Monday 26 September 2022

BASHIR BADR.. COUPLETS

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो 
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए 

Let the glow of your memories be ever with me. 
Who knows, which lane marks the eve of life? 

दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दम 
तुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे 
..... बशीर बद्र..... 

Journey of enmity is a step or two. 
You will get tired and me too. 

  मुझ से क्या बात लिखानी है कि अब मेरे लिए 
कभी सोने कभी चाँदी के क़लम आते हैं 
..... बशीर बद्र..... 

What do they want me to write, that for me now? 
Some bring golden, others 've silver pens, wow! 
 
न जी भर के देखा न कुछ बात की 
बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की 

Neither talked with you nor saw entire. 
To talk with you was my great desire. 

अजब चराग़ हूँ कि दिन रात जलता रहता हूँ 
मैं थक गया हूँ हवा से कहो बुझाए मुझे 
..... बशीर बद्र.... 

I am a strange lamp, day 'n night being aflame. 
I am tired, ask the wind, to 
put out the flame. 
 
कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी 
यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता 

Some compulsions must have been. 
None turns faithless just for scene. 
 
ज़िंदगी तू ने मुझे क़ब्र से कम दी है ज़मीं 
पाँव फैलाऊँ तो दीवार में सर लगता है 

O life ! You gave me space lesser than grave at all. 
When I stretch my legs, head bangs against wall. 
 
बड़े लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखना 
जहाँ दरिया समुंदर से मिला दरिया नहीं रहता 

Always keep distance meeting bigwigs anytime. 
A river loses itself meeting the sea so prime. 
 
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे 
जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों 

Have enmity to the full but keep a cushion all the while. 
We shouldn't be ashamed if flowers of friendship smile. 
 
यहाँ लिबास की क़ीमत है आदमी की नहीं 
मुझे गिलास बड़े दे शराब कम कर दे 
  
 Here dress is of worth, not  man that much 
Serve me a bigger glass, cut
 wine as such. 

मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला 
अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला 

In love, don't mix friendship of show. 
If you can't embrace, let handshake go. 

हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं 
उम्रें बीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में 

  People call each throbbing stone a heart. 
Lives are consumed making heart a heart 
 
मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी 
किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी 

 You are a traveler and me too
On some bend I 'll meet you. 
 
तुम मोहब्बत को खेल कहते हो 
हम ने बर्बाद ज़िंदगी कर ली 
 
You call love a game 
I ruined life for same. 
 
कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से 
ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो 

  None will shake even hand if you suddenly embrace. 
Keep some distance, 'cos it's a city with new grace. 
 
ख़ुदा की इतनी बड़ी काएनात में मैं ने 
बस एक शख़्स को माँगा मुझे वही न मिला 
  
 From this vast universe of great Lord. 
I asked for a man, He couldn't afford. 

तुम मुझे छोड़ के जाओगे तो मर जाऊँगा 
यूँ करो जाने से पहले मुझे पागल कर दो 
 
I'll die if you leave me and go. 
Just make me crazy before you go. 

हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं 
दिल हमेशा उदास रहता है 
 
At least I laugh for a while. 
Heart is sad all the while. 

सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा 
इतना मत चाहो उसे वो बेवफ़ा हो जाएगा 

Don't so much bow, he'll become godly now. 
Don't like so much, with 
faith he'll lose touch. 
  
 
इतनी मिलती है मिरी ग़ज़लों से सूरत तेरी 
लोग तुझ को मिरा महबूब समझते होंगे 

So similar are my ghazals 'n your face. 
That you are my lover, people will trace. 
  
 
हसीं तो और हैं लेकिन कोई कहाँ तुझ सा 
जो दिल जलाए बहुत फिर भी दिलरुबा ही लगे 

There are other beauties but who is like you. 
One who sets heart afire, is pleasant too. 
 
पत्थर के जिगर वालो ग़म में वो रवानी है 
ख़ुद राह बना लेगा बहता हुआ पानी है 

  O stone hearted men, grief has that flow. 
Will pave own way, it's the 
 water on flow. 
 
पत्थर मुझे कहता है मिरा चाहने वाला 
मैं मोम हूँ उस ने मुझे छू कर नहीं देखा 

Says "You are a stone" , whose love's been me. 
I am wax, he hasn't touched 'n seen me
 
मैं जब सो जाऊँ इन आँखों पे अपने होंट रख देना 

यक़ीं आ जाएगा पलकों तले भी दिल धड़कता है 
  
 
शोहरत की बुलंदी भी पल भर का तमाशा है 

जिस डाल पे बैठे हो वो टूट भी सकती है 

  
 
लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में 

तुम तरस नहीं खाते बस्तियाँ जलाने में 


  
 
उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में 

फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते 

  
 
दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दम 

तुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे 

  
 
तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से देखेगा 

मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लाएगा 


  
 
सात संदूक़ों में भर कर दफ़्न कर दो नफ़रतें 

आज इंसाँ को मोहब्बत की ज़रूरत है बहुत 
 
 
वो चेहरा किताबी रहा सामने 

बड़ी ख़ूबसूरत पढ़ाई हुई 

  
 
घरों पे नाम थे नामों के साथ ओहदे थे 

बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला 
  
 
भला हम मिले भी तो क्या मिले वही दूरियाँ वही फ़ासले 

न कभी हमारे क़दम बढ़े न कभी तुम्हारी झिजक गई 
  
 
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली 

दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली 

 
 
अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जाएगा 

मगर तुम्हारी तरह कौन मुझ को चाहेगा 
  
 
इसी लिए तो यहाँ अब भी अजनबी हूँ मैं 

तमाम लोग फ़रिश्ते हैं आदमी हूँ मैं 
 
 
अगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना 

हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है 

  
 
अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगा 

तुम्हें जिस ने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो 
  
 
ख़ुदा ऐसे एहसास का नाम है 

रहे सामने और दिखाई न दे 

  
 
न तुम होश में हो न हम होश में हैं 

चलो मय-कदे में वहीं बात होगी 

 
 
मोहब्बत एक ख़ुशबू है हमेशा साथ चलती है 

कोई इंसान तन्हाई में भी तन्हा नहीं रहता 
  
 
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा 

कश्ती के मुसाफ़िर ने समुंदर नहीं देखा 

 
  
 
इसी शहर में कई साल से मिरे कुछ क़रीबी अज़ीज़ हैं 

उन्हें मेरी कोई ख़बर नहीं मुझे उन का कोई पता नहीं 

 
  
 
कभी कभी तो छलक पड़ती हैं यूँही आँखें 

उदास होने का कोई सबब नहीं होता 
 
 
आशिक़ी में बहुत ज़रूरी है 

बेवफ़ाई कभी कभी करना 
 
 
है अजीब शहर की ज़िंदगी न सफ़र रहा न क़याम है 

कहीं कारोबार सी दोपहर कहीं बद-मिज़ाज सी शाम है 

  
 
गुफ़्तुगू उन से रोज़ होती है 

मुद्दतों सामना नहीं होता 

 
 
 
बहुत दिनों से मिरे साथ थी मगर कल शाम 

मुझे पता चला वो कितनी ख़ूबसूरत है 

  
 
कभी तो आसमाँ से चाँद उतरे जाम हो जाए 

तुम्हारे नाम की इक ख़ूब-सूरत शाम हो जाए 

  
 
दिल की बस्ती पुरानी दिल्ली है 

जो भी गुज़रा है उस ने लूटा है 


 
 
एक औरत से वफ़ा करने का ये तोहफ़ा मिला 

जाने कितनी औरतों की बद-दुआएँ साथ थीं 
 
 
जी बहुत चाहता है सच बोलें 

क्या करें हौसला नहीं होता 

 
 
रोने वालों ने उठा रक्खा था घर सर पर मगर 

उम्र भर का जागने वाला पड़ा सोता रहा 
  
 

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