Monday 26 September 2022

REKHTA.. TODAY'S 5 +10 COUPLETS.. 26.9.'22

ग़ौर से देखते रहने की सज़ा पाई है।
तेरी तस्वीर इन आँखों में उतर आई है।..... अभिनंदन पांडे..... 

तेरी सूरत से किसी की नहीं मिलती सूरत 
हम जहाँ में तिरी तस्वीर लिए फिरते हैं 
..... नासिख़..... 

दिल आबाद कहाँ रह पाए उस की याद भुला देने से 
कमरा वीराँ हो जाता है इक तस्वीर हटा देने से..... जलील आली..... 

रंग ख़ुश्बू और मौसम का बहाना हो गया 
अपनी ही तस्वीर में चेहरा पुराना हो गया 
..... ख़ालिद गनी.....

इरादा तो नहीं है ख़ुद-कुशी का। 
मगर मैं ज़िन्दगी से ख़ुश नहीं हूँ। 
..... विकास शर्मा राज़..... 

ज़िंदगी तू ने मुझे क़ब्र से कम दी है ज़मीं 
पाँव फैलाऊँ तो दीवार में सर लगता है 
..... बशीर बद्र..... 

जो गुज़ारी न जा सकी हम से 
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है 
..... जौन एलिया..... 

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो 
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए..... बशीर बद्र..... 

तेरी आँखों के लिए इतनी सज़ा काफ़ी है। आज की रात मुझे ख़्वाब में रोता हुआ  देख..... अभिशेक शुक्ला..... 

This punishment will suffice for your eyes. 
This night in dream, you watch my cries. 

ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है 
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है..... इख़्तिख़ार आरिफ़....

I want to get shattered like the dreams.
 Solitude is such as wish to die beams. 

उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देखने के लिए 
कि नींद शर्त नहीं ख़्वाब देखने के लिए 
..... इरफ़ान सिद्दीक़ी..... 

Rise to have a glimpse or night that beams. 
As sleep is not a pre-condition for dreams. 

अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो 
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो..... मुनव्वर राना..... 

Ease my parting journey as it seems. 
You do not disturb me in the dreams. 

दरख़्त करते नहीं इस लिए उमीद-ए-वफ़ा 
वो जानते हैं परिंदों के पर निकलते हैं। 
..... कुलदीप कुमार..... 

The reason, trees expect loyalty from none. 
They are aware, fledglings 'll fly, have fun. 

मेहंदी लगाने का जो ख़याल आया आप को 
सूखे हुए दरख़्त हिना के हरे हुए 
..... हैदर अली आतिश..... 

When you thought of applying  henna on your hands. 
Henna shrubs turned green from dried out strands. 

उन के होने से बख़्त होते हैं 
बाप घर के दरख़्त होते हैं..... अज्ञात..... 

Fate shines on us while they are there. 
Father is the tree of home, takes care. 

साया है कम खजूर के ऊँचे दरख़्त का 
उम्मीद बाँधिए न बड़े आदमी के साथ 
..... कैफ़ भोपाली.....

Shade of a tall date tree is so small
Don't you hope from big man
 at all. 

उन्हें आँखों की बे-दर्दी ने बे-घर कर दिया है। 
ये आँसू क़हक़हा बनने की कोशिश कर रहे थे।..... अब्बास क़मर..... 

These have been exiled by  merciless eyes. 
Tears wanted to guffaw in times of sighs

चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है 
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है..... हसरत मोहानी..... 

Silently shedding tears day 'n night, I remember. 
That period of courtship I still can remember. 

एक आँसू ने डुबोया मुझ को उन की बज़्म में 
बूँद भर पानी से सारी आबरू पानी हुई 
..... इब्राहिम ज़ौक़..... 

In her meeting I was drowned by a single tear drop. 
My prestige was watered down by a single tear drop. 

वैसे तो इक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए 
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता 
..... वसीम बरेलवी..... 

Though , even a drop of tear may drift me away . 
Or else, even a strong storm can not sway . 





No comments:

Post a Comment