Monday 14 November 2022

REKHTA.. TODAY'S 5 +17 COUPLETS

तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है 
..... कैफ़ भोपाली......

How pleasant looks your face! 
Moon looks older than your face. 

तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे 
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे 
..... क़ैसर-उल जाफ़री.....

The weather of your city looks very pleasant. 
May I steal an evening if it isn't unpleasant.

फूल बाहर है कि अंदर है मिरे सीने में 
चाँद रौशन है कि मैं आप ही ताबिंदा हूँ 
..... अहमद शनास.....

Are flowers blooming outside or within my chest?
Whether moon glows or I am my luminous best. 

अपने चेहरे से जो ज़ुल्फ़ों को हटाया उस ने 
देख ली शाम ने ताबिंदा सहर की सूरत 
..... आतिश बहावलपुरी......

When she removed the tress from her face. 
Evening looked at luminous morning in face.

मत सहल हमें जानो फिरता है फ़लक बरसों 
तब ख़ाक के पर्दे से इंसान निकलते हैं 
..... मीर तक़ी मीर.....

Don't take us with ease, sky for years is at unease. 
And it is only then, from dust cover appear men. 

दिल का उजड़ना सहल सही बसना सहल नहीं ज़ालिम 
बस्ती बसना खेल नहीं बसते बसते बस्ती है..... फ़ानी बदायूनी...... 

Devastation of heart is easy, it's inhabitation isn't easy. 
Inhabitation isn't a game, area grows over long time frame. 

हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कुरा देना 
हसीनों को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना..... अकबर इलाहाबादी..... 

Bending head feeling shy awhile, then smiling with a style. 
How easy is for cute dames, to make such lightning claims. 

हमदमो दिल के लगाने में कहो मुश्किल है क्या 
पर छुड़ाना इस का मुश्किल है लगाना सहल है..... बहादुर शाह ज़फ़र..... 

Friends what's so difficult about setting of the heart. 
It's so easy to get set but difficult to get apart. 

दाग़ दुनिया ने दिए ज़ख़्म ज़माने से मिले 
हम को तोहफ़े ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले..... कैफ़ भोपाली..... 

Wounds were given by people, scars by world first hand. 
These gifts were showered on me by making you a friend. 

दिल के फफूले जल उठे सीने के दाग़ से 
इस घर को आग लग गई घर के चराग़ से 
..... महताब राय ताबाँ..... 

Blisters of heart got inflamed by the scars of chest. 
This house was set afire by
 it's lamp while at rest. 

जुदा किसी से किसी का ग़रज़ हबीब न हो 
ये दाग़ वो है कि दुश्मन को भी नसीब न हो..... नज़ीर अकबराबादी..... 

Let no one's sweetheart be separated anywhere. 
Let not this scar exist even
 in foe's fate there. 

जिस का तुझ सा हबीब होवेगा 
कौन उस का रक़ीब होवेगा 
..... मीर सोज़..... 

With a friend like you on arrival.
Who will become his rival. 

मिरे हबीब मिरी मुस्कुराहटों पे न जा 
ख़ुदा-गवाह मुझे आज भी तिरा ग़म है 
..... अहमद राही..... 

My sweetheart ! Don't go after my smile. 
By God ! Your grief surmounts all the while. 

कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं 
नाख़ुदा जिन का नहीं उन का ख़ुदा होता है..... अमीर मीनाई..... 

All boats ultimately reach the shore. 
Without boatman by God all the more. 

सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं 
जिस को देखा ही नहीं उस को ख़ुदा कहते हैं..... सुदर्शन फ़ाक़िर..... 

People call him bad whom they look in face. 
While one who is unseen is given God's face. 

वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है 
कभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैं..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

It's God 's grace that she has come to my home. 
At times I look at her face and again at my home. 

वो ख़ुदाई कर रहे थे जब ख़ुदा होने के क़ब्ल
तो ख़ुदा जाने करेंगे क्या ख़ुदा होने के बाद..... नूह नारवी....

While he was being godly before being God. 
God knows what he 'll do 
after being God. 

फ़राग़त से दुनिया में हर दम न बैठो 
अगर चाहते हो फ़राग़त ज़ियादा 
..... अल्ताफ़ हुसैन हाली..... 

Do not stay in a state of leisure. 
If you want to have more leisure. 

इस ज़िंदगी में इतनी फ़राग़त किसे नसीब 
इतना न याद आ कि तुझे भूल जाएँ हम 
..... अहमद फ़राज़..... 

Who in life will such a leisure get? 
Don't crowd memory or I will forget. 

दिल को तिरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है 
और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता..... अहमद फ़राज़..... 

I have a lot of confidence on your love. 
But the fear of departure looms above. 

हुस्न के समझने को उम्र चाहिए जानाँ 
दो घड़ी की चाहत में लड़कियाँ नहीं खुलतीं..... परवीन शाकिर..... 

Understanding beauty takes a life time. 
Girls don't open up within a little time. 

कभी उन का नाम लेना कभी उन की बात  करना
मिरा ज़ौक़ उन की चाहत मिरा शौक़ उन पे मरना...पीर नसीरुद्दीन शाह नसीर... 

Talking about her again and taking her name. 
Dying for her is my hobby, her love my fame. 








No comments:

Post a Comment