-ख़ुदा करते हैं करले न ख़ुदा याद। 

There's a risk of life in prayer, when you chant His name. 
It's O. K. but what happens, if He takes your name. 

बगूले किस तरह उठते हैं उठ कर फैल जाते हैं। 
ये कह कह कर उड़ाई ख़ाक उस ने मेरी तुर्बत की।......... नूह नारवी........ 

 Saying how dust storms rise,  spread on the way. 
With wind, dust of my grave, she let go astray. 

वफ़ा करेंगे, निबाहेंगे, बात मानेंगे। 
तुम्हें भी याद है कुछ ये कलाम किस का था  ?....... दाग़ देहलवी.........

. I shall be loyal, agree for life, and shall stay. 
Do you recollect who could these words say. 

मसरूफ़ कर लिया मुझे उस के ख़याल ने। 
जा ऐ अजल कि मरने की फ़ुरसत नहीं मुझे।......... जलील........ 

I am so busy with her thoughts held high. 
O death ! You go, I have no desire to die. 

हमारे शीशा-ए-दिल को संभल कर हाथ में लेना। 
नज़ाकत इस में इतनी है नज़र से जब गिरा टूटा। 

  Handle with care my glass of heart, it's light. 
So delicate, will break if it is  out of sight. 

दिल टूटने से थोड़ी सी तकलीफ़ तो हुई। 
लेकिन तमाम उम्र का आराम हो गया। 
............. सफ़ी लखनवी.......... 

With heartbreak was some discomfort. 
But it has given lifetime comfort. 

मैंने दिन-रात ख़ुदा से ये दुआ माँगी थी। कोई आहट न हो दर पर मिरे जब तू आए........... बशीर बद्र.......... 

Day and night before God I had prayed. 
No footfall on door, while you stayed. 

ठहर जा ऐ क़ज़ा आता है वो मेरी अयादत को। 
दम-ए-आख़िर तो मिल लेने दे मुझ को उस सितमगर से।
...... .. हमदम अकबराबादी.......... 

O death ! Wait a while, she comes to ask if I am well. 
Let me know what tyrannical lover wants to spell. 

रहा ख़्वाब में उन से शब भर विसाल।
 मेरे बख़्त जागे मैं सोया किया ।
......... अमीर मीनाई........ 

I met her in dreams for the whole night.
 My fate was awake while I slept tight. 

   आँचल दुपट्टे का रुख़-ए- अनवर पे तान कर ।
देते हैं मुझे शर्बत-ए- दीदार छान कर ।
............ दाग़ देहलवी......... 

Using one end of scarf to cover her glowing face.. 
She serves filtered syrup of her looks with grace. 





No comments:

Post a Comment